के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya
और पढ़ें : चारकोल फेस मास्क के फायदे : ब्लैकहेड्स की होगी छुट्टी तो निखरेगी त्वचा चुटकियों में
स्टीम यानी भाप से नहाना ही स्टीम बाथ कहलाता है। जब व्यक्ति कसरत या वर्कआउट करता है, तो उसे वर्कआउट के बाद मांसपेशियों में दर्द की समस्या उत्पन्न हो सकती है। मसल्स को रिलैक्स करने के लिए स्टीम बाथ की सहायता ली जा सकती है। साल 2013 में हुई एक स्टडी में ये बात सामने आई है कि जिम से आने के बाद स्टीम बाथ लेने से मसल्स को तुरंत आराम मिलता है।
जिम और स्टीम बाथ के फायदे में सबसे खास है कि इसे लेने से कार्डियोवैस्कुलर सिस्टम को अत्यधिक लाभ मिलता है। साल 2012 में हुई स्टडी के मुताबिक स्टीम रूम में दी गई भाप से ब्लड सर्क्युलेशन इंप्रूव होता है। इसके साथ ही ब्लड एक स्थान से दूसरी स्थान भी आसानी से सर्कुलेट करता है। जिम करने के बाद अक्सर ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है। स्टीम बाथ लेने के बाद ब्लड प्रेशर कम होता है और साथ ही हार्ट भी हेल्दी रहता है। स्टीम बाथ लेने से ब्रोकन टिशू भी रिपेयर होते हैं। अब तो आप समझ ही गए होंगे कि जिम के बाद स्टीम बाथ लेना हेल्थ के लिए क्यों जरूरी होता है।
और पढ़ें : दालचीनी के फायदे : पिंपल्स होंगे छू-मंतर और बढ़ेगी याददाश्त
ये बहुत ही गलत धारणा है कि जिम में लोग सिर्फ वेट लॉस के लिए जाते हैं। जिम में बॉडी को फिट रखने के लिए जाया जाता है। यानी नॉर्मल वेट होने पर भी जिम जाया जा सकता है। जो लोग जिम सिर्फ वजन कम करने के लिए जाते हैं, उनके लिए जिम के बाद स्टीम बाथ लेना फायदेमंद साबित हो सकता है। स्टीम रूम को 110 डिग्री फारेनाइट टेम्परेचर तक गर्म किया जाता है। स्टीम रूम में बैठने से पसीना अधिक आता है। साथ ही शरीर से पानी भी निकलता है। स्टीम रूम में करीब 30 से 45 मिनट तक बैठने से 5 पाउंड तक वेट कम हो सकता है। स्टीम बाथ लेने के दौरान अधिक मात्रा में पानी पीते रहे, ताकि डिहाइड्रेशन की समस्या न हो।
स्टीम बाथ के फायदे में बहुत कुछ शामिल है। स्टीम बाथ आप वर्कआउट के पहले और बाद में दोनों ही तरह से ले सकते हैं। वर्कआउट से पहले स्टीम बाथ लेने से ज्वाइंट्स में फ्लेक्सिबिलिटी आती है। प्री-वर्कआउट वॉर्मअप के लिए स्टीम बाथ लेना बेहतर विकल्प साबित हो सकता है। साल 2013 में हुई स्टडी में ये बात सामने आई है कि करीब 25 प्रतिशत तक ज्वाइंट्स की हीट को कम किया जा सकता है। एक्सरसाइज के ज्वाइंट्स में हीट क्रिएट होती है। ऐसा करने से ज्वाइंट्स के पेन में राहत मिलती है।
और पढ़ें : स्किन पॉलिशिंग के बारे में क्या नहीं जानते आप? इससे ऐसे त्वचा निखारें
आपने अक्सर महसूस किया होगा कि जिम से आने के बाद थकान महसूस होती है। साथ ही कुछ ऐसा करने का मन करता है कि फील गुड वाली फीलिंग आ जाए। अगर आपको ऐसी फीलिंग चाहिए तो वर्कआउट के बाद स्टीम बाथ आप ले सकते हैं। स्टीम बाथ लेने से स्ट्रेस कम हो जाता है। स्टीम बाथ के दौरान बॉडी से एंडोर्फिन हॉर्मोन रिलीज होता है, जो फील गुड हॉर्मोन भी कहलाता है। स्टीम बाथ लेने के दौरान कॉर्टिसोल का लेवल भी कम हो जाता है, जिससे स्ट्रेस अपने आप ही कम हो जाता है। स्टीम बाथ लेने से वेट कंट्रोल बैलेंस रहने के साथ-साथ रिलेक्स और ताजगी का भी एहसास होता है। स्टीम बाथ के फायदे में ये महत्वपूर्ण फायदा है।
मान लीजिए कि आपकी नाक बंद हो और आप वर्कआउट कर रहे हों। ऐसे में तेजी से ब्रीदिंग करनी पड़ती है और बंद नाक परेशानी का कारण भी बन जाती है। अगर आपको साइनस की समस्या है, तो भी आप वर्कआउट के बाद स्टीम बाथ ले सकते हैं। स्टीम रूम में कुछ समय तक बैठने से म्युकस मेंबरेन आसानी से खुल जाती है। ऐसा करने से सांस लेने में आसानी हो जाती है। कोल्ड, अनब्लॉक साइनस में स्टीम बाथ लेने से फायदा पहुंचता है।
और पढ़ें : साइनस को दूर करने वाले सूर्यभेदन प्राणायाम को कैसे किया जाता है, क्या हैं इसके लाभ, जानिए
स्टीम बाथ से ही बॉडी को रिलेक्स महसूस होने लगता है। अगर स्टीम बाथ के बाद बॉडी मसाज लिया जाता है, तो यह और भी बेहतर होगा। मसाज लेने से भी मसल्स को रिलेक्स फील होगा। ये जरूरी नहीं है कि आप रोजाना मसाज लें। हफ्ते में दो से तीन बार भी मसाज ली जा सकती है। इससे बॉडी को रिलेक्श करने का पर्याप्त समय मिल जाता है। आप चाहें तो कुछ दिनों तक वर्कआउट के बाद स्टीम बाथ लें कर देख सकते हैं। कुछ समय बाद आपको खुद ही फर्क महसूस होने लगेगा।
जिम और स्टीम बाथ (Steam Bath) के फायदे तो शायद अब आप सभी से शेयर करें, लेकिन अगर आप स्टीम बाथ लेने की प्लानिंग कर रहें हैं या किसी अन्य लोगों को सलाह दे रहें हैं, तो सबसे पहले स्टीम रूम से जुड़ी कुछ रूल्स को भी जरूर जानें।
और पढ़ें : पुरुषों के लिए वैक्सिंग कितनी सही और गलत? जरूर पढ़ें यह आर्टिकल
जिस तरह से हमसभी अपने लाइफ के कुछ रूल्स बनाते हैं या जिम रूल्स को ही फॉलो करते हैं, ठीक वैसे ही स्टीम रूल्स के भी रूल्स यानि नियम होते हैं, जो इस प्रकार हैं:
आप जिस वक्त स्टीम बाथ लेने जाते हैं, उससे 1 या 2 घटें पहले ज्यादा खाना न खाएं। दरअसल स्टीम लेने के दौरान ब्लड सर्क्युलेशन में बदलाव आता है, जिससे खाना डायजेस्ट होने में दिक्कत हो सकती है। पेट दर्द या पेट में ऐंठन की समस्या भी बनी रहती है।
स्टीम रूम में जाने के दौरान किसी भी तरह की ज्वेलरी न पहनें क्योंकि मेटल आपके बॉडी की हीट से गर्म हो सकती है, जिससे स्किन जलने का खतरा बना रहता है। कई बार ऐसा भी होता है कि स्टीम की वजह स्किन थोड़ी से सूज या फूल जाती है। ऐसी स्थिति में आपकी ज्वेलरी आपको टाइट हो सकती है। इसलिए ज्वेलरी अवॉयड करें। अगर आप कॉन्टैक्ट लेंस भी लगाती हैं या लगाते हैं, तो उसे भी निकाल कर स्टीम रूम में जाएं, क्योंकि हीट का कॉन्टैक्ट लेंस पर भी नेगेटिव इम्पैक्ट पड़ता है।
