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जानिए जुकाम और फ्लू को लेकर फैले ये 12 मिथक

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya


Ankita mishra द्वारा लिखित · अपडेटेड 22/08/2020

    जानिए जुकाम और फ्लू को लेकर फैले ये 12 मिथक

    आमतौर पर देखा जाए तो सर्दी-जुकाम और फ्लू के लक्षण लगभग एक जैसे ही होते हैं। यही वजह भी है कि लोग अक्सर सर्दी और फ्लू के मिथक समझ भी नहीं पाते हैं। अधिकतर लोग फ्लू को सर्दी के लक्षण मानकर अनदेखा कर देते हैं, जिसके कारण कई बार यह अन्य गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का भी कारण बन जाता है। हम अपने इस आर्टिकल में आपको सर्दी और फ्लू के मिथक बताने वाले हैं, ताकि आप आसानी से सर्दी-जुकाम और फ्लू के बीच अंतर समझ पाएं और समय रहते उचित इलाज करा पाएं।

    जानिए सर्दी और फ्लू के मिथक से जुड़ें ये 10 राज

    1. सर्दी और फ्लू के मिथक – वैक्सीन स्वास्थ्य के लिए जोखिम भरा हो सकता है और हेल्थ पर बुरा प्रभाव डाल सकता है।

    फैक्ट्स- फ्लू जैसे विभिन्न स्थितियों से बचाव करने के लिए कई तरह के वैक्सीन के इस्तेमाल से हर कोई वाकिफ हैं। इनमें से कुछ वैक्सीन बच्चे के जन्म के बाद और एक निश्चित समय पर छोटे बच्चों को लगाया जाता है, जोकि निशुल्क भी है। इसके अलावा किसी भी उम्र के बच्चे या वयस्क में इन्फ्लूएंजा के लक्षण पाएं जाते हैं, तो वायरस को फैलने से रोकने के लिए वैक्सीन लगाना बेहद जरूरी है।

    ऐसे में कुछ लोगों को वैक्सीन लगाएं जाने वाली जगह में सूजन हो सकती है। इसके अलावा फ्लू वैक्सीन लगवाने वाले कुछ लोग बुखार, मसल्स पेन या थकान का अनुभव कर सकते हैं। जो आमतौर पर वैक्सीन लगाने के दो से तीन दिनों में अपने आप ठीक भी हो जाते हैं।

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    2. सर्दी और फ्लू के मिथक – फ्लू शॉट के बाद आपको कभी भी फ्लू नहीं हो सकता है।

    फैक्ट्स- किसी भी तरह का उपचार कभी भी 100 फिसदी तक सफल नहीं होता है। फ्लू का टीका भी आपको सिर्फ फ्लू के कारण होने वाली गंभीर बीमारियों से 60 फिसदी तक बचाता है। फ्लू शॉट आपको सभी बीमारियों से बचाता नहीं है और न ही फ्लू से 100 प्रतिशत तक आपको बचा रखता है। हालांकि, यह आपके बीमार होने की संभावनों को काफी हद तक कम करता है।

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    3. मिथक- फ्लू होने पर बहुत ज्यादा सर्दी होती है।

    फैक्ट्स- सर्दी और फ्लू के लक्षण, जैसे खांसी, बंद नाक या सिरदर्द एक जैसे ही होते हैं। कुछ मामलों में इनके इलाज भी एक ही हो सकते हैं। जोकि, सर्दी और फ्लू के मिथक की सबसे बड़ी वजह भी है। लेकिन, आमतौर पर फ्लू के लक्षण सर्दी से अधिक गंभीर होते हैं और यह लंबे समय तक रह सकता है। फ्लू के लक्षणों में फीवर, कफ, ठंड लगना, बॉडी पेन, सिरदर्द और गले में दर्द शामिल है। जबकि कोल्ड के लक्षण काफी कम और हल्के होते हैं।

