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कोलेस्ट्रॉल कम करने की होम्योपैथिक दवा कैसे करती है असर, जानें इससे जुड़ी सारी बातें

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड Sayali Chaudhari · फार्मेकोलॉजी · Hello Swasthya


Nidhi Sinha द्वारा लिखित · अपडेटेड 25/09/2023

    कोलेस्ट्रॉल कम करने की होम्योपैथिक दवा कैसे करती है असर, जानें इससे जुड़ी सारी बातें

    अनहेल्दी फूड हेबिट्स कई बीमारियों को दावत देने में सक्षम होती है। ऐसी ही एक बीमारी है हाय कोलेस्ट्रॉल। कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ने की वजह से दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है। नैशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन (National Center for Biotechnology Information) में पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार भारत में हाय कोलेस्ट्रॉल की समस्या तेजी से बढ़ती जा रही है। अगर स्टेटिस्टिक्स की बात करें तो भारत के शहरी इलाकों में 25 से 30 प्रतिशत एवं ग्रामीण इलाकों में 20 प्रतिशत लोगों में हाय कोलेस्ट्रॉल की समस्या हाल ही में डायग्नोस की गई है। हाय कोलेस्ट्रॉल लेवल को बैलेंस रखना कठिन नहीं है। इस आर्टिकल में जानें कोलेस्ट्रॉल कम करने की होम्योपैथिक दवा (Homeopathic medicine for Hi cholesterol) से जुड़ी सभी जानकारियां। पहले जानें-

    • कोलेस्ट्रॉल कम करने की होम्योपैथिक क्या हैं?
    • बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल लेवल के लक्षण क्या हैं?
    • कोलेस्ट्रॉल कम करने की होम्योपैथिक दवा कौन-कौन सी हैं?
    • कोलेस्ट्रॉल कम करने की होम्योपैथिक दवा के अलावा नैचुरल फूड भी है लाभकारी। 
    • कोलेस्ट्रॉल कम करने की होम्योपैथिक दवा के साथ-साथ किन-किन बातों का रखें ध्यान?

    चलिए अब एक-एक कर हाय कोलेस्ट्रॉल से जुड़े इन सवालों का जवाब जानते हैं। 

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    कोलेस्ट्रॉल कम करने की होम्योपैथिक दवा : हाय कोलेस्ट्रॉल (High cholesterol) क्या है?

    हाय कोलेस्ट्रॉल के लिए होम्योपैथिक मेडिसिन (Homeopathic medicine for High cholesterol)

    कोलेस्ट्रॉल कम करने की होम्योपैथिक दवा से पहले जान लें कि हाय कोलेस्ट्रॉल क्या होता है? कोलेस्ट्रॉल ह्यूमन बॉडी में मौजूद एक आवश्यक तत्व है। कोलेस्ट्रॉल का निर्माण लिवर में होता है। शरीर की कोशिकाओं के निर्माण, हॉर्मोन्स एवं विटामिन डी के निर्माण में कोलेस्ट्रॉल की भूमिका किसी फिल्म के हीरो से कम नहीं है। हालांकि, अगर किसी भी कारण से कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ जाए, तो ऐसी स्थिति में हार्ट प्रॉब्लेम एवं किडनी से जुड़ी समस्या बढ़ सकती है। इसलिए कोलेस्ट्रॉल लेवल बैलेंस में रखने की सलाह दी जाती है। 

    हाय कोलेस्ट्रॉल के लिए होम्योपैथिक मेडिसिन से जुड़ी जानकारी शेयर करने से पहले कोलेस्ट्रॉल लेवल के बारे में जान लेते हैं। 

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    कोलेस्ट्रॉल कम करने की होम्योपैथिक दवा : कॉलेस्ट्रॉल लेवल कितना हो?

    नैशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन (National Center for Biotechnology Information) के अनुसार कोलेस्ट्रॉल लेवल निम्नलिखित होना चाहिए। जैसे:

    20 या इससे ज्यादा उम्र के पुरुष में कोलेस्ट्रॉल लेवल (Male Cholesterol level)-

    • टोटल कोलेस्ट्रॉल: 125 से 200 mg/dL
    • नॉन एचडीएल: 130 mg/dL से कम
    • एलडीएल: 100 mg/dL से कम
    • एचडीएल: 40 mg/dL से ज्यादा

    20 या इससे ज्यादा उम्र की महिला में कोलेस्ट्रॉल लेवल (Female Cholesterol level)-

    • टोटल कोलेस्ट्रॉल: 125 से 200 mg/dL
    • नॉन एचडीएल: 130 mg/dL से कम
    • एलडीएल: 100 mg/dL से कम
    • एचडीएल: 50 mg/dL से ज्यादा

    ये है कोलेस्ट्रॉल लेवल से जुड़ी जानकारी अब आर्टिकल में आगे जानेंगे हाय कोलेस्ट्रॉल लेवल के लक्षण के बारे में।

