डायबिटीज की समस्या किसी भी उम्र के लोगों को अपना शिकार बना सकती है। हालांकि ऐसा नहीं है कि डायबिटीज (Diabetes) की समस्या अपने आप शुरू हो जाती है। बॉडी में ब्लड शुगर लेवल (Blood sugar level) बढ़ने के पीछे कई कारण हो सकते हैं। इसलिए आज इस आर्टिकल में डायबिटीज के इलाज लिए इन्सुलिन आर (Insulin R) इंजेक्शन से जुड़ी जानकारी आपसे शेयर करेंगे।
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- इन्सुलिन आर क्या है?
- डायबिटीज पेशेंट के लिए इन्सुलिन आर क्यों लाभकारी माना जाता है?
- इन्सुलिन आर की डोज क्या होनी चाहिए?
- इन्सुलिन आर शरीर के कौन-कौन से हिस्से में ली जा सकती है?
- इन्सुलिन आर इंजेक्शन को स्टोर कैसे करें?
- इन्सुलिन आर के साइड इफेक्ट्स क्या हैं?
- इन्सुलिन आर के सीरियस साइड इफेक्ट्स क्या हैं?
- इन्सुलिन आर लेने के पहले किन-किन बातों का ध्यान रखें?
चलिए अब एक-एक कर डायबिटीज के इलाज के लिए इन्सुलिन आर (Insulin R) से जुड़े इन सवालों के जवाब जानते हैं।
इन्सुलिन आर (Insulin R) क्या है?
इन्सुलिन आर डायबिटीज के मरीजों को दी जाने वाली इन्सुलिन इंजेक्शन है। इन्सुलिन आर इंजेक्शन प्रिस्क्रिप्शन पर एवं ओवर-द-काउंटर (OTC) मिलने वाली इन्सुलिन इंजेक्शन है। इन्सुलिन आर टाइप 1 डायबिटीज (Type 1 Diabetes) एवं टाइप 2 डायबिटीज (Type 2 Diabetes) पेशेंट्स के ब्लड शुगर लेवल (Blood Sugar Level) को मेंटेन रखने में सहायक है। इन्सुलिन आर इंजेक्शन दो अलग-अलग तरह के होते हैं।
- ह्युमेलिन आर यू-100 (Humulin R U-100)- ह्युमेलिन आर यू-100 के 3-mL एवं 10-mL की बॉटल में उपलब्ध है।
- ह्युमेलिन आर यू-500 (Humulin R U-500)- ह्युमेलिन आर यू-500 20-mL की बॉटल में उपलब्ध है।
डायबिटीज पेशेंट के लिए इन्सुलिन आर क्यों लाभकारी माना जाता है?
इन्सुलिन आर एक तरह का रेग्यूलर इन्सुलिन है। इन्सुलिन आर में मौजूद एक्टिव ड्रग इन्सुलिन ह्यूमन (Active drug insulin human) को शॉर्ट-एक्टिंग इन्सुलिन (Short-acting insulin) माना जाता है। डायबिटीज पेशेंट को इस इन्सुलिन इंजेक्शन के एक दिन में 2 से 3 डोज लेने की आवश्यकता पड़ती है। वहीं अगर डायबिटीज पेशेंट के लिए दूसरी इन्सुलिन जैसे ह्युमिनसुलिन एन (Huminsulin N) की बात करें, तो यह इंटरमीडिएट-एक्टिंग इन्सुलिन (Intermediate-acting insulin) मानी जाती है। इंटरमीडिएट-एक्टिंग इन्सुलिन को अगर सामान्य शब्दों में समझें, तो यह ह्युमिनसुलिन एन इंजेक्शन (Huminsulin N injection) लेने के बाद 12 से 18 घंटे तक ब्लड शुगर लेवल (Blood sugar level) को बैलेंस रखने में मदद मिलती है। इन्सुलिन आर डीएनए टेक्नोलॉजी (DNA technology) पर काम करती है। डीएनए टेक्नोलॉजी का अर्थ है कि लैब में तैयार की गई यह इन्सुलिन इंजेक्शन नैचुरल इन्सुलिन की तरह ही बॉडी में काम करती है।
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इन्सुलिन आर की डोज क्या होनी चाहिए? (Dose of Insulin R)
इन्सुलिन आर प्रिस्क्राइब्ड एवं नॉन प्रिस्क्राइब्ड इन्सुलिन ड्रग है। डायबिटीज पेशेंट को इन्सुलिन आर की 3 डोज 24 घंटे में लेने की जरूरत पड़ती है।
नोट: आसानी से मिलने वाली इन्सुलिन आर का सेवन (Intake of Insulin R) अपनी मर्जी से ना करें। बेहतर होगा कि आप डॉक्टर से कंसल्ट करें। डॉक्टर पेशेंट को इन्सुलिन की आवश्यकता रोजाना कितनी है इसकी जानकारी देंगे और डोज तय करते हैं।
इन्सुलिन आर (Insulin R) शरीर के कौन-कौन से हिस्से में ली जा सकती है?
