हमारा शरीर एक मशीन की तरह है, इसमें समय-समय पर कोई न कोई परेशानी आना बेहद कॉमन है। पेट में दर्द, गैस, कॉन्स्टिपेशन आदि ऐसी कई रोग हैं जो न केवल बड़ों में बल्कि बच्चों में भी सामान्य हैं। इंफ्लेमेटरी बॉवेल डिजीज (Inflammatory Bowel Disease) ऐसी ही एक समस्या है। आप इसे शार्ट फॉर्म IBD के रूप में भी जानते होंगे। बच्चों में इस रोग को पीडियाट्रिक IBD (Pediatric IBD) के नाम से जाना जाता है। इस बीमारी की स्थिति में डॉक्टर बच्चों को दवाईयों, जीवनशैली में बदलाव के साथ ही सर्जरी की सलाह भी दे सकते हैं। आज हम पीडियाट्रिक IBD के लिए सर्जरी (Surgery for Pediatric IBD) के बारे में बात करने वाले हैं। पीडियाट्रिक IBD के लिए सर्जरी (Surgery for Pediatric IBD) के बारे में बात करने से पहले पीडियाट्रिक IBD के बारे में जानकारी होना जरूरी है। तो आइए जानते हैं पीडियाट्रिक IBD क्या है?
जानिए पीडियाट्रिक IBD क्या है? (Pediatric IBD)
पीडियाट्रिक IBD यानी बच्चों में इंफ्लेमेटरी बॉवेल डिजीज (Inflammatory Bowel Disease) की समस्या होना। इंफ्लेमेटरी बॉवेल डिजीज (Inflammatory Bowel Disease) गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट में होने वाली इंफ्लेमेशन या सूजन को कहा जाता है। इसके दो मुख्य टाइप हैं क्रोहन’स डिजीज (Crohn’s disease) और अल्सरेटिव कोलाइटिस (Ulcerative Colitis)। यह डिजीज संक्रामक नहीं होती हैं लेकिन कई बार इन दोनों में अंतर करना मुश्किल हो जाता है। यह डिजीज लाइफ-लॉन्ग कंडिशंस हैं, जिनके लिए भविष्य में जटिलताओं से बचने के लिए उपचार जरूरी है।
पीडियाट्रिक IBD (Pediatric IBD) से पीड़ित बच्चों को पेट में हमेशा तेज दर्द और डायरिया की परेशानी रहती है। इसके कारण उनके इंटेस्टाइन इंफ्लेमड हो जाता है। यह स्थिति क्रॉनिक भी हो सकती है, इसका अर्थ है कि यह परेशानी लम्बे समय तक रह सकती है या बार-बार हो सकती है। पीडियाट्रिक IBD के लिए सर्जरी (Surgery for Pediatric IBD) से पहले इस समस्या के लक्षणों के बारे में जानकारी होना भी आवश्यक है। जानिए क्या हैं इस स्थिति में लक्षण?
और पढ़ें: Inflammatory Bowel Disease (IBD): इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज क्या है? जानिए इसके कारण, लक्षण और उपचार
पीडियाट्रिक IBD के लक्षण क्या हैं? (Symptoms of Pediatric IBD)
पीडियाट्रिक IBD (Pediatric IBD) के कारणों में एनवायरनमेंट फैक्टर्स शामिल हैं। इसके साथ ही जीन्स के कारण भी इसका जोखिम बढ़ सकता है। जैसा की पहले ही बताया गया है कि पेट में दर्द और डायरिया इस समस्या का मुख्य लक्षण है। इसके अलावा बच्चों में इसके इसके लक्षण भी नजर आ सकते हैं। आइए, जानें पीडियाट्रिक IBD के लक्षण क्या हैं?
