मुलेठी का सेवन करें ( Eat licorice root):
मुलेठी में एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं जो बैक्टीरिया का सफाया करते हैं।
ऑयल पुलिंग (Oil pulling)
ऑयल पुलिंग एक प्राचीन प्रथा है, जिसमें लगभग 20 मिनट के लिए आपके मुंह में तिल या नारियल के तेल डाला जाता है, फिर इसे थूकना होता है। तेल मुंह से विषाक्त पदार्थों को निकालता है। परीक्षण से पता चला कि तिल के तेल पट्टिका, मसूड़े की सूजन और मुंह में बैक्टीरिया की संख्या कम करता है।
उम्मीद है दांतों की कैविटी से बचाव करने के ये तरीके आपके काम आएंगे। इसके अलावा, आप नियमित रूप से डेंटिस्ट से चेकअप भी कराते रहें, ताकि समस्या शुरू होने से पहले ही उसका समाधान हो जाए।
एलोवेरा (Aloe vera)
एलोवेरा जेल बैक्टीरिया से लड़ने में मदद करता है। 2015 में की गई एक स्टडी के अनुसार, एलोवेरा जेल में मौजूद एंटीबैक्टीरियल गुण मुंह के अंदर मौजूद कीटाणू का सफाया करने में मदद करता है।
डॉक्टर को दिखाने की जरूरत कब होती है?
ज्यादातर डेंटल प्रोब्लम्स बिना किसी दर्द और लक्षण के पैदा होती हैं। इसलिए समय समय पर डेंटल चैकअप कराते रहना चाहिए। इससे कैविटी के बिगड़ने से पहले इसका इलाज हो सकेगा। समय पर डायग्नोज होने का मतलब आसानी से इलाज होना।