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स्मॉल इंटेस्टाइन के बारे में जानें : इसे कहते हैं शरीर की सबसे लंबी पाइप लाइन

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड Dr. Pooja Bhardwaj


Priyanka Srivastava द्वारा लिखित · अपडेटेड 29/04/2021

    स्मॉल इंटेस्टाइन के बारे में जानें : इसे कहते हैं शरीर की सबसे लंबी पाइप लाइन

    शरीर की आतंरिक संरचना काफी जटिल होती है और साथ ही काफी हैरान करने वाली भी। अगर कोई आपको पूछे कि शरीर की सबसे लंबी पाइप लाइन कौन सी है तो शायद आप कुछ समय के लिए सोच में पड़ जाएंगे। इसका उत्तर है हमारी छोटी आंत यानि की स्मॉल इंटेस्टाइन।  इसकी साइज करीब 22 फिट होती है, करीब -करीब 7 मीटर। जब भी हम कुछ खाते हैं तो खाना मुंह के रास्ते से होकर हमारे डाइजेस्टिव सिस्टम तक जाता है ताकि शरीर के लिए जरूरी पोषक तत्व भोजन से लिए जा सकें। यहीं पर छोटी और बड़ी आंत दोनों होती हैं। स्मॉल इंटेस्टाइन के बारे में कुछ ऐसे ही फैक्ट्स हैं, जो शायद आपने पहले नहीं सुने होंगे। आइए इस बारे में विस्तार से जानें कि यह दोनों क्या करती हैं और कैसे एक-दूसरे से अलग हैं।  

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    स्मॉल इंटेस्टाइन के बारे में किना जानते हैं आप?

    छोटी आंत को तीन हिस्सों में बाटा जा सकता है ।

    डुओडेनम

    यह छोटा सा सेक्शन स्मॉल इंटेस्टाइन का ही हिस्सा होता है जो कि पाइलोरस से सेमी डायजेस्ट फूड को लेकर डाइजेशन की प्रोसेस को आगे बढ़ाता है। यह गॉलब्लेडर, लिवर और पेन्क्रियास को खाना पचाने में मदद करता है। 

    जेजुनम

    यह छोटी आंत के बीच का भाग होता है जो कि मांसपेशियों के वेव जैसे मोशन के साथ खाने को आगे इलियम की और बढ़ाता है। जो कि छोटी आंत का दूसरा सिरा है।   

    इलियम

    यह छोटी आंत का सबसे आखिरी सिरा है जो कि सबसे लंबा होता है। यह हिस्सा भोजन के सभी जरूरी तत्व अवशोषित कर लेता है। इसके बाद ही खाना बड़ी आंत में जाता है। 

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    स्मॉल इंटेस्टाइन कैसे काम करती है?

    स्मॉल इंटेस्टाइन के बारे में हम सभी जानते हैं कि ये बड़ी आंत से छोटी होती है। जब तक खाना छोटी आंत में आता है तब तक पूरी तरह से टूट कर पेट में मौजूद लिक्विड में घुल चुका होता है। पाचन से संबं​​धित अधिकांश भाग छोटी आंत में ही होता है। स्मॉल इंटेस्टाइन भोजन के सभी जरूरी पोषक तत्व अवशोषित करके शरीर में पहुंचाती है। स्मॉल इंटरेस्टाइन के बारे में यह बात भी बताई जाती है कि आंत की दीवारें डाइजेस्टिव एंजाइम बनाती हैं और इसके लिए यह लिवर और पेन्क्रियास के साथ मिलकर काम करती है। 

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    स्मॉल इंटेस्टाइन और लार्ज इंटेस्टाइन के बारे में

    स्मॉल इंटेस्टाइन के बारे में यह भी जान लें कि यह बड़ी आंत से लंबाई में जरूरी बड़ी होती है लेकिन इसकी चौड़ाई बड़ी आंत से कम होती है। बड़ी आंत का काम है अनडाइजेस्टेड खाने से पानी और सॉल्ट को निकलना होता है क्योंकि बड़ी आंत तक आते-आते जरूरी पोषक तत्व पहले ही निकल जाते हैं। बचे हुए अपशिष्ट पदार्थों को शरीर से बहार निकालना भी बड़ी आंत का ही काम है। 

    स्मॉल इंटेस्टाइन में खाना कैसे आगे बढ़ता है?

