इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट में आमतौर पर निकोटीन होता है।अधिकांश में स्वाद और अन्य रसायन भी होते हैं, और कुछ में मारिजुआना या अन्य पदार्थ शामिल हो सकता है। आमतौर पर इस्तेमाल किए जाने वाले नाम वाप्स, ई-हुक्का, वेप पेन, मॉड, टैंक या इलेक्ट्रॉनिक निकोटीन डिलीवरी सिस्टम (ENDS) हैं।
लक्षण (Symptoms)
इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट या वेपिंग करने वाले लोगों में आमतौर पर खांसी, सांस की तकलीफ या सीने में दर्द की समस्या होती है । कुछ लोगों को मतली, उल्टी, दस्त, थकान, बुखार और वजन घटाने की समस्या भी हो सकती है। समय के साथ लक्षण विकसित हो सकते हैं । न्यूयार्क के दो राज्यों में, THC या CBD के केस सामने आए हैं। CDC कहना है कि राष्ट्रीय स्तर पर कोई भी पदार्थ या ई-सिगरेट उत्पाद के बीमारी से जुड़े होने की सूचना नहीं है।
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मोम और तेल का हो रहा है इस्तेमाल ( Candle & Oil Uses)
विस्कॉन्सिन में 32 मामलों को 29 अगस्त के रूप में सूचित किया गया था। वहां के सार्वजनिक स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि अब तक 27 मरीजों में से 89% ने ई-सिगरेट और अन्य वेपिंग उपकरणों का उपयोग करके टीएचसी उत्पादों, जैसे कि मोम और तेल का उपयोग किया था। इस दौरान रोगियों ने विभिन्न प्रकार के ब्रांड नेम और स्वाद बताए। टीएचसी के साथ वेपिंग कार्टिजस में ऐसे रसायन या योजक शामिल हो सकते हैं जो असुरक्षित, अज्ञात और अनियमित हैं। विस्कॉन्सिन डिपार्टमेंट ऑफ हेल्थ सर्विसेज की एक प्रवक्ता एलिजाबेथ गुडिट कहती हैं कि “जांच जारी है, और हम इस बारें में जानकारी इकट्ठा कर रहे हैं।
स्टेरॉयड (Steroids) की ले रहे हैं मदद
CDC के अनुसार, स्टेरॉयड ने उन रोगियों की मदद की है, जिन्हें इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट के उपयोग से फेफड़ों की गंभीर बीमारी थी। टेरिड्स कहते हैं कि स्टेरॉयड के एक कोर्स ने किंग्स काउंटी के कई रोगियों की मदद की। मरीजों को एक हफ्ते से एक महीने तक अस्पताल में भर्ती रखा गया था और उनके डिस्चार्ज के बाद भी घर पर इलाज जारी रहा।
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इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट से जुड़ी अहम बात (Facts related electronic Cigarette)