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Nootropics : नूट्रोपिक्स, ये दवाएं आपके दिमाग को बना सकती हैं 'एवेंजर्स'!

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड Dr. Shruthi Shridhar


Ankita mishra द्वारा लिखित · अपडेटेड 01/04/2021

    Nootropics : नूट्रोपिक्स, ये दवाएं आपके दिमाग को बना सकती हैं 'एवेंजर्स'!

    अगर आप हॉलीवुड की फिल्मों के दीवाने हैं तो साल 2011 में आई फिल्म ‘लिमटलेस’ आपको जरूर याद होगी। यह वही फिल्म है, जिसमें एक्टर ब्रैडली कूपर ‘NZT-48’ के नाम की एक दवा खाते ही, सुपर हीरो की तरह काम करने लगते थे। फिल्म में यह दवा एक ‘स्मार्ट ड्रग (smart drug)’ के तौर पर दिखाई गई थी, जो मात्र एक कल्पना थी। लेकिन, अब ऐसा लग रहा है कि जैसे कल्पना की दुनिया का वह स्मार्ट ड्रग सच हो सकता है। हालांकि, स्मार्ट ड्रग्स के तौर पर अभी नूट्रोपिक्स (Nootropics) दवाओं का सेवन किया जाता है। यह वही दवाइयां हैं, जिनका इस्तेमाल आमतौर पर हम और आप याद्दाश्त बढ़ाने, कुछ रचनात्मक कार्य करने के लिए करते हैं।

    कौन करता है इनका सेवन?

    नूट्रोपिक्स (Nootropics) या कहें “स्मार्ट ड्रग्स’, पदार्थों का एक वर्ग है, जो दिमाग के सोचने और कार्य करने की क्षमता को बढ़ावा दे सकता है। आमतौर पर इस तरह की दवाओं का इस्तेमाल याद्दाश्त बढ़ाने या सुधारने के लिए इस्तेमाल किया जाता है या यूं कहे इन दवाओं के सेवन से कंसंट्रेशन पावर सुधरती है। इसके अलावा, इन दवाओं (नूट्रोपिक्स) के सेवन से किसी काम में ध्यान लगाया जा सकता है। साथ ही, यह कुछ चिकित्सक स्थितियों के लक्षण जैसे नार्कोलेप्सी या अल्जाइमर रोग (Alzheimer)  के उपचार में भी इस्तेमाल किया जा सकता है।

    इन स्मार्ट ड्रग्स की लिस्ट में कैफीन और क्रिएटिन को भी शामिल किया जा सकता है। यह किसी तरह की बीमारियों का इलाज तो नहीं करता है लेकिन, सोचने और चीजों को याद रखने में मददगार हो सकता है।

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    मार्केट में स्मार्ट ड्रग्स (नूट्रोपिक्स) की पहुंच

    साल 2017 में, इंटरनेशनल जर्नल ऑफ ड्रग पॉलिसी (International journal of drug policy) ने अपने किए गए अध्ययन में दावा किया था कि लगभग 30 फीसदी अमेरिकियों ने साल 2016 में स्मार्ट ड्रग्स (नूट्रोपिक्स) का इस्तेमाल किया था, जो साल 2015 से 20 फीसदी अधिक है। स्मार्ट ड्रग्स के तौर पर लोगों ने रिटेलिन (Retailin), मोडाफिनिल (Modafinil) और एडरॉल (Adderall) जैसी दवाओं का सेवन सबसे ज्यादा किया था।

    इसके अलावा, बिना डॉक्टर की सलाह के काउंटर से सीधे इस्तेमाल की जाने वाली कैफीन, एलथेआनिन और क्रिएटिन लोगों की पहली पसंद भी बताई गई है। वहीं, ग्रैंड व्यू रिसर्च की एक हालिया रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया है कि आने वाले 2025 तक नूट्रोपिक्स हर साल 10.7 बिलियन डॉलर की कमाई कर सकता है। यानी आने वाले अगले कुछ ही सालों में स्मार्ट ड्रग्स हर किसी जीवनशैली का हिस्सा बन सकता है।

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    जानिए एक्सपर्ट की राय

    हमदर्द इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस एंड रिसर्च (HIMSR), दिल्ली के एमबीबीएस डॉ. मयंक खंडेलवाल का कहना है “नूट्रोपिक्स (Nootropics) के कई प्रकार मौजूद हैं। इसकी अलग-अलग दवा का अलग-अलग प्रभाव देखा जा सकता है। उदाहरण के लिए, ऐसे बच्चे जिन्हें किसी एक काम में मन लगाने में परेशानी होती है, बहुत जल्दी चिड़चिड़े या गुस्सा हो जाते हैं, आमतौर पर उनमें यह अटेंशन डेफिसिट हाइपरएक्टिविटी डिसऑर्डर (Attention deficit hyperactivity disorder (ADHD) के लक्षण हो सकते हैं। जिसके इलाज के लिए डॉक्टर एम्फैटेमिन (Amphetamine) की सलाह दे सकते हैं।’

    “एम्फैटेमिन भी नूट्रोपिक्स का ही एक प्रकार होता है। यह बच्चे की मेमोरी बढ़ाने और काम में ध्यान लगाने में मददगार हो सकता है। हालांकि, नूट्रोपिक्स जैसे दवाओं का सेवन आमतौर पर खतरनाक हो सकता है क्योंकि, लोगों में इसकी लत बहुत जल्दी लग सकती है।’

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    स्मार्ट ड्रग्स (नूट्रोपिक्स) का इस्तेमाल कितना सुरक्षित है?

