पेट के अल्सर के लिए घरेलू उपचार क्या है यह समझेंगे, लेकिन कहते हैं खानपान जितना सादा हो, यह सेहत के लिए उतना ही अच्छा होता है। लेकिन खानपान में लापरवाही से हम खुद बीमारियों को दावत देते हैं। अब देखिये ना हमसभी पेट के अल्सर के बारे में जानते हैं, लेकिन इसके दर्द को वही समझ सकते हैं, जिन्होंने इसे झेला हो। इसलिए हैलो स्वास्थ्य की टीम ने मुंबई के रहने वाले 39 वर्षीय सुमित देशमुख से बात की। सुमित कुछ सालों पहले पेट के अल्सर से पीड़ित थें। सुमित कहते हैं कि ‘शुरुआती दिनों में जब मुझे पेट दर्द, उल्टी आना या फिर पेट में जलन की तकलीफ होती थी, तो मैं इसे नजअंदाज कर देता था। लेकिन धीरे-धीरे मेरी तकलीफ बढ़ने लगी और मुझे ऑफिस से छुट्टी तक लेने पड़ती थी। मैंने जब डॉक्टर से कंसल्ट किया, तो उन्होंने मुझे बताया कि मुझे पेट का अल्सर है। हालांकि मैं घबराया, लेकिन डॉक्टर द्वारा दिए गए टिप्स को मैंने फॉलो किया, तो अब मैं ठीक हूं।’
आज इस आर्टिकल में समझेंगे पेट का अल्सर क्या है और पेट के अल्सर के लिए घरेलू उपचार (Home Remedies for Stomach Ulcer) क्या हैं?
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पेट का अल्सर क्या है? (What is Stomach Ulcer?)
पेट के अल्सर को मेडिकल टर्म में पेप्टिक अल्सर (Peptic Ulcer) एवं गैस्ट्रिक अल्सर (Gastric Ulcer) भी कहते हैं। समय पर खाना नहीं खाना, अत्यधिक तेल-मसाला या तीखा खाने की वजह से ऐसा होता है। अगर इसे सामान्य शब्दों में समझें, तो पेट में घाव या छाले होने स्थिति को अल्सर या पेप्टिक अल्सर कहते हैं। दरअसल पेट में गाढ़े तरल पदार्थ म्युकस की एक चिकनी परत होती है, जो पेट की भीतरी परत को हाइड्रोक्लोरिक एसिड से बचाती है। यह एसिड डायजेशन के लिए अत्यधिक आवश्यक होता है, लेकिन यह बॉडी के टिशू को नुकसान भी पहुंचाता है और जैसे ही इनदोनों का आपस में तालमेल बिगड़ता है, तो पेट में छाले की समस्या शुरू हो जाती है।
पेट के अल्सर के लक्षण क्या हो सकते हैं?
पेट में अल्सर होने पर इसके लक्षण निम्नलिखित हो सकते हैं। जैसे:
- पेट में दर्द होना या कभी-कभी बिना किसी कारण दर्द होना
- मतली या उल्टी होना
- ब्लोटिंग (पेट फूलना) की समस्या
- सीने में जलन
- खून की कमी
- गहरा मल आना
- मल में खून आना
इन ऊपर बताये लक्षणों के अलावा और भी लक्षण हो सकते हैं, जो इस प्रकार हैं:
सामान्य लक्षणों के अलावा पेट में छाले होने पर आपको नीचे दी गई स्थिति जैसा भी महसूस हो सकता है –
- कुछ भी खाने या पीने के बाद असहज महसूस करना।
- पेट दर्द की वजह से नींद नहीं आना।
- थोड़ा खाने पर भी पेट भरा हुआ महसूस करना।
- पेट में भारीपन महसूस होना
- पेट में सूजन आना।
- पेट में जलन होना।
- अचानक शरीर का वजन कम होना।
इन लक्षणों के अलावा अन्य लक्षणों भी हो सकते हैं। इसलिए ऐसी शारीरिक परेशानियों को नजरअंदाज ना करें और डॉक्टर से कंसल्ट करें।
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पेट के अल्सर के कारण क्या हो सकते हैं?