    4. मिथक- फ्लू शॉट का प्रभाव तत्काल देखा जाता है।

    फैक्ट्स- किसी भी दवा को अपने प्रभाव दिखाने में समय लगता है। इसी तरफ फ्लू शॉट लेने के बाद व्यक्ति के शरीर में इसका असर होने में कम से कम दो हफ्ते तक का समय लग सकता है। बेहतर होगा कि सर्दी और फ्लू के मिथक पर ध्यान न दें और सर्दी-जुकाम या फ्लू से बचने के लिए सुरक्षित तरीकों का इस्तेमाल करें।

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    5. सर्दी और फ्लू के मिथक – फ्लू या सर्दी से खुद को बचाने का कोई सफल तरीका नहीं है।

    फैक्ट्स- फ्लू का टीका फ्लू से बचाव और फ्लू के जोखिमों को कम करने के लिए एक सुरक्षित और सफल तरीका है। इसके अलावा फ्लू से बचाव का सबसे अच्छा तरीका है साफ-सफाई का ख्याल रखना। फ्लू से संक्रमित किसी भी व्यक्ति के करीब न जाएं। संक्रमित भोजन या दूषित पानी न पीएं। पर्याप्त नींद लें, स्वस्थ आहार खाएं और शरीर को हाइड्रेडट रखने से भी इसके जोखिमों को कम किया जा सकता है। फ्लू होने पर घर में रहें और खांसी होने पर मुंह को किसी साफ कॉटन के कपड़े से ढंकें।

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    6. मिथक- जुकाम या फ्लू होने पर सार्वजनिक जगहों पर न जाएं।

    फैक्ट्स- अक्सर लोगों को सलाह देते हुए सुना जा सकता है कि स्वाइन फ्लू होने पर घर में रहें। भीड़-भाड़ या सार्वजनिक जगहों में न घूमें। लेकिन, बता दें कि यह पूरी तरह से सच नहीं हैं। उचित सावधानी और साफ-सफाई का ख्याल रख कर फ्लू से संक्रमित व्यक्ति सार्वजनिक जगहों पर जा सकता है और कुछ समय के लिए खुली हवा में रह सकता है।

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    7. मिथक- रोग-प्रतिरोधक क्षमता मजबूत वाले व्यक्ति को फ्लू या जुकाम नहीं हो सकता है।

    फैक्ट्स- कुछ लोगों का मानना है इम्यून सिस्टम मजबूत होने पर फ्लू या जुकाम नहीं हो सकता है। जबकि, ऐसा नहीं है। सर्दी या फ्लू से संक्रमित किसी भी व्यक्ति के संपर्क में अगर कोई भी स्वस्थ्य व्यक्ति आता है, तो उसमें इसके संक्रमण फैलने की संभावना लगभग एक जैसे ही होती है।

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    8. सर्दी और फ्लू के मिथक – एंटीबायोटिक्स के इस्तेमाल से फ्लू या सर्दी का इलाज किया जा सकता है।

    फैक्ट्स- एंटीबायोटिक्स सिर्फ बैक्टीरियल इंफेक्शन में ही लाभकारी होते हैं। हालांकि, सर्दी और फ्लू वायरस के कारण होते हैं, जिनके उपचार में एंटीबायोटिक्स का किसी भी तरह से मददगार नहीं होता है।

    9. मिथक- फ्लू वैक्सीन के कारण भी फ्लू हो सकता है।

    फैक्ट्स- फ्लू का टीका कभी भी फ्लू की बीमारी का कारण नहीं बन सकता है। मौजूदा समय में फ्लू का टीका दो तरीकों से बनाया जाता है। पहला फ्लू का टीक ‘निष्क्रिय’ (मारे गए) फ्लू वायरस से बना होता है जिससे किसी भी तरह का संक्रमण नहीं हो सकता है। जबकि, दूसरा, संक्रमण पैदा किए बिना प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया उत्पन्न करने के लिए फ्लू वायरस से केवल एक जीन का उपयोग किया जाता है।

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    10. मिथक- बारिश में भीगने पर सर्दी या फ्लू हो सकता है।

