मल में खून- गैस्ट्रिक कैंसर के गंभीर लक्षणों में मल में खून आना भी शामिल है। अगर, आपको भी मल में कई दिनों से खून आ रहा है, तो डॉक्टर से मिलें।
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अन्य गंभीर लक्षण-
गैस्ट्रिक कैंसर के डायग्नोज के लिए टेस्ट्स
गैस्ट्रिक कैंसर को डायग्नोज करने के लिए आपका डॉक्टर निम्नलिखित टेस्ट्स कर सकता है। जैसे-
सीटी स्कैन– सीटी स्कैन की मदद से आपके शरीर या पेट के अंदर की डिटेल पिक्चर ली जा सकती है, जिससे कैंसरक से ग्रसित कोशिकाओं के बारे में जाना जा सकता है।
ब्लड टेस्ट- शरीर में कैंसर के संकेत देखने के लिए ब्लड टेस्ट करवाए जा सकते हैं।
अपर एंडोस्कोपी- इस टेस्ट में डॉक्टर एक लचीली तार उसके सिरे में कैमरे के साथ आपके पेट में डालकर जांच करता है।
अपर जीआई सीरीज टेस्ट- इस टेस्ट में एक पेय पदार्थ पिलाया जाता है, जिसके बाद पेट का एक्स-रे साफ आता है।
बायोप्सी- इस टेस्ट में डॉक्टर आपके पेट के टिश्यू का एक छोटा सा टुकड़ा लेकर माइक्रोस्कोप के नीचे उसमें कैंसर की जांच कर सकता है।
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गैस्ट्रिक कैंसर का इलाज कैसे होता है?
गैस्ट्रिक कैंसर का इलाज आपकी बीमारी की स्टेज पर निर्भर करता है। गैस्ट्रिक कैंसर की स्टेज आपके शरीर में कैंसर के फैलने के स्तर पर निर्भर करती है। आइए, गैस्ट्रिक कैंसर के इलाज के बारे में जानते हैं।
स्टेज 0- गैस्ट्रिक कैंसर की इस स्टेज के इलाज के लिए डॉक्टर आपके पेट की इनर लाइनिंग के आसपास कैंसर के ग्रसित हो चुकी सेल्स के हिस्से या उसे पूरी तरह हटा सकता है। सर्जरी की मदद से आमतौर पर इसे ठीक किया जा सकता है।
स्टेज 1- गैस्ट्रिक कैंसर की इस स्टेज में आपके पेट के अंदर ट्यूमर बनने लगता है। यह आपके लिम्फ नोड्स में फैल सकता है। कीमोथेरेपी या कीमोरैडिशन की मदद से इस स्टेज के मरीजों का इलाज किया जा सकता है।
स्टेज 2- इस स्टेज में कैंसर पेट की गहरी लेयर और लिम्फ नोड्स में फैल जाता है। इसमें पेट के आस—पास के भागों को सावधानी से हटाने के लिए सर्जरी की जरूरत होती है। इस दौरान कीमोथेरेपी की मदद भी ली जाती है।
स्टेज 3- गैस्ट्रिक कैंसर की तीसरी स्टेज में कैंसर पेट की सारी लेयर्स तक फैल जाता है। कैंसर छोटा हो सकता है, लेकिन इसमें भी कीमो या कीमोरैडिशन के साथ-साथ आपके पूरे पेट की सर्जरी की जाती है।
स्टेज 4- यह स्टेज गैस्ट्रिक कैंसर की अंतिम स्टेज होती है। इस अंतिम स्टेज में फेफड़े या मस्तिष्क जैसे अंगों तक कैंसर फैल सकता है। इसका इलाज करना बहुत कठिन होता है। डॉक्टर इस स्टेज के दौरान आपके लक्षणों को कम करने की कोशिश कर सकता है।
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गैस्ट्रिक कैंसर की स्टेज के बारे में क्या बातें ध्यान होनी चाहिए?
गैस्ट्रिक कैंसर हो या कोई अन्य कैंसर, लेकिन उसकी स्टेज के बारे में आपको इन बातों के बारे में पता होना चाहिए। जैसे-
- आपके गैस्ट्रिक कैंसर की स्टेज पर आपका ट्रीटमेंट निर्भर करता है।
- आपके गैस्ट्रिक कैंसर की स्टेज ही आपके सही होने की संभावना का अनुमान लगाने में मदद करती है।
- आपकी कैंसर की स्टेज के मुताबिक ही संभावनाओं और ट्रीटमेंट पर विचार किया जाता है।
- आपकी कैंसर स्टेज की मदद से ही आपके लिए उचित क्लिनिकल ट्रायल का विकल्प खोजा जाता है।
- जानकारी मिलते रहने के साथ कैंसर की स्टेज से जुड़े मापदंड बदल सकते हैं।
ग्रैस्ट्रिक कैंसर से बचाव कैसे किया जा सकता है?
गैस्ट्रिक कैंसर या किसी भी अन्य प्रकार के कैंसर से बचाव के लिए इन टिप्स की मदद ली जा सकती है। जैसे-
पेट का संक्रमण- आपको अगर एच. पाइलोरी इंफेक्शन है, तो आपको तुरंत इसका ट्रीटमेंट करवाना चाहिए। एंटीबॉयोटिक्स बैक्टीरिया को मारने में मदद कर सकते हैं और सूजन को कम किया जा सकता है। ताकि, कैंसर की संभावना कम की जा सके।
स्मोकिंग न करें- अगर आप तम्बाकू का सेवन या स्मोकिंग करते हो तो आपको कैंसर होने की आशंका हो सकती है। इसलिए, स्मोकिंग या तम्बाकू के सेवन को बिल्कुल बंद करें।
स्वस्थ आहार- रोजाना ताजे फल और हरी सब्जियों का सेवन करना लाभदायक होता है। इनके सेवन से शरीर को जरूरी विटामिन और मिनरल मिलते हैं। जो कि शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करते हैं और किसी भी तरह के इंफेक्शन से लड़ने की ताकत प्रदान करते हैं।
दवाओं का सेवन- आपके द्वारा ली जा रही कुछ दवाएं आपके पेट पर बुरा असर डाल सकती हैं। इस लिए अगर आपको किसी दवा के सेवन से पेट में दर्द या असुविधा हो रही है, तो अपने डॉक्टर से बात करें।