वहीं, पुरुषों में यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (UTIs) बहुत कम होता है, लेकिन जिन्हें प्रभावित करता है उन्हें दोबारा यूटीआई हो सकता है। साथ ही प्रोस्टेट इंफेक्शन होने का भी खतरा रहता है। ज्यादा समस्या होने पर मरीज को हॉस्पिटल में भर्ती भी होना पड़ सकता है।
यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन के घरेलू इलाज (Home remedies for UTI)
यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (UTIs) का रामबाण इलाज है पानी
एंटीबायोटिक्स से यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन का इलाज किया जा सकता है। लेकिन, इसके साथ ही आपको ज्यादा से ज्यादा मात्रा में पानी पीते रहना चाहिए। आपको हर घंटे में एक गिलास पानी पीना चाहिए। पानी का जितना ज्यादा सेवन करेंगे उससे मूत्रमार्ग में यूटीआई के बैक्टीरिया पेशाब के साथ बाहर निकल जाएंगे। जिससे यूटीआई जल्दी से जल्दी ठीक हो जाएगा। ज्यादा पानी पीने से आपको पेशाब भी बहुत लगेगी, तो आपको जब भी पेशाब आए तो आप कर लें। पेशाब को रोकने की कोशिश न करें। अगर आप पेशाब को रोकंगे तो यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन बद से बदतर हो जाएगा।
यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन के घरेलू इलाज: करौंदे का जूस पिएं
क्रैनबेरी यानी कि करौंदा यूटीआई में बहुत फायदेमंद औषधि है। यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (Urinary tract infection) में लोग करौंदे को घरेलू उपाय के तरह प्रयोग करते हैं। करौंदे का जूस बना कर पीने से संक्रमण ठीक होता है। आप एक दिन में 750 मिलीलीटर से 1 लीटर तक क्रैनबेरी जूस ले सकते हैं। इसे एक साथ न पी कर आप तीन से चार बार में पिएं। इससे यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन के बैक्टीरिया फ्लश हो कर बाहर निकल जाएगा। लेकिन, अगर आपके परिवार में किसी को किडनी से संबंधित समस्या है तो आप भी करौंदे का जूस न पिएं।
जूस की जगह आप क्रैनबेरी का कैप्सूल भी ले सकते हैं। लेकिन अगर आप खून को पतला करने की दवाएं खा रहे हैं तो आप क्रैनबेरी कैप्सूल न लें। ओउलु यूनिवर्सिटी के पिडीयाट्रिक डिपार्टमेंट के अध्ययन के अनुसार अगर एक महिला रोज एक क्रैनबेरी की टैबेलेट लेती है या दिन में तीन बार क्रैनबेरी जूस पीती है तो उसे यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन नहीं हो सकता है। क्योंकि महिलाओं के योनि में लैक्टोबैसिलस नामक बैक्टीरिया रहता है और वह यूटीआई के बैक्टीरिया को खत्म करता है। करौंदा लैक्टोबैसिलस को बढावा देने का काम करता है। वहीं, आप विटामिन-सी (Vitamin-C) का सेवन भी कर सकते हैं।
यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन के घरेलू इलाज: मादक पदार्थों के सेवन को कहें ‘ना’
यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (UTI) में मादक पदार्थों का सेवन न करें। ये दवा के असर को कम करने के साथ ही आपकी रिकवरी में बाधक बनता है। इसके अलावा आप सॉफ्ट ड्रिंक्स, कैफीन और एल्कोहॉल का भी सेवन न करें।
यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन के घरेलू इलाज: यूरिनरी ट्रैक्ट की सफाई का रखें ध्यान