पौष्टिक आहार के साथ ही प्रेग्नेंसी में हेल्दी लाइफस्टाइल के साथ विटामिन और सप्लिमेंट को एड किया जाता है। डॉक्टर के द्वारा आपको मल्टीविटामिन, विटामिन सी, विटामिन डी, जिंक, आयोडीन आदि के सप्लिमेंट्स दिए जा सकते हैं। प्रेग्नेंसी से पहले ही महिलाओं को मरकरी युक्त फिश खाने के लिए मना किया जाता है। इस कारण से अनबॉर्न बेबी की हेल्थ को खतरा पहुंच सकता है। प्रीनेटल विटामिन्स में फोलेट, विटामिन ए, आयरन, बी6, बी12 आदि को शामिल किया जाता है। विटामिन सी, विटामिन ई, जिंक और फोलिक एसिड स्पर्म के डैमेज को कंट्रोल करने का काम करता है। वहीं ओमेगा 3 फैटी एसिड हार्मोन को रेगुलेट करने का काम करता है। ये ऑव्युलेशन को भी बढ़ाता है।
प्रेग्नेंसी में हेल्दी लाइफस्टाइल (Healthy lifestyle in pregnancy) बढ़ती है फर्टिलिटी
प्रेग्नेंसी से पहले और प्रेग्नेंसी में हेल्दी लाइफस्टाइट फर्टिलिटी को बढ़ाने का काम करती है। रोजाना व्यायाम करना, हेल्दी खाना, तनाव को खुद से दूर रखना, प्रीनेटल विटामिन का समय से सेवन करना आदि महिलाओं और पुरुषों में प्रजनन क्षमता को बढ़ाने का काम करता है। महिलाओं और पुरुषों में 30 प्रतिशत इनफर्टिलिटी अनहेल्दी लाइफस्टाइल से जुड़ी है।
जो लोग ज्यादा मोटे होते हैं उन्हें बांझपन की समस्या हो सकती है। शरीर में इंसुलिन रजिस्टेंट के कारण अधिक मात्रा में इंसुलिन बनने लगता है। इस कारण से भी कम वजन वाली महिलाओं में ऑव्युलेशन न होने की समस्या हो सकती है। वहीं, पुरुषों में अनहेल्दी लाइफस्टाइल से टेस्टोस्टेरॉन और अन्य हार्मोन में बदलाव देखने को मिलते हैं जो बांझपन को बढ़ाने का काम करते हैं। अगर हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाई जाए और साथ ही व्यायाम की ओर ध्यान दिया जाए तो फर्टिलिटी में सुधार हो सकता है।
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प्रेग्नेंसी में हेल्दी लाइफस्टाइल के लिए जरूरी है एक्सरसाइज