इंटरनैशनल जर्नल ऑफ डायबिटीज एंड क्लिनिकल रिसर्च की माने, तो नीम का इस्तेमाल मधुमेह के पेशेंट्स को काफी फायदा पहुंचाता है। अगर आप मधुमेह (Diabetes) की तकलीफ से जूझ रहे हैं या आपकी जिंदगी में अभी-अभी इस तकलीफ ने दस्तक दी है, तो नीम के पत्तों का जूस बना कर पीना आपके लिए फायदेमंद माना जा सकता है। नीम के पत्ते से बने जूस को पीने से ब्लड शुगर लेवल (Blood sugar level) कंट्रोल में रहता है। अगर आयुर्वेद एक्सपर्ट्स की मानें, तो खाली पेट (Empty stomach) नीम का जूस पीना आपके लिए बेहतर माना जाएगा।
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दालचीनी (Cinnamon) – सुगंध नहीं, सेहत भी
इंडियन स्पाइस की शान दालचीनी का इस्तेमाल सिर्फ किचन में ही नहीं, बल्कि मधुमेह के आयुर्वेदिक इलाज के तौर पर भी किया जाता है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि दालचीनी खाने से इन्सुलिन की सेंसिटिविटी तो बढ़ती ही है, साथ ही ये ब्लड ग्लूकोज लेवल और कोलेस्ट्रॉल लेवल (Cholesterol level) को भी बैलेंस्ड बनाए रखता है। इसका सीधा असर टाइप-2 डायबिटीज (Type 2 Diabetes) के पेशेंट्स की सेहत पर पड़ता है और वह बेहतर महसूस करता है। आप चाहें, तो दालचीनी के पाउडर को गर्म पानी में मिलाकर पी सकते हैं। ये हम नहीं कह रहे, ये आयुर्वेद के एक्सपर्ट का कहना है!
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गुडूची (Guduchi) – एक पंथ, दो काज
ये एक ऐसा नुस्खा है, जो आपके लिए बहुत ही फायदेमंद साबित हो सकता है! इसमें गिलोय की जड़ और तने से गुडूची बनाई जाती है। जब आप गुडूची खाते हैं, तो इससे ब्लड शुगर लेवल (Sugar level) तो बैलेंस्ड होता ही है, साथ ही डायजेशन (Diagestion) भी बेहतर बनता है। भले ही इसका स्वाद कड़वा हो, लेकिन डायबिटीज पेशेंट्स की सेहत में ये मिठास घोल देता है। गुडूची का जूस या पाउडर पानी के साथ लेना आसान तरीका माना जाता है।
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शुगर लेवल: सदाबहार फूल (Catharanthus) – सेहत के लिए भी है सदाबहार
सदाबहार फूल दिखने में जितने खूबसूरत होते हैं, आपकी सेहत को भी ये उतना ही खूबसूरत बनाते हैं। इस पौधे के फूल और पत्ते दोनों ही डायबिटीज के पेशेंट्स (Diabetic) के लिए हेल्दी माने जाते हैं। मधुमेह के आयुर्वेदिक इलाज के लिए इन दोनों का ही इस्तेमाल किया जाता है। आयुर्वेद के एक्सपर्ट्स की माने, तो इसे खाने से ब्लड शुगर लेवल (Sugar level) को बैलेंस रखा जा सकता है। यदि आप सदाबहार फूलों की पंखुड़ियों को खाली पेट चबा कर खाते हैं, तो ये आपकी सेहत में चार चांद लगा सकते हैं। अगर आप चाहें, तो इन फूलों को पानी के साथ उबाल कर उस पानी को भी पी सकते हैं।
शुगर लेवल: नीलबदरी (Blueberry) – ब्ल्यूबेरी की मिठास, देगी आपको सेहत का तोहफा
आपको जान कर हैरानी होगी कि आयुर्वेद में नीलबदरी, यानी कि ब्ल्यूबेरी के पत्तों से मधुमेह (Diabetes) का इलाज किया जाता है। रिसर्च की माने, तो इसकी पत्तियों में एंथोसाइनिडाइन्स लेवल ज्यादा होता है, न सिर्फ बॉडी में ग्लूकोज लेवल मेंटेन रहता है, बल्कि डायजेशन भी ठीक होता है।
अब तो आप जान ही गए होंगे कि कैसे इन आसानी से मिलनेवाली चीजों से डायबिटीज का इलाज किया जा सकता है! लेकिन इन चीजों को दवा के तौर पर खाने से पहले आपको आयुर्वेद के एक्सपर्ट से ऑनलाइन कंसल्टेशन (e-consultation) ले लेना चाहिए, जिससे आप अपनी हेल्थ से जुड़ी सभी बातें एक्सपर्ट के साथ शेयर कर सकें। इससे होगा ये कि ये इलाज आपकी सेहत नुकसान नहीं, बल्कि फायदा पहुंचाएगे। साथ ही यदि आप डायबिटीज रिवर्सल के पांच सिक्रेट्स जानना चाहते हैं, तो आपको जल्द ही होनेवाले वेबिनार में फ़्री रजिस्टर करना चाहिए।
लेकिन अब ये बताइए कि क्या आप जानते हैं, आयुर्वेदिक इलाज आपकी सिंथेटिक मेडिसिन और इंसुलिन के रिप्लेसमेंट के तौर पर काम कर सकता है? नहीं! नहीं! हम मजाक नहीं कर रहे, ये बिलकुल मुमकिन है! अब आपके मन में बात आ रही होगी – कैसे? तो चलिए, आपकी परेशानी को अब हम दूर करते हैं और आपको बताते हैं कि ये कैसे मुमकिन है!
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