नियमित रूप से कॉफी या चाय पीने से मानसिक ध्यान बढ़ता है। फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (FDA) की सलाह के मुताबिक “एक दिन में 400 मिग्रा से अधिक कैफीन का सेवन नहीं करना चाहिए।’ साथ ही कैफीन का इस्तेमाल हमेशा लिक्विड के तौर पर ही करें, क्योंकि गोली के तौर पर इसका सेवन खतरनाक हो सकता है।
एलथीएनिन
यह एक एमिनो एसिड (amino acid) है, जो काले और हरे रंग की चाय में होती है। साल 2016 की एक अध्ययन में बताया गया है कि एलथीएनिन मस्तिष्क में अल्फा तरंगों को बढ़ा सकता है। अल्फा तरंगें दिमाग को सुकून देने और उसे सचेत करने में योगदान दे सकती हैं। हालांकि, एक दिन में 100 से 400 मिग्रा की मात्रा में ही इसका सेवन करना चाहिए।
और पढ़ें : नए पेरेंट्स के लिए क्यों जरुरी हैं माइंडफुलनेस एक्टिविटीज
ओमेगा-3 फैटी एसिड
स्मार्ट ड्रग्स के तौर पर ओमेगा-3 फैटी एसिड सबसे प्रसिद्ध दवा है। ये पॉलीअनसेचुरेटेड वसायुक्त मछली और मछली के तेल से बने खुराकों में पाया जाता है। ओमेगा-3s न्यूरॉन्स सहित शरीर की कोशिकाओं के आसपास की झिल्लियों के निर्माण में मदद करता है। साल 2015 की रिपोर्ट के मुताबिक ओमेगा-3 फैटी एसिड (fatty acid) मस्तिष्क की उम्र बढ़ने से रोकता है। हालांकि, कुछ दवाओं के साथ इनका सेवन करना जोखिम भरा हो सकता है। इसलिए, अगर आप नूट्रोपिक्स का सेवन करते हैं, तो अपने डॉक्टर की देखरेख में ही इनका इस्तेमाल करें।
जो लोग अपने संज्ञानात्मक कार्य (cognitive function) को बढ़ाना चाहते हैं, उनके लिए नूट्रोपिक्स सप्लिमेंट्स (Nootropics supplements) मददगार हो सकते हैं। लेकिन, नूट्रोपिक्स का इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें। साथ ही एक्सपर्ट्स मानते हैं कि मस्तिष्क के कार्य को बढ़ावा देने का सबसे अच्छा तरीका पर्याप्त नींद लेना, नियमित व्यायाम करना, स्वस्थ आहार खाना और तनाव न लेना है।