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इन्सुलिन के 11 साइड इफेक्ट्स हैं सामान्य, लेकिन इग्नोर करने पर हो सकती है गंभीर!

इन्सुलिन के 11 साइड इफेक्ट्स हैं सामान्य, लेकिन इग्नोर करने पर हो सकती है गंभीर!

नैशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन (NCBI) में पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार भारत और गल्फ कंट्रीज में 10 में से 4 डायबिटीज पेशेंट इन्सुलिन लेते हैं अपने ब्लड शुगर लेवल (Blood sugar level) को बैलेंस रखने के लिए। लेकिन क्या आपने कभी इस बात पर गौर किया है कि इन्सुलिन के साइड इफेक्ट (Side effect of insulin) हो सकते हैं? अगर नहीं, तो आज इस आर्टिकल में इन्सुलिन के साइड इफेक्ट (Side effect of insulin) और इन्सुलिन (Insulin) से जुड़ी कई महत्वपूर्ण जानकारी आपके साथ शेयर करेंगे। सबसे पहले जान लेते हैं इन्सुलिन क्या है।

और पढ़ें : क्या आप जानते हैं इन्सुलिन के इन अलग-अलग प्रकारों को?

इन्सुलिन (Insulin) क्या है?

इन्सुलिन के साइड इफेक्ट (Side effect of insulin)

डायबिटीज की समस्या अलग-अलग तरह की होती है जैसे टाइप 1 डायबिटीज (Type 1 Diabetes), टाइप 2 डायबिटीज (Type 2 Diabetes) एवं जेस्टेशनल डायबिटीज (Gestational Diabetes)। ऐसी स्थिति होने पर शरीर में इन्सुलिन का निर्माण नहीं होता है या इन्सुलिन लेवल इम्बैलेंस होता है। इन्सुलिन की पूर्ति के लिए इन्सुलिन इंजेक्शन डॉक्टर द्वारा प्रिस्क्राइब की जाती है। इन्सुलिन इंजेक्शन का समय (Insulin injection time) और इन्सुलिन का डोज (Insulin dose) दोनों ही ठीक तरह से चलना जरूरी है। अगर किसी भी कारण से इन्सुलिन डोज ओवर डोज (Overdose) हुई, तो इन्सुलिन के साइड इफेक्ट (Side effect of insulin) हो सकते हैं। आर्टिकल में आगे जानेंगे इन्सुलिन के साइड इफेक्ट (Side effect of insulin) के बारे में।

इन्सुलिन के साइड इफेक्ट क्या हो सकते हैं? (Side effect of insulin)

इन्सुलिन के साइड इफेक्ट निम्नलिखित हो सकते हैं। जैसे:

  1. यूएसए के नैशनल कैंसर इंस्टिट्यूट (National Cancer Institute of USA) द्वारा पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार इन्सुलिन की डोज जरूरत से ज्यादा होने पर पैंक्रियाज के कैंसर (Pancreatic cancer) का खतरा बना रहता है।
  2. इन्सुलिन पर किये गए रिसर्च के अनुसार जब डायबिटीज पेशेंट को इन्सुलिन दी जाती है, तो धीरे-धीरे शरीर में हॉर्मोनल बदलाव (Hormonal change) शुरू हो जाते हैं और शारीरिक अंग ठीक तरह से काम करने में असमर्थ होने लगते हैं।
  3. इन्सुलिन इंजेक्शन बार-बार लेने की वजह से स्किन पर इंफेक्शन (Skin infection) एवं एलर्जी का(Allergy)  खतरा बढ़ जाता है। इंफेक्शन या एलर्जी की वजह से अन्य बीमारियों का खतरा भी बढ़ सकता है।
  4. जिस जगह पर इन्सुलिन इंजेक्शन ली जाती है वहां सूजन (Swelling) की समस्या शुरू हो सकती है।
  5. इन्सुलिन के सेवन के कारण दिल की धड़कन सामान्य से ज्यादा तेज़ (Fast heartbeat) हो सकती है।
  6. इन्सुलिन इंजेक्शन लेने की वजह से बार-बार भूख (Hunger) लग सकती है।
  7. कम समय में ज्यादा वजन बढ़ने का खतरा भी इन्सुलिन इंजेक्शन (Insulin injection) की वजह से बना रहता है।
  8. मसल्स क्रैम्प (Muscle cramps) की भी समस्या इन्सुलिन इंजेक्शन लेने की वजह से बढ़ सकती है।
  9. इन्सुलिन के साइड इफेक्ट होने पर सांस लेने में परेशानी (Shortness of breath) भी महसूस हो सकती है।
  10. अत्यधिक कमजोरी (Weakness) महसूस होना।
  11. आंखों से जुड़ी समस्या होना या देखने में परेशानी (Blurred vision) महसूस होना।

