आपने कभी न कभी अखबार में पढ़ा होगा या टीवी न्यूज चैनल में सुना होगा कि, एयर एंबुलेंस की मदद से फलाना गंभीर बीमारी से ग्रस्त मरीज की वक्त रहते जान बचा ली गई। लेकिन, इन खबरों के अलावा हमें एयर एंबुलेंस के बारे में कोई जानकारी नहीं होती। इसके अलावा, कुछ लोगों को लगता है कि एयर एंबुलेंस कोई बहुत ही अलग चीज है, जिसका उपयोग केवल मशहूर लोग ही कर सकते हैं। लेकिन, हम आपको बता दें कि ऐसा बिल्कुल नहीं है।
एयर एंबुलेंस का इस्तेमाल कोई भी कर सकता है और विपरीत परिस्थितियों में वक्त रहते किसी की जान बचाई जा सकती है। एयर एंबुलेंस से जुड़ी जानकारियों और फायदों के बारे में न सिर्फ खुद पूरी जानकारी रखें, बल्कि दूसरों को भी बताएं, ताकि समाज में इसके प्रति अज्ञानता को खत्म किया जा सके। इस आर्टिकल में हम एयर एंबुलेंस क्या है, यह कैसे बुक करवाई जा सकती है और सबसे जरूरी इसका किराया कितना है, के बारे में जानेंगे।
यह भी पढ़ें- घाव का प्राथमिक उपचार क्या है, जानिए फर्स्ट ऐड से जुड़ी सारी जानकारी यहां
एयर एंबुलेंस (Air Ambulance) क्या है?
घटनास्थल से या किसी एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल, जहां मरीज की जान बचाने के लिए अति-आवश्यक इलाज के लिए कम समय में ले जाना के लिए बुनियादी चिकित्सीय सुविधाओं से परिपूर्ण हवाई जहाज या हेलिकॉप्टर को एयर एंबुलेंस कहा जाता है। अब आसान भाषा में समझें, तो एयर एंबुलेंस वो हवाई जहाज या हेलिकॉप्टर होता है, जिसमें वो सभी सामान और सुविधाएं होती हैं, जो कि किसी इमरजेंसी स्थिति में समय रहते किसी मरीज की जान बचाने के लिए उसे एक स्थान या अस्पताल से दूसरे अस्पताल ले जाने के लिए जरूरी होता है। खासतौर पर, मरीज की गंभीर स्थिति में कम समय में ज्यादा लंबी दूरी तय करने और सड़क मार्ग पर होने वाली भीड़भाड़ से बचने के लिए एयर एंबुलेंस का उपयोग किया जाता है।
इन स्थितियाें में हो सकता है एयर एंबुलेंस का इस्तेमाल (Uses of Air Ambulance)
उदाहरण के लिए, अगर किसी व्यक्ति की दुर्घटना या हार्ट अटैक जैसी गंभीर बीमारी हो जाती है और वह ऐसे स्थान पर मौजूद है, जहां से अस्पताल कई सौ किलोमीटर दूर है और रास्ता बेहद की खराब है, तो ऐसी स्थिति में बुनियादी चिकित्सीय सुविधाओं से लैस हेलिकॉप्टर या हवाई जहाज की मदद से उसे अस्पताल पहुंचाया जा सकता है। इसके अलावा, जरूरी सर्जरी या ट्रांसप्लांट के लिए मरीज को एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल में स्थानांतरण करने के लिए भी एयर एंबुलेंस का उपयोग किया जाता है।
यह भी पढ़ें- हार्ट अटैक में फर्स्ट ऐड कब और कैसे दें? पढ़िए इसकी पूरी जानकारी
एयर एंबुलेंस का इस्तेमाल (Uses of Air Ambulance) करने के फायदे क्या हैं?
एयर एंबुलेंस को विभिन्न इमरजेंसी स्थितियों में कई फायदे प्राप्त करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। आइए, एयर एंबुलेंस के फायदे जानते हैं।
ट्रैफिक और भीड़भाड़ से छुटकारा
भारत सरकार ने सभी नागरिकों को सलाह दे रखी है कि अगर सड़क पर कभी भी किसी एंबुलेंस को इमरजेंसी स्थिति में देखें, तो सबसे पहले उसे रास्ता दें और यह सभी नागरिकों की सामाजिक जिम्मेदारी भी है। लेकिन, जैसा कि आप जानते हैं कि भारत के किसी भी राज्य या शहर में ट्रैफिक की बहुत समस्या होती ही है। जिसकी वजह से एंबुलेंस को भी समय पर पहुंचने पर दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। लेकिन, कई बार स्थिति इतनी गंभीर होती है कि मरीज के लिए एक-एक सेकेंड कीमती होता है। ऐसी स्थिति में सड़क पर होने वाले ट्रैफिक और भीड़भाड़ से एयर एंबुलेंस छुटकारा देती है।
मल्टीपल कैजुअलिटी की स्थिति में
कई बार एक्सीडेंट या आगजनी जैसी दुर्घटनाओं में मल्टीपल कैजुअलिटी हो जाती हैं, जिसमें कई लोगों को एकसाथ अस्पताल पहुंचाना बहुत जरूरी होता है। ऐसी स्थिति में एयर एंबुलेंस काफी मददगार साबित हो सकती है। जिसमें एक साथ कई मरीजों को अस्पताल तक लेकर जाया जा सकता है।
यह भी पढ़ें- Poison First Aid : अगर कोई जहर खा ले तो क्या करना चाहिए?
