उम्र बढ़ने के साथ-साथ जोड़ों यानी जॉइन्ट (Joint) की समस्या आम मानी जाती है, लेकिन ऐसा नहीं है कि जोड़ों की समस्या सिर्फ बढ़ती उम्र में ही हो सकती है। नैशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन (NCBI) में पब्लिश्ड रिपोर्ट्स के अनुसार ऑस्टियोआर्थराइटिस (Osteoarthritis) भी जॉइंट से जुड़ी समस्या है और इस परेशानी से युवा वर्ग भी शिकार हैं। इसलिए जोड़ों (Joints) से जुड़ी एक और परेशानी बैक्टीरियल जॉइन्ट इन्फ्लेमेशन (Bacterial Joint Inflammation) के बारे में पूरी जानकारी हम आपके लिए लेकर आएं हैं।
- बैक्टीरियल जॉइन्ट इन्फ्लेमेशन क्या है?
- बैक्टीरियल जॉइन्ट इन्फ्लेमेशन के लक्षण क्या हैं?
- बैक्टीरियल जॉइन्ट इन्फ्लेमेशन के कारण क्या हैं?
- बैक्टीरियल जॉइन्ट इन्फ्लेमेशन का खतरा किन लोगों को ज्यादा है?
- बैक्टीरियल जॉइन्ट इन्फ्लेमेशन का निदान कैसे किया जाता है?
- बैक्टीरियल जॉइन्ट इन्फ्लेमेशन का इलाज क्या है?
- बैक्टीरियल जॉइन्ट इन्फ्लेमेशन से बचाव कैसे संभव है?
चलिए अब एक-एक कर इन सवालों का जवाब आपसे शेयर करते हैं।
बैक्टीरियल जॉइन्ट इन्फ्लेमेशन (Bacterial Joint Inflammation) क्या है?
जोड़ो में दर्द की समस्या अगर अत्यधिक होने लगे, तो यह बैक्टीरियल जॉइन्ट इन्फ्लेमेशन की समस्या की ओर इशारा करता है, जिसे शार्ट फॉर्म में BJI भी कहते हैं। इस दौरान जोड़ों में असहनीय दर्द एवं सूजन की समस्या शुरू हो जाती है, जिससे इंफेक्शन (Infection) की समस्या भी शुरू हो जाती है। बैक्टीरियल जॉइन्ट इन्फ्लेमेशन (Bacterial Joint Inflammation) होने पर मसल्स और बोन दोनों को नुकसान पहुंचता है। बैक्टीरियल जॉइन्ट इन्फ्लेमेशन का इलाज अगर ठीक से ना करवाया जाए, तो जॉइन्ट डिसेबिलिटी (Joint disability) या सेप्टिक शॉक (Septic Shock) का खतरा बढ़ सकता है। इसलिए जोड़ों में होने वाली परेशानी को इग्नोर ना करें और लक्षणों पर ध्यान दें।
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बैक्टीरियल जॉइन्ट इन्फ्लेमेशन के लक्षण क्या हैं? (Symptoms of Bacterial Joint Inflammation)
बैक्टीरियल जॉइन्ट इन्फ्लेमेशन की समस्या होने पर निम्नलिखित लक्षण महसूस या देखे जा सकते हैं। जैसे:
बैक्टीरियल जॉइन्ट इन्फ्लेमेशन के लक्षण जो किसी भी उम्र में देखी जा सकती है-
- बॉडी का टेम्प्रेचर सामान्य (Body temperature) से ज्यादा होना।
- जोड़ों की त्वचा रात के वक्त गर्म होना।
- जोड़ों में दर्द (Joint pain) होना।
- जोड़ों में सूजन (Swelling) होना।
- जोड़ों का लाल (Redness) होना।
- भूख (Appetite) नहीं लगना।
- थकान महसूस होना।
- दिल की धड़कन (Heart beat) सामान्य से ज्यादा तेज होना।
युवाओं में बैक्टीरियल जॉइन्ट इन्फ्लेमेशन के लक्षण-
- बाजुओं (Arms) के जॉइन्ट्स में दर्द होना।
- पैरों (Legs) के जोइंट्स में दर्द होना।
- घुटने (Knee) में दर्द रहना।
- पीठ (Back) और गर्दन (Neck) में भी दर्द महसूस होना।
बच्चों में बैक्टीरियल जॉइन्ट इन्फ्लेमेशन के लक्षण-