पेट के अल्सर के कारण इस प्रकार हैं। जैसे:
- दूषित खाना या पीने के पानी का सेवन करना
- पेट में अत्यधिक एसिड बना
- अत्यधिक तेल, मिर्च और मसाले का सेवन करना
- जरूरत से ज्यादा कैफीन लेना
- तंबाकू का सेवन करना
- एल्कोहॉल लेना
- पेन किलर लेना
- हमेशा तनाव में रहना
- जेनेटिकल कारण
- डायबिटीज होना
इन कारणों के अलावा अन्य कारण भी हो सकते हैं।
पेट का अल्सर क्या है, इसके लक्षण और कारणों को समझने के बाद पेट के अल्सर के लिए घरेलू उपचार (Home Remedies for Stomach Ulcer) क्या किया जा सकता है, इसके बारे में आगे समझेंगे।
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पेट के अल्सर के लिए घरेलू उपचार क्या है? (Home Remedies for Stomach Ulcer)
पेप्टिक अल्सर की परेशानी को दूर करने के लिए निम्नलिखित घरेलू उपाय किये जा सकते हैं। इन घरेलू उपायों में शामिल है:
- पेट के अल्सर के लिए घरेलू उपचार: मेथी (Fenugreek)
पेट के अल्सर के लिए घरेलू उपचार में शामिल है मेथी। मेथी में मौजूद प्रोटीन (Protein) और निकोटिनिक (Nicotinic) डायजेस्टिव हेल्थ के लिए बेहद लाभकारी माना जाता है।
कैसे करें मेथी का सेवन?
एक चम्मच मेथी को एक कप पानी के साथ अच्छी तरह से उबाल लें। अब इस पानी को छान लें और उसमें शहद मिलाकर पिएं। ऐसा करने से जल्द ही आराम मिल सकता है।
- पेट के अल्सर के लिए घरेलू उपचार: सौंफ (Fennel)
पेट के अल्सर के घरेलू उपचार में शामिल है सौंफ। सौंफ के सेवन से डायजेस्टिव डिसऑर्डर, पेट दर्द, ब्लोटिंग, गैस, कॉन्स्टिपेशन जैसी परेशानियों को दूर करने के लिए किया जाता है। वहीं सौंफ का एक्स्ट्रैक्ट अल्सर की समस्या को दूर करने में सहायक है।
कैसे करें सौंफ का सेवन?
सौंफ पाउडर या सौंफ के पानी का सेवन किया जा सकता है।
- पेट के अल्सर के लिए घरेलू उपचार: आंवला (Gooseberry)
आंवला विटामिन सी और विटामिन ए की कमी को दूर करने के लिए सबसे बेहतर विकल्प माना जाता है। इसमें फोलिक एसिड, कैल्शियम, पोटैशियम, फास्फोरस, आयरन, कैरोटीन और मैग्नीशियम जैसे खनिजों की मौजूदगी स्वास्थय के लिए अत्यधिक गुणकारी मानी जाती है। USDA नेशनल न्यूट्रिएंट डेटाबेस में पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार 100 ग्राम आंवले में सिर्फ 44 कैलोरी होती है। इसमें प्रोटीन, खनिज, कार्बोहाइड्रेट और फाइबर के अलावा 80 प्रतिशत से अधिक पानी भी होता है। इसके लाभकारी गुण मुख्य रूप से एंटीऑक्सिडेंट की शक्ति के कारण होते हैं, जो पेट में अल्सर की तकलीफ को दूर करने में सहायक होते हैं।
कैसे करें आंवले का सेवन?
