स्वीमिंग यानी तैराकी मनुष्य को प्राकृतिक रूप से नहीं आती। यह सीखनी पड़ती है। स्वीमिंग करने से न केवल शरीर स्वस्थ रहता है, बल्कि मन भी शांत रहता है। यह वजन कम करने, मसल्स बनाने, शरीर को मजबूत बनाने और दिल को स्वस्थ रखने के लिए बेहद आवश्यक है। इससे शरीर और दिमाग दोनों का व्यायाम हो जाता है। बच्चों के लिए तो यह एक बेहतरीन व्यायाम है लेकिन, तैराकी के विभिन्न शारीरिक फायदों को पाने के लिए सबसे जरूरी है इसे उचित तरीके से करना। स्वीमिंग को सही तरीके से करने से न केवल शरीर फ्रेश और तनाव मुक्त रहता है, बल्कि अपनी गति को सुधारने में भी स्वीमिंग लाभदायक है। आज हम आपको तैराकी के नियम बता रहे हैं जिन्हें अधिकतर तैराक फॉलो नहीं करते और गलतियां कर बैठते हैं।
तैराकी के नियम:
1. तैराकी के नियम: तैराकी के दौरान सिर की सही स्थिति होना जरूरी
तैराकी करते हुए जो सबसे बड़ी गलती तैराक करते हैं, वह है सिर की सही पोजिशन न होना। यह तो बहुत ही सामान्य है कि जब आप तैरते हुए आगे बढ़ते हो, तो आप आगे की तरफ ही देखोगे लेकिन, तैराकी करते हुए ऐसा नहीं है। एक गहरी सांस लेते हुए आपको अपने सिर को इधर करना होगा, आपको नीचे की तरफ भी देखना है और तेजी से आगे बढ़ने के लिए आपका सिर पानी के अंदर होना चाहिए। जब आप अपने सिर को ऊपर की तरफ उठाते हैं, तो इससे आपके कूल्हे स्वयं ही नीचे हो जाते हैं। इसका अर्थ है कि आप पानी के नीचे तैरने लगते हैं, जिससे प्रतिरोध बढ़ता है और आपकी गति धीमी हो जाती है। तैराकी के नियम में इस नियम को बेसिक नियम मान लें।
2. तैराकी के नियम: तैराकी के दौरान पुराने स्ट्रोक का प्रयोग न करें
स्वीमिंग के लिए जो स्ट्रोक आप पुराने समय से करते आ रहे हैं, हो सकता है कि वो सही न हो। इसमें गलत तरीके या तकनीक का प्रयोग करने से पानी में आपकी गति कम हो सकती है। इसलिए, पानी से सही गति से आगे बढ़ने के लिए आपको सही तकनीक आना जरूरी है। इसलिए, आपको अपने स्वीमिंग कौशल को बढ़ाना चाहिए।
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3.तैराकी के नियम: उंगलियों को साथ में जोड़कर नहीं रखना
जब आप पानी के नीचे तैरने के लिए अपने हाथ-पैर का प्रयोग कर रहे हों, तो आपको अपनी उंगलियों को साथ में जोड़ कर नहीं रखना चाहिए। अध्ययनों से पता चलता है कि आपकी उंगलियों के बीच कुछ दूरी रखने से पानी के माध्यम से संचालक शक्ति बढ़ सकती है और इससे आप अपनी गति बढ़ा पाएंगे। इससे आपका तैराकी करना अधिक आसान हो जाएगा।
4. तैराकी के नियम: तैराकी के दौरान सांस न रोककर रखें
कुछ तैराकों को हर चार स्ट्रोकों के बाद सांस लेने की सलाह दी जाती है, लेकिन तैराकी करते हुए हर स्ट्रोक के बाद आपका सांस लेना अच्छा है। सांस को रोकने से आपकी गति नहीं बढ़ सकती और यह स्वास्थ्य के लिए भी अच्छा नहीं है। इसलिए, आप हर स्ट्रोक के बाद सांस लें।
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5. तैराकी के नियम: तैराकी के दौरान किक न करें