    फैक्ट्स- ये सरासर सर्दी और फ्लू के मिथक हैं। असल में बहुत ज्यादा बारिश में भीगने या ठंड लगने के कारण शरीर सिर्फ सर्दी और फ्लू के वायरस विकसित करने के लिए अतिसंवेदनशील बना सकता है। लेकिन, इसके कारण सर्दी या फ्लू नहीं हो सकता है। इसलिए ठंड लगने पर गर्म कपड़े पहनें और खुद को सूखा रखें, ताकि शरीर को फिर से वायरस से लड़ने के लिए मजबूत बना सकें।

    11. सर्दी और फ्लू के मिथक – चिकन सूप पीने से इलाज में आती है तेजी

    फैक्ट्स – वैसे तो इस मिथक में थोड़ी बहुत सचाई है, लेकिन इस पर अध्ययनों की कमी होने के कारण इसे पूरी तरह से स्पष्ट नहीं माना जा सकता है। दरअसल चिकन सूप के चूहों पर किए गए अध्ययनों में पाया गया की इसके एंटीइंफ्लामेट्री गुण इलाज की प्रक्रिया में तेजी लाते हैं। हालांकि, इस विषय में अभी तक मनुष्य पर कोई अध्ययन मौजूद नहीं है। दरअसल गर्म पेय गले के दर्द और खराश को कम कर सकते हैं और जरूरी फ्लूइड प्रदान करते हैं, लेकिन चिकन सूप में ऐसी कोई विशेषताएं नहीं है जो फ्लू से लड़ने में मदद करें।

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    12. मिथक – सर्दी जुकाम में ओवर दी काउंटर (ओटीसी) दवाओं से जल्दी ठीक होते हैं

    फैक्ट्स – बुरी खबर यह है कि इस बात में कोई सच्चाई नहीं है। क्योंकि ओटीसी दवाएं केवल आपको राहत दिलाती हैं और आपके मस्तिष्क तक सर्दी जुकाम के संकेतों को नहीं पहुंचने देती। हालांकि, इससे इलाज में किसी भी प्रकार की तेजी नहीं आती है। सर्दी-जुकाम अपनी अवधि के अनुसार ही ठीक होता है।

    बच्चों को ओटीसी दवाएं देने से स्थिति और अधिक गंभीर हो सकती है। कुछ दवाओं के कारण लक्षणों का प्रभाव बढ़ जाता है। ऐसे में बिना डॉक्टरी सलाह की बच्चों को सर्दी-जुकाम में कोई दवा न दें।

    सर्दी-जुकाम का इलाज

    अगर आपको कोल्ड हो जाता है तो आप 1 से 2 हफ्तों के लिए बीमार भी पड़ सकते हैं, लेकिन इसका मतलब ये नहीं की आप निराश हो जाएं और अपने अधूरे कामों को लेकर स्ट्रेस लेने लगें। हम आपको कुछ ऐसे कारगर घरेलू नुस्खे बताएंगे जिनकी मदद से आपको कोल्ड के लक्षणों से लड़ने में मदद मिलेगी और साथ ही आप आराम से अपनी लाइफ को सामान्य रूप से जारी भी रख पाएंगे –

    पानी पीते रहें – जितना हो सके उतना हाइड्रेटेड रहने की कोशिश करें। सभी प्रकार के तरल पदार्थ जैसे जूस, पानी, सूप या नींबू पानी पीएं। गुनगुने पानी के साथ नींबू के रस और एक चम्मच शहद से आपको जल्द आराम मिल सकता है।

    इसके साथ ही हाइड्रेटेड रहने के लिए शराब, कॉफी और कैफीन युक्त सोडा का सेवन बंद कर दें।

    आराम करें – रात के समय दवा का सेवन करें या नाक और गले पर बाम लगा कर सोएं। आपके शरीर को हील होने के लिए समय चाहिए। जिसके लिए कम से कम 9 घंटे की नींद अनिवार्य है।

    डिस्क्लेमर

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