संतरा (Orange) जिसे हम नारंगी भी कहते हैं, सभी का पसंदीदा फल है। संतरा एक सिट्रस फल है, जिसमें विटामिन सी प्रचूर मात्रा में पाया जाता है। लेकिन अगर आपसे पूछा जाए कि संतरे का कौन सा भाग आप खाते हैं तो आप सिर्फ संतरे की फाकें खाने का जवाब देंगे। लेकिन क्या आपको पता है कि नारंगी के छिलके के भी फायदे हैं? संतरे के छिलके के फायदे त्वचा से लेकर सेहत तक के लिए होते हैं। इस आर्टिकल में हम बताएंगे कि नारंगी के छिलके के फायदे क्या हैं, इसका उपयोग आप त्वचा के लिए कैसे कर सकते हैं?
यह भी पढ़ें : इस तरह घर में ही बनाएं मिट्टी के बर्तन में खाना, मिलेगा बेहतर स्वाद के साथ सेहत भी
नारंगी के छिलके हमारे लिए कैसे फायदेमंद है?
नारंगी के छिलके लोग छील कर फेंक देते हैं, जबकि ऐसा नहीं करना चाहिए। क्योंकि संतरे के छिलके संतरे के सबसे हेल्दी पार्ट माने जाते हैं। आपको शायद जान कर हैरानी होगी, लेकिन रिसर्च में ये बात सामने आई है कि संतरे का छिलका फ्लैवेनॉएड्स और कई तरह के फाइटोकेमिकल से भरपूर होता है। फ्लैवेनॉएड्स और फाइटोकेमिकल के कई हेल्थ बेनिफिट्स हैं। संतरे के एक फल के गूदे में 71 मिलीग्राम विटामिन सी पाया जाता है, तो वहीं संतरे के छिलके में 136 मिलीग्रामविटामिन सी पाया जाता है। नारंगी के छिलके में कॉपर, कैल्शियम, मैग्नीशियम, फोलेट, विटामिन सी, विटामिन बी और डायट्री फाइबर पाया जाता है।
यह भी पढ़ें : वजन कम करने से लेकर बीमारियों से लड़ने तक जानिए आयुर्वेद के लाभ
संतरे के छिलके के फायदे क्या हैं?
संतरे के छिलके के फायदे आयुर्वेद में भी है। आयुर्वेद के अनुसार तिक्ता और लघु व रुक्षा गुण होते हैं। जे कफ और पित्त में असरदार होते हैं। इसलिए आयुर्वेद संतरे के छिलके को बहुत फायदेमंद मानता है। नारंगी के छिलके के लाभ निम्न हैं :
फेफड़े के लिए फायदेमंद हैं नारंगी के छिलके
संतरे का फल विटामिन सी से भरपूर होता है, जो संतरे के छिलके में भी पाया जाता है। संतरे के छिलके का सेवन करने से फेफड़ों का कंजेसन (फेफड़ों में जकड़न) दूर होता है। इसके साथ ही इम्यून सिस्टम बूस्ट होता है और फेफड़े को इंफेक्शन से बचाता है। जब आप संतरे के छिलके का सेवन करते हैं तो आपके फेफड़े में जमा हुआ बलगम भी साफ हो जाता है। वहीं, कोल्ड और फ्लू होने पर विटामिन सी आपको जल्द से जल्द ठीक करता है।
दिल को मिलता है नारंगी के छिलके का लाभ
संतरे के छिलके में फ्लेवोनॉएड प्रचीर मात्रा में पाया जाता है, जिसे हेस्पेरिडिन कहा जाता है। हेस्पेरिडिन से ब्लड में कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर का लेवल कम होता है। छिलके में भी एंटी-इंफ्लमेटरी गुण होते हैं। जिससे हार्ट डिजीज का रिस्क कम होता है, क्योंकि हार्ट डिजीज इंफ्लमेशन के कारण होता है। संतरे के छिलकों में पॉलीमेथोक्सिलेटेड फ्लेवोन के कम्पाउंड पाए जाते हैं, जो कोलेस्ट्रॉल के लेवल को ठीक रखता है।
