ग्लिपीजाइड का इस्तेमाल कैसे किया जाता है?
ग्लिपीजाइड (Glipizide) की सलाह ब्रेकफास्ट या दिन के पहले आहार से पहले डॉक्टर की सलाह के अनुसार लें। इसकी सलाह दिन में एक बार ही लेने की दी जाती है। कुछ मरीज खासतौर पर जो लोग हाय डोज लेते हैं, उन्हें दिन में दो बार भी इस दवा को लेने के लिए कहा जाता है। यह डोज मेडिकल कंडीशन और ट्रीटमेंट के रिस्पांस पर निर्भर करती है। इस दवा के कारण होने वाले रिस्क फैक्ट्स को कम करने के लिए डॉक्टर इस दवा की शुरुआत लो डोज से करने के लिए कहते हैं और धीरे-धीरे इसकी डोज बढ़ाने के लिए कहा जाता है। इस दवा को लेते हुए अपने डॉक्टर की सलाह का पूरी तरह से पालन करें।
अगर आप डायबिटीज की कोई और ड्रग ले रहे हैं जैसे क्लोरप्रोपामाइड (Chlorpropamide), तो डॉक्टर की डायरेक्शंस के अनुसार पहले इस दवा को लेना बंद करें और उसके बाद ग्लिपीजाइड (Glipizide) को लेना शुरू करें। अब जानिए क्या हो सकते हैं इस दवा के साइड इफेक्ट्स।
और पढ़ें: टाइप 2 डायबिटीज का ट्रीटमेंट आसान बनाती हैं ये दवाएं, ब्लड शुगर को कम करने में करती हैं मदद
ग्लिपीजाइड के साइड इफेक्ट्स (Side effects of Glipizide)
मेटफार्मिन (Metformin) को टाइप 2 डायबिटीज (Type 2 Diabetes) के उपचार के लिए प्रयोग की जाने वाली मुख्य दवा के रूप में जाना जाता है। लेकिन, ध्यान रहे ग्लिपीजाइड (Glipizide), मेटफार्मिन के समान नहीं होती है। हालांकि, यह दोनों ओरल मेडिसिन्स टाइप 2 डायबिटीज (Type 2 diabetes) के उपचार के लिए प्रयोग होती हैं। किंतु, इन दोनों का शुगर लेवल को कम करने का तरीका अलग-अलग होता है। यह दवा ब्लड शुगर में बदलाव ला सकती है। इसे लेते हुए आपको लो और हाय ब्लड शुगर के लक्षणों के बारे में पता होना चाहिए। आपको यह भी जानकारी होनी चाहिए इन लक्षणों की स्थिति में आपको क्या करना है? अन्य दवाइयों की तरह ग्लिपीजाइड (Glipizide) के भी कुछ साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं। यह साइड इफेक्ट्स इस प्रकर हैं: