यदि कोई नींद नहीं लेता है तो उस स्थिति में टॉक्सिन्स बढ़ते जाते हैं और शरीर के कई अंग को प्रभावित कर सकते हैं। पूरी नींद न लेने से कई छोटे व बड़े दुष्परिणाम हो सकते हैं। जैसे स्ट्रेस, गुस्सा, हाई ब्लड प्रेशर, हार्ट डिजीज, टाइप 2 डायबिटीज और ओबेसिटी यानि मोटापे के शिकार हो सकते हैं। अच्छे स्वास्थ्य के लिए जरूरी है कि रोजाना कम से कम सात से लेकर नौ घंटे की नींद हर किसी को लेनी ही चाहिए। यदि आपको सोने में किसी प्रकार की परेशानी आए तो आपका लाइफस्टाइल जिम्मेदार हो सकता है। ऐसे में मोबाइल और कंप्यूटर का कम से कम इस्तेमाल कर बेड पर जाकर अच्छी नींद लेना चाहिए।
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बॉडी डिटॉक्स के घरेलू उपाय: ज्यादा से ज्यादा पानी पिएं
बॉडी डिटॉक्स के घरेलू उपाय में पानी पीना शामिल कर सकते हैं। पानी आपकी प्यास बुझाने के साथ काफी कुछ कर सकता है। बता दें कि यह शरीर के तापमान को नियंत्रित रखने के साथ, जोइंट में लूब्रिकेंट्स को बढ़ाता है, पाचन शक्ति बढ़ाने के साथ शरीर में न्यूट्रीएंट्स को एब्सॉर्ब करता है। शरीर से वेस्ट प्रोडक्ट को निकाल डिटॉक्सिफाई करता है। सामान्य शब्दों में पेशाब के द्वारा शरीर से टॉक्सिन को निकाल देता है।
हमारे शरीर में लगातार सेल्स बनते रहते हैं और न्यूट्रीएंट्स टूटकर एनर्जी में तब्दील होते हैं। बता दें कि शरीर का यह प्रोसेस वेस्ट को निकालने में मददगार साबित होता है। शरीर से यूरिया और कार्बन डाई ऑक्साइड को निकालने में पानी का अहम रोल है। पानी का सेवन करने से पेशाब के रास्ते, सांस लेने से और पसीने के द्वारा यह हानिकारक पदार्थ आसानी से निकल जाते हैं। ऐसे में ज्यादा से ज्यादा पानी का सेवन कर बॉडी डिटॉक्स कर सकते हैं। सामान्य तौर पर पुरुषों के लिए रोजाना 125 ओन्स यानि 3.7 लीटर पानी और महिलाओं के लिए 91 ओन्स यानि 2.7 लीटर पानी पीना फायदेमंद रहता है। वहीं आपके डायट, लाइफस्टाइल और काम पर भी पानी की जरूरत बढ़ और घट सकती है।
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बॉडी डिटॉक्स के घरेलू उपाय: प्रोसेस्ड फूड और चीनी का कम सेवन करें
बॉडी डिटॉक्स के घरेलू उपाय में चीनी का कम सेवन और प्रोसेस्ड फूड को न खाना शामिल किया जा सकता है। मौजूदा समय में चीनी और प्रोसेस्ड फूड का सेवन करने से काफी बीमारी हो रही है। इसके अत्यधित सेवन से मोटापे के साथ कई क्रॉनिक डिजीज जैसे हार्ट डिजीज, कैंसर और डायबिटीज की बीमारी हो सकती है। वहीं इस बीमारी के कारण हमारे लिवर और किडनी भी सामान्य रूप से काम नहीं कर पाते और शरीर से टॉक्सिन नहीं निकल पाता। उदाहरण के तौर पर शुगर बेवरेजेस का अत्यधिक सेवन से फैटी लिवर की समस्या हो सकती है, वहीं लिवर के काम करने की शक्ति पर असर पड़ सकता है। वहीं जंक फूड का कम से कम सेवन कर बॉडी डिटॉक्सीफिकेशन सिस्टम को स्वस्थ रखा जा सकता है। जंक फूड का इस्तेमाल न कर फ्रूट्स और वेजीटेबल का सेवन कर भी स्वस्थ रहा जा सकता है।
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एंटीऑक्सीडेंट-समृद्ध भोजन करना है फायदेमंद
एंटीऑक्सीडेंट खाद्य पदार्थ का सेवन करने से रेडिकल्स को नष्ट करने वाले सेल्स को बचा सकते हैं। बता दें कि सेलुलर प्रोसेस के लिए हमारा शरीर अपने आप ही कई सेल्स बनाता है। बता दें कि शराब, सिगरेट पीना और खराब खान पान के साथ शरीर में पॉलुटेंट्स बनते हैं इसके लिए शरीर में काफी मात्रा में रेडिकल्स बनने लगता है। समृद्ध भोजन नहीं लेंगे तो उसके कारण डिमेंशिया (dimentia), हार्ट डिजीज, लिवर डिजीज, अस्थमा और कई प्रकार के कैंसर होने की संभावना रहती है। ऐसे में एंटीऑक्सीडेंट युक्त खाने का सेवन कर हम वैसे टॉक्सिन को कम कर सकते हैं, जिसके कारण यह बीमारी हो सकती है। उदाहरण के तौर पर एंटीऑक्सीडेंट फूड में विटामिन ए, विटामिन सी, विटामिन ई, सिलेनियम, लाइकोनेपी, लूटीन और जियाएक्सानथीन (zeaxanthin) होता है जिसका सेवन शरीर के लिए फायदेमंद होता है।
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