क्या है डायबिटीज? (Diabetes)
डायबिटीज यानी मधुमेह से पीड़ित लोगों का शरीर पर्याप्त इन्सुलिन या तो बना नहीं पाता या उनका सही इस्तेमाल नहीं कर पाता है। इन्सुलिन वो हॉर्मोन है जिसे हमारे पैंक्रियाज बनाते हैं। इन्सुलिन का सही इस्तेमाल न हो पाने के कारण ब्लड में शुगर की मात्रा बढ़ जाती है। डायबिटीज कई प्रकार की होती है। जिनमें से टाइप 1 डायबिटीज (Type 1 diabetes) की समस्या बच्चों को होती है। इसलिए, उसे जुवेनाइल डायबिटीज कहा जाता है। टाइप 2 डायबिटीज (Type 2 diabetes) सबसे सामान्य डायबिटीज है, जिसे बेहद गंभीर माना जाता है। इसके साथ ही इसके कई अन्य प्रकार भी हैं जैसे प्रीडायबिटीज (Prediabetes) और जेस्टेशनल डायबिटीज (Gestational diabetes)।
हालांकि, डायबिटीज का इलाज संभव नहीं है लेकिन इसके लक्षणों को मैनेज किया जा सकता है। कई मामलों में पीड़ित व्यक्ति को डायबिटीज के लक्षणों का अनुभव भी नहीं होता है। इसके सामान्य लक्षणों में अधिक प्यास लगना, नजरों में धुंधलापन, बार-बार मूत्रत्याग, थकावट आदि शामिल हैं। एयर पॉल्यूशन और डायबिटीज (Air Pollution and Diabetes) के बीच के लिंक के बारे में जानने से पहले एयर पॉल्यूशन (Air Pollution) के बारे में जानना भी जरूरी है।
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एयर पॉल्यूशन के बारे में पाएं जानकारी (Air Pollution)
एयर में 78% नाइट्रोजन (Nitrogen), 21% ऑक्सीजन (Oxygen) और 0.9% आर्गन (Argon) होती है। इनके अलावा एयर में कार्बन डाइऑक्साइड, वाटर वेपर, हाइड्रोजन और अन्य ट्रेस एलिमेंट्स भी होते हैं। हालांकि, हवा में कार्बन डाइऑक्साइड और मीथेन जैसी गैसें केवल स्मॉल एब्सोल्युट कंसंट्रेशन में ही मौजूद होती है। लेकिन ग्रीन हाउस गैसों के रूप में उनकी आउटसाइज्ड हीट-ट्रैपिंग पोटेंशियल (Outsized heat-trapping potential) उन्हें क्लाइमेट चेंज में तेजी लाने का प्रमुख कारक भी बनाती है। एयर पॉल्यूशन (Air Pollution) तब होता है, जब वायु की कम्पोजीशन में, या तो मात्रा के अनुसार, या रासायनिक, भौतिक या बायोलॉजिकल प्रॉपर्टीज में परिवर्तन होता है।
वातावरण एलिमेंट्स और पार्टिकल्स का एक नाजुक संतुलन है। कोई भी असंतुलन, यहां तक इसकी स्मॉल प्रोपोरशन भी, जानवरों और फसलों सहित जीवित जीवों के लिए हानिकारक हो सकती है। एयर पॉल्यूशन (Air Pollution) गैसिस और कुछ खास पॉल्यूटेंट्स जैसेकार्बन डाइऑक्साइड (Carbon dioxide), मीथेन (Methane) और नाइट्रोजन डाइऑक्साइड (Nitrogen dioxide) के कारण होता है जो फैक्टरीज और उन मोटर व्हीकल से निकलती हैं, जो फ्यूल बर्न करती है। इनमें से कुछ खास पॉल्यूटेंट्स को नंगी आंखों से देखा जा सकता है। लेकिन, कुछ को नहीं देखा जा सकता है क्योंकि यह साइज में बहुत छोटे होते हैं।
इन एयर पॉल्यूटेंट्स कई अंगों पर असर हो सकता है जैसे हार्ट (Heart),किडनी (Kidney), दिमाग (Brain), नर्व्ज (Nerves) आदि। यह तो थी एयर पॉल्यूशन और डायबिटीज (Air Pollution and Diabetes) के बारे में जानकारी। अब जानते हैं इन दोनों के बीच के कनेक्शन के बारे में।