स्वस्थ और फिट रहने के लिए आजकल हम हर तरीका अपनाते हैं जैसे जिम जाना, अपने खाने पीने का ध्यान रखना, योगा आदि। अपनी डाइट को लेकर भी लोग बहुत अधिक जागरूक रहते हैं। यही नहीं, लोग अपने वजन को संतुलित करने और फिट रहने के लिए कई तरह की डायटस अपनाते हैं जैसे कीटो डायट, इंटरमीडिएट फास्टिंग, लो कार्ब डायट आदि। पिछले कुछ समय में लो कार्ब डायट दुनिया भर के लाखों लोगों के लिए एक अच्छी और प्रसिद्ध डायट बन गई है। इसी तरह से कीटो डायट भी वजन कम करने के लिए प्रभावी मानी गई है। इन्हीं में से एक है लो कार्ब्स एंड हाई प्रोटीन डायट (LCHP) जिसमें कार्बोहाइड्रेट कम और प्रोटीन अधिक मात्रा में ली जाती है। आज हम कीटो डायट और LCHP डायट (Keto Diet and LCHP Diet) के बारे में बात करने वाले हैं।
पाएं जानकारी इन डायटस के बारे में और जाने क्या इन्हें कंबाइन किया जा सकता है और फूड कॉम्बिनेशन से जुड़े कुछ नियमों के बारे में।
LCHP डायट क्या है?
कीटो डायट और LCHP डायट (Keto Diet and LCHP Diet) के बीच में अंतर से पहले इन दोनों के बारे में जानना जरूरी है। LCHP(लो कार्ब्स एंड हाई प्रोटीन डायट) ऐसी डायट है जिसमें कार्बोहाइड्रेट को कम मात्रा में लिए जाता है जबकि प्रोटीन की मात्रा अधिक होती है। ऐसी डायट वजन को कम करने में फायदेमंद हो सकती है। ऐसी डायट में कैलोरी प्रोटीन, वसा ,कार्बोहाइड्रेट से मिलती है और इसमें प्रोटीन से भरपूर आहार लेने की सलाह दी जाती है। यह डायट खाने का एक ऐसा तरीका है जिसमें अनाज, चीनी-मीठा पेय और रोटी आदि से मिलने वाली कार्बोहाइड्रेट को प्रतिबंधित रखा जाता है। एक अध्ययन के अनुसार इस तरह की डायट में 10–30% कैलोरीज कार्बोहाइड्रेट से ली जाती है और इस डायट में 30% to 50% कुल कैलोरी प्रोटीन से लेने की सलाह दी जाती है।
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जब आप LCHP डायट को फॉलो करते हैं तो इसमें कार्ब्स की जगह प्रोटीन, हेल्दी फैट और सब्जियों को शामिल किया जाता है। इसके अलावा, कार्ब्स को प्रतिबंधित करके आप अपने आहार में से कई उच्च कैलोरी खाद्य पदार्थों को हटा सकते हैं। ये सभी कारक आपकी पूरी कैलोरी सेवन को कम करने और वजन घटाने को बढ़ावा देने के लिए एक साथ काम कर सकते हैं।
कीटो डायट और LCHP डायट (Keto Diet and LCHP Diet): LCHP डायट के लाभ
कीटो डाइट और LCHP डाइट के बारे में अन्य जानकारी से पहले आप LCHP डायट के लाभ क्या हैं, यह जान लें:
- LCHP डाइट वजन घटाने में मददगार है।
- इस डायट में कई प्रोसेस्ड उच्च कार्ब खाद्य पदार्थों को लेने के लिए मना किया जाता है। जिससे आप प्रोसेस्ड खाने के नुकसानों से बच सकते हैं।
- कीटो की तुलना में LCHP डाइट में प्रतिबंध कम होते हैं और इसे पालन करना आसान है।
कीटो डायट और LCHP डायट (Keto Diet and LCHP Diet) : LCHP डायट के नुकसान
- इस डायट को फॉलो करने के बाद आप कमजोर महसूस कर सकते हैं या कब्ज का अनुभव कर सकते हैं।
- अगर आपको किडनी संबंधी समस्या है तो अधिक प्रोटीन का सेवन करना आपके लिए हानिकारक हो सकता है।
- जब आप हाई प्रोटीन डायट पर होते हैं, तो आप सामान्य से अधिक कैल्शियम पेशाब के माध्यम से बाहर निकाल सकते हैं। कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि इससे ऑस्टियोपोरोसिस और गुर्दे की पथरी की संभावना बढ़ सकती है।
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कीटो डायट