अधिक किक करना भी तैराक की सामान्य गलती है। लोग ऐसा सोचते हैं कि तैरते हुए अधिक तेजी से किक करने से वो अच्छे से तैराकी कर सकते हैं और इससे अपनी गति बढ़ा सकते हैं लेकिन, यह गलत है। अधिक किक करने से आप थकावट महसूस करेंगे, जिससे आपको गति कम हो जाएगी। आपको धीरे-धीरे किक करना है, ताकि आपका शरीर अच्छे से आगे बढ़े और आप अच्छे से तैर पाएंगे।
6. तैराकी के नियम: वॉर्म-अप भी है बेहद जरूरी
स्वीमिंग एक अच्छा वर्कआउट है, इसलिए इसके लिए वॉर्म-अप करना भी जरूरी है। तैराक इससे पहले वॉर्म-अप करने को जरूरी नहीं मानते। स्वीमिंग पूल में जाने से दस मिनट पहले स्ट्रेचिंग करें और अपने मसल्स पर फोकस करें।
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7. तैराकी के नियम: आहार को लेकर बरतें ये सावधानी
तैराकी के बाद या पहले आहार को लेकर होने वाली गलतियां भी सामान्य है। ऐसा माना जाता है कि खाना खाने के बाद स्वीमिंग करने के लिए कम से कम एक घंटे इंतजार करना चाहिए। खाना खाने के बाद स्वीमिंग करने से आपकी तबियत खराब हो सकती है।
8. तैराकी के नियम: सीधी तैराकी की जगह क्रॉल करें
इसमें कोई संदेह नहीं है कि पानी में खुद को कम खींचने के लिए सीधा तैरना महत्वपूर्ण है। सफल तैराकी का एक प्रमुख हिस्सा रोटेशन है। सीधा तैरने की जगह क्रॉल करें। क्रॉल स्वीमिंग स्वाभाविक रूप से तैराक को सांस लेने में मदद करती है।
स्वीमिंग करने के निम्नलिखित फायदे होते हैं:
वर्कआउट के लिए स्विमिंग अच्छी एक्सरसाइज है क्योंकि इससे पूरी बॉडी में हलचल होती है। ये हर्ट रेट को मेंटेन रखने में मदद करती है। साथ ही शरीर से स्ट्रेस को दूर करती है। यह मसल्स को मजबूत बनाने के साथ कार्डियोवैस्क्युलर फिटनेस के लिए भी बेहतरीन है। स्वीमिंग वजन, हृदय और फेफड़ों को मेंटेन रखती है। इसके अलावा यह मसल्स को टोन करती है। स्वीमिंग के दौरान ज्यादातर सभी मसल्स का इस्तेमाल होता है।
स्विमिंग स्ट्रेस को दूर कर शरीर को रिलैक्स करती है। ये हमारे पॉश्चर में भी सुधार करती है। यह हमारे शरीर को लचीला बनाती है। कुछ इंजरी में स्विमिंग रिकमेंड की जाती है। ये अस्थमा के लक्षणों को कम करने में कारगर है। डिप्रेशन को दूर करने के लिए भी स्विमिंग को बेहतरीन ऑप्शन माना जाता है।
स्विमिंग एक मजेदार खेल है लेकिन, शुरुआत में यह मुश्किल हो सकता है और हो सकता है कि शुरू में आपकी गति भी अधिक न हो, लेकिन याद रखें हर व्यक्ति अलग होता है। इसलिए, सही तरीके से तैरने में आपको कुछ समय लग सकता है। किसी भी दबाव में आकर स्विमिंग न करें, ताकि आपको कोई चोट न लगे या कोई अन्य समस्या न हो। वास्तविक लक्ष्य निर्धारित करें और व्यक्तिगत लक्ष्यों को पूरा करने के लिए हर संभव कोशिश करें।
इस लेख में हमने आपको तैराकी के नियम के बारे में बताया है। यदि आप इससे जुड़ी अन्य कोई जानकारी चाहते हैं तो आप हमसे कमेंट कर पूछ सकते हैं। आपको हमारा यह लेख कैसा लगा यह आप हमें कमेंट कर बता सकते हैं।
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