जिस तरह से आप जिम में अपने साथ टॉवेल लेकर जाते हैं या जिम किट में टॉवेल रखते हैं ठीक वैसे ही स्टीम रूम में भी जाने के पहले अपने साथ टॉवेल जरूर लेकर जाएं। बेहतर होगा अगर आप बड़े से टॉवेल से अपने आपको कवर कर के जाएं।
स्टीम में सीधे एंट्री लेने से पहले थोड़ी देर कम से कम 10 मिनट तक अपने आपको रिलैक्स करें और फिर स्टीम रूम में जाएं। स्टीम लेने के बाद पानी से शॉवर लें। हालांकि यह ध्यान रखें की स्टीम लेने के तुरंत बाद स्नान न करें। पहले बॉडी टेम्प्रेचर को नॉर्मल होने दें।
और पढ़ें : जानें क्यों रोज नहाना है जरूरी, नहीं नहाएंगे तो क्या होगा?
स्टीम रूम रूल्स ये भी कहते हैं कि आप जब स्टीम रूम में जाएं, तो उससे पहले पानी जरूर पीयें और स्टीम लेने के बाद यानि स्टीम रूम से निकलने के बाद भी पानी पीने की आदत डालें। ऐसा इसलिए करना चाहिए क्योंकि स्टीम लेने की वजह से पसीना ज्यादा आता है, जिससे शरीर में पानी की कमी हो सकती है और आपको डिहाइड्रेशन के साथ-साथ कई अन्य परेशानी भी शुरू हो सकती है। ध्यान रखें एल्कोहॉल के सेवन के बाद या किसी ऐसी दवा के सेवन के बाद स्टीम रूम न जाएं अगर उन दवाओं के सेवन के बाद आपको गर्मी महसूस हो।
स्टीम रूम में जाने के पहले किसी भी तरह के खुशबू वाले तेल या परफ्यूम का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए, क्योंकि वहां मौजूद अन्य लोगों को सांस लेने में परेशानी महसूस हो सकती है। सिर्फ अपनी ही नहीं बल्कि अन्य लोगों के भी स्वास्थ्य का ख्याल रखें।
हेल्थ एक्सपर्ट के अनुसार 10 या 15 मिनट से ज्यादा स्टीम नहीं लेना चाहिए। वहीं अगर स्टीम लेने के दौरान अगर आपको चक्कर, उल्टी, ब्रीदिंग प्रॉब्लम या कोई अन्य प्रॉब्लम महसूस होती है, तो स्टीम रूम से बाहर आ जाएं।
अगर आपको अस्थमा, ब्लड प्रेशर या हार्ट डिजीज की परेशानी होती है, तो स्टीम लेने से पहले अपने डॉक्टर से कंसल्ट करें। वहीं रिसर्च के अनुसार गर्भवती महिलाओं को स्टीम नहीं लेना चाहिए। यहां तक की अगर आपको बुखार भी है, तो स्टीम न लें।
अगर आप जिम के बाद स्टीम लेते हैं, तो स्टीम लेने के बाद और स्नान करने बाद जिम आउटफिट्स न पहनें, क्योंकि इनमें पसीना होता है।
ऑर्गेनिक ब्यूटी प्रोडक्ट्स के इस्तेमाल से पहले नीचे दिए इस वीडियो को जरूर देखें:
अगर आप जिम और स्टीम बाथ के फायदे से जुड़े किसी तरह के कोई सवाल का जवाब जानना चाहते हैं, तो विशेषज्ञों से समझना बेहतर होगा।
डिस्क्लेमर
हैलो हेल्थ ग्रुप हेल्थ सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।