कार्डियोवैस्कुलर डिजीज से जुड़ी कई तरह की समस्या होती है। इसी कैटेगरी में एक और बीमारी शामिल है एब्डॉमिनल एऑर्टिक एन्यूरिज्म (Abdominal Aortic Aneurysm)। ऐसा माना जाता है कि अगर इस समस्या को नजरअंदाज किया जाए तो यह एक गंभरी स्थिति पैदा कर सकती है। इसलिए एब्डॉमिनल एऑर्टिक एन्यूरिज्म (Abdominal Aortic Aneurysm [AAA]) से जुड़ी कंप्लीट इन्फॉर्मेशन आपके साथ शेयर करने जा रहें हैं।
- एब्डॉमिनल एऑर्टिक एन्यूरिज्म क्या है?
- एब्डॉमिनल एऑर्टिक एन्यूरिज्म के कारण क्या हैं?
- एब्डॉमिनल एऑर्टिक एन्यूरिज्म के लक्षण क्या हैं?
- एब्डॉमिनल एऑर्टिक एन्यूरिज्म का निदान कैसे किया जाता है?
- एब्डॉमिनल एऑर्टिक एन्यूरिज्म का इलाज कैसे किया जाता है?
- एब्डॉमिनल एऑर्टिक एन्यूरिज्म के रिस्क फैक्टर क्या हैं?
- एब्डॉमिनल एऑर्टिक एन्यूरिज्म से बचाव कैसे संभव है?
चलिए अब एब्डॉमिनल एऑर्टिक एन्यूरिज्म (Abdominal Aortic Aneurysm) से जुड़े इन सवालों का जवाब जानते हैं।
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एब्डॉमिनल एऑर्टिक एन्यूरिज्म (Abdominal Aortic Aneurysm) क्या है?
एऑर्टा शरीर में मुख्य ब्लड वेसल होता है, जो एब्डॉमेन (Abdomen), पेल्विस (Pelvis) और पैरों (Legs) तक ब्लड पहुंचाने का काम करता है। जब एऑर्टा बड़ा हो जाता है या बैलून के आकार में डेवलप होने लगता है, तो ऐसी स्थिति एब्डॉमिनल एऑर्टिक एन्यूरिज्म (Abdominal Aortic Aneurysm) कहलाती है। एब्डॉमिनल एऑर्टिक एन्यूरिज्म के बढ़ने के कई कारण हो सकते हैं, जिनके बारे में आगे समझेंगे।
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एब्डॉमिनल एऑर्टिक एन्यूरिज्म के कारण क्या हैं? (Cause of Abdominal Aortic Aneurysm)
यू.एस. डिपार्टमेंट ऑफ हेल्थ एंड ह्यूमन सर्विसेस (U.S. Department of Health and Human Services) में पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार एब्डॉमिनल एऑर्टिक एन्यूरिज्म के मुख्य कारण अभी भी साफ नहीं हैं, लेकिन कुछ शारीरिक परेशानी या गलत आदतें एब्डॉमिनल एऑर्टिक एन्यूरिज्म (Abdominal Aortic Aneurysm) की समस्या को दावत दे सकते हैं। उन कारणों में शामिल है-
- हाय ब्लड प्रेशर (High blood pressure) की समस्या होना।
- वैस्कुलर इन्फ्लेमेशन (Vascular inflammation) की समस्या होना।
- मेल सेक्स (Male sex) से जुड़ी समस्या होना।
- जेनेटिक फेक्टर (Genetic factors) की समस्या होना।
- स्मोकिंग (Smoking) करना।
रिसर्च रिपोर्ट्स के अनुसार एब्डॉमिनल एऑर्टिक एन्यूरिज्म की संभावना प्रायः 60 वर्ष से ज्यादा उम्र के पुरुषों में हो सकती है। अगर एब्डॉमिनल एऑर्टिक एन्यूरिज्म की समस्या को इग्नोर (Abdominal Aortic Aneurysm) किया जाए तो एऑर्टा के फटने की भी संभावना बनी रहती है, जो व्यक्ति को गंभीर स्थितियों में डालने के लिए काफी है।
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एब्डॉमिनल एऑर्टिक एन्यूरिज्म के लक्षण क्या हैं? (Symptoms of Abdominal Aortic Aneurysm)
नैशनल सेंटर फॉर बायोटेनोलॉजी इन्फॉर्मेशन (National center for Biotechnology Information) में पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार एब्डॉमिनल एऑर्टिक एन्यूरिज्म के लक्षण निम्नलिखित हो सकते हैं। जैसे:
- पेट (Stomach) या पीठ (Back) में अचानक दर्द महसूस होना।
- पेल्विस (Pelvis), लेग (Legs) या हिप्स (Hips) में दर्द होना।
- अत्यधिक पसीना (Sweaty) आना।
- हार्ट रेट (Heart rate) सामान्य से ज्यादा बढ़ना।
ये लक्षण एब्डॉमिनल एऑर्टिक एन्यूरिज्म के लक्षण हो सकते हैं। इन लक्षणों को इग्नोर ना करें और डॉक्टर से कंसल्ट करें।
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एब्डॉमिनल एऑर्टिक एन्यूरिज्म का निदान कैसे किया जाता है? (Diagnosis of Abdominal Aortic Aneurysm)
एब्डॉमिनल एऑर्टिक एन्यूरिज्म के निदान के लिए डॉक्टर सबसे पहले पेशेंट की हेल्थ कंडिशन (Health condition) के बारे पूछते हैं और लक्षणों को समझकर निम्नलिखित टेस्ट करवाने की सलाह दे सकते हैं। जैसे:
- पेट के लिए सीटी स्कैन (CT scan) करवाना।
- एब्डॉमिनल अल्ट्रासाउंड (Abdominal ultrasound) करवाना।
