अगर आप हॉलीवुड की फिल्मों के दीवाने हैं तो साल 2011 में आई फिल्म ‘लिमटलेस’ आपको जरूर याद होगी। यह वही फिल्म है, जिसमें एक्टर ब्रैडली कूपर ‘NZT-48’ के नाम की एक दवा खाते ही, सुपर हीरो की तरह काम करने लगते थे। फिल्म में यह दवा एक ‘स्मार्ट ड्रग (smart drug)’ के तौर पर दिखाई गई थी, जो मात्र एक कल्पना थी। लेकिन, अब ऐसा लग रहा है कि जैसे कल्पना की दुनिया का वह स्मार्ट ड्रग सच हो सकता है। हालांकि, स्मार्ट ड्रग्स के तौर पर अभी नूट्रोपिक्स (Nootropics) दवाओं का सेवन किया जाता है। यह वही दवाइयां हैं, जिनका इस्तेमाल आमतौर पर हम और आप याद्दाश्त बढ़ाने, कुछ रचनात्मक कार्य करने के लिए करते हैं।