एक्यूट हार्ट फेलियर का इलाज कैसे किया जाता है? (Treatment for Acute Heart Failure)
एक्यूट हार्ट फेलियर का इलाज पेशेंट की हेल्थ कंडिशन पर और बीमारी की गंभीरता पर निर्भर है। इसलिए एक्यूट हार्ट फेलियर के इलाज के लिए निम्नलिखित विकल्पों को अपनाया जा सकता है। जैसे:
मेडिकेशन (Medication)
एक्यूट हार्ट फेलियर के इलाज के लिए निम्नलिखित दवाएं प्रिस्क्राइब की जा सकती हैं। जैसे:
- एंजियोटेंसिन-कन्वर्टिंग एंजाइम (एसीई) इन्हिबिटर्स (Angiotensin-converting enzyme (ACE) inhibitors)
- एंजियोटेंसिन II रिसेप्टर ब्लॉकर्स (Angiotensin II receptor blockers)
- बीटा ब्लॉकर्स (Beta-blockers)
- लेनोक्सिन (Lanoxin)
- डाइयूरेटिक्स (Diuretics)
- एल्डोस्टेरॉन एंटागोनिस्ट्स (Aldosterone antagonists)
इन अलग-अलग दवाओं को डॉक्टर पेशेंट की हार्ट हेल्थ को ध्यान में रखकर करते हैं। अगर पेशेंट को कोलेस्ट्रॉल की समस्या है, तो ऐसे में कोलेस्ट्रॉल के लिए भी दवा प्रिस्क्राइब कर सकते हैं।
नोट: इन दवाओं का सेवन अपनी मर्जी से ना करें और जब तक डॉक्टर ने पेशेंट को लेने की सलाह दी हो तभी तक करें।
सर्जरी (Surgery)
अगर सिर्फ दवाओं से एक्यूट हार्ट फेलियर की स्थिति में सुधार नहीं आता है या एक्यूट हार्ट फेलियर की वजह से हार्ट में ज्यादा परेशानी होती है, तो ऐसी स्थिति में डॉक्टर सर्जरी का निर्णय लेते हैं। इनमें शामिल है-
हार्ट वॉल्व रिप्लेसमेंट या रिपेयर (Heart valve replacement or repair)
हार्ट वॉल्व (Heart valve) से जुड़ी तकलीफों को दूर करने के लिए हार्ट वॉल्व रिप्लेसमेंट या रिपेयर का विकल्प चुनते हैं।
कोरोनरी बायपास सर्जरी (Coronary bypass surgery)
ब्लड वेसल्स (Blood vessel) से जुड़ी तकलीफ को दूर करने के लिए कोरोनरी बायपास सर्जरी की जाती है।
इन दो सर्जरी के अलावा आवश्यकता पड़ने पर डिवाइस का भी इस्तेमाल किया जा सकता है। डिवाइस की सहायता से हार्ट फंक्शन में मदद मिलती है। इसलिए निम्नलिखित डिवाइस की मदद ली जा सकती है। जैसे:
- बाइवेंट्रिकुलर पेसमेकर (Biventricular pacemaker)
- इम्प्लांटेबल कार्डियोवर्टर-डिफाइब्रिलेटर्स (Implantable cardioverter-defibrillators [ICDs])
- हार्ट पम्पस (Heart pumps)