कीटो डायट एक ऐसी डायट है, जिसमें वसा की मात्रा अधिक और कार्बोहाइड्रेट की मात्रा बहुत कम रखी जाती है। इसमें कार्बोहाइड्रेट की मात्रा को पूरे दिन में केवल 20 से 50 ग्राम तक ही लिया जाता है। जिससे आपके शरीर को मुख्य ऊर्जा का स्रोत ग्लूकोज के बजाय वसा होती है। इसमें मेटाबोलिक प्रोसेस कीटोसिस के रूप में जानी जाती है। जिसमें आपके शरीर कीटोन्स नामक पदार्थ बनाने के लिए वसा को तोड़ता है। जो एक वैकल्पिक ईंधन स्रोत के रूप में काम करता है।
इस डायट के वजन कम करने के साथ ही अन्य कई लाभ भी हैं। कीटो डायट का उपयोग लगभग एक सदी से मिर्गी के इलाज के लिए भी किया जाता है और यह अन्य न्यूरोलॉजिकल विकारों के लिए भी अच्छी मानी गई है। उदाहरण के लिए, कीटो डायट अल्जाइमर रोग वाले लोगों में मानसिक लक्षणों में सुधार कर सकती है। यह ब्लड शुगर को कम कर सकती है। यही नहीं, यह डायट हृदय रोग के जोखिम कारकों को भी कम करने में मददगार है। यही कारण है कि आजकल वजन को कम करने के लिए यह डायट बेहद लोकप्रिय होती जा रही है।
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कीटो डायट और LCHP डायट (Keto Diet and LCHP Diet) : कीटो डायट के लाभ
- मिर्गी के रोग में लाभदायक सिद्ध हो सकती है।
- कीटो डायट से इंसुलिन संवेदनशीलता में सुधार हो सकता है।
- इस डायट से भूख को कम कर सकते हैं।
- कीटो डायट से कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड के स्तर में सुधार कर सकते हैं।
कीटो डायट के नुकसान
- फाइबर की मात्रा कम होने के कारण कब्ज होना आम है।
- कीटो फ्लू का जोखिम बढ़ सकता है, जिसमें सिरदर्द, थकान, मस्तिष्क कोहरे, चिड़चिड़ापन आदि हो सकता है।
- फलों का सेवन सीमित करता है।
- लंबे समय तक रहना मुश्किल हो सकता है।
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कीटो डायट और LCHP डायट (Keto Diet and LCHP Diet)
कीटो डायट में, आप केवल कार्ब्स को ही कम नहीं कर रहे हैं, बल्कि आप कार्ब्स को तब तक सीमित कर रहे हैं जब तक कि आपका शरीर सपोर्टेड कीटोन निर्माण की सीमा तक न पहुंच जाएं। यह ऐसा कुछ है जो आप अन्य डायटस के साथ नहीं कर सकते हैं। सबसे महत्वपूर्ण बात, कीटोजेनिक आहार आपके कार्ब सेवन को कम करने के बारे में नहीं है। यह कार्ब्स, प्रोटीन और वसा के अनुपात के बारे में अधिक है। कीटो डायट में, आपको न केवल कार्ब्स की संख्या पर विचार करना चाहिए, बल्कि अपने प्रोटीन और वसा के सेवन पर भी ध्यान देना चाहिए। एक कीटो डायट आपके शुद्ध कार्ब सेवन को प्रति दिन 20-30 ग्राम तक सीमित करता है। इस डायट में 35 ग्राम से कम की कार्ब्स को सीमित किया जाता ताकि आमतौर पर कीटोसिस तक पहुंचें और उसे जारी रखें।
जबकि LCHP डायट में आप कार्ब्स की मात्रा को कम रखते हैं लेकिन इसमें प्रोटीन की मात्रा को बढ़ा दिया जाता है। कई एक्सपर्ट इस डायट प्लान की सलाह नहीं देते क्योंकि उनके अनुसार अधिक मात्रा में प्रोटीन का सेवन करना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। उनका कहना है कि अगर कोई व्यक्ति यह डायट प्लान फॉलो करता है। तो उसे अपनी डायट के साथ अपने लाइफस्टाइल में भी बदलाव लाना चाहिए। इसे या किसी भी डाइट को शुरू करने से पहले, अपने चिकित्सक से बात करना सुनिश्चित करें कि क्या वो आपके लिए सही है या नहीं। अब आप कीटो डायट और LCHP डायट (Keto Diet and LCHP Diet) के बीच में अंतर जान चुके होंगे। अब जानिए कि क्या कीटो डायट और LCHP डायट को कंबाइन कर के लिए जा सकता है?