आंवले का मुरब्बा पेट के अल्सर के अल्सर को दूर करने के लिए लाभकारी माना जाता है।
- पेट के अल्सर के लिए घरेलू उपचार: लहसुन (Garlic)
नैशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन में पब्लिश्ड एक रिपोर्ट के अनुसार लहसुन को पीसने पर उससे एलिसिन (Allicin) नामक यौगिक निकलता है, बीमारियों से लड़ने में सहायक माना जाता है और अगर पेप्टिक अल्सर की समस्या है, तो ऐसी स्थिति में लहसुन का सेवन लाभकारी होता है।
कैसे करें लहसुन का सेवन?
कच्चे लहसुन की एक कली का सेवन किया जा सकता है। इसके अलावा सब्जियों में भी इसका सेवन लाभकारी माना जाता है।
- पेट के अल्सर के लिए घरेलू उपचार: अदरक (Ginger)
रिसर्च के मुताबिक अगर किसी व्यक्ति को एस्प्रिन मेडिसिन की वजह से अगर पेप्टिक अल्सर की समस्या हुई है, तो ऐसे में अदरक इस तकलीफ को दूर करने में बेहद कारगर माना जाता है।
कैसे करें अदरक का सेवन?
बारीक कटी हुई अदरक को पानी के साथ उबालें और फिर इसे छान लें। अब इस पानी का सेवन करें। इससे जल्द ही अल्सर की तकलीफ को दूर करने में मदद मिल सकती है। अगर आपको पीने में कड़वी लगती है, तो आप इसमें थोड़ी सी शहद मिला सकते हैं।
- पेट के अल्सर के लिए घरेलू उपचार: केला (Banana)
केला अपने पौष्टिक गुणों के लिए मशहूर है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि केले के सेवन से पेट में अल्सर की समस्या निजात मिल सकता है या यूं कहें कि पेट के अल्सर का घरेलू उपचार केले के सेवन से किया जा सकता है। दरअसल कच्चे केले में फॉस्फेटिडिलकोलाइन (Phosphatidylcholine) और पेक्टिन (Pectin) जैसे तत्व मौजूद होते हैं, जो पेट में अल्सर पैदा करने वाले कारणों को कम करने में सहायक होते हैं। नैशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन (NCBI) में पब्लिश्ड एक रिपोर्ट के मुताबिक कच्चे केले के सेवन से पेट में अल्सर की समस्या को कम किया जा सकता है।
कैसे करें केले का सेवन?
कच्चे केले की सब्जी का सेवन किया जा सकता है। वहीं पके केले को संतुलित मात्रा में खाने से लाभ मिल सकता है।
- पेट के अल्सर के लिए घरेलू उपचार: ग्रीन टी (Green Tea)
ग्रीन टी आजकल हर लोगों की पसंदीदा चाय बन चुकी है। सेहत के लिए फायदेमंद माने जाने वाली ग्रीन टी पेट के अल्सर की तकलीफ को भी दूर करने में सहायक होती है। रिसर्च के मुताबिक ग्रीन टी में एपिगैलोकैटेचिन गैलेट (ईजीसीजी) नामक एक पॉलीफेनोल होता है, जो शरीर में एंटी अल्सर की तरह काम करता है। इसलिए पेट के अल्सर का घरेलू उपचार के विकल्प में ग्रीन टी को भी रखा गया है।
नोट- यह ध्यान रखें कि यह रिसर्च अभी भी सिर्फ चूहों पर ही किया गया है। इसलिए अगर आप पेप्टिक अल्सर का इलाज ग्रीन टी से करने की सोंच रहें हैं, तो पहले डॉक्टर से कंसल्ट करें।
कैसे करें ग्रीन टी का सेवन?
ग्रीन टी को गर्म पानी में उबालकर चाय की तरह सेवन किया जा सकता है। लेकिन ध्यान रखें दिन में दो बार से ज्यादा ग्रीन टी का सेवन ना करें।
- पेट के अल्सर के लिए घरेलू उपचार: पत्ता गोभी (Cabbage)
पत्ता गोभी में ग्लूटामाइन नामक अमीनो एसिड की मौजूदगी गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल को स्वस्थ्य रखने में सहायक होता है। इससे गैस्ट्रोइंटेस्टाइन की सतह को हेल्दी रखने में मदद मिल सकती है। इसके साथ ही इसमें मौजूद विटामिन अल्सर की तकलीफ को भी कम करने में सहायता प्रदान करता है।
कैसे करें पत्ता गोभी का सेवन?
