बदलती लाइफ स्टाइल खासकर अनहेल्दी खाने-पीने की आदतों की वजह से पेट से संबंधित परेशानियों यानी गेस्ट्रोइंटेस्टाइनल डिस्ट्रेस (Gastrointestinal distress) की समस्या घर कर जाती है। ऐसी स्थिति होने पर उल्टी (Vomiting) या डायरिया (Diarrhea) जैसी अन्य तकलीफ शुरू हो जाती है। ऐसी स्थिति में डायट (Diet) का ध्यान रखना बेहद आवश्यक बताया गया है। इसलिए आज इस आर्टिकल में ब्लांड डायट (Bland Diet) और ब्लांड डायट के फायदे (Benefits of Bland Diet) से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी शेयर करेंगे।
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- ब्लांड डायट क्या है?
- ब्लांड डायट में क्या करें शामिल?
- ब्लांड डायट में क्या नहीं करें शामिल?
ब्लांड डायट (Bland Diet) से जुड़े इनसभी सवालों का जवाब जानेंगे।
ब्लांड डायट (Bland Diet) क्या है?
ब्लांड डायट पेट के लिए लाभकारी माना जाता है। अगर ब्लांड डायट को समस्या शब्दों में समझें, तो ब्लांड डायट सॉफ्ट होने के साथ-साथ अच्छी तरह से पका हुआ खाना, जिनमें फाइबर (Fiber) की मात्रा कम होती है। ब्लांड डायट में खाने को कम तेल और मसाले में तैयार किया जाता है। जिन लोगों को उल्टी (Vomiting), एसिड रिफ्लक्स (Acid Reflux), अल्सर (Ulcer), मितली (Nausea) और डायरिया (Diarrhea) जैसी बीमारियों का खतरा रहता है या ऐसी किसी भी परेशानी से पीड़ित रहते हैं तो उनके लिए ब्लांड डायट (Bland Diet) फायदेमंद बताया गया है। वहीं नैशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन (National Center for Biotechnology Information) में पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार ब्लांड डायट हर हेल्थ कंडिशन (Health condition) में बेहतर होता है। चलिए अब आर्टिकल में आगे समझते हैं कि ब्लांड डायट के अंतर्गत कौन-कौन से खाद्य पदार्थों को शामिल किया जाता और किसे शामिल नहीं करना चाहिए।
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ब्लांड डायट में क्या करें शामिल? (Foods to eat during Bland Diet)
ब्लांड डायट में निम्नलिखित खाद्य पदार्थों एवं पेय पदार्थों को शामिल किया जा सकता है। जैसे:
- डेयरी प्रॉडक्ट जिनमें फैट की मात्रा कम होती है जैसे दूध (Milk), पनीर एवं हल्के चीज का सेवन किया जा सकता है। हालांकि अगर आपको डेयरी प्रोडक्ट (Dairy product) से एलर्जी की समस्या है, तो इन्हें अपनी डायट में शामिल ना करें। इसके अलावा अगर आपको डायरिया (Diarrhea) की समस्या है, तो ऐसी स्थिति में दूध का सेवन ना करें।
- हरी एवं ताजी सब्जियां जैसे हरे मटर (Pea), कद्दू (Pumpkin), आलू (Potato), शकरकंद (Sweet potato), चुकंदर (Beetroot) एवं गाजर को अपने डायट में शामिल कर सकते हैं।
- फलों में केला (Banana), सेब (Apple) एवं फलों के जूस (Juice) का सेवन किया जा सकता है।
- रिफाइंड आटे से तैयार की गई ब्रेड (Bread) एवं मफीन्स (Muffins) का सेवन कर सकते हैं।
- अनाज विकल्पों में नियमित एवं संतुलित मात्रा में चावल (Rice) को शामिल किया जा सकता है।
- अगर आप मछली (Fish) खाने के शौकीन हैं, तो आप ग्रील, बेक एवं स्टीम की हुई मछलियों का सेवन कर सकते हैं।
- ब्लांड डायट में अंडे (Egg) को शामिल किया जा सकता है।
इन खाद्य पदार्थों को ब्लांड डायट (Bland Diet) में शामिल किया जा सकता है।
नोट: अगर आपको ब्लांड डायट (Bland Diet) में शामिल किये गए किसी भी खाद्य पदार्थ या पेय पदार्थों से एलर्जी (Allergy) है, तो ऐसी स्थिति में उनका सेवन ना करें।
