एक रिसर्च के मुताबिक पिछले 40 वर्षों में औसत पुरुषों के शुक्राणुओं की संख्या में लगातार गिरावट हुई है। यह तथ्य पुरुषों के लिए चिंता का कारण है। हालांकि, अधिकतर पुरुष इस तरफ ध्यान नहीं देते। वे सोच ही नहीं पाते कि स्पर्म काउंट किन कारणों से प्रभावित होता है? शायद आप नहीं जानते होंगे कि पोषण शुक्राणु को प्रभावित करता है। शोधकर्ताओं का ये भी कहना है कि शुक्राणु की संख्या में कमी की एक वजह लगातार मोबाइल और लैपटॉप का उपयोग भी है। उनके मुताबिक जेब में सेल फोन से उत्पन्न होने वाले रेडिएशन से भी फर्टिलिटी पर असर पड़ता है। कुछ ऐसे फूड्स हैं जो स्पर्म काउंट को बढ़ा सकते हैं। इन्हें स्पर्म काउंट फूड्स कह सकते हैं। इनके अलावा कुछ फूड्स ऐसे भी हैं जो स्पर्म काउंट के लिए हानिकारक साबित हो सकते हैं। आइए जानते हैं दोनों के बारे में।
कौन से फूड्स की वजह से कम हो रहा है स्पर्म काउंट?
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बहुत अधिक मोटापे की वजह से भी यह हो सकता है। डॉ शांति रॉय (गायनेकोलॉजिस्ट) इस बाबत कहती हैं “यह समस्या दिनों-दिन बढ़ती जा रही है। कम स्पर्म काउंट का सीधा संबंध री-प्रोडक्शन और पुरुषों में इनफर्टिलिटी से होता है। स्पर्म काउंट घटने की कई वजहे हैं, जिनमें बढ़ती उम्र, तनाव, खान-पान और वातावरण जैसी कई चीजें शामिल हैं। हम जो खाते हैं, उसका हमारे स्वास्थ्य पर कई तरह के नेगेटिव इफेक्ट भी पड़ता है। कुछ खाद्य पदार्थों का सेवन शुक्राणु को बहुत नुकसान पहुंचाता है। ऐसे भी फूड्स हैं जो शुक्राणु की गुणवत्ता में सुधार कर सकते हैं। स्पर्म काउंट फूड्स पर डॉ रॉय से हमने चर्चा की, जिसके आधार पर हमने उन फूड्स के बारे में जानकारी इकट्ठा की जो स्पर्म काउंट को कम करने के जिम्मेदार हो सकते हैं।
मेल इनफर्टिलिटी और कम स्पर्म काउंट की मुख्य वजह सही खान-पान का अभाव है। इसलिए हेल्दी डायट लें और सही रूटीन फॉलो करें। तला-भुना हुआ या मसालेदार खाने कम-से-कम सेवन करें।
स्पर्म काउंट फूड्स: पांच प्रकार के आहार जो लो स्पर्म काउंट करने के लिए जिम्मेदार हैं
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1. प्रोसेस्ड मीट
प्रोसेस्ड मीट में हॉट डॉग, सालमी, बीफ जर्की, बेकन आदि आते हैं। यह आपको बहुत अच्छा लगता होगा। बेकन की तो बात ही क्या, यह तो किसी भी खाने को टेस्टी बना दे। डॉक्टर्स भी कई स्वास्थ्य समस्याओं में इनका सेवन करने को कहते हैं लेकिन स्पर्म काउंट को लेकर हुए शोध में कहा जाता रहा है कि इन आहारों में बहुत अधिक गर्मी होती है। जो पुरुषों के स्पर्म को नुकसान पहुंचा सकती है। यह स्पर्म के मोबिलिटी को भी पहुंचा सकते हैं। हालांकि यह किस तरह स्पर्म काउंट को क्षति पहुंचाती है इस पर अध्ययन लगातार जारी है, लेकिन स्पर्म काउंट फूड्स के रूप में इसके प्रभाव पॉजिटिव नहीं होंगे।
2. ट्रांस फैट वाले फूड्स
आप जो भी खाते हैं उससे शरीर की सारी गतिविधियां निर्धारित होती हैं। अगर आपके आहार में वसा की मात्रा ज्यादा है तो स्पर्म काउंट में निश्चित तौर पर कमी होगी। अमेरिका के एक फर्टिलिटी सेंटर में 99 पुरुषों पर स्टडी की गई है। इस स्टडी में पता चला कि जो लोग जंक फूड का अधिक सेवन करते हैं, उनके शुक्राणु की गुणवत्ता बाकियों की तुलना में काफी कमजोर पायी गई। उनका स्पर्म काउंट्स भी काफी कम पाया गए।
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3. सोया के उत्पाद