पेट के अल्सर के घरेलू उपचार में शामिल पत्ता गोभी से बनी सलाद या जूस का सेवन किया जा सकता है।
- पेट के अल्सर के लिए घरेलू उपचार: नारियल (Coconut)
नैशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन में पब्लिश्ड एक रिपोर्ट के अनुसार नारियल पानी से पेट के अल्सर का घरेलू उपचार किया जाता है। क्योंकि इसमें एंटीअल्सरोजेनिक और साइटोप्रोटेक्टिव जैसे गुण मौजूद होते हैं, जो पेट संबंधी परेशानी या पेट में अल्सर की तकलीफ को दूर करने में सहायक होते हैं।
कैसे करें नारियल का सेवन?
नारियल पानी का सेवन करें। आप चाहें, तो नारियल के दूध का सेवन भी किया जा सकता है। वहीं कच्चे नारियल को खाने से भी लाभ मिल सकता है।
पेट में अल्सर का घरेलू ऊपर इन ऊपर बताये खाद्य पदार्थों या पेय पदार्थों के सेवन से किया जा सकता है। इनके सेवन से पेप्टिक अल्सर की समस्या ठीक हो सकती है, लेकिन अगर स्थिति गंभीर है, तो ऐसे में डॉक्टर से जरूर कंसल्ट करें।
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डॉक्टर से कब कंसल्ट करें?
पेप्टिक अल्सर का घरेलू उपचार से अगर आपको राहत ना मिले, तो निम्नलिखित स्थितियों में डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। जैसे:
- पेट में लगातार जलन महसूस होना
- पेट फूलना
- कब्ज की शिकायत होना
- एसिडिटी की समस्या लगातार होना
- स्टूल (मल) से ब्लड आना
- शरीर का वजन कम होना
इन ऊपर बताई स्थितियों के अलावा अगर कोई अन्य शारीरिक परेशानी महसूस होती है, तो ऐसे में डॉक्टर से सलाह लेना चाहिए और उनके द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करना चाहिए।
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गैस्ट्रिक अल्सर के घरेलू उपचार के साथ किन-किन बातों को ध्यान रखना है जरूरी?
अगर आपको गैस्ट्रिक अल्सर की समस्या है, तो नीचे दिए गए टिप्स को जरूर फॉलो करें। इन टिप्स में शामिल है:
- उन खाने या पीने की चीजों से दूरी बनायें, जिससे आपको दर्द होता है।
- ब्रेकफास्ट, लंच, स्नैक्स और डिनर का समय तय रखें और देर रात स्नैक्स खाने की आदत भी छोड़ दें।
- कॉफी, कैफीन, सोडा, चॉकलेट और तेल मसाले वाले खाने की चीजों से दूरी बनायें।
- टेंशन फ्री रहें।
- एल्कोहॉल और स्मोकिंग से परहेज करें।
- एस्पिरिन, बुप्रोफेन या नेप्रोक्सेन जैसी दवाओं का सेवन अपनी मर्जी से ना करें।
इन छोटी-छोटी बातों को ध्यान में रखकर पेट के अल्सर की समस्या से बचा जा सकता है।
खाने-पीने की अच्छी आदतें डालें। हेल्दी लाइफ स्टाइल मेंटेन करें। ऐसा करने से आप फिट ही नहीं बल्कि अपने दोस्तों और परिवार में हिट भी रहेंगे। अगर आप पेप्टिक अल्सर या पेट के अल्सर का घरेलू उपाय से जुड़े किसी तरह के कोई सवाल का जवाब जानना चाहते हैं, तो विशेषज्ञों से समझना बेहतर होगा।
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