इन्सुलिन के साइड इफेक्ट में इन ऊपर बताये साइड इफेक्ट्स के अलावा अन्य परेशानी देखी या महसूस की जा सकती है। इसलिए डॉक्टर द्वारा बताये डोज का ही सेवन करें। अगर डॉक्टर के बताये डोज से ब्लड शुगर लेवल (Blood sugar level) बैलेंस होने में परेशानी होती है, तो डॉक्टर फिर से पेशेंट की जांच करते हैं और डोज डिसाइड कर सकते हैं।

नोट: डायबिटीज पेशेंट के लिए इन्सुलिन (Insulin) आवश्यक है, लेकिन जरूरत से ज्यादा इन्सुलिन लेना शरीर को नुकसान पहुंचा सकता है। इसलिए डॉक्टर के बताये इन्सुलिन डोज ही लें।

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टाइप 2 डायबिटीज (Type 2 Diabetes) को समझने के लिए नीचे दिए इस 3 D मॉडल पर क्लिक करें।

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डायबिटीज पेशेंट (Diabetes patients) को डॉक्टर कब और क्यों इंसुलिन प्रिस्क्राइब करते हैं?

जब किसी भी व्यक्ति का ब्लड शुगर लेवल (Blood sugar level) इम्बैलेंस होने लगता है, तो ऐसी स्थिति में बीमारी की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए डायबिटीज की दवा या इन्सुलिन प्रिस्क्राइब की जाती है। इन्सुलिन के सेवन से ब्लड शुगर लेवल (Blood sugar level) को बैलेंस में रखने में मदद मिलती है। इंजेक्शन (Injection) या फिर इन्सुलिन पेन (Insulin pen) की मदद से इन्सुलिन दी जाती है। इन्सुलिन इंजेक्शन खाली पेट यानी बिना कुछ खाये पीए लेने की सलाह देते हैं। अगर पेशेंट को 1 दिन में इन्सुलिन की 2 डोज लेने की जरूरत पड़ती है, तो 12 घंटे के गैप में इन्सुलिन लेने की सलाह डॉक्टर देते हैं।

नोट: खाने के पहले या बाद इन्सुलिन (Insulin) ना लें। रिसर्च रिपोर्ट्स के अनुसार 15 मिनट का गैप रखना आवश्यक माना जाता है। अगर खाने के साथ ये तुरंत बाद इन्सुलिन लेते हैं, तो ब्लड शुगर लेवल (Blood sugar level) तेजी से बढ़ने का खतरा बना रहता है।

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इंजेक्शन के अलावा इन्सुलिन (Insulin) लेने का क्या है अन्य विकल्प?

डायबिटीज पेशेंट्स के लिए ब्लड शुगर लेवल बैलेंस में रखने के लिए इन्सुलिन इंजेक्शन (Insulin injection) का विकल्प सबसे ज्यादा लिया जाता है। हालांकि इन्सुलिन इंजेक्शन की जगह इन्सुलिन पाउडर (Insulin powder) का सेवन मुंह से किया जा सकता है। रिसर्च रिपोर्ट्स की मानें, तो इन्सुलिन की टैबलेट्स पर भी रिसर्च की जा रही है।

और पढ़ें : डायबिटीज है? तो ये प्रोटीन शेक हैं सिर्फ आपके लिए

स्वस्थ रहने के लिए अपने डेली रूटीन में योगासन शामिल करें। नीचे दिए इस वीडियो लिंक पर क्लिक कर योगासन से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी जानिए।