इन्सुलिन आर इंजेक्शन शरीर के निम्नलिखित शारीरिक हिस्सों में ली जा सकती है। जैसे:
- बेली
- थाइ
- अपर आर्म्स
- बटक्स
नोट: डायबिटीज के लिए इंजेक्शन शरीर के उन्हीं हिस्सों में ली जाने की सलाह दी जाती है जहां स्किन ज्यादा मोटी होती है या चर्बी (Fat) होती है। इसके साथ ही खाना खाने से 1 या 2 घंटे पहले इन्सुलिन आर इंजेक्शन (Insulin R injection) लें।
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इन्सुलिन आर इंजेक्शन को स्टोर कैसे करें? (Storage of Insulin R)
इन्सुलिन आर इंजेक्शन मेडिकल स्टोर से लेने के दौरान जब फार्मासिस्ट देते हैं, तो उस दौरान उस पर एक्स्पायरी डेट मेंशन करते हैं। हालांकि ज्यादातर एक्स्पायरी डेट पहले से ही लिखी भी आती है। वैसे इन्सुलिन आर इंजेक्शन को एक साल तक स्टोर किया जा सकता है। इस दौरान इंजेक्शन की बॉटल पर लिखी डेट को जरूर ध्यान रखें। आप इस इन्सुलिन ड्रग को रूम टेम्प्रेचर (30oC) पर स्टोर कर सकते हैं। कुछ इन्सुलिन को फ्रीज में स्टोर किया जाता है, लेकिन इन्सुलिन आर को रूम ट्रेम्प्रेचर पर रखा जा सकता है।
इन्सुलिन आर के साइड इफेक्ट्स क्या हैं? (Side effects of Insulin R)
इन्सुलिन आर के निम्नलिखित साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं। जैसे:
- पेट फूलना (Bloating)।
- पैर या हाथों में सूजन (Swelling) आना।
- वजन बढ़ना (Weight gain)।
- इंजेक्शन लेने वाली जगह पर दर्द (Pain) या सूजन (Swelling) होना।
- इंजेक्शन वाली एरिया लाल होना।
ये साइड इफेक्ट्स नॉर्मल मानें जाते हैं, लेकिन इन्सुलिन आर के सीरियस साइड इफेक्ट्स भी हो सकते हैं।
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इन्सुलिन आर के सीरियस साइड इफेक्ट्स क्या हैं? (Serious side effects of Insulin R)
- ब्लड शुगर लेवल सामान्य से कम (Hypoglycemia) होना।
- कब्ज (Constipation) की समस्या होना।
- एनर्जेटिक महसूस नहीं करना।
- दिल की धड़कन (Irregular heartbeat) अनियमित होना।
- मसल्स में क्रैम्प (Muscle cramps) आना।
- कमजोरी (Weakness) महसूस होना।
- एलर्जी (Allergy) होना।
इन्सुलिन आर के ये सीरियस साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं। अगर इन्सुलिन आर इंजेक्शन (Insulin R injection) लेने के बाद ऐसी कोई भी परेशानी हो, तो डॉक्टर से कंसल्ट करें।
इन्सुलिन आर (Insulin R) लेने के पहले किन-किन बातों का ध्यान रखें?
इन्सुलिन आर लेने के पहले निम्नलिखित बातों का ध्यान रखें। जैसे:
- डयबिटीज की दवाओं (Diabetes medication) का सेवन करना।
- लिवर (Liver) या किडनी (Kidney) से जुड़ी तकलीफ होना।
- हार्ट डिजीज (Heart disease) से जुड़ी दवाओं का सेवन करना।
- किसी हर्ब्स (Herbs) या सप्लिमेंट्स (Supplements) का सेवन करना।
- गर्भवती (Pregnant) होना।
- प्रेग्नेंसी प्लानिंग (Pregnancy planning) करना।
- ब्रेस्टफीडिंग (Breastfeeding) करवाना।
- किसी तरह का एलर्जिक रिएक्शन (Allergic reaction) होना।
इन ऊपर बताई गई बातों का ध्यान रखें। अगर आपको इन्सुलिन आर प्रिस्क्राइब की गई है या आप अपनी मर्जी से इस इन्सुलिन आर इंजेक्शन को ले रहें हैं, तो इसकी जानकारी अपने डॉक्टर को अवश्य दें।
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मधुमेह के मरीजों के लिए इंसुलिन इंजेक्शन लाभकारी मानी जाती है, लेकिन तब जब इसे डॉक्टर प्रिस्क्राइब करें। अमेरिकन डायबिटीज असोसिएशन (American Diabetes Association) में पब्लिश्ड रिपोर्ट इस बात की जानकारी दी गई है कि डायबिटीज के मरीज इंसुलिन पेन् का इस्तेमाल आसानी से करते हैं। वहीं नैशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन (NCBI) में पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार 73 प्रतिशत डायबिटीज पेशेंट इंसुलिन पेन् (Insulin Pen) का इस्तेमाल नियमित करते हैं। इसलिए अगर आप डायबिटीज की समस्या से पीड़ित हैं और शुगर लेवल बैलेंस रखने के लिए इन्सुलिन आर (Insulin R) लेने की सलाह डॉक्टर द्वारा दी गई है, तो इसके डोज का विशेष ध्यान रखें और जितनी डोज प्रिस्क्राइब की गई है, उतनी ही लें। अगर इन्सुलिन आर (Insulin R) लेने के बाद कोई परेशानी महसूस होती है, तो डॉक्टर को जरूर इस बारे में बतायें। अगर आप डायबिटीज या इन्सुलिन आर (Insulin R) से जुड़े अपने किसी सवालों का जवाब जानना चाहते हैं, तो आप हमें कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं।
डायबिटीज पेशेंट डायबिटिक दवाओं एवं इन्सुलिन इंजेक्शन की मदद से ब्लड शुगर लेवल बैलेंस रखने की कोशिश करते हैं, लेकिन इन सबके साथ डायबिटीज पेशेंट को डायट का भी विशेष ख्याल रखना चाहिए। इसलिए नीचे दिए इस क्विज को खेलिए और डायबिटिक डायट से जुड़ी सवालों के जवाब जानिए।
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