क्या कीटो डायट और LCHP डायट (Keto Diet and LCHP Diet) को कंबाइन किया जा सकता है?
कीटो डायट में LCHP डायट की तुलना में फैट अधिक मात्रा में लिया जाता है जबकि LCHP डायट में प्रोटीन अधिक होता है। अगर आप कीटो डायट और LCHP डायट (Keto Diet and LCHP Diet) को कंबाइन करके लेना चाहते हैं। तो अपने डॉक्टर और नूट्रिशनिस्ट से अवश्य बात कर लें। कीटो डायट और LCHP डायट (Keto Diet and LCHP Diet) को कंबाइन करके लेने से पहले फूड कॉम्बिनेशन डायट के नियमों के बारे में जान लें कि आपको इसके क्या और कैसे खाना चाहिए।
प्रोटीन
रोटी, चावल या अनाज जैसे स्टार्च युक्त खाद्य पदार्थों के साथ कभी भी प्रोटीन (अंडे, मांस, पनीर और समुद्री भोजन सहित) न खाएं।
कीटो डायट और LCHP डायट (Keto Diet and LCHP Diet): अनाज और स्टार्च वाली सब्जियां
स्टार्च युक्त सब्जियों और अन्य कार्ब या भारी खाद्य पदार्थ (जैसे अनाज और ब्रेड) का बिना पकाई हुई स्टार्च वाली सब्जियों (जैसे कि केवल पत्तेदार साग) के साथ सेवन किया जा सकता है।
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फल
जितना संभव हो मीठे फलों से बचें। इसकी जगह खट्टा या कम चीनी वाला फल चुनें। नट, बीज, और सूखे फल केवल कच्ची सब्जियों के साथ खाएं।
चीनी
रिफाइंड चीनी और उन उत्पादों के सेवन से बचें जिनमें रिफाइंड चीनी शामिल है। सामान्य तौर पर, प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों के सेवन से बचें, क्योंकि इनमें शर्करा और वसा होते हैं।
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न्यूट्रल फूड्स
डार्क चॉकलेट, बादाम का दूध, अंडे की जर्दी, क्रीम, नारियल पानी, नींबू, मक्खन और तेल सहित कुछ खाद्य पदार्थों को “न्यूट्रल” माना जाता है और इन्हें किसी भी खाद्य पदार्थ के साथ मिलाकर खाया जा सकता है।
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अगर आप कीटो डायट और LCHP डायट (Keto Diet and LCHP Diet) या इन दोनों को कंबाइन करके लेने के बारे में सोच रहे हैं। तो अपने डॉक्टर या नूट्रिशनिस्ट से सम्पर्क करें। ताकि, स्वास्थ्य, मेडिकल कंडीशंस आदि को ध्यान में रखते हुए वो यह निर्धारित कर सके कि आपके लिए यह डायट लेना सही है या नहीं।। वे आपकी इस बात को सुनिश्चित करने में भी मदद कर सकते हैं कि आपको इससे पर्याप्त फल और सब्जियां और अन्य पोषक तत्व मिल रहे हैं या नहीं।
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