- हिप्स (Hips) एवं शोल्डर (Shoulders) में सूजन आना
इन लक्षणों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। इसलिए ऐसी स्थिति होने पर डॉक्टर से कंसल्टेशन बेहद जरूरी है और इसके कारणों को भी समझना आवश्यक है।
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बैक्टीरियल जॉइन्ट इन्फ्लेमेशन के कारण क्या हैं? (Cause of Bacterial Joint Inflammation)
बैक्टीरियल जॉइन्ट इन्फ्लेमेशन का मुख्य कारण बैक्टीरिया माना जाता है, जो आंख, नाक, कान या मुंह से पूरे शरीर प्रवेश कर जाता है। इस इंफेक्शन का कारण ऑरियस होता है, जिसे स्टैफ इंफेक्शन कहा जाता है। इसके अलावा बीजेएफ के कारण निम्नलिखित भी हो सकते हैं। जैसे:
- स्ट्रेप्टोकोकस (Streptococcus)- स्ट्रेप थ्रोट (Strep throat) की समस्या होना।
- स्ट्रेप्टोकोकस निमोनिया (Streptococcus pneumonia)- बैक्टीरियल निमोनिया होना।
- निसेनोरिया गोनोरेहिया (Neisseria gonorrhoeae)- गोनोरिया की समस्या।
- स्टैफिलोकॉकस ऑरियस (Staphylococcus aureus)- स्टेप इंफेक्शन होना।
- माइकोबैक्टीरियम ट्यूबर्क्युलोसिस (Mycobacterium tuberculosis)- ट्यूबर्क्युलोसिस होना।
- बोरेलिया बर्गडॉर्फिरी (Borrelia burgdorferi)- लाइम डिजीज (Lyme disease) होना।
ऊपर बताई गई शारीरिक परेशानियां बैक्टीरियल जॉइन्ट इन्फ्लेमेशन का कारण बन सकती हैं, लेकिन इसके अलावा भी BJI के खतरे को बढ़ाने में अन्य बीमारियां शामिल हैं।
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बैक्टीरियल जॉइन्ट इन्फ्लेमेशन का खतरा किन लोगों को ज्यादा है? (Risk for Bacterial Joint Inflammation)
BJI की समस्या किसी भी उम्र में हो सकती है और अगर निम्नलिखित परेशानी है या होती है, तो बैक्टीरियल जॉइन्ट इन्फ्लेमेशन का खतरा बढ़ जाता है। जैसे:
- जॉइन्ट सर्जरी (Joint surgery) करवाना।
- आर्टिफिशियल इम्प्लांट (Artificial implant) करवाना।
- इम्यून सिस्टम (Immune system) से जुड़ी परेशानी।
- गाउट (Gout) की समस्या रहना।
- रूमेटोइड आर्थराइटिस (Rheumatoid arthritis) होना।
- सोरायसिस (Psoriasis) या एक्जिमा (Eczema) की समस्या।
- त्वचा का अत्यधिक पतला होना या घाव (Wounds) होना।
- रेस्पिरेटरी इंफेक्शन (Respiratory infection) की समस्या।
- असुरक्षित शारीरिक संबंध (Unprotected sex) बनाना।
- मसूड़ों (Gum) से जुड़ी समस्या।
- डायबिटीज मेलिटस (Diabetes mellitus) की समस्या।
- यूरिनरी इंफेक्शन (Urinary infections) होना।
नोट: अगर आप स्मोकिंग (Smoking) करते हैं, तो भविष्य में BJI की समस्या हो सकती है। इसलिए स्मोकिंग ना करें।
अगर आप इन ऊपर बताई गई किसी भी शारीरिक परेशानी से पीड़ित हैं, तो इन बीमारियों को नजरअंदाज ना करें और जल्द से जल्द डॉक्टर से कंसल्ट करें।
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बैक्टीरियल जॉइन्ट इन्फ्लेमेशन का निदान कैसे किया जाता है? (Diagnosis of Bacterial Joint Inflammation)
अगर किसी व्यक्ति में बीजेआई के लक्षण नजर आते हैं, तो निदान के लिए निम्नलिखित टेस्ट करवाने की सलाह दी जाती है, जो इस प्रकार हैं:
- ब्लड टेस्ट (Blood tests)- इससे बैड बैक्टीरिया (Bad bacteria) की जानकारी मिलती है।
- एक्स-रे (X-ray)- जोड़ों का एक्स-रे किया जाता है, जिससे जॉइन्ट्स (Joints) या डैमेज हुए कार्टिलेज (Damage cartilage) की जानकारी मिलती है।
- जॉइन्ट फ्लूइड सैंपलिंग (Joint fluid sampling)- इन दोनों टेस्ट के अलावा जॉइन्ट फ्लूइड टेस्ट भी किया जाता है, जिससे बैक्टीरियल इंफेक्शन के प्रकार (Type of bacterial infection) की जानकारी मिलती है।
इन टेस्ट के अलावा अगर आवश्यकता पड़ती है, तो डॉक्टर अन्य टेस्ट (Test) करवाने की भी सलाह दे सकते हैं। इस दौरान डॉक्टर आपके मेडिकल हिस्ट्री की पूरी जानकारी लेते हैं और फिर अन्य बॉडी चेकअप की सलाह दे सकते हैं। इससे इलाज करना ज्यादा आसान हो जाता है।
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बैक्टीरियल जॉइन्ट इन्फ्लेमेशन का इलाज क्या है? (Treatments for Bacterial Joint Inflammation)
बैक्टीरियल जॉइन्ट इन्फ्लेमेशन का इलाज निम्नलिखित तरह से किया जाता है। जैसे:
- अगर परेशानी शुरुआती है, तो डॉक्टर ओरल एंटीबायोटिक (Oral antibiotic) मेडिसिन प्रिस्क्राइब करते हैं।
- अगर किसी व्यक्ति को बैक्टीरियल जॉइन्ट इन्फ्लेमेशन (BJI) की समस्या ज्यादा है, तो डॉक्टर पेशेंट के नसों में एंटीबायोटिक इंजेक्शन (Antibiotic injection) देते हैं। इस दौरान हॉस्पिटल में एडमिट होना भी पड़ सकता है।
- वहीं अगर समस्या पूरानी है, तो सर्जरी (Surgery) भी करवाने की जरूरत पड़ सकती है।
इसलिए शुरुआती दौर में हो रही परेशानी को इग्नोर ना करें और अगर आप उन बीमारियों से पीड़ित हैं, जिससे बैक्टीरियल जॉइन्ट इन्फ्लेमेशन की समस्या हो सकती है, सतर्क रहें और डॉक्टर से इस बारे में बात करें।
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बैक्टीरियल जॉइन्ट इन्फ्लेमेशन (Bacterial Joint Inflammation) से बचाव कैसे संभव है?
कई बार अनजाने में कई लोग दर्द की दवाओं (Pain killer) का सेवन करने लगते हैं या कोई ऐसी मेडिसिन जिसका सेवन उतना ही करना चाहिए, जितना डोज डॉक्टर आपको लेने की सलाह देते हैं। बैक्टीरियल जॉइन्ट इन्फ्लेमेशन से बचाव का यह सबसे पहला कदम माना जाता है। इसलिए किसी भी एंटीबायोटिक के सेवन से पहले हेल्थ एक्सपर्ट से इस बारे में जरूर जानें।
अगर आपको मसल्स या बॉन से जुड़ी कोई परेशानी महसूस होती है, तो इसे इग्नोर ना करें। अगर 6 से 7 दिन में आपकी तकलीफ दूर नहीं होती है, तो डॉक्टर से जरूर कंसल्ट करें, जिससे इलाज का फायदा आपको जल्द नजर आएगा। अगर आप बैक्टीरियल जॉइन्ट इन्फ्लेमेशन (Bacterial Joint Inflammation) की समस्या से पीड़ित हैं या इस आर्टिकल में बताये लक्षणों को महसूस कर रहें हैं, तो देर ना करें। अगर आप बैक्टीरियल जॉइन्ट इन्फ्लेमेशन (BJI) से जुड़े किसी तरह के कोई सवाल जानना चाहते हैं, तो विशेषज्ञों से समझना बेहतर होगा।
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