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    बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल लेवल के लक्षण क्या हैं? (Symptoms of high cholesterol)

    बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल लेवल के लक्षण निम्नलिखित हो सकते हैं। जैसे:

    • सीने में दर्द (Chest pain) होना। 
    • बेचैनी (Restlessness) महसूस करना।
    • बॉडी वेट (Body weight) बढ़ना।
    • सांस लेने (Breathing problem) में तकलीफ होना।
    • सिरदर्द (Headache) की होना।

    ये लक्षण सामान्य शारीरिक तकलीफ हो सकती है, लेकिन इन लक्षणों को इग्नोर ना करें और ऐसे में जल्द से जल्द डॉक्टर से कंसल्ट करें। 

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    कोलेस्ट्रॉल कम करने की होम्योपैथिक दवा (Homeopathic medicine for high cholesterol) 

    हाय कोलेस्ट्रॉल के लिए होम्योपैथिक मेडिसिन (Homeopathic medicine for High cholesterol)

    हाय कोलेस्ट्रॉल के लिए होम्योपैथिक मेडिसिन: कोलेस्ट्रॉल लैट (CHOLESTERINUM LATT)

    होम्योपैथिक मेडिसिन कोलेस्ट्रॉल लैट (CHOLESTERINUM LATT) में मौजूद नैचुरल मिनिरल्स, हर्ब्स एवं एक्टिव केमिकल्स कोलेस्ट्रॉल लेवल को बैलेंस रखने में अत्यधिक सहायक माना जाता है। हाय कोलेस्ट्रॉल के लिए होम्योपैथिक मेडिसिन की लिस्ट में शामिल कोलेस्ट्रॉल लैट (CHOLESTERINUM LATT) दवा के तौर पर होम्योपैथिक डॉक्टर ट्राईटुरेशन टेबलेट (Trituration tablet) प्रिस्क्राइब करते हैं। 

    हाय कोलेस्ट्रॉल के लिए होम्योपैथिक मेडिसिन: लायकोपोडियम (Lycopodium)

    हाय कोलेस्ट्रॉल के लिए होम्योपैथिक मेडिसिन की लिस्ट में शामिल है लायकोपोडियम (Lycopodium)। लायकोपोडियम के सेवन से हार्ट (Heart) एवं लिवर (Liver) में कोलेस्ट्रॉल लेवल बैलेंस रहता है। लायकोपोडियम (Lycopodium) भी होम्योपैथिक डॉक्टर द्वारा प्रिस्क्राइब की जाती है। 

    हाय कोलेस्ट्रॉल के लिए होम्योपैथिक मेडिसिन: अवेना सतीवा (Avena Sativa)

    हाय कोलेस्ट्रॉल की समस्या से पीड़ित लोगों को अवेना सतीवा (Avena Sativa) प्रिस्क्राइब की जाती है। अवेना सतीवा (Avena Sativa) कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम करने के साथ-साथ शुगर एब्सॉर्ब्शन में भी सहायक है, जिससे बॉडी में ब्लड शुगर लेवल (Blood sugar level) बैलेंस रहता है।

    हाय कोलेस्ट्रॉल के लिए होम्योपैथिक मेडिसिन: अल्फाल्फा (Alfalfa)

     होम्योपैथिक दवाओं में अल्फाल्फा (Alfalfa) मशहूर दवाओं की लिस्ट में शामिल है। हाय कोलेस्ट्रॉल की समस्या से निजात दिलाने में बेहद सहायक दवा मानी जाती है। दरअसल अल्फाल्फा (Alfalfa) में मौजूद विटामिन ए (Vitamin A), विटामिन सी (Vitamin C), विटामिन ई (Vitamin E) एवं विटामिन के (Vitamin K) कोलेस्ट्रॉल एब्सॉर्ब्शन को कम करने में सहायता प्रदान करता है। 

    हाय कोलेस्ट्रॉल के लिए होम्योपैथिक मेडिसिन: कोलेस्टेरिनम (Cholesterinum)

    हाय लेवल कोलेस्ट्रॉल को बैलेंस करने के लिए कोलेस्टेरिनम (Cholesterinum) प्रिस्क्राइब की जाती है। कोलेस्टेरिनम (Cholesterinum) के सेवन से आट्रियल वॉल को नुकसान होने से बचाने में खास भूमिका निभाता है।  

    ये हैं 5 अलग-अलग तरह की हाय कोलेस्ट्रॉल के लिए होम्योपैथिक मेडिसिन (Homeopathic medicine for high cholesterol) के नाम। इन दवाओं के अलावा हाय कोलेस्ट्रॉल के लिए होम्योपैथिक दवा प्रिस्क्राइब की जा सकती है।

    नोट: अपनी मर्जी से हाय कोलेस्ट्रॉल के लिए होम्योपैथिक दवा का सेवन नाम करें, क्योंकि इन दवाओं के सेवन से साइड इफेक्ट्स भी हो सकते हैं। इसलिए प्रिस्क्राइब्ड अनुसार ही होम्योपैथिक दवा का भी सेवन करें।  

