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वसोवागल सिंकोप क्या है? जानिए इसके लक्षण, कारण और इलाज

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड Sayali Chaudhari · फार्मेकोलॉजी · Hello Swasthya


Nidhi Sinha द्वारा लिखित · अपडेटेड 08/09/2021

    वसोवागल सिंकोप क्या है? जानिए इसके लक्षण, कारण और इलाज

    कई बार हम अपने आसपास के लोगों को बेहोश होते देखते हैं। ऐसा कई कारणों से होता है वहीं इसे दिल की बीमारियों से भी जोड़कर देखा जाता है। देखा जाए तो हार्ट प्रॉब्लेम सिर्फ एक नहीं, बल्कि कई अलग-अलग तरह की होती हैं। इन्हीं अगल दिल की बीमारी (Heart disease) की लिस्ट में शामिल है वसोवागल सिंकोप (Vasovagal syncope)। आज इस आर्टिकल में वसोवागल सिंकोप एवं वसोवागल सिंकोप के लक्षण (Symptoms of Vasovagal syncope) के अलावा इससे जुड़ी कई महत्वपूर्ण जानकारी आपके साथ शेयर करेंगे।

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    • वसोवागल सिंकोप क्या है?
    • वसोवागल सिंकोप के कारण क्या हैं?
    • वसोवागल सिंकोप के लक्षण क्या हैं?
    • वसोवागल सिंकोप का निदान कैसे किया जाता है?
    • वसोवागल सिंकोप का इलाज कैसे किया जाता है?

    चलिए अब एक-एककर वसोवागल सिंकोप से जुड़े इन ऊपर बताये गए सवालों का जवाब जानते हैं।

    वसोवागल सिंकोप (Vasovagal syncope) क्या है?

    वसोवागल सिंकोप (Vasovagal syncope)

    अगर किसी कारण से हार्ट रेट (Heart rate) और ब्लड प्रेशर (Blood pressure) लेवल अचानक कम हो जाए और व्यक्ति बेहोश हो जाए, तो ऐसी स्थिति मेडिकल टर्म में वसोवागल सिंकोप कही जाती है। ऐसा खासकर ब्लड एवं ब्रेन में ऑक्सिजन की कमी के कारण होता है। वसोवागल सिंकोप (Vasovagal syncope) को डॉक्टर्स न्यूरोकार्डियोजेनिक सिंकोप (Neurocardiogenic syncope) यारिफ्लैक्स सिंकोप (Reflex syncope) से जोड़कर देखते है। ऐसी स्थिति खासकर डर (Fear) या फिर इमोशनल डिस्ट्रेस (Emotional distress) के कारण होता है। वसोवागल सिंकोप के कारण अन्य भी हो सकते हैं, जिसके बारे में आर्टिकल में आगे समझेंगे।

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    वसोवागल सिंकोप के कारण क्या हैं? (Cause of Vasovagal syncope)

    शरीर में मौजूद नर्व से जब ब्लड एवं ऑक्सिजन सप्लाय में बाधा पहुंचती है, जिससे हृदय (Heart) एवं मस्तिष्क (Brain) में ऑक्सिजन लेवल कम करने लगता है और स्थिति वसोवागल सिंकोप (Vasovagal syncope) को इन्वाइट करने में सक्षम मानी जाती है। इसके अलावा वसोवागल सिंकोप के कारण निम्नलिखित हो सकती है। जैसे:

    • अत्यधिक डर (Fear) लगना।
    • ब्लड लेवल कम होना।
    • ज्यादा देर तक खड़े रहना।
    • बॉडी पॉश्चर में बदलाव आना।
    • बॉवेल पेन (Bowel) या इससे जुड़ी तकलीफ होना।
    • अत्यधिक एक्सरसाइज (Exercise) करना।
    • धूप या गर्मी (Heat) में अत्यधिक देर तक रहना।

    वसोवागल सिंकोप की संभावन इन ऊपर बताये गए कारणों की वजह से हो सकती है। इसलिए अगर आप ऐसी कोई भी स्थिति महसूस कर रहें, तो जल्द से जल्द डॉक्टर से कंसल्ट करें। इस दौरान शरीर में कई तरह के बदलाव भी देखे जा सकते हैं। इसलिए वसोवागल सिंकोप के लक्षण को भी समझें।

