शरीर में पॉइजन किसी भी तरह से पहुंच सकता है। बड़े हो या फिर बच्चे, अगर शरीर में पॉइजन पहुंच जाता है तो शरीर धीरे-धीरे नीला पड़ने लगता है। कुछ दवाइयों के इंजेक्शन, ड्रग्स, केमिकल, विनोम्स या फिर गैस से शरीर में जहर फैल सकत है। कुछ क्लीनर्स भी पॉइजन का काम करते हैं। वहीं बच्चों के लिए कम मात्रा में कुछ ड्रग्स और केमिकल्स भी खतरनाक साबित हो सकते हैं। अगर किन्हीं कारणों से किसी व्यक्ति या बच्चे ने पॉइजन खा लिया तो पॉइजन फर्स्ट एड (Poison first aid) की जरूरत पड़ती है। पॉइजन फर्स्ट एड देने के लिए इसकी जानकारी होना बहुत जरूरी है। इस आर्टिकल के माध्यम से जानिए कि किस तरह से अचानक से जहर का सेवन किए जाने या फिर जानबूझ कर जहर का सेवन करने पर पॉइजन फर्स्ट एड (Poison first aid) देना चाहिए।
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बच्चों में पॉइजन निम्म कारणों से पहुंच सकता है
बच्चों को खेलते समय या खाते समय इस बात की जानकारी नहीं रहती है कि वो क्या खा रहे हैं। ऐसे में कई बार बच्चे विषैले पदार्थों का सेवन भी कर सकते हैं। बच्चों में इन वजहों से भी जहर शरीर में पहुंच सकता है।
- कॉस्मेटिक के कारण
- पर्सनल केयर आइटम जैसे शैम्पू, बॉडी लोशन और परफ्यूम और क्लीनिंग सॉल्युशन, लॉन्ड्री डिटरजेंट पॉड्स प्लांट
- फॉरेन बॉडीज जैसे वॉच और बटन बैटरी
- बड़ों की दवाइयां गलती से खा लेने पर भी समस्या हो सकती है।
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शरीर में जहर फैलने के अन्य कारण
शरीर में जहर कई कारणों से फैल सकता है। ये जरूरी नहीं है कि व्यक्ति जब जहर खाएगा, तभी उसके शरीर में जहर जाएगा। आसपास कई ऐसे माध्यम हैं, जो शरीर में जहरीलापन फैला सकते हैं।
- कार्बन मोनोऑक्साइड गैस (भट्टियों, गैस इंजन, आग, अंतरिक्ष हीटर से)
- कुछ खाने की चीजों से
- कार्यस्थल में रसायन के कारण शरीर में जहर फैलना
- ड्रग्स ओवर-द-काउंटर और प्रिस्क्रिप्शन दवाओं (जैसे एस्पिरिन ओवरडोज) और अवैध दवाएं जैसे कोकीन के कारण शरीर में जहर फैलना
- घरेलू डिटर्जेंट और सफाई उत्पाद
- घरेलू और अन्य पौधे (जहरीले पौधे खाने से भी शरीर में जहर फैल सकता है)
- कीटनाशक
- पेंट्स
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शरीर में दिख सकते हैं ये लक्षण
शरीर में जहर पहुंचने के बाद व्यक्ति में विभिन्न प्रकार के लक्षण दिख सकते हैं। इन लक्षणों में शामिल है,
- पेट में दर्द
- नीले होंठ
- छाती में दर्द
- उलझन
- खांसी
- दस्त
- सांस लेने में तकलीफ या सांस की तकलीफ
- चक्कर आना
- सिर घूमने की वजह से दो चीजे दिखना
- तंद्रा (Drowsiness)
- बुखार
- सिरदर्द
- दिल की घबराहट
- चिड़चिड़ापन
- भूख में कमी
- मूत्राशय पर नियंत्रण न रहना
- मांसपेशियों में हलचल
- मतली और उल्टी
- सुन्न होना और सिहरन पैदा होना
- त्वचा पर चकत्ते या जलन
- बेहोशी (कोमा)
- सांस की दुर्गंध आना
- दुर्बलता महसूस होना
पॉइजन फर्स्ट एड (Poison first aid)
पॉइजन फर्स्ट एड के लिए किसी भी व्यक्ति का ट्रीटमेंट कैसे करना है, ये उनकी एज पर निर्भर करता है। साथ ही व्यक्ति के शरीर में जहर पहुंचने पर किस तरह के लक्षण दिख रहे है, ये बात भी पॉइजन फर्स्ट एड (Poison first aid) के दौरान मायने रखती है। अगर व्यक्ति ने जहर खा लिया है तो सबसे पहले हॉस्पिटल में फोन करके पॉइजन से निपटने के लिए हेल्प लेनी चाहिए। अगर आसपास पॉइजन हेल्प सेंटर हैं तो वहां भी फोन किया जा सकता है। कई स्थितियों में घर में पॉइजन फर्स्ट एड देना चाहिए।
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अगर पॉइजन शरीर में पहुंचने का शक हो?