सोया उत्पादों में फाइटोएस्ट्रोजेन-एस्ट्रोजेन जैसे यौगिक होते हैं जो पौधों से आते हैं। बोस्टन के एक फर्टिलिटी सेंटर में पुरुषों के साथ किए गए एक अध्ययन ने निष्कर्ष निकाला है कि सोया के अत्यधिक सेवन से स्पर्म काउंट में कमी हो सकती है।
4. पेस्टीसाइड और बिसफेनॉल ए (Bisphenol A)
पेस्टीसाइड और बिस्फेनॉल-ए को इस लिस्ट में शामिल करना डरावना है क्योंकि यह आहार नहीं है लेकिन, हम जो भी खाते हैं उन सबसे ये दोनों नाम संबंध रखते हैं। कीटनाशक हर जगह हैं, चाहे हम सब्जी खरीदें या मार्केट से फल लें। इन सभी पर कीटनाशकों का इस्तेमाल किया जाता है। पानी में भी इनके इस्तेमाल से मछली तथा अन्य जल जीव प्रभावित होते हैं।
बिस्फेनॉल-ए अधिकांश फूड पैकेजिंग और उनके डिब्बे पर पाए जाते हैं। यह हमारे द्वारा खाए जाने वाले खाद्य पदार्थों में प्रवेश करता है। कीटनाशकों के भीतर BPA और रसायन दोनों ही एक्सिनोएस्ट्रोजेन रसायन के रूप में कार्य करते हैं। सोया में फाइटोएस्ट्रोजेन के प्रभावों की तरह, एक्सिनोएस्ट्रोजेन स्पर्म काउंट को गिरा सकता है।
5. उच्च वसा वाले डेयरी उत्पाद
रोचेस्टर यंग मेन्स स्टडी में 18-22 साल की उम्र के बीच के 189 पुरुषों के स्पर्म और स्पर्म काउंट फूड्स पर अध्ययन किया गया। जिसके विश्लेषण से पता चला है कि उच्च वसा वाले डेयरी उत्पाद (दूध, दही, क्रीम, बटर और पनीर) शुक्राणु की मोबिलिटी में कमी का एक कारण हैं।
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स्पर्म काउंट फूड्स जो शुक्राणु को स्वस्थ रखने में मदद कर सकते हैं
1. मछली
स्पर्म को हेल्दी रखने में मछली में पाए जाने वाले ओमेगा-3 एसिड की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। शोध में भाग लेने वाले वैज्ञानिकों ने इसे स्पर्म काउंट फूड्स के रूप में सराहा है। साथ-ही-साथ इसे प्रोसेस्ड मीट के अच्छे विकल्पों में एक माना है।
2. हेल्दी फल और सब्जी
फर्टिलिटी क्लिनिक में शुक्राणु का विश्लेषण करने वाले 250 पुरुषों के अध्ययन से पता चला है कि जो पुरुष अधिक मात्रा में फल और सब्जियां खाते हैं, उनमें शुक्राणु की सांद्रता अधिक होती है। यह आश्चर्य की बात नहीं है क्योंकि पौधे-आधारित पूरे खाद्य पदार्थ एंटी-ऑक्सीडेंट जैसे सह-एंजाइम Q10, विटामिन सी और लाइकोपीन में उच्च हैं। इन सूक्ष्म पोषक तत्वों को उच्च स्पर्म काउंट से जोड़ा गया है। कई अध्ययनों से पता चला है कि सह-एंजाइम क्यू की खुराक से शुक्राणु स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है, लेकिन हमें इसकी सिफारिश करने के लिए अध्ययन की आवश्यकता है।
3. अखरोट
2012 में हुए एक शोध में शोधकर्ताओं ने 21 से 35 वर्ष की उम्र के 117 पुरुषों को 12 सप्ताह के लिए लगभग अखरोट खाने को कहा गया। शोधकर्ताओं ने शोध से पहले और बाद में शुक्राणु काउंट का विश्लेषण किया। इसमें पाया गया कि 117 पुरुषों में से जिन्होंने अखरोट का सेवन किया था, उनके शुक्राणु में महत्वपूर्ण सुधार हुआ।
अधिकतर पुरुष नहीं सोचते कि स्पर्म काउंट किन कारणों से प्रभावित होता है? बढ़ती उम्र, तनाव, खान-पान और वातावरण जैसी कई चीजें शामिल हैं। जिनका असर स्पर्म पर पड़ता है। साथ ही हम जो खाते हैं, अच्छा या बुरा उसका हमारे स्वास्थ्य पर असर पड़ता है। इसलिए ऊपर बताए गए फूड्स जो स्पर्म काउंट को कम करते हैं उन्हें अवॉयड करें और स्पर्म काउंट बढ़ाने वाले फूड्स का इस्तेमाल करें।
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