सही निदान बहुत जरूरी है। कई बार गलत निदान से परेशानी बढ़ सकती है, क्योंकि यदि ड्रग एलर्जी नहीं होने पर भी परीक्षण में एलर्जी की बात आती है तो मरीज को गलत दवा दी जा सकती है। जो उसकी सेहत और बजट दोनों पर भारी पड़ेगी। दवा से एलर्जी के निदान के लिए डॉक्टर आपसे कुछ सवाल करेगा और शारीरिक परीक्षण करेगा। लक्षणों की शुरुआत से लेकर, आपने दवा कब ली और कब आपके लक्षणों में सुधार होता है या ये कब और खराब हो जाते हैं आदि के बारे में सही जानकारी दें, इससे डॉक्टर को निदान में मदद मिलेगी। यदि डॉक्टर को दवा से एलर्जी का संदेह होता है तो आगे के टेस्ट के लिए वह आपको एलर्जी स्पेशलिस्ट (allergy specialist) के पास भेज सकता है, जो निम्न टेस्ट की सलाह दे सकता है।
स्किन टेस्ट (Skin tests)- इस टेस्ट के लिए नर्स या डॉक्टर उस ड्रग की थोड़ी मात्रा त्वचा के जरिए शरीर के अंदर डालता है जिससे एलर्जी का संदेह होता है। स्किन के जरिए दवा अंदर डालने के लिए सुई से त्वचा को छेद किया दाता है, इंजेक्शन या पैच का भी इस्तेमाल किया जा सकता है। टेस्ट से पॉजिटिव रिएक्शन होने पर त्वचा लाल हो जाएगी, खुजली और गांठ जैसी सूजन होगी। पॉजिटिव रिजल्ट का मतलब है कि आपको ड्रग एलर्जी (Drug allergy) हो सकती है।
निगेटिव रिजल्ट के बारे में स्पष्ट रूप से यह नहीं कहा जा सकता कि दवा से एलर्जी नहीं है, क्योंकि कुछ दवाओं के मामले में निगेटिव रिजल्ट का मतलब है कि आपको उस दवा से एलर्जी नहीं है। लेकिन कुछ ऐसी भी दवाएं है जिसके बारे में ऐसा नहीं कहा जा सकता, क्योंकि वह एलर्जी का कारण हो सकती हैं।
ब्लड टेस्ट (Blood tests)- इसके जरिए डॉक्टर यह पता लगाने की कोशिश करता है कि ड्रग एलर्जी के लक्षण क्यों उभर रहे हैं।
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ड्रग एलर्जी का उपचार (Drug allergy treatment)
ड्रग एलर्जी का उपचार कैसे किया जाता है यह इस बात पर निर्भर करता है कि एलर्जी कितनी गंभीर है। यदि आपको दवा से गंभीर एलर्जी है तो उस दवा का इस्तेमाल पूरी तरह से बंद कर दें। इसके अलावा डॉक्टर आपको उसकी जगह कोई अन्य वैकल्पिक दवा भी दे सकता है। जैसे ही दवा से एलर्जिक रिएक्शन हो उसका सेवन तुरंत बंद कर दें और इस बारे में डॉक्टर को बताएं, क्योंकि यदि आप ऐसी दवा का लंबे समय तक सेवन करते हैं तो गंभीर ड्रग रिएक्शन हो सकता है। यदि आपको किसी दवा से थोड़ी एलर्जी है, तो डॉक्टर उसके लिए निम्न दवाएं दे सकता है जो इम्यून सिस्टम की प्रतिक्रिया को रोकने में मदद करता है-
एंटीहिस्टामाइन (Antihistamine)-जब आपका शरीर किसी बाहरी पदार्थ या एलर्जेन को हानिकारक समझकर प्रतिक्रियास्वरूप हिस्टामाइन (histamine) नामक केमिकल बनाने लगता है, जिसकी वजह से शरीर में सूजन, खुजली और अन्य तरह की स्किन एलर्जी हो सकती है। अधिक हिस्टामाइन को बनने से रोकने के लिए एंटीहिस्टामाइन (Antihistamine) दवा दी जाती है। ओवर द काउंटर मेडिसिन टैबलेट, आई ड्रॉप और नेजल स्प्रे के रूप में उपलब्ध है।
कॉर्टिकोस्टेरॉइड (Corticosteroid)- ड्रग एलर्जी होने पर आपकी सांस की नली में सूजन हो सकती है और दूसरे लक्षण भी हो सकते हैं। ऐसे में कॉर्टिकोस्टेरॉइड दवा सूजन कम करने में मदद करती है। यह दवा भी टैबलेट, आई ड्रॉप और नेजल स्प्रे के रूप में उपलब्ध है। इसके अलावा यह पाउडर और लिक्विड फॉर्म में भी मिलती है।
ब्रोंकोडायलेटर (Bronchodilators)- यदि ड्रग एलर्जी की वजह से आपको खांसी या घरघराहट की समस्या है तो डॉक्टर आपको ब्रोंकोडायलेटर (Bronchodilators) देगा। यह दवा आपके श्वसन मार्ग को खोलकर सांस लेने में मदद करता है। यद दवा पाउडर और लिक्विड के रूप में मिलती है जिसका इस्तेमाल नेब्यूलाइजर (Nebulizer) और इनहेलर (inhaler) के रूप में किया जाता है
एपिनेफ्रीन- ड्रग एलर्जी कि वजह से एनाफलेक्सिस होने पर मरीज को तुरंत अस्पताल में भर्ती कराना होता है और उसे एपिनेफ्रीन इंजेक्शन के रूप में दिया जाता है। जिससे मरीज का ब्लड प्रेशर ठीक रहता है और सांस संबंधी परेशानी नहीं होती।
ड्रग एलर्जी (Drug allergy) हमेशा गंभीर नहीं होती। अधिकांश मामलों में यह सामान्य होती है और इससे ज्यादा खतरा नहीं होता है, लेकिन किसी व्यक्ति को किसी खास दवा से गंभीर एलर्जिक रिएक्शन हो सकता है। ऐसे में तुरंत डॉक्टर के पास जाने की जरूरत है। हर दवा के प्रति सभी का शरीर एक सी प्रतिक्रिया नहीं देता, इसलिए जरूरी नहीं कि आपको जिस दवा से एलर्जी है परिवार में भी किसी को उससे एलर्जी हो। ऐसे में मामूली लक्षण दिखने पर भी डॉक्टर से परामर्श करना आवश्यक है ताकि आगे परेशानी न बढ़ें।