मैराथन में दौड़ना लोगों के लिए बहुत रोमांचक है। कई बार लोग मस्ती में ही मैराथन में दौड़ना शुरू कर देते हैं। लेकिन क्या आपको मैराथन दौड़ के फायदे के बारे में पता है? मैराथन दौड़ शारीरिक और मानसिक रूप से काफी प्रभावी है। इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि मैराथन दौड़ के शारीरिक और मानसिक फायदे क्या हैं? आप खुद को मैराथन दौड़ के लिए कैसे तैयार सकते हैं?
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मैराथन दौड़ क्या है?
मैराथन दौड़ एक लंबी दूरी की दौड़ होती है। मैराथन दौड़ लगभग तीन प्रकार की होती है :
हाफ मैराथन : हाफ मैराथन में धावक को 21.0975 किलोमीटर की दौड़ लगानी होती है।
फुल मैराथन : फुल मैराथन में धावक को 42.195 किलोमीटर की दूरी दौड़ कर तय करनी होती है।
अल्ट्रा मैराथन : अल्ट्रा मैराथन में 42.195 किलोमीटर की दौड़ लगानी होती है।
मैराथन दौड़ के फायदे शरीर के लिए होते हैं, जिसमें दौड़ने वाले व्यक्ति का ब्लड प्रेशर सामान्य हो जाता है। इसके साथ ही ये एक एरोबिक एक्सरसाइज भी हो जाती है।
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मैराथन दौड़ के फायदे क्या हैं?
मैराथन में दौड़ने के अपने कई शारीरिक और मानसिक फायदे हैं। इसलिए उन्हें जानने के बाद आप मैराथन में दौड़ना चाहेंगे :
शरीर को मिलता है बेहतर शेप
मैराथन में दौड़ने से हमारे शरीर को एक बेहतर शेप मिल सकता है। अगर आप ये सोचते हैं कि मैराथन में हिस्सा सिर्फ एथलीट्स ले सकते हैं तो ऐसा बिल्कुल नहीं है। माना कि एथलीट्स का शरीर फिट होता है, लेकिन मैराथन दौड़ के फायदे से आपका शरीर भी फिट हो सकता है। अगर आपका शरीर बेडौल है और फिट नहीं है तो आप मैराथन में दौड़ना शुरू कर सकते हैं।
मैराथन दौड़ के फायदे से आएगी अच्छी नींद
मैराथन दौड़ में हिस्सा लेने से आपके नींद की समस्या भी दूर हो सकती है। क्योंकि जब आप मैराथन में हिस्सा लेने के लिए ट्रेनिंग करते हैं तो आपका शरीर प्रैक्टिस करते-करते थक कर चूर हो जाता है। इससे आपको रातों में एक अच्छी नींद आएगी। इसलिए शाम को जब आपकी मैराथन ट्रेनिंग खत्म हो जाए तो आप जल्दी से जा कर बेड पर सो जाएं और एक बेहतरीन नींद लें।
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दौड़ने से पैर टोन होते हैं
मैराथन दौड़ के फायदे में लेग टोनिंग भी शामिल है। ट्रेनिंग के समय किसी भी धावक का एक लक्ष्य होता है ‘वजन घटाना’। लेकिन ऐसा अक्सर होना संभव नहीं होता है, क्योंकि मैराथन में हिस्सा लेने वाला व्यक्ति मेहनत तो करता है पर डायट पर कंट्रोल ना कर पाने के कारण वजन घटना थोड़ा मुश्किल हो जाता है। वहीं, दौड़ने से कुछ हो ना हो, लेकिन पैरों का मसल्स मास बढ़ने से पैर टोन जरूर होने लगते हैं।
कार्डियोवैस्कुलर सेहत रहती है दुरुस्त
यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ लंदन और बार्ट्स हेल्थ एनएचएस ट्रस्ट ने एक अध्ययन किया। जिसमें 138 ऐसे लोगों को शामिल किया गया, जो मैराथन धावक थे। उन्होंने बीते दो सालों तक लगातार मैराथन दौड़ में हिस्सा भी लिया था। इन प्रतिभागियों की पहले कोई भी कार्डिएक हिस्ट्री नहीं थी। दो हफ्ते रोजाना मैराथन ट्रेनिंग के बाद उनकी जांच की गई तो ये बात सामने आई कि जो लोग पहली बार मैराथन दौड़ में हिस्सा लेते हैं, उनकी ब्लड प्रेशर सामान्य हो जाता है। वहीं, अगर वह व्यक्ति लगातार मैराथन में हिस्सा लेता है तो ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है। जिससे धमनियों के बाहर की पर्त मोटी और हार्ड होने से बच जाती है। जब धमनियां पतली रहती है तो हार्ट अटैक और हार्ट स्ट्रोक आने का खतरा काफी कम हो जाता है।