    स्मॉल इंटेस्टइान के बारे में अक्सर लोगों के मन में कई तरह के सवाल होत हैं। इनमें से ही एक सवाल है कि स्मॉल इंटेस्टाइन में खाना आगे कैसे बढ़ता है? शोधकर्ता बताते हैं कि दोनों ही आंत चाहे बड़ी हो या छोटी दोनों में खाना सेमी-सॉलिड रूप में आता है। इसका मतलब ये कि यह खाना पूर्णत ठोस न होकर टूटा बिखरा होता है। ऐसा इसलिए क्योंकि इसकी कुछ प्रॉसेसिंग पेट में ही हो चुकी होती है। जैसे-जैसे यह आंत में आगे बढ़ता है, वैसे-वैसे यह पतला होता जाता है। पानी, म्यूकस और अन्य एनजाइम्स के मिलने से यह आसानी से आगे बढ़ता है। इसमें हमारी आंतें संकुचन करके इसे आगे धकेलती हैं।

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    स्मॉल इंटेस्टाइन में होते हैं बैक्टीरिया

    स्मॉल इंटेस्टाइन के बारे में बहुत कम लोग गौर करते हैं कि इसमें हमारी सेहत के लिए जरूरी बैक्टीरिया होते हैं। इन्हीं बैक्टीरिया को हेल्दी बैक्टीरिया कहा जाता है। ये बैक्टीरिया कार्बोहाइड्रेट के पाचन में मददगार एनजाइम्स बनाते हैं। स्मॉल इंटेस्टाइन के बारे में यह भी बताया गया है कि यह पानी सोखती है, जिससे जरूरी पोषक तत्व शरीर तक पहुंचें, वहीं खाने के पाचन के लिए शरीर से पानी भी यहां तक पहुंचाती है।

    स्मॉल इंटेस्टाइन के बारे में जरूरी बात

    स्मॉल इंटेस्टाइन और लार्ज इंटेस्टाइन शरीर के बेहद जरूरी अंग हैं। बहुत कम लोग स्मॉल इंटेस्टाइन के बारे में ये जानते होंगे कि इनका डाेनेशन और ट्रांसप्लांट भी किया जाता है। ट्रांसप्लांट किए जाने वाले अन्य अंगों की तरह इन्हें भी शरीर में बदला जा सकता है। अगर किसी व्यक्ति की इंटेस्टाइन खराब हो जाती हैं, तो उसके जीवन में संकट उत्पन्न हो जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि इंटेस्टाइन जरूरी पोषक तत्वों को अवशोषित करने में नाकामयाब हो जाती है। जबतक इंटेस्टाइन ट्रांस्प्लांट नहीं होता, तबतक व्यक्ति को जीवित रखने के लिए बाहरी लिक्विड डायट दी जाती है। जिससे शरीर को जरूरी पोषण मिलते रहें और उसकी कार्यप्रणाली प्रभावित न हो।

    अब तो आप स्मॉल इंटेस्टाइन के बारे में जुड़े सवालों के जवाब जान ही गए होंगे। शरीर के अन्य अंगों से जुड़े ऐसे ही रोचक तथ्य जानने के लिए आप हमारी वेबसाइट के फन फैक्ट्स सेक्शन में जा सकते हैं। हैलो हेल्थ के अन्य आर्टिकल पढ़ने के लिए आप हमारे होम पेज पर भी क्लिक कर सकते हैं।

    डिस्क्लेमर

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