हाईजैक जैसे शब्द मेरे लिए थोड़ा अलग एवं डरावने जैसे लगते हैं, लेकिन अगर यही शब्द मेडिकल टर्म में शामिल हो जाए, तो टेंशन और एंग्जायटी दोनों का होना स्वाभाविक हो जाता है। अब देखिये ना एमिग्डाला हाईजैक (Amygdala Hijack) एक मेडिकल टर्म है, जो ब्रेन से जुड़ी एक बीमारी है। दरअसल ब्रेन के लिम्बिक सिस्टम (Limbic system) में एमिग्डाला होता है। वैसे एमिग्डाला (Amygdala) एवं एमिग्डाला हाईजैक (Amygdala Hijack) से जुड़ी पूरी जानकारी हम आपके लिए लेकर आये हैं, बस अब आप तनाव ना लें और आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें, तभी तो आप मेंटली अपने आपको को किसी भी परिस्थिति में स्वस्थ रख पाएंगे।
- क्या है एमिग्डाला हाईजैक?
- एमिग्डाला हाईजैक के लक्षण क्या हैं?
- एमिग्डाला हाईजैक के कारण क्या हैं?
- एमिग्डाला हाईजैक की समस्या को कैसे रोकें?
- एमिग्डाला हाईजैक के लिए खास टिप्स क्या हैं?
चलिए अब इन ऊपर दिए गए सवालों के जवाब ढूंढ़ते हैं और इस समस्या से कैसे बचा जाए यह भी समझते हैं।
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क्या है एमिग्डाला हाईजैक? (What is Amygdala Hijack?)
रिसर्चर्स के लिए मनुष्य का मस्तिष्क अभी भी किसी पहेली से कम नहीं है, लेकिन ह्यूमन ब्रेन पर किये जा रहे रिसर्च के अनुसार एक बात ये सामने आई है कि मस्तिष्क का एक महत्वपूर्ण हिस्सा, जो दर्द और अहसास को रोकने में अपनी खास भूमिका निभाता है। दरअसल इसे एंटी-पेन सेंटर (Anti-pain Centre) और मेडिकल टर्म में इसे एमिग्डाला कहते हैं। एमिग्डाला को नेगेटिव फीलिंग्स और एंग्जायटी जैसी प्रतिक्रियाओं को देने के लिए जिम्मेदार माना जाता है। अब एमिग्डाला हाईजैक (Amygdala Hijack) को विस्तार से समझने की कोशिश करते हैं। अगर सामान्य शब्दों में कहें, तो यह व्यक्ति के इमोशन (Emotions) और प्लेजर (Pleasure) दोनों के लिए चाबी की तरह है। इसलिए इसे एमिग्डाला हाईजैक के अलावा इमोशनल हाईजैक भी कहा जाता है। इमोशनल या एमिग्डाला हाईजैक को समझें कैसे?