कैलोरी बर्न होती है
मैराथन दौड़ के फायदे में कैलोरी बर्न होती है। जब हम कोई लंबी दूरी की रेस दौड़ते हैं तो कई हजारों कैलोरी बर्न होती है। तो आप अच्छी डायट लें और कैलोरी बर्न करें। जब कैलोरी बर्न होगी तो भूख भी लगेगी, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आप कुछ भी खा लें, जब भी खाएं संतुलित आहार खाएं।
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संपूर्ण सेहत इम्प्रूव होती है
मैराथन दौड़ से संपूर्ण हेल्थ इम्प्रूव होती है। रोजाना दौड़ने या मैराथन दौड़ की प्रैक्टिस करने से एरोबिक्स कैपेसिटी में इजाफा होता है। साथ ही हाई कोलेस्ट्रॉल लेवल भी नियंत्रित हो जाता है। इसके साथ ही इम्यून सिस्टम और मसल्स स्ट्रेंथ भी मजबूत होता है। स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मेडिसिन और कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी (यूएसए) ने एक रिसर्च की जिसमें ये बात सामने आई कि ज्यादा एक्सरसाइज या रनिंग से लोगों में दिल की बीमारी, डायबिटीज, सार्कोमा, कैंसर, अस्थमा आदि समस्याओं का रिस्क कम हो जाता है।
आत्मविश्वास बढ़ता है
जब आप किसी प्रतिस्पर्धा में भाग लेते हैं और उसे जीतते है आप में एक कॉन्फिडेंस आता है, जिसकी मदद से आप और ज्यादा अच्छा परफॉर्म कर पाते हैं। जब आप हाफ मैराथन, फुल मैराथन या अल्ट्रा मैराथन में हिस्सा लेते हैं और आप जीतते हैं तो आप में एक आत्मविश्वास आता है। जिससे आपके फिजिकल और मेंटल हेल्थ में इजाफा होता है। आप इस बदलाव को खुद ही महसूस कर सकते हैं कि आप मैराथन दौड़ के पहले क्या थे और दौड़ जीतने के बाद क्या है।
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मैराथन दौड़ के फायदे से तनाव कम होता है
मैराथन दौड़ में हिस्सा लेने या उसकी प्रैक्टिस करने से आपका स्ट्रेस कम होता है। एक रिसर्च में ये बात सामने आई है कि दौड़ने से हमारे सामने कई तरह के चैैलेंजस आते हैं, जिसे हमारा दिमाग काफी अच्छे से हैंडल कर लेता है। इससे दिमाग द्वारा स्ट्रेस को हैंडल करने की क्षमता भी बढ़ती है।
खुद को मोटिवेटेड महसूस करते हैं
मैराथन दौड़ के फायदे में मोटिवेशन भी एक बड़ा फायदा है, जो आपके मेंटल हेल्थ को दुरुस्त करने में मदद करता है। मैराथन में हिस्सा लेने से आप जब तैयारी करते हैं तो आप रोजाना के लिए एक नई रूटीन तय कर लेते हैं। ऐसे में आप में एक मोटिवेशन आता है और आप मैराथन में कुछ नया करने के लिए प्रेरित होते हैं। आपमें वो जूनून आता है, जो आपको जीतने के लिए प्रेरित करता है। इसके लिए आप एक हेल्दी डायट से लेकर एक हेल्दी लाइफस्टाइल को फॉलो करते हैं।
मैराथन दौड़ के फायदे के बारे में जानने के बाद आपको मैराथन दौड़ में हिस्सा लेने की तैयारी अभी से शुरी कर देनी चाहिए। आप शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ्य महसूस करते हैं। उम्मीद है कि आपको मैराथन दौड़ के फायदे से जुड़ा ये आर्टिकल पसंद आया होगा। अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर और फिटनेस ट्रेनर से बात कर सकते हैं।
हैलो स्वास्थ्य किसी भी तरह की कोई मेडिकल जानकारी नहीं दे रहा है।
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