भारत में डायबिटीज मरीजों की संख्या 77 मिलियन है और यह आंकड़ा भारत विश्व के दूसरे पायदान पर है। सबसे ज्यादा डायबिटीज मरीजों की संख्या चीन में रजिस्टर की गई है। ये रिसर्च और ये आंकड़े साल 2019 में इंटरनैश्नल डायबिटीज फेडरेशन (International Diabetes Federation) द्वारा जारी किये गए थें। डायबिटीज यानी इम्बैलेंस हुए ब्लड शुगर लेवल को बैलेंस में रखने के लिए लगातार रिसर्च भी किये जा रहें हैं। आज ऐसे ही एक रिसर्च रिपोर्ट से जुड़ी जानकारी आपके साथ शेयर करने जा रहें हैं, जिसमें T1DM मरीजों में ब्लड ग्लूकोज लेवल और एक्सरसाइज (Blood Glucose levels in response to exercise in patients with T1DM) के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी साझा की है।
- टाइप 1 डायबिटीज क्या है?
- T1DM मरीजों में ब्लड ग्लूकोज लेवल और एक्सरसाइज से जुड़े क्या हैं रिसर्च रिपोर्ट?
- कौन-कौन से हाई-इंटेंसिटी एक्सरसाइज एवं मॉडरेट-इंटेंसिटी एक्सरसाइज किये जा सकते हैं?
- टाइप 1 डायबिटीज की समस्या से बचाव के लिए किन-किन बातों का ध्यान रखें?
चलिए आर्टिकल में सबसे पहले टाइप 1 डायबिटीज से जुड़ी जानकारी शेयर करते हैं।
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टाइप 1 डायबिटीज (Type 1 Diabetes) क्या है?
जब शरीर में इंसुलिन का निर्माण नहीं हो पाता है, तो ऐसी स्थिति में टाइप-1 डायबिटीज की समस्या शुरू हो जाती है। टाइप-1 डायबिटीज की समस्या बच्चों और किशोरों में देखी जा सकती है। ऐसी स्थिति में ब्लड ग्लूकोज लेवल को नॉर्मल रखना बेहद जरूरी है। इंसुलिन लेवल बैलेंस में रखने के लिए डॉक्टर इंसुलिन इंजेक्शन (Insulin Injection) प्रिस्क्राइब करते हैं। मेडिकेशन के अलावा T1DM मरीजों में ब्लड ग्लूकोज लेवल और एक्सरसाइज (Blood Glucose levels in response to exercise in patients with T1DM) से जुड़े भी कई रिसर्च रिपोर्ट्स हैं, जिससे ब्लड ग्लूकोज लेवल को बैलेंस में रखने में मदद मिल सकती है, लेकिन कैसे इसपर रिसर्च किया गया है।
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T1DM मरीजों में ब्लड ग्लूकोज लेवल और एक्सरसाइज से जुड़े क्या हैं रिसर्च रिपोर्ट? (Blood Glucose levels in response to exercise in patients with T1DM)
यूनाइटेड स्टेटस के दि अमेरिकन डायबिटीज एसोसिएशन (The American Diabetes Association of United States) द्वारा T1DM मरीजों में ब्लड ग्लूकोज लेवल और एक्सरसाइज से जुड़े एक रिसर्च की गई है। इस रिसर्च में हाई-इंटेंसिटी एक्सरसाइज (High-intensity exercise) और मॉडरेट-इंटेंसिटी एक्सरसाइज (Moderate-intensity exercise) दोनों को शामिल किया गया।
टाइप 1 डायबिटीज के 7 हेल्दी पेशेंट्स को 30 मिनट हाई-इंटेंसिटी एक्सरसाइज या मॉडरेट-इंटेंसिटी एक्सरसाइज करने के लिए कहा गया। इस दौरान हाई-इंटेंसिटी एक्सरसाइज और मॉडरेट-इंटेंसिटी एक्सरसाइज के दौरान यह देखा गया कि 30 मिनट के मॉडरेट-इंटेंसिटी एक्सरसाइज के दौरान 40 प्रतिशत तक Vo2 की पीक (40% Vo2peak) देखी गई। वहीं हाई-इंटेंसिटी एक्सरसाइज के दौरान 40 प्रतिशत तक Vo2 की पीक के साथ बीच-बीच में एक्टिविटी के पैटर्न में भी बदलाव देखा गया। इस रिसर्च के दौरान यह देखा गया कि T1DM मरीजों में ब्लड ग्लूकोज लेवल और एक्सरसाइज मॉडरेट-इंटेंसिटी वाले हों या हाई-इंटेंसिटी एक्सरसाइज वाले हों, ब्लड ग्लूकोज लेवल (Blood Glucose Level) कम करने में मदद मिलती है।
नोट: T1DM मरीजों में ब्लड ग्लूकोज लेवल और एक्सरसाइज (Blood Glucose levels in response to exercise in patients with T1DM) से जुड़े इस रिसर्च के दौरान हेल्दी टाइप 1 डायबिटीज के मरीजों को लिया गया था। इसलिए अगर आप या किसी अन्य T1DM मरीजों में ब्लड ग्लूकोज लेवल और एक्सरसाइज से जुड़ी जानकारी शेयर कर रहें हैं, तो यह ध्यान रखें कि उन्हें डायबिटीज के अलावा कोई अन्य बीमारी तो नहीं है। हार्ट डिजीज (Heart Disease) या अन्य हेल्थ कंडिशन (Health Condition) के दौरान एक्सरसाइज के पैटर्न में बदलाव लाना पड़ सकता है।
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T1DM मरीजों में ब्लड ग्लूकोज लेवल और एक्सरसाइज: कौन-कौन से हाई-इंटेंसिटी एक्सरसाइज (High-intensity exercise) एवं मॉडरेट-इंटेंसिटी एक्सरसाइज (Moderate-intensity exercise) किये जा सकते हैं?
T1DM मरीजों में ब्लड ग्लूकोज लेवल और एक्सरसाइज से जुड़े इस आर्टिकल में हम आपके साथ कुछ ऐसे वर्कआउट के बारे में बताएंगे जो टाइप 1 डायबिटीज के मरीजों के लिए लाभकारी हो सकते हैं।
टाइप 1 डायबिटीज पेशेंट्स के लिए एक्सरसाइज (Exercise for Type 1 Diabetes)
1. एरोबिक एक्सरसाइज (Aerobic exercise)
टाइप 1 डायबिटीज में एरोबिक एक्सरसाइज करना चाहिए हैं, तो आप-
- ब्रिस्क वाकिंग (Brisk walking)
- जॉगिंग (Jogging)
- रनिंग (Running)
- बाइकिंग (Biking)
- स्विमिंग (Swimming)
- टेनिस (Tennis)
- बास्केटबॉल (Basketball)
जैसे एक्सरसाइज और स्पोर्ट्स एक्टिविटी को शामिल कर सकते हैं।
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2. स्ट्रेंथ ट्रेनिंग (Strength Training)
T1DM मरीजों में ब्लड ग्लूकोज लेवल और एक्सरसाइज की लिस्ट में स्ट्रेंथ ट्रेनिंग को शामिल किया जा सकता है। इसलिए आप-
- फ्री वेट लिफ्टिंग (Lifting free weights)
- वेट मशीन पर ट्रेनिंग करना (Training on weight machines)
- इलास्टिक रेजिस्टेंस बैंड्स का इस्तेमाल (Using elastic resistance bands)
जैसे स्ट्रेंथ ट्रेनिंग वर्कआउट को शामिल कर सकते हैं।
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3. फ्लेक्सिबिलिटी ट्रेनिंग (Flexibility Training)
मसल्स स्ट्रेचिंग, कनेक्टिव टिश्यू और मोबिलिटी को स्ट्रॉन्ग बनाये रखने के लिए टाइप 1 डायबिटीज में फ्लेक्सिबिलिटी ट्रेनिंग को करने से ब्लड ग्लूकोज लेवल (Blood Glucose Level) बैलेंस बनाये रखने में मदद मिल सकती है। इसलिए टाइप 1 डायबिटीज मरीज-
- हैमस्ट्रिंग स्ट्रेच (Hamstring Stretch)
- ट्राइसेप्स (Triceps)
- टो टच (Toes Touch)
जैसे फ्लेक्सिबिलिटी एक्सरसाइज को अपने दिनचर्या में शामिल कर सकते हैं।
इन अलग-अलग एक्सरसाइज को अपने दिनचर्या में शामिल कर ब्लड ग्लूकोज लेवल (Blood Glucose Level) बैलेंस बनाये रखने में मदद मिल सकती है। अगर डायबिटीज मरीज किसी कारण से वर्कआउट नहीं कर पा रहें हैं, तो ऐसे में अपने डेली रूटीन में आधे घंटे के लिए वॉकिंग (Walking) को शामिल कर सकते हैं।
नोट: अगर आपने पहले कभी वर्कआउट नहीं किया है, तो सबसे पहले एक्सरसाइज करने के सही तरीकों को समझें। डायबिटीज मरीजों को अपने डॉक्टर से भी यह सलाह जरूर लेनी चाहिए कि उनके बॉडी के अनुसार कौन-कौन से एक्सरसाइज किये जा सकते हैं।
टाइप 1 डायबिटीज की समस्या से बचाव के लिए किन-किन बातों का ध्यान रखें? (Tips to Privent Type 1 Diabetes)
टाइप 1 डायबिटीज की समस्या से बचाव के लिए एक्सरसाइज के साथ-साथ डायट (Diet) का ध्यान रखना अत्यधिक जरूरी है। इसलिए टाइप 1 डायबिटीज (Type 1 Diabetes) के मरीजों को अपने आहार में निम्नलिखित खाद्य पदर्थों को जरूर शामिल करना चाहिए। जैसे:
- बीन्स (Beans)
- हरी सब्जियां-साग (Green leafy vegetables)
- खट्टे फल (Citrus fruit)
- बेरीज (Berry)
- टमाटर (Tamato)
- ओमेगा-3 फैटी एसिड्स वाली मछलियां (Omega 3 fatty acid fish)
- साबुत अनाज (Whole grain)
- नट्स (Nuts)
- फैट-फ्री दही और दूध (Fat free curd and milk)
T1DM मरीजों में ब्लड ग्लूकोज लेवल और एक्सरसाइज (Blood Glucose levels in response to exercise in patients with T1DM) के फायदे के लिए इन खाद्य पदार्थों का सेवन संतुलित मात्रा में करने से लाभ मिल सकता है।
अगर आप डायबिटीज (Diabetes) और T1DM मरीजों में ब्लड ग्लूकोज लेवल और एक्सरसाइज से जुड़े सवालों का जवाब तलाश कर रहें थें, तो उम्मीद करते हैं कि T1DM मरीजों में ब्लड ग्लूकोज लेवल और एक्सरसाइज के बारे में समझने में सुविधा हुई होगी। वैसे अगर आप या आपके कोई भी करीबी डायबिटिक (Diabetic) हैं, तो उन्हें ब्लड शुगर लेवल (Blood Sugar Level) को बैलेंस बनाये रखने की सलाह दें, जिससे अन्य बीमारियों से दूर रहने में मदद मिल सकती है।
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