लेकिन, अपनी डायट में फाइबर युक्त फूड्स, डेयरी, फैटी या स्पाइसी फूड आदि को शामिल करने से बचें।
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एक्यूप्रेशर भी है फायदेमंद (Acupressure)
इस दौरान होने वाली जी-मिचलाने की समस्या को दूर करने के लिए एक्यूप्रेशर को बेहद फायदेमंद माना जाता है। शरीर में ट्रिगर पॉइंट्स को स्टिमुलेट करने के लिए फिंगर प्रेशर का इस्तेमाल किया जाता है, जिससे जी-मिचलाना और उल्टी से राहत मिलती है। खासतौर पर प्रेशर पॉइंट P-6 जिसे निगान (Neiguan) कहा जाता है। इसमें कलाई के अंदरूनी हिस्से पर मालिश की जा सकती है।
स्टमक फ्लू रेमेडीज में पर्याप्त आराम करें (Get plenty of rest)
अगर आपको स्टमक फ्लू की समस्या है, तो आपके शरीर को इंफेक्शन से लड़ने के लिए पर्याप्त आराम करने की जरूरत हो सकती है। पर्याप्त नींद लें और जितना आप रोजाना शारीरिक एक्टिविटी करते हैं, उससे कम एक्टिविटी करें। जब हम आराम कर रहे होते हैं, तो हमारा शरीर इंफेक्शन से लड़ने और सेलुलर लेवल पर डैमेज की रिपेयरिंग करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहा होता है।
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दवा लेते हुए रखें सावधानी (Take right medication)
स्टमक फ्लू (Stomach Flu) का दवाइयों से उपचार नहीं हो सकता है। अगर इस समस्या का कारण वायरस हो तो एंटीबायोटिक्स से फायदा नहीं हो सकता है। आप इस समस्या के लक्षणों के उपचार के लिए ओवर-द-काउंटर दवाइयां ले सकते हैं जैसे फीवर या खुजली के लिए आइबूप्रोफेन (Ibuprofen) स्टमक फ्लू (Stomach Flu) के लिए एसिटामिनोफेन (Acetaminophen) की सलाह दी जा सकती है। लेकिन, लिवर प्रॉब्लम की स्थिति में इसका सेवन न करें। अगर आप जी-मिचलाना और डायरिया की स्थिति में कुछ अन्य दवाईयों की सलाह भी दी जा सकती है, ताकि आपको लक्षणों से आराम मिल सके।