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    हाय कोलेस्ट्रॉल के लिए होम्योपैथिक मेडिसिन के अलावा नैचुरल फूड (Natural foods) भी है लाभकारी- 

    हाय कोलेस्ट्रॉल की समस्या को कम करने के लिए निम्नलिखित खाद्य पदार्थों का सेवन लाभकारी माना जाता है। जैसे:

    • ब्राउन राइस (Brown rice)- ब्राउन राइस अनसैचुरेटेड होता है और इसके सेवन से हाय कोलेस्ट्रॉल लेवल को बैलेंस रखने में मदद मिल सकती है। इसलिए ब्राउन राइस का सेवन किया जा सकता है। 
    • लहसुन (Garlic)- हाय कोलेस्ट्रॉल के लिए होम्योपैथिक मेडिसिन के अलावा नैचुरल फूड जैसे लहसुन का सेवन लाभकारी माना गया है। लहसुन के सेवन से गुड कोलेस्ट्रॉल बनाये रखने में मदद मिलती है। 
    • हल्दी (Turmeric)- बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करने का राज छुपा है हल्दी में। हल्दी में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट गुण कोलेस्ट्रॉल लेवल को बैलेंस बनाने में सहायक माना जाता है।  

    इन 3 नैचुरल खाद्य पदार्थों के अलावा अन्य खाद्य पदार्थों का सेवन किया जा सकता है, जिससे हाय कोलेस्ट्रॉल लेवल को इम्बैलेंस होने से बचाने में मदद मिल सकती है। 

    और पढ़ें : कैसे समझें कि आपका कोलेस्ट्रॉल बढ़ गया है? जानिए कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के लक्षण

    हाय कोलेस्ट्रॉल के लिए होम्योपैथिक मेडिसिन (homeopathic medicine for cholesterol in hindi) के साथ-साथ किन-किन बातों का रखें ध्यान?

    हाय कोलेस्ट्रॉल के लिए होम्योपैथिक मेडिसिन (Homeopathic medicine for High cholesterol)

    कोलेस्ट्रॉल कम करने की होम्योपैथिक दवा के सेवन के साथ-साथ निम्नलिखित बातों का ध्यान रखें। जैसे:

    • सब्जी बनाने के लिए सूरजमुखी या कुसुम के तेल का इस्तेमाल करें।
    • डीप फ्राय (Deep fry) किये हुए खाद्य पदार्थों का सेवन ना करें।  
    • खाने को ग्रिल या बॉइल कर सेवन किया जा सकता है।
    • पौष्टिक आहार (Healthy diet) का सेवन करें।
    • वजन संतुलित बनाये रखें, क्योंकि वजन बढ़ने से हाय कोलेस्ट्रॉल (High Cholesterol) का खतरा बढ़ जाता है, जिससे हार्ट डिजीज की संभावना बढ़ जाती है।
    • ताजे फल (Fruits) एवं सब्जियों (Vegetables) का सेवन करें।
    • नट्स का सेवन भी हार्ट डिजीज (Heart disease) से बचाव में सहायक माना जाता है।
    • स्मोकिंग (Smoking) ना करें।   

    हाय कोलेस्ट्रॉल के लिए होम्योपैथिक मेडिसिन के सेवन के साथ-साथ इन ऊपर बताये बातों का ध्यान रखें। 

    अगर आप हाय कोलेस्ट्रॉल की समस्या से पीड़ित हैं, तो डॉक्टर से कंसल्टेशन जल्द से जल्द करें। ध्यान रखें कि कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol) की समस्या होने पर लापरवाही ना करें, क्योंकि आपकी छोटी सी लापरवाही आपको गंभीर बीमारियों का शिकार भी बना सकती हैं। इसलिए अगर आपको हाय कोलेस्ट्रॉल की समस्या है, तो डॉक्टर से समय-समय पर कंसल्टेशन करें, वॉक (Walk) करें, योग (Yoga) करें और पौष्टिक आहार (Healthy diet) का सेवन करें। हाय कोलेस्ट्रॉल की तकलीफ को कम करने के लिए होम होम्योपैथिक मेडिसिन का सहारा लिया जा सकता है, लेकिन डॉक्टर से कंसल्टेशन के बाद। अगर आप हाय कोलेस्ट्रॉल से जुड़े किसी सवाल का जवाब जानना चाहते हैं, तो हमें कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं। 

    स्वस्थ्य रहने के लिए हेल्दी फूड का सेवन जरूरी माना जाता है, लेकिन क्या आप जानते हैं हेल्दी खाने के लिए टाइम टेबल मैनेज करना भी बेहद जरूरी है। इसलिए नीचे दिय इस वीडियो पर क्लिक करें और एक्सपर्ट से जानिए कब और क्या खाएं।

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