यह भी पढ़ें : क्या आप भी टूथपेस्ट को जलने के घरेलू उपचार के रूप में यूज करते हैं? जानें इससे जुड़े मिथ और फैक्ट्स
कैंसर से लड़ता है नारंगी का छिलका
एक अध्ययन के मुताबिक संतरे के छिलके में पाए जाने वाले फ्लैवेनॉएड्स में RLIP76 नामक एक प्रोटीनी पाया जाता है, जिसका संबंध कैंसर को ठीक करने से होता है। इसलिए अगर आपको कैंसर है तो आपको संतरे का छिलका खाना चाहिए, वहीं अगर नहीं है तो आप कैंसर के रिस्क को कम कर सकते हैं। संतरे के छिलके में एक कम्पाउंड पाया जाता है, जिसे लाइमोनिन (limonene) कहा जाता है। लाइमोनिन कैंसर के रिस्क को कम करता है।
डायबिटीज के इलाज में होता है संतरे के छिलके का इस्तेमाल
नारंगी के छिलके में पेक्टिन पाया जाता है। पेक्टिन एक प्रकार का फाइबर होता है, जो शरीर में ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करता है। जिससे अगर किसी को डायबिटीज हो तो संतरे का छिलका उसका शुगर लेवल मेंटेन कर के रखता है। एक रिसर्च के मुताबिक ऑरेंज पील का एक्सट्रैक्ट डायबिटीक नेफ्रोपैथी से बचाव करता है।
यह भी पढ़ें : कोविड-19 में मासिक धर्म स्वच्छता का ध्यान रखना है बेहद जरूरी
वजन घटाने में करे मदद
ऑरेंज में लो कैलोरी होती है, जिससे कम कैलोरी वाले फूड्स में इसका नाम शामिल है। इसलिए अक्सर डायटीशियन वजन घटाने के लिए संतरा खाने की सलाह देते हैं। संतरे में डायट्री फाइबर होता है, जो कि भूख और ठूस-ठूस के खाने की आदत को कम करता है। संतरे के छिलके में विटामिन सी रहता है, जिससे फैट को बर्न करने में मदद मिलती है।
पाचन तंत्र को रखे दुरुस्त
संतरे में पाए जाने वाला डायट्री फाइबर पाचन तंत्र को दुरुस्त करता है। एक अध्ययन के अनुसार सिट्रस फलों के छिलके प्राचीन काल में डायजेस्टिव डिसऑर्डर को दूर करने के लिए इस्तेमाल किए जाते थे। इससे पेट और स्वास्थ्य दोनों सही रहता है।
नारंगी के छिलके से बढ़ाएं आंखों की रोशनी
यूं तो विटामिन ए को आंखों के लिए बेहतरीन विटामिन माना जाता है, लेकिन विटामिन सी की भी भागीदारी भी इसमें थोड़ी बहुत होती ही है। संतरे के छिलके में लाइमोनिन, डिकैनल और सिट्रल कम्पाउंड पाए जाते है, जो कि आंखों के लिए अच्छे होते हैं। ये कम्पाउंड एंटी इंफ्लमेटरी गुणों से युक्त होते हैं। जो कि इंफेक्शन से लड़ता है और आंखों की रोशनी बढ़ाता है।
यह भी पढ़ें : माइग्रेन के लिए मरिजुआना का कैसे किया जाता है इस्तेमाल?