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डायबिटीज पेशेंट के लिए जरूरी बातें (Important tips for Diabetes patients)

  • ब्लड शुगर लेवल (Blood sugar level) बैलेंस में रखने के लिए डायबिटीज की दवाओं या इन्सुलिन का सेवन समय से और प्रिस्क्राइब्ड डोज के अनुसार करें।
  • हेल्दी डायट (Healthy diet) फॉलो करें।
  • नियमित टहलने (Walking) की आदत डालें।
  • योग (Yoga) या एक्सरसाइज (Workout) करें।
  • मीठे (Sweets) के सेवन से बचें।
  • एल्कोहॉल (Alcohol) एवं स्मोकिंग (Smoking) से दूरी बनायें।

और पढ़ें : एनपीएच इंसुलिन: ब्लड शुगर लेवल को तुरंत कर देता है कम, डायबिटीज टाइप 1 और टाइप 2 दोनों के लिए है उपयोगी

मधुमेह के रोगियों के लिए इंसुलिन इंजेक्शन लाभकारी मानी जाती है, लेकिन तब जब इसे डॉक्टर प्रिस्क्राइब करें। अमेरिकन डायबिटीज असोसिएशन (American Diabetes Association) में पब्लिश्ड रिपोर्ट इस बात की जानकारी दी गई है कि डायबिटीज के पेशेंट इंसुलिन पेन् का इस्तेमाल आसानी से करते हैं। इसलिए अगर आप डायबिटीज की समस्या से पीड़ित हैं और शुगर लेवल बैलेंस रखने के लिए इन्सुलिन इंजेक्शन (Insulin injection) लेने की सलाह डॉक्टर द्वारा दी गई है, तो इसके डोज और इन्सुलिन इंजेक्शन का समय (Insulin injection time) भी तय रखें। ओवर डोज होने से इन्सुलिन के साइड इफेक्ट का खतरा बना रहता है। अगर इन्सुलिन लेने के बाद कोई परेशानी महसूस होती है, तो डॉक्टर को जरूर इस बारे में बतायें। अगर आप डायबिटीज (Diabetes) या इन्सुलिन (Insulin) ​से जुड़े अपने किसी सवालों का जवाब जानना चाहते हैं, तो आप हमें कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं। हैलो स्वास्थ्य के हेल्थ एक्सपर्ट जल्द से जल्द आपके सवालों का जवाब देंगे।

डायबिटीज पेशेंट डायबिटिक दवाओं (Diabetic medicine) एवं इन्सुलिन इंजेक्शन की मदद से ब्लड शुगर लेवल (Blood sugar level) बैलेंस रखने की कोशिश करते हैं, लेकिन इन सबके साथ डायबिटीज पेशेंट को डायट का भी विशेष ख्याल रखना चाहिए। इसलिए नीचे दिए इस क्विज को खेलिए और डायबिटिक डायट से जुड़ी सवालों के जवाब जानिए।

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डिस्क्लेमर

हैलो हेल्थ ग्रुप हेल्थ सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।

Human Insulin Injection/https://medlineplus.gov/druginfo/meds/a682611.html/Accessed on 03/08/2021

Insulin: Potential Negative Consequences of Early Routine Use in Patients With Type 2 Diabetes/https://www.mayoclinic.org/drugs-supplements/insulin-parenteral-route/side-effects/drg-20069501/Accessed on 03/08/2021

Insulin (Parenteral Route)/https://www.mayoclinic.org/drugs-supplements/insulin-parenteral-route/side-effects/drg-20069501/Accessed on 03/08/2021

What is Diabetes?/https://www.cdc.gov/diabetes/basics/diabetes.html/Accessed on 03/08/2021

Metformin/https://www.healthdirect.gov.au/metformin/Accessed on 03/08/2021

Current Version

23/12/2021

Nidhi Sinha द्वारा लिखित

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. हेमाक्षी जत्तानी

Updated by: Nikhil deore


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के द्वारा मेडिकली रिव्यूड

डॉ. हेमाक्षी जत्तानी

डेंटिस्ट्री · Consultant Orthodontist


Nidhi Sinha द्वारा लिखित · अपडेटेड 23/12/2021

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