व्यक्ति ने क्या जहरीली चीज खाई है, इस बात के बारे में जानकारी होने से पॉइजन फर्स्ट एड (Poison first aid) देने में आसानी होती है। अगर शक हो रहा है कि किसी भी व्यक्ति ने जहर खा लिया है तो कुछ लक्षणों के आधार पर जानकारी प्राप्त की जा सकती है। जहर खाने के बाद कुछ लक्षण भी दिख सकते हैं।
- मुंह और होंठ के आसपास जलन या लालिमा का दिखाई देना।
- सांस छोड़ने के दौरान गैसोलीन या पेंट थिनर के रसायन की महक आ सकती है।
- जिस भी व्यक्ति के शरीर में जहर पहुंचा है, उसे अचानक से उल्टी हो सकती है।
- संबंधित व्यक्ति को सांस लेने मे तकलीफ हो सकती है।
- संबंधित व्यक्ति को कंफ्यूजन के साथ ही अन्य मेंटल स्टेटस प्रॉब्लम हो सकती है।
- संबंधित व्यक्ति के आसपास पानी का गिलास, मेडिसिन, विशेष प्रकार की गंध जैसा कुछ सुराग मिल सकता है।
- अगर बच्चे ने कोई जहरीला पदार्थ खाया है तो हो सकता है कि पास में कोई टेबलेट हो या फिर कोई बटन बैटरी निगल लिया हो।
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पॉइजन फर्स्ट एड (Poison first aid) के लिए क्या करें?
अगर किसी व्यक्ति ने जहर लिया है या फिर किन्हीं कारणों से शरीर में जहर चला गया है तो निम्म उपाय अपनाएं :
पॉइजन फर्स्ट एड (Poison first aid) अपनाने के लिए संबंधित व्यक्ति के मुंह में जो कुछ भी दिख रहा हो, उसे तुरंत हटाएं। अगर व्यक्ति ने हाउसहोल्ड क्लीनर या फिर कोई केमिकल लिया है तो कंटेनर का लेबल पढ़कर एक्सिडेंशियल पॉइजन का लेबल जरूर पढ़ें।
- अगर पॉइजन स्किन में हो तो उसे ग्लव्ज के माध्यम से हटाएं और फिर धो लें।
- अगर पॉइजन आंखों में पहुंच गया हो, तो आंखों को ठंडे या फिर गुनगुने पानी से धोएं।
- अगर व्यक्ति में जहर निगल लिया है तो पॉइजन फर्स्ट एड (Poison first aid) के लिए उसे तुरंत ताजी हवा में सांस लेने दें। अगर व्यक्ति उल्टी करना चाहता है तो उसके हेड तो साइड में करें, ताकि किसी भी प्रकार की चोकिंग न हो।
- अगर व्यक्ति किसी भी प्रकार के लक्षण दिख न रहे हों, तो उसे सीपीआर देना शुरू किया जा सकता है।
- आपके पास जो भी जानकारी हो, या फिर अगर कोई ऐसा कंटेनर हाथ लगा हो जिसमें केमिकल कंपोजिशन की जानकारी हो, उसे अपने पास रखें।
- एंबुलेंस जब आ जाए तो उस व्यक्ति को साथ जाने दें, जिसे संबंधित व्यक्ति और घटना के बारे में जानकारी हो।
पॉइजन फर्स्ट एड के समय इन बातों का रखें ध्यान
पॉइजन फर्स्ट एड में न दें इपिकाक सिरप
अगर किसी भी व्यक्ति ने जहरीली गोलियां या अन्य जहरीला पदार्थ खाया है तो उसे पॉइजन फर्स्ट एड के लिए इपिकाक सिरप न दें। इपिकाक सिरप उल्टी को उकसाने का काम करता है, लेकिन ये व्यक्ति की हालत को अधिक खराब कर सकता है। बेहतर रहेगा कि उसे किसी भी प्रकार का सिरप न दिया जाए। अगर आपके घर में इस तरह का कोई भी सिरप हो तो फेंक दें। ये उचित रहेगा क्योंकि इस तरह से सीरप बच्चों के हाथ भी लग सकते हैं। बच्चे जब इस तरह की मेडिसिन या सिरप पी लेते हैं तो उन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
बटन बैटरी को रखे सुरक्षित
बच्चों की पहुंच का अंदाजा लगा पाना मुश्किल होता है। जो बच्चे चल फिर सकते हैं, उन्हें छोटी चीजों को मुंह में डालने की आदत होती है। कई बार वो सिक्का, नुकीली चीज या फिर बटन बैटरी को मुंह में डाल सकता है। फिर वो गलती से उसे निगल भी लेते हैं। बटन बैटरी बच्चों के इसोफेगस में फंस सकती है और 2 घंटे के भीतर जलन पैदा कर सकती है। अगर आपको लग रहा है कि बच्चे ने बटन बैटरी निगल ली है तो पास के अस्पताल में जाकर तुरंत उसका एक्स-रे कराएं। अगर बटन बैटरी इसोफेगस में है तो डॉक्टर इसे तुरंत निकालने की कोशिश करेगा। अगर बैटरी पेट में चली गई है तो इसे आंतों के मार्ग से बाहर निकालने की कोशिश की जाएगी।
मेडिकेटेड पैच
ट्रांसडर्मल ड्रग डिलिवरी के लिए चिपकने वाला उत्पाद को मेडिकेटेड पैच कहते हैं। बच्चे अक्सर इसे मुंह में डालकर चूसते हैं। अगर आपके घर में भी मेडिकेटेड पैच है तो उसे सावधानी से सुरक्षित और बच्चों की पहुंच से दूर रखें। जब भी बच्चा खेले तो व्यक्ति को उसकी निगरानी में जरूर रख दें, ताकि बच्चा किसी भी खतरनाक पदार्थ को मुंह में न डालें।
अगर किसी भी व्यक्ति या बच्चे ने जहर निगल लिया है तो पॉइजन फर्स्ट एड (Poison first aid) अपनाकर कुछ हद तक व्यक्ति की जान सुरक्षित की जा सकती है। बेहतर रहेगा कि तुरंत डॉक्टर के पास जाकर ट्रीटमेंट लिया जाए। अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से संपर्क करें।
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