डायबिटीज की समस्या यानी शरीर में इम्बैलेंस ब्लड शुगर लेवल। बिगड़े हुए ग्लूकोज लेवल के कई कारण हो सकते हैं, लेकिन अगर इस ओर ध्यान दिया जाए तो इस तकलीफ को कम करने में मदद मिल सकती है। इसलिए आज इस आर्टिकल में जानेंगे टाइप 2 डायबिटीज (Type 2 Diabetes) के बारे में और ग्लूकोज लेवल बैलेंस रखने के लिए माइल्ड एक्सरसाइज (Mild Exercise for Glucose level) लाभकारी हो सकती है या नहीं!
टाइप 2 डायबिटीज क्या है?
ग्लूकोज लेवल क्या है?
ग्लूकोज लेवल बैलेंस रखने के लिए माइल्ड एक्सरसाइज क्या है रिसर्च?
टाइप 2 डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए क्या करें?
टाइप 2 डायबिटीज (Type 2 Diabetes) के बारे में और ग्लूकोज लेवल बैलेंस रखने के लिए माइल्ड एक्सरसाइज (Mild Exercise for Glucose level) से जुड़े इन सवालों का जवाब जानते हैं।
जब शरीर में इंसुलिन लेवल कम होने लगे और शरीर उसे ठीक तरह से इस्तेमाल नहीं कर पाता है, तो ऐसे स्थिति में डायबिटीज टाइप-2 की समस्या शुरू हो जाती है। टाइप-2 डायबिटीज (Type 2 Diabetes) सामान्य है और यह 40 वर्ष से ज्यादा उम्र के लोगों में ज्यादा देखी जाती है। हालांकि ऐसा नहीं है की टाइप-2 डायबिटीज के शिकार सिर्फ ज्यादा उम्र के लोग ही होते हैं, बल्कि कुछ केसेस में यह बीमारी 40 साल से कम उम्र के लोगों को भी अपना शिकार बना सकती है। दोनों ही स्थिति में ग्लूकोज लेवल बैलेंस रखने के लिए माइल्ड एक्सरसाइज (Mild Exercise for Glucose level) क्या प्रभाव पड़ता है यह आगे समझेंगे, लेकिन उससे पहले ग्लूकोज लेवल के बारे में समझ लेते हैं।
नैशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन (National Center for Biotechnology Information) में पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार हेल्दी बॉडी में ग्लूकोज लेवल उम्र के अनुसार इस प्रकार हैं-
ग्लूकोज लेवल बैलेंस रखने के लिए माइल्ड एक्सरसाइज पर क्या है रिसर्च?
अमेरिकन डायबिटीज एसोसिएशन (American Diabetes Association) में पब्लिश्ड रिसर्च रिपोर्ट में यह बताया गया है कि सप्ताह के 5 दिन 1-1 घंटे नियमित हल्के व्यायाम से ग्लूकोज लेवल बैलेंस रखने में मदद मिल सकती है और ऐसा 6 सप्ताह तक लगातार करने से ही लाभ मिल सकता है। अमेरिकन डायबिटीज एसोसिएशन द्वारा किये गए सर्वे में हेल्दी 18 से 25 साल के लोगों को शामिल किया गया। इन सभी लोगों से लगातार 6 सप्ताह तक 60 मिनट के लिए माइल्ड एक्सरसाइज ट्रेनिंग दी गई। माइल्ड एक्सरसाइज ट्रेनिंग सप्ताह में 5 दिनों के लिए दी जाती थी। 6 सप्ताह के बाद इन लोगों में ग्लूकोज लेवल (Glucose effectiveness) लाभकारी रहें और इन्सुलिन सेंसिटिविटी (Insulin sensitivity) में भी लाभकरी देखा गया। इसलिए ग्लूकोज लेवल बैलेंस रखने के लिए माइल्ड एक्सरसाइज (Mild Exercise for Glucose level) करने से टाइप 2 डायबिटीज (Type 2 Diabetes) के खतरे को टाला जा सकता या अगर आप आपको टाइप 2 डायबिटीज की समस्या है, तो ऐसी स्थिति में भी आपको लाभ मिल सकता है।
टाइप 2 डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए क्या करें?