दांतों में सफेदी लाए
दांतों के स्वास्थ्य के लिए नारंगी के छिलके के अपने फायदे हैं। नारंगी का छिलका एंटीबैक्टीरियल गुणों से भरपूर होता है, जिसकी मदद से दांतों में मौजूद बैक्टीरिया का खात्मा किया जा सकता है। इसके अलावा दांतों में सड़न की संभावना को भी कम किया जा सकता है। संतरे के छिलके को दांतों पर लगाने से दांतों में सफेदी आती है। वहीं, संतरे के छिलके में पाए जाने वाले लाइमेनिन एक प्राकृतिक सेंट और सॉल्वेंट है। जो दांत को प्राकृतिक रूप से सफेद करता है।
त्वचा के लिए बेहतरीन हैं नारंगी के छिलके
संतरे के सूखे हुए छिलके को ब्लैकहेड्स, डेड स्किन, मुंहासों और झाइयों के लिए वरदान माना जाता है। ये त्वचा को निखारने में भी अपनी भूमिका निभाता है। नारंगी के छिलकों का इस्तेमाल आप निम्न तरीकों से कर सकते हैं :
- चेहरे की झुर्रियों के लिए आप संतरे के छिलके का एक फेस मास्क बनाएं। जिसके लिए आपको 2 चम्मच संतरे के छिलके का पाउडर और चंदन पाउडर चाहिए। दोनों को मिला कर गुलाब जल की मदद से एक स्मूद पेस्ट बना लें। इस पेस्ट को पूरे चेहरे पर लगाएं और आधे घंटे के लिए छोड़ दें। इसके बाद ठंडे पानी से चेहरे को धुल लें। जवां त्वचा पाने के लिए ऐसा हफ्ते में दो दिन करें।
- एक चम्मच संतरे का छिलका और एक चम्मच मुलतानी मिट्टी को एक साथ मिलाएं। फिर इसमें दो चम्मच दूध मिला कर एक स्मूद पेस्ट बनाएं। आधे घंटे के लिए इस पेस्ट को फेस पर लगाएं और ठंडे पानी से धुल दें। इससे चेहरे और त्वचा की टैनिंग दूर होती है।
- चेहरे के दाग-धब्बों को हटाने के लिए आप दो चम्मच नारंगी के छिलके लें और उसमें एक चम्मच शहद मिलाएं। फिर उसमें एक चम्मच दही मिला कर एक अच्छा पेस्ट बनाएं। पहले आपने चेहरे को पानी से साफ कर के सुखाएं। फिर एक मोटी पर्त को चेहरे पर लगाएं। 15 मिनट के बाद चेहरे को पानी की मदद से साफ करें और एक तौलिए से सुखाएं। इसके बाद चेहरे पर नारियल का तेल या ऑलिव ऑयल लगाएं, जिससे त्वचा में नमी रहेगी। ऐसा हफ्ते में दो बार करें।
अब तो आप नारंगी के छिलके के फायदे के बारे में जान गए होंगे। अब शायद आप संतरे खाने के बाद उसके छिलकों को फेकेंगे नहीं। संतरे के छिलके का पाउडर बनाने के लिए छिलके को एक से दो दिन धूप में सुखा लें, फिर मिक्सर में डाल कर पाउडर बना लें। इसके अलावा एक बात का ध्यान रखें कि खट्टे फलों जैसे कि संतरे में पेस्टिसाइड्स का इस्तेमाल किया जाता है उन्हें कीड़ों से बचाने के लिए, इसलिए गर्म पानी से धो लें। गर्म पानी से धोने पर पेस्टिसाइड्स का प्रभाव कम हो जायेगा। सब्जी काटने वाले पीलर या चाकू से छिलकों को पतला करके निकाल लें और सलाद या स्मूदी में डालकर इसका लुत्फ उठायें। इसको इस्तेमाल करने से पहले उम्मीद है कि आपको ये आर्टिकल बहुत पसंद आया होगा। अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं।
हैलो स्वास्थ्य किसी भी तरह की कोई मेडिकल जानकारी नहीं दे रहा है।
और पढ़ें :
तनाव और चिंता से राहत दिलाने में औषधियों के फायदे
माइग्रेन में खाना क्या चाहिए जिससे मिलेगी जल्दी राहत
इन वजहों से आ जाते हैं टॉवेल में कीटाणु, शरीर में प्रवेश कर पहुंचा सकते हैं बड़ा नुकसान
जानें बॉडी पर कैफीन के असर के बारे में, कब है फायदेमंद है और कितना है नुकसान दायक
[embed-health-tool-bmr]