- मल या मूत्र में ब्लड आना (Blood in the toilet or in poop)
- बुखार होना (Fever)
- लो एनर्जी (Low energy)
- वजन में कमी होना (Weight loss)
पीडियाट्रिक IBD से पीड़ित बच्चों को पर्याप्त कैलोरीज और न्यूट्रिशन प्राप्त करने में मुश्किल होती है। इससे प्रभावित बच्चों की ग्रोथ धीरे-धीरे होती है। ऐसे बच्चों में यौवन के लक्षण देरी से नजर आते हैं और उन्हें इससे संबंधित कई अन्य परेशानियां भी हो सकती हैं। इसके साथ ही इंफ्लेमेटरी बॉवेल डिजीज (Inflammatory Bowel Disease) के कारण अन्य समस्याएं भी हो सकती हैं जैसे रैशेज (Rashes), आई प्रॉब्लम्स (Eye Problems), जोड़ों में दर्द (Joint pain) और आर्थराइटिस (Arthritis) आदि। यही नहीं, इसके कारण लिवर प्रॉब्लम्स (Liver Problems) होने की संभावना भी बढ़ जाती है। डॉक्टर इस रोग के उपचार में सर्जरीज भी शामिल हैं। जानिए पीडियाट्रिक IBD के लिए सर्जरी (Surgery for Pediatric IBD) के बारे में विस्तार से।
और पढ़ें: Pelvic Inflammatory Disease: पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज क्या है? जानें इसके कारण, लक्षण और उपाय
पीडियाट्रिक IBD के लिए सर्जरी: पाएं पूरी जानकारी (Surgery for Pediatric IBD)
मेडलाइनप्लस के अनुसार इंफ्लेमेटरी बॉवेल डिजीज (Inflammatory Bowel Disease) के रोगियों में बहुत कम सर्जरी की जरूरत होती है। अगर दवाइयों और न्यूट्रिशन से इसके लक्षण कंट्रोल में नहीं आते हैं या इस समस्या के कारण बच्चे के इंटेस्टाइन को अधिक नुकसान हो गया होता है, तो ऐसी स्थिति में सर्जरी जरूरी है। पीडियाट्रिक IBD (Pediatric IBD) के दोनों प्रकारों क्रोहन’स डिजीज (Crohn’s disease) और अल्सरेटिव कोलाइटिस (Ulcerative Colitis) के लिए अलग-अलग तरह की सर्जरीज होती हैं। अब जानिए पीडियाट्रिक IBD के लिए सर्जरी (Surgery for Pediatric IBD) के बारे में विस्तार से।
और पढ़ें: प्रेग्नेंसी के दौरान न्यूट्रीशन की कमी से क्या बच्चे हो सकते हैं दिल से जुड़े डिफेक्ट्स?
पीडियाट्रिक IBD के लिए सर्जरी: क्रोहन’स डिजीज सर्जरी (Crohn’s Disease Surgery)
क्रोहन’स डिजीज के लिए अधिकतर सर्जरीज इस वजह से की जाती हैं कि इस समस्या के कारण बॉवेल के पार्ट गंभीर रूप से डैमेज्ड या इंफ्लेम्ड हो चुके होते हैं। इस सर्जरी में बॉवेल के डैमेज्ड सेक्शन को रिमूव करना शामिल है। इस तरह की सर्जरी को बॉवेल रिसेक्शन (Bowel resection) कहा जाता है। हालांकि, सर्जरी कोई इलाज नहीं है, लेकिन आमतौर पर यह काफी राहत प्रदान करती है। पीडियाट्रिक IBD के लिए सर्जरी (Surgery for Pediatric IBD) में सबसे सामान्य रिसेक्शन सर्जरीज (Resection Surgeries) इस प्रकार हैं:
एनेस्टोमोसिस के साथ बॉवेल रिसेक्शन (Bowel resection with Anastomosis)
इस तरह की सर्जरी में इंटेस्टाइन का रोगग्रस्त हिस्सा रिमूव कर दिया जाता है। इसके बाद आंतों के बाकी के हेल्दी हिस्सों को इंटेस्टाइन के साथ जोड़ा जाता है। इससे स्टूल को प्राकृतिक रूप से पास होने में आसानी होती है।
और पढ़ें: सर्जरी के बाद हो सकती है एक दूसरी परेशानी जिसका नाम है ‘कब्ज’, जानिए बचने के तरीके