- चेस्ट एक्स-रे (Chest X-ray) करवाना।
- एब्डॉमिनल एमआरआई (Abdominal MRI) करवाना।
इन अलग-अलग टेस्ट रिपोर्ट्स को ध्यान में रखकर एब्डॉमिनल एऑर्टिक एन्यूरिज्म का इलाज किया जाता है।
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एब्डॉमिनल एऑर्टिक एन्यूरिज्म का इलाज कैसे किया जाता है? (Treatment for Abdominal Aortic Aneurysm)
एब्डॉमिनल एऑर्टिक एन्यूरिज्म का इलाज निम्नलिखित तरह से किया जा सकता है। जैसे:
- ओपन एब्डॉमिनल सर्जरी (Open abdominal surgery)- एऑर्टा में होने वाले डैमेज को दूर करने के लिए ओपन एब्डॉमिनल सर्जरी की जा सकती है।
- एंडोवैस्कुलर सर्जरी (Endovascular surgery)- एऑर्टा के डैमेज में हुए वॉल को ठीक करने के लिए एंडोवैस्कुलर सर्जरी की जा सकती है।
एब्डॉमिनल एऑर्टिक एन्यूरिज्म का इलाज (Abdominal Aortic Aneurysm treatment) इन ऊपर बताये तरीकों से किया जा सकता है। इस दौरान पेशेंट के मेडिकल हेल्थ को ध्यान में रखकर इलाज किया जाता है और दवाएं प्रिस्क्राइब की जा सकती है।
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एब्डॉमिनल एऑर्टिक एन्यूरिज्म के रिस्क फैक्टर क्या हैं? (Risk factor of Abdominal Aortic Aneurysm)
एब्डॉमिनल एऑर्टिक एन्यूरिज्म के रिस्क फैक्टर निम्नलिखित हो सकते हैं। जैसे:
- एऑर्टा के अंदुरुनी हिस्से का फट (Tier) जाना।
- एऑर्टा में ब्लड फ्लो बढ़ जाना या ब्लड क्लॉट (Blood clot) होना।
- एऑर्टिक एन्यूरिज्म में इंटर्नल ब्लीडिंग (Internal bleeding) होना।
एब्डॉमिनल एऑर्टिक एन्यूरिज्म (Abdominal Aortic Aneurysm) से बचाव के लिए नियमित एक्सरसाइज (Workout) करना और हेल्दी फूड हैबिट्स (Healthy food habits) फॉलो करना बेहद जरूरी है। ऐसा करने से कार्डियोवैस्कुलर डिजीज (Cardiovascular disease) के खतरे को भी कम करने में मदद मिल सकती है। वहीं अगर आपको हाय ब्लड प्रेशर (High Blood Pressure) या कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol) से जुड़ी समस्या रहती है, तो इस शारीरिक परेशानी या बीमारी को इग्नोर ना करें और डॉक्टर से सलाह लें।
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कार्डियोवैस्कुलर डिजीज के खतरे को कम करने के लिए क्या करें? (Tips to prevent Cardiovascular disease)
कार्डियोवैस्कुलर डिजीज (Cardiovascular disease) के खतरे को कम करने के लिए या इनसे बचने के लिए निम्नलिखित टिप्स फॉलो किये जा सकते हैं। जैसे:
- पौष्टिक आहार (Healthy diet) का सेवन करें।
- बार-बार खाने (Frequent eating) की आदत से बचें।
- मौसमी फल (Fruits) एवं सब्जियों (Vegetables) का सेवन करें।
- पैक्ड जूस (Juice) एवं खाद्य पदार्थों का सेवन ना करें।
- नियमित एक्सरसाइज (Workout), योग (Yoga) या वॉक (Walk) करें।
- एल्कोहॉल (Alkohol) का सेवन कम से कम करें।
- स्मोकिंग (Smoking) ना करें।
- तनाव (Stress) से बचें।
- 7 से 9 घंटे की नींद (Sleep) लें।
इन ऊपर बताई गई बातों को ध्यान रखकर और उन्हें ठीक तरह से फॉलो कर कार्डियोवैस्कुलर डिजीज Cardiovascular disease) के खतरे को कम करने में मदद मिल सकती है।
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उम्मीद करते हैं इस आर्टिकल में आपको एब्डॉमिनल एऑर्टिक एन्यूरिज्म (Abdominal Aortic Aneurysm) से जुड़ी जानकारी अच्छी लगी होगी। वहीं अगर आप हार्ट (Heart) से जुड़े किसी तरह के कोई सवाल का जवाब जानना चाहते हैं, तो आप हमें कमेंट बॉक्स में लिखकर पूछ सकते हैं। हमारे हेल्थ एक्सपर्ट आपके सवालों के जवाब देने की कोशिश करेंगे। हालांकि अगर आप हार्ट की समस्या से पीड़ित हैं, तो डॉक्टर से कंसल्टेशन करें, क्योंकि ऐसी स्थिति में डॉक्टर आपके हेल्थ कंडिशन (Health condition) को ध्यान में रखकर हार्ट का इलाज (Treatment for Heart) शुरू करेंगे।
स्वस्थ्य रहने के लिए अपने दिनचर्या में नियमित योगासन शामिल करें। योग की शुरुआत करने से पहले नीचे दिए इस वीडियो लिंक पर क्लिक करें और योग के फायदे (Benefits of yoga) और योग करने के लिए क्या है सही तरीका इसे समझें। ध्यान रखें गलत तरीके से योग करने से शारीरिक परेशानी बढ़ सकती है।
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