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स्वस्थ्य शरीर के लिए हेल्दी फूड हैबिट्स को फॉलो करना बेहद जरूरी होता है। इसलिए नीचे दिए इस वीडियो लिंक पर क्लिक कर डायट स्पेशलिस्ट से समझें कब और क्या खाना शरीर के लिए लाभकारी होता है। क्योंकि हेल्दी फूड हैबिट्स के अंतर्गत इसे भी फॉलो करना जरूरी माना गया है।
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ब्लांड डायट में क्या शामिल ना करें? (Foods to avoid during Bland Diet)
ब्लांड डायट में निम्नलिखित खाद्य पदार्थ एवं पेय पदार्थों का सेवन ना करें। जैसे:
- सूखे मटर (Dry pea), प्याज (Onion), कॉर्न (Corn), गोभी (Flower), खीरा (Cucumber) एवं शिमला मिर्च (Capsicum) का सेवन ना करें।
- भूसी युक्त अनाज, साबुत अनाज, नट्स (Nuts) एवं सीड्स (Seeds) का सेवन ना करें।
- कम तेल-मसाले एवं अचार (Pickles) का सेवन ना करें।
- चाय (Tea), कॉफी (Coffee), सिट्रस फ्रूट (Citrus fruits) एवं एल्कोहॉल (Alcohol) का सेवन ना करें।
ब्लांड डायट फॉलो करने के दौरान इन खाद्य पदार्थों का सेवन ना करें। इसके अलावा अगर आपको किसी अन्य खाद्य पदार्थों या पेय पदार्थों से एलर्जी है, तो उनका भी सेवन ना करें।
वैसे व्यक्ति जिन्हें लगातार सीने में जलन की समस्या रहती है, उनलोगों को ब्लांड डायट (Bland Diet) का सेवन करना चाहिये। ब्लैंब्लांड डायट (Bland Diet) चावल और उबली हुई सब्जियों से बनाई जा सकती है। इसलिए अगर डायरिया जैसी स्थिति में पेट में मरोड़ या दर्द को दूर करने का रामबाण उपाय छिपा है ब्लांड डायट में। वहीं अल्सर की समस्या से पीड़ित लोगोने के लिए भी ब्लांड डायट बेहद लाभकारी माना गया है।
नोट: ब्लांड डायट तैयार करने के दौरान अत्यधिक तेल-मसाले का उपयोग ना करें। अत्यधिक तेल-मसाले की वजह से पेट की तकलीफ कम होने की बजाय बढ़ जाएगी।
ब्लांड डायट फॉलो करने के दौरान किन बातों का रखें ध्यान?
ब्लांड डायट फॉलो करने के दौरान यह ध्यान रखें कि ब्लांड डायट शॉर्ट पीरियड के लिए फॉलो करें। अगर शॉर्ट पीरियड में पेट से जुड़ी समस्या ठीक नहीं होती है, तो डॉक्टर से कंसल्ट करना आवश्यक है। ऐसे में पेट से जुड़ी समस्याओं को समझना बेहद जरूरी है।
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पेट की तकलीफ को कैसे समझें?
पेट की तकलीफों को समझने के लिए निम्नलिखित लक्षणों पर ध्यान दें या अगर निम्नलिखित लक्षण आप महसूस कर रहें हैं, तो इन्हें इग्नोर ना करें। जैसे:
- सीने में जलन (Heartburn) होना।
- सांस लेने में तकलीफ (Breathing problem) होना।
- खट्टा डकार (Sour belch) आना।
- पेट में जलन या दर्द (Pain) रहना।
- पेट फूलने (Bloating) की समस्या होना।
- कब्ज (Constipation) की समस्या होना।
इन तकलीफों के अलावा सिरदर्द (Headache) की भी समस्या हो सकती है।
अगर आप पेट की समस्या (Stomach problem) से पीड़ित हैं, तो डॉक्टर से कंसल्टेशन और उनके दिए गए सलाह का ठीक तरह से पालन करें। ऐसा करने से बीमारी को जल्द से जल्द कंट्रोल करने में मदद मिल सकती है। स्टमक प्रॉब्लम (Stomach problem) या ब्लांड डायट (Bland Diet) से जुड़े किसी तरह के सवाल का जवाब जानना चाहते हैं, तो आप हमें कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं। हैलो स्वास्थ्य के हेल्थ एक्सपर्ट आपके सवालों का जवाब देने की जल्द से जल्द कोशिश करेंगे।
हेल्दी रहने के लिए अच्छे खानपान के साथ-साथ एक्सरसाइज या योग को भी अपने दिनचर्या में शामिल करना चाहिए। इसलिए इस नीचे दिए गए वीडियो लिंक पर क्लिक कर योगा एक्सपर्ट से जानिए कौन-कौन से योगासन नियमित किये जाने चाहिए और कैसे।
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