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    हार्ट से जुड़ी बीमारियों (Heart disease) के बारे में नीचे दिए इस 3 D पर क्लिक कर समझें।

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    वसोवागल सिंकोप के लक्षण क्या हैं? (Symptoms of Vasovagal syncope)

    अगर कोई व्यक्ति बार-बार बेहोश हो रहा है, तो ऐसी स्थिति को इग्नोर नहीं करना चाहिए। वहीं वसोवागल सिंकोप (Vasovagal syncope) के लक्षणों को निम्नलिखित तरह से भी समझा जा सकता है। जैसे:

    • कमजोरी (Weakness) महसूस होना।
    • धुंधला दिखना (Blurred vision)।
    • चक्कर (Dizziness) आना।
    • गर्मी महसूस होना।
    • चिपचिपी त्वचा (Clammy skin) होना।

    ऐसे लक्षण महसूस होने पर या कोई अन्य शारीरिक परेशानी होने पर डॉक्टर से संपर्क करें।

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    वसोवागल सिंकोप का निदान कैसे किया जाता है? (Diagnosis of Vasovagal syncope)

    वसोवागल सिंकोप की स्थिति होने पर डॉक्टर पेशेंट से या उनके फेमली मेंबर से पेशेंट के लक्षणों एवं हेल्थ कंडिशन के बारे में जानते हैं। इसके बाद वसोवागल सिंकोप का निदान निम्नलिखित तरह से किया जाता है। जैसे:

    • इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम (Electrocardiogram)- इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम की मदद से हार्ट के इलेक्ट्रिकल एक्टिविटी (Electrical activity) को समझा जाता है।
    • इकोकार्डिओग्राम (Echocardiogram)- हार्ट में ठीक तरह से ब्लड फ्लो (Blood flow) हो रहा है या नहीं इसकी जानकारी के लिए इकोकार्डिओग्राम की जाती है।
    • एक्सरसाइज स्ट्रेस टेस्ट (Exercise stress test)- हार्ट फंक्शन (Heart function) की जानकारी के लिए एक्सरसाइज स्ट्रेस टेस्ट की जाती है।
    • टिल्ट टेबल टेस्ट (Tilt-table test)- इस टेस्ट से व्यक्ति के हार्ट एक्टिविटी (Heart activity), ब्लड प्रेशर (Blood pressure) एवं ऑक्सिजन लेवल (Oxygen levels) की जानकारी मिलती है।

    इन अलग-अलग टेस्ट की सहायता से वसोवागल सिंकोप की स्थिति की जानकारी मिलती है। अगर पेशेंट किसी अन्य हेल्थ कंडिशन (Health condition) से पीड़ित है, तो ऐसे इन ऊपर बताये टेस्ट के साथ-साथ बॉडी टेस्ट (Body Test) की जा सकती है। सभी रिपोर्ट्स को देखने के बाद डॉक्टर जल्द से जल्द वसोवागल सिंकोप का इलाज शुरू करते हैं।

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    वसोवागल सिंकोप का इलाज कैसे किया जाता है? (Treatment for Vasovagal syncope)

    वसोवागल सिंकोप (Vasovagal syncope)

    एन इंटरनैश्नल जर्नल ऑफ मेडिसिन (An International Journal of Medicine) में पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार वसोवागल सिंकोप की समस्या के लिए मेडिकेशन की जरूरत शुरुआती दिनों में नहीं पड़ती है। ऐसे में वैसे स्थितियों से बचने की सलाह दी जाती है, जिससे व्यक्ति बेहोश (Faint) हो या उन्हें घबराहट हो। वहीं अगर वसोवागल सिंकोप की समस्या अगर ज्यादा है, तो निम्नलिखित मेडिकेशन प्रिस्क्राइब की जा सकती हैं। जैसे:

    • अल्फा -1 एड्रीनर्जिक एगोनिस्ट (Alpha-1 adrenergic agonists)- इस ड्रग्स के सेवन से कम हुए ब्लड प्रेशर (Low blood pressure) को बढ़ाने में मदद मिलती है।
    • फ्लुडरोकोर्टीसोन (Fludrocortisone)- ब्लड में सोडियम लेवल (Sodium level) को मेंटेन रखने के लिए फ्लुडरोकोर्टीसोन प्रिस्क्राइब की जा सकती है।
    • सेलेक्टिव सेरोटोनिन रूप्टेक इनहिबिटर (Selective serotonin reuptake inhibitors)- नर्वस सिस्टम को ठीक तरह से काम करने के लिए एंटीडिप्रेसेंट मेडिकेशन (Antidepressant medications) दी जा सकती है।