इलियोस्टॉमी के साथ बॉवेल रिसेक्शन (Bowel resection with an Ileostomy)
पीडियाट्रिक IBD के लिए सर्जरी (Surgery for Pediatric IBD) में भी इंटेस्टाइन का रोगग्रस्त हिस्से को रिमूव करना शामिल है। लेकिन, सर्जन इंटेस्टाइन के बचे हुए हिस्सों को अटैच नहीं करते हैं। इसकी जगह वो एक इलियोस्टॉमी (Ileostomy) को क्रिएट करते हैं। यानी पेट में एक ओपनिंग बनाते हैं और आराम से बचे हुए इंटेस्टाइन के एक एंड को इस ओपनिंग के माध्यम से शरीर से बाहर निकालते हैं। कुछ समय के लिए बच्चे का स्टूल इस इलियोस्टॉमी के माध्यम से एक बैग में जाता है। एक बार जब बच्चा पूरी तरह से हील हो जाता है, तो सर्जन एक और सर्जरी के लिए कहते हैं। ताकि, इलियोस्टॉमी (Ileostomy) को बंद किया जा सके और बॉवेल के हेल्दी एंड्स को रिअटैच किया जा सके। इस सर्जरी में बच्चे और माता-पिता दोनों को कई चीजों का खास ध्यान रखना पड़ता है। ताकि बच्चे की रिकवरी सही से हो पाए।
पीडियाट्रिक IBD के लिए सर्जरी: कलेक्टॉमी (Colectomy)
कलेक्टॉमी, पीडियाट्रिक IBD के लिए सर्जरी (Surgery for Pediatric IBD) में एक मेजर रिसेक्शन सर्जरी है। जिसमें कोलन यानी लार्ज इंटेस्टाइन (Large intestine) के सभी या कुछ पार्ट्स को रिमूव कर दिया जाता है। बच्चे के स्वास्थ्य या जरूरत के अनुसार डॉक्टर कलेक्टॉमी के बाद इलियोस्टॉमी (Ileostomy) या एनेस्टोमोसिस (Anastomosis) का इस्तेमाल भी कर सकते हैं।
और पढ़ें: जीरो से पांच साल के बच्चे का विकास में पेरेंट्स काे इन बातों का ध्यान जरूर रखना चाहिए….
पीडियाट्रिक IBD के लिए सर्जरी: अल्सरेटिव कोलाइटिस सर्जरी (Ulcerative colitis surgery)
अल्सरेटिव कोलाइटिस के लिए सबसे सामान्य तरह की सर्जरी को लेप्रोस्कोपिक टोटल प्रोक्टोकॉलेक्टॉमी विद J-पाउच रिकंस्ट्रक्शन (Laparoscopic total proctocolectomy with J-pouch reconstruction) के नाम से जाना जाता है। इस सर्जरी में पूरी बड़ी आंत (Large intestine ) को रिमूव किया जाता है और शरीर से स्टूल को पास करने के लिए एक नया इंटरनल पाथवे बनाया जाता है। लेप्रोस्कोपिक (Laparoscopic) का अर्थ होता है कम से कम इनवेसिव सर्जरी (Minimum invasive surgery)। इसमें सर्जन पेट में छोटा सा चीरा लगाते हैं। टोटल प्रोक्टोकॉलेक्टॉमी (Total proctocolectomy) का अर्थ है कि सर्जरी पूरे कोलन को ही रिमूव कर देना।
J-पाउच रिकंस्ट्रक्शन (J-pouch reconstruction) का अर्थ है कि सर्जन स्मॉल इंटेस्टाइन (Small intestine) के स्मॉल सेक्शन से J शेप का पाउच बनाना। यह पाउच शरीर में रहता है। इस पाउच में स्टूल स्टोर होता है और मलाशय के माध्यम से पास हो जाता है। अल्सरेटिव कोलाइटिस (Ulcerative colitis) से पीड़ित बच्चे में यह सर्जरी बच्चे के स्वास्थ्य के अनुसार की जाती है। हर किसी रोगी को इस सर्जरी की सलाह नहीं दी जाती है। J-पाउच रिकंस्ट्रक्शन (J-pouch reconstruction) को कम्पलीट करने के लिए डॉक्टर दो या तीन सर्जरीज की सलाह दे सकते हैं, जैसे:
और पढ़ें: स्किनी बच्चा किन कारणों से पैदा होता है, क्या पतले बच्चे को लेकर आप भी हैं परेशान?
