बींस और मसूर की दाल
बींस और मसूर की दाल को खाने में जरूर शामिल करें। मसूर की दाल और बींस में हाई फाइबर के साथ ही माइक्रोन्यूट्रिएंट्स भी पाए जाते हैं। ये शरीर में जिंक, फोलेट, मैग्नीशियम और पोटैशियम की कमी को पूरा करते हैं। एक कप पकी हुई बींस (172 ग्राम) में 244 एमजी या फिर आरडीआई का 24 % कैल्शियम होता है।
आलमंड का करे सेवन
गर्भावस्था में नट्स का सेवन शरीर को लाभ पहुंचाता है लेकिन प्रेग्नेंसी में कैल्शियम की कमी को दूर करने के लिए आपको खाने में बादाम का सेवन जरूर करना चाहिए। अन्य नट्स की अपेक्षा बादाम में कैल्शियम प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। करीब 22 बादाम में आरडीआई का 8% कैल्शियम होता है। वहीं बादाम में फाइबर, हेल्दी फैट और प्रोटीन भी पाया जाता है। अगर आप बादाम का सेवन रोजाना करते हैं तो आपको विटामिन ई और मैग्नीशियम भी प्राप्त होता है। प्रेग्नेंसी में जिन महिलाओं को हाई ब्लड प्रेशर की समस्या है, उन्हें भी बादाम जरूर खाना चाहिए। बादाम का सेवन करने से ब्लड प्रेशर लो हो जाता है।
उपरोक्त दी गई जानकारी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। अगर आप प्रेग्नेंट हैं तो बेहतर होगा कि डॉक्टर से जांच कराएं। डॉक्टर जांच के आधार पर आपको कैल्शियम के साथ ही अन्य सप्लीमेंट लेने की सलाह दे सकता है। आप डॉक्टर से ये जानकारी जरूर लें कि सप्लीमेंट के साथ ही आपको डायट में किन फूड को शामिल करना चाहिए। कैल्शियम की कमी को कमी को पूरा करने के लिए सप्लीमेंट लिए जाते हैं लेकिन कैल्शियम की अधिकता होना भी शरीर के लिए हानिकारक हो सकता है। आपको प्रेग्नेंसी के दौरान इन बातों का ध्यान देना होगा। बिना डॉक्टर की सलाह के आपको किसी भी तरह के सप्लीमेंट का सेवन नहीं करना चाहिए।
उम्मीद करते हैं कि आपको इस आर्टिकल की जानकारी पसंद आई होगी और आपको प्रेग्नेंसी में कैल्शियम की जरूरत से जुड़ी सभी जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।