    इन दवाओं को पेशेंट की हेल्थ कंडिशन (Health condition) एवं बीमारी की गंभीरता को देखते हुए प्रिस्क्राइब की जाती है।

    नोट: अगर डॉक्टर ने इन दवाओं को प्रिस्क्राइब किया है, तो डॉक्टर द्वारा बताये डोज का ही सेवन करें। अपनी मर्जी से इन दवाओं का सेवन करना या प्रिस्क्राइब्ड डोज से ज्यादा लेने और इन दवाओं से साइड इफेक्ट्स भी हो सकती है।

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    किन स्थितियों में वसोवागल सिंकोप (Vasovagal syncope) की समस्या होने पर डॉक्टर से जल्द संपर्क करना चाहिए?

    एन इंटरनैश्नल जर्नल ऑफ मेडिसिन (An International Journal of Medicine) में पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार वसोवागल सिंकोप की समस्या अगर शुरुआती हो तो ऐसे में तुरंत दवा प्रिस्क्राइब नहीं की जाती है, लेकिन अगर निम्नलिखित स्थितियों में वसोवागल सिंकोप (Vasovagal syncope) की समस्या होती है, तो जल्द से जल्द डॉक्टर से कंसल्ट करना चाहिए। जैसे:

    • गर्भवती (Pregnant) होना।
    • अत्यधिक ऊंचाई से गिरना (significant height)।
    • सिर में चोट (Head injury) लगना।
    • कॉन्सस (Consus) रहना।
    • सीने में दर्द (Chest pain) महसूस होना।
    • सांस लेने में परेशानी (Breathing problem) महसूस होना।
    • कन्फयूजन (Confusion) में रहना।
    • बॉडी मूवमेंट (Body movement) में कठिनाई होना।

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    वसोवागल सिंकोप से बचाव कैसे करें? (Tips to prevent Vasovagal syncope)

    वसोवागल सिंकोप से बचाव के लिए निम्नलिखित टिप्स फॉलो किये जा सकते हैं। जैसे:

    • तनाव (Tension) से बचें
    • एक्सरसाइज (Workout) करें, लेकिन डॉक्टर से सलाह लेकर।
    • तरल पदार्थों (Fluid) का सेवन ज्यादा करें।
    • नमक (Salt) का सेवन डायट में ठीक तरह से करें।
    • ब्लड प्रेशर कम (Low blood pressure) करने वाली दवाओं का सेवन ना करें।

    इन टिप्स के साथ-साथ अगर फेंट (Faint) होने की स्थिति बनती है, तो ऐसे में पेशेंट को जल्द से जल्द रिलैक्स (Relax) करें और उन्हें लिटा दें और डॉक्टर से संपर्क करें।

    अगर आप कार्डियोवैस्कुलर डिजीज यानी वसोवागल सिंकोप (Vasovagal syncope) की समस्या से पीड़ित हैं, तो डॉक्टर से कंसल्टेशन जल्द से जल्द करें। ध्यान रखें कि वसोवागल सिंकोप (Vasovagal syncope) होने पर लापरवाही ना बरतें। आपकी छोटी सी लापरवाही आपको गंभीर बीमारियों का शिकार भी बना सकती हैं। इसलिए अगर आपको वसोवागल सिंकोप की समस्या है, तो डॉक्टर से समय-समय पर कंसल्टेशन करें, वॉक (Walk) करें, योग (Yoga) करें और पौष्टिक आहार (Healthy diet) का सेवन। अगर आप वसोवागल सिंकोप (Vasovagal syncope) से जुड़े किसी सवाल का जवाब जानना चाहते हैं, तो हमें कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं।

    स्वस्थ्य रहने के लिए हेल्दी फूड (Healthy food) का सेवन जरूरी माना जाता है, लेकिन क्या आप जानते हैं हेल्दी खाने के लिए टाइम टेबल मैनेज करना भी बेहद जरूरी है। इसलिए नीचे दिय इस वीडियो पर क्लिक करें और एक्सपर्ट से जानिए कब और क्या खाएं।

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