ऑर्गन ट्रांसपोर्टेशन (organ transportation)
ऑर्गन ट्रांसपोर्टेशन में एयर एंबुलेंस काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। क्योंकि, अगर किसी व्यक्ति का कोई ऑर्गन काम करना बंद कर दिया है, तो उसे बहुत ही कम समय में डोनेट किया गया ऑर्गन लगाना होता है। ऑर्गन ट्रांसप्लांट बेहद जटिल प्रक्रिया होती है और डोनेटेड ऑर्गन को ज्यादा देर तक शरीर के बाहर नहीं छोड़ा जा सकता, वरना वो भी बेकार या डैमेज होने लगता है। ऐसी स्थिति में एयर एंबुलेंस सही समय पर और सही स्थिति में डोनेटेड ऑर्गन को मरीज तक पहुंचाकर उसकी जान बचाती है।
और पढ़ें: चरम सुख के साथ ऑर्गेज्म के शारीरिक और मानसिक फायदे
रिमोट एरिया के लिए उचित (Remote Area)
हॉस्पिटल आमतौर पर रिमोट एरिया से दूर स्थित होते हैं और उनतक सड़क मार्ग से जाना काफी मुश्किल और समय लेने वाला काम है। इसके अलावा, पहाड़ों जैसी जगह पर भूस्खलन या बर्फबारी आदि समस्याओं की वजह से सड़क मार्ग बाधित हो जाता है, जिसमें सड़क परिवहन का इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है। ऐसी स्थिति में भी एयर एंबुलेंस काम आती है।
चिकित्सा उपकरण के लिए
एयर एंबुलेंस सिर्फ मरीजों के लिए ही इस्तेमाल नहीं की जाती है। बल्कि, इसे किसी मरीज के लिए इलाज जरूरी चिकित्सा उपकरण को किसी एक जगह से दूसरी जगह ले जाने के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है।
यह भी पढ़ें- परिवार की देखभाल के लिए मेडिसिन किट में रखें ये दवाएं
एयर एंबुलेंस के अंदर क्या-क्या होता है?
एयर एंबुलेंस के अंदर किसी भी इमरजेंसी स्थिति में इस्तेमाल किए जाने वाले या मरीज की स्थिति का आंकलन करने के लिए जरूरी उपकरण होते हैं। इन उपकरणों में ब्रीदिंग एप्रेटस, मॉनिटरिंग सिस्टम, पेसमेकर आदि होते हैं। इसके अलावा एयर एंबुलेंस में एड्रेनलीन, प्रोपोफोल, बीटा ब्लॉकर्स, खून पतला करने वाली मेडिसिन भी शामिल होती हैं। इसके अलावा, मरीज या स्थिति की गंभीरता को परखते हुए कुछ अतिरिक्त उपकरणों को भी जोड़ा जा सकता है।
एयर एंबुलेंस को बुक करने का किराया कितना है?
विभिन्न बड़े अस्पताल और कंपनियां एयर एंबुलेंस की सर्विस प्रोवाइड करवाती हैं और विभिन्न एयर एंबुलेंस सर्विस का किराया अलग-अलग हो सकता है। लेकिन, अगर आप औसतन किराया की बात करें, तो एक बड़े भारतीय अस्पताल के मुताबिक एयर एंबुलेंस की सर्विस का किराया 1.6 लाख रुपए से 2 लाख रुपए प्रति घंटा तक हो सकता है।
एयर एंबुलेंस को कैसे बुक कर सकते हैं (How to book Air Ambulance) ?
एयर एंबुलेंस को बुक करने के लिए आप निम्नलिखित प्रक्रिया अपना सकते हैं। जैसे-
- सबसे पहले एयर एंबुलेंस सर्विस प्रोवाइड करवाने वाले अस्पताल या कंपनी के आपातकालीन नंबर पर कॉल करें।
- इसके बाद कस्टमर केयर प्रतिनिधि को मरीज या स्थिति की गंभीरता के बारे में विस्तार से बताएं, ताकि वह गंभीरता को समझते हुए आपको जल्द से जल्द सेवा प्रदान करवा सकें।
- ऐसी सर्विस प्रदान करने वाले अस्पताल या कंपनी की एक यूनिट होती है, जो आपके द्वारा दी गई स्थिति का आंकलन करेगी और आपको सेवा के किराए और कुछ जरूरी फर्स्ट एड के बारे में भी बताएगी।
- इसके बाद वह यूनिट अपनी इमरजेंसी मैनेजमेंट यूनिट को एलर्ट भेजेगी और एयर एंबुलेंस को डिस्पैच करेगी।
- इसके बाद एयर एंबुलेंस जल्द से जल्द पहुंचकर मरीज को जरूरी अस्पताल तक स्थानांतरित करेगी।
[embed-health-tool-bmi]