    अगर किसी भी पदार्थ का इस्तेमाल एक तय मात्रा से अधिक किया जाए तो यह स्वास्थ्य के लिए जोखिम भरा हो सकता है। इसकी तरह इस स्मार्ट ड्रग के जहां कुछ फायदे हैं, वही इसके (नूट्रोपिक्स) कुछ साइड इफेक्ट्स भी हैं। इनके इस्तेमाल से होने वाले कुछ साइड इफेक्ट्स इस प्रकार हैं :

    • हाई ब्लड प्रेशर (Hypertension)
    • दिल की धड़कन और तेज होना
    • नींद न आना या नींद के समय में परिवर्तन
    • देखने में परेशानी
    • इसकी अदात लगना 
    • यौन इच्छा में परिवर्तन

    स्मार्ट ड्रग्स (नूट्रोपिक्स) का इस्तेमाल किस तौर पर किया जा रहा है?

    नूट्रोपिक्स का इस्तेमाल न सिर्फ कुछ दवाओं, बल्कि कई तरह के ब्यूटी प्रॉडक्ट्स और अन्य उत्पादों में भी इसका इस्तेमाल किया जाता है। मार्केट में ऐसे कई बड़े ब्रांड हैं, जो इनका इस्तेमाल करते हैं।

    जिनमें सबसे ज्यादा इस्तेमाल इनका किया जाता हैः

    कैफीन (Caffeine)

    कैफीन, यानी आपकी चाय और कॉफी। इनका इस्तेमाल हम सिर्फ दिन की शुरुआत में ही नहीं, बल्कि सोने से पहले भी करते हैं। हालांकि, अगर इनका इस्तेमाल एक मध्यम मात्रा में किया जाए तो यह पूरी तरह से सुरक्षित है। जो महिलाएं गर्भवती हैं या प्रेग्नेंसी प्लानिंग कर रही हैं उन्हें कैफीन के सेवन को सीमित करने या उससे बचने की आवश्यकता हो सकती है। रिसर्चस में पाया गया है कि कैफीन की एक दिन में चार या इससे ज्यादा सर्विंग्स का सेवन गर्भावस्था के लिए रिस्क फैक्टर्स को बढ़ा देता है।

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    कैफीन के फायदे

    नियमित रूप से कॉफी या चाय पीने से मानसिक ध्यान बढ़ता है। फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (FDA) की सलाह के मुताबिक “एक दिन में 400 मिग्रा से अधिक कैफीन का सेवन नहीं करना चाहिए।’ साथ ही कैफीन का इस्तेमाल हमेशा लिक्विड के तौर पर ही करें, क्योंकि गोली के तौर पर इसका सेवन खतरनाक हो सकता है।

    एलथीएनिन

    यह एक एमिनो एसिड (amino acid) है, जो काले और हरे रंग की चाय में होती है। साल 2016 की एक अध्ययन में बताया गया है कि एलथीएनिन मस्तिष्क में अल्फा तरंगों को बढ़ा सकता है। अल्फा तरंगें दिमाग को सुकून देने और उसे सचेत करने में योगदान दे सकती हैं। हालांकि, एक दिन में 100 से 400 मिग्रा की मात्रा में ही इसका सेवन करना चाहिए।

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    ओमेगा-3 फैटी एसिड

    स्मार्ट ड्रग्स के तौर पर ओमेगा-3 फैटी एसिड सबसे प्रसिद्ध दवा है। ये पॉलीअनसेचुरेटेड वसायुक्त मछली और मछली के तेल से बने खुराकों में पाया जाता है। ओमेगा-3s न्यूरॉन्स सहित शरीर की कोशिकाओं के आसपास की झिल्लियों के निर्माण में मदद करता है। साल 2015 की रिपोर्ट के मुताबिक ओमेगा-3 फैटी एसिड (fatty acid) मस्तिष्क की उम्र बढ़ने से रोकता है। हालांकि, कुछ दवाओं के साथ इनका सेवन करना जोखिम भरा हो सकता है। इसलिए, अगर आप नूट्रोपिक्स का सेवन करते हैं, तो अपने डॉक्टर की देखरेख में ही इनका इस्तेमाल करें।

    जो लोग अपने संज्ञानात्मक कार्य (cognitive function) को बढ़ाना चाहते हैं, उनके लिए नूट्रोपिक्स सप्लिमेंट्स (Nootropics supplements) मददगार हो सकते हैं। लेकिन, नूट्रोपिक्स का इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें। साथ ही एक्सपर्ट्स मानते हैं कि मस्तिष्क के कार्य को बढ़ावा देने का सबसे अच्छा तरीका पर्याप्त नींद लेना, नियमित व्यायाम करना, स्वस्थ आहार खाना और तनाव न लेना है।

    डिस्क्लेमर

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