ग्लूकोज लेवल बैलेंस रखने के लिए माइल्ड एक्सरसाइज (Mild Exercise for Glucose level) नियमित करने से लाभ मिल सकता है। इसलिए यहां हम आपके साथ कुछ एक्सरसाइज के नाम शेयर करने जा रहें हैं, जिसे आप अपने बॉडी स्टेमिनी को ध्यान में रखकर कर सकते हैं। ग्लूकोज लेवल बैलेंस रखने के लिए माइल्ड एक्सरसाइज की लिस्ट में शामिल वर्कआउट इस प्रकार हैं-
1. वॉकिंग (Walking)
ग्लूकोज लेवल बैलेंस रखने के लिए माइल्ड एक्सरसाइज की लिस्ट में सबसे पहले बात वॉकिंग की करेंगे। नैशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन (National Center for Biotechnology Information) में पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार नियमित आधे से एक घंटे टहलने से ब्लड शुगर लेवल को इम्बैलेंस होने से बचाने में मदद मिल सकती है और शरीर के बढ़ते वजन को कम करने में मदद मिल सकती है।
2. साइक्लिंग (Cycling)
ज्यादातर टाइप 2 डायबिटीज पेशेंट्स में अर्थराइटिस की समस्या देखी जाती है, तो जोड़ों में दर्द की वजह से एक्सरसाइज करने में कठिनाई हो सकती है, लेकिन आप लो इम्पैक्ट एक्सरसाइज (Low-impact exercise) कर सकते हैं। इसलिए साइक्लिंग टाइप 2 डायबिटीज और अर्थराइटिस के मरीजों के लिए बेहतर विकल्प माना गया है।
3. तैरना (Swimming)
नैशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन (National Center for Biotechnology Information) में पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार पानी वाले एक्सरसाइज ग्लूकोज लेवल को कम करने में अत्यधिक सहायक होते हैं। इसलिए टाइप 2 डायबिटीज के मरीजों को ग्लूकोज लेवल बैलेंस रखने के लिए माइल्ड एक्सरसाइज के विकल्प में स्विमिंग को चुनना चाहिए।
4. एरोबिक्स डांस (Aerobic dance)
ग्लूकोज लेवल बैलेंस रखने के लिए एरोबिक्स डांस बेहतर विकल्प माना गया है। नैशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन (National Center for Biotechnology Information) में पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार टाइप 2 डायबिटीज की समस्या से परेशान महिलाओं के लिए एरोबिक्स डांस को बेहद लाभकारी बताया गया है। एरोबिक्स डांस से शरीर के अतिरिक्त वजन को भी कम करने में मदद मिल सकती है।
5. पिलाटे एक्सरसाइज (Pilates Exercise)
दि जर्नल ऑफ स्ट्रेंथ एंड कंडिशनिंग रिसर्च (The Journal of Strength and Conditioning Research) में पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार टाइप 2 डायबिटीज से पीड़ित ओल्ड एज की महिलाओं के लिए पिलाटे एक्सरसाइज को लाभकारी बताया गया है। पिलाटे एक्सरसाइज की सहायता से ब्लड शुगर लेवल को कम करने में मदद मिल सकती है।
आप इन 5 अलग-अलग एक्सरसाइज के अलावा योगासन भी कर सकते हैं, लेकिन अगर आपने पहले कभी एक्सरसाइज या योग नहीं किया है, तो सबसे पहले इससे जुड़े जानकार से एक्सरसाइज या योग करने के तरीकों को समझें और फिर उसे अपने दिनचर्या में शामिल करें।
नोट : डायबिटीज के मरीजों को यह ध्यान हमेशा रखना चाहिए की उन्हें चोट ना लगे, क्योंकि घाव भरने में वक्त ज्यादा लगता है। इसलिए किसी भी एक्सरसाइज के दौरान तेजी ना करें।
टाइप 2 डायबिटीज और और ग्लूकोज लेवल बैलेंस रखने के लिए माइल्ड एक्सरसाइज (Mild Exercise for Glucose level) से जुड़ी इन जानकारियों के साथ अब समझते हैं टाइप 2 डायबिटीज के लक्षण (Symptoms of Type 2 Diabetes) को समझते हैं, जिससे वक्त पर बीमारी की जानकारी मिले और इलाज आसानी से हो सके।
अगर आप टाइप 2 डायबिटीज (Type 2 Diabetes) के बारे में और ग्लूकोज लेवल बैलेंस रखने के लिए माइल्ड एक्सरसाइज (Mild Exercise for Glucose level) से जुड़े सवालों का जवाब तलाश कर रहें थें, तो उम्मीद करते हैं कि ग्लूकोज लेवल बैलेंस रखने के लिए माइल्ड एक्सरसाइज के बारे में समझने में सुविधा हुई होगी। वैसे अगर आप या आपके कोई भी करीबी डायबिटिक हैं, तो उन्हें ब्लड शुगर लेवल (Blood Sugar Level) को बैलेंस बनाये रखने की सलाह दें, जिससे अन्य बीमारियों से दूर रहने में मदद मिल सकती है।
स्वस्थ रहने के लिए अपने डेली रूटीन में योगासन शामिल करें। नीचे दिए इस वीडियो लिंक पर क्लिक कर योगासन से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी जानिए।
डिस्क्लेमर
हैलो हेल्थ ग्रुप हेल्थ सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।