पीडियाट्रिक IBD के लिए सर्जरी: अस्थायी इलियोस्टॉमी (Temporary Ileostomy)
इस सर्जरी का पहले स्टेप है सर्जन द्वारा अस्थायी इलियोस्टॉमी (Temporary Ileostomy) को क्रिएट करना। यानी, इसमें सर्जन पेट में एक ओपनिंग को क्रिएट करते हैं। सर्जन इस ओपनिंग के माध्यम से छोटी आंत के एक एन्ड को पास करते हैं, ताकि मल आपके बच्चे के शरीर के बाहर एक बैग में जमा हो जाए।
सबटोटल कलेक्टॉमी (Subtotal colectomy)
इसका अन्य स्टेप सबटोटल कलेक्टॉमी हो सकता है। जिसमें लार्ज इंटेस्टाइन के कुछ हिस्से को रिमूव करना शामिल है। सर्जन अस्थायी इलियोस्टॉमी (Temporary Ileostomy) को भी क्रिएट कर सकते हैं। पीडियाट्रिक IBD के लिए सर्जरी (Surgery for Pediatric IBD) के बारे में यह जानकारी होना बेहद आवश्यक है।
J-पाउच कम्पलीशन (J-pouch completion)
J-पाउच कम्पलीशन (J-pouch completion) में इलियोस्टॉमी को क्लोज करना और स्मॉल इंटेस्टाइन (Small intestine) को रेक्टम से कनेक्ट करना शामिल है। इससे बच्चे को सही तरीके से बॉवेल मूवमेंट आसान हो जाता है। इससे पहले डॉक्टर आपसे इसके बारे में पूरी बात करेंगे और आपको इसके बारे में सही जानकारी देंगे।
यह तो थी पीडियाट्रिक IBD के लिए सर्जरी (Surgery for Pediatric IBD) के बारे में जानकारी। जैसा की पहले ही बताया गया है कि सर्जरी इंफ्लेमेटरी बॉवेल डिजीज (Inflammatory Bowel Disease) का कोई इलाज नहीं है। लेकिन, इससे रोगी इसके बाद एक बेहतर क्वालिटी की लाइफ बिता सकता है। लेकिन, सर्जरी से पहले डॉक्टर अन्य मेडिकल ट्रीटमेंट की सलाह देते हैं। यही नहीं, इन सर्जरी के बारे में भी आपको पूरी जानकारी दी जाएगी।
और पढ़ें: बच्चों के लिए ग्रोथ बूस्टर सप्लिमेंट्स का उपयोग कब और क्यों किया जा सकता है?
Quiz : 5 साल के बच्चे के लिए परफेक्ट आहार क्या है?
उम्मीद है कि पीडियाट्रिक IBD के लिए सर्जरी (Surgery for Pediatric IBD) के बारे में यह जानकारी आपको पसंद आई होगी। पीडियाट्रिक IBD के लिए सर्जरी (Surgery for Pediatric IBD) बेहद दुर्लभ है, लेकिन कुछ मामलों में इसकी सलाह दी जा सकती है। अगर आपके बच्चे को इंफ्लेमेटरी बॉवेल डिजीज (Inflammatory Bowel Disease) की समस्या है, तो सबसे पहले आप उसके लक्षणों को पहचानें और उसके बाद डॉक्टर से इसके बारे में बात करें। इसके साथ ही अपने अपने बच्चे को हेल्दी लाइफस्टाइल को अपनाने के लिए प्रेरित करें। उनके खानपान का ध्यान रखें, उन्हें नियमित व्यायाम करने के लिए कहें, ध्यान रखें कि वो पर्याप्त नींद लें आदि। इससे भी आपके बच्चे को हेल्दी रहने और इस कंडिशन के लक्षणों से बचने में मदद मिलेगी।
इसके बाद डॉक्टर की सलाह का पूरी तरह से पालन करना आवश्यक है। अगर इसके बारे में आपके मन में कोई भी सवाल है तो अपने डॉक्टर से इसके बारे में अवश्य जानें। आप हमारे फेसबुक पेज पर भी अपने सवालों को पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।
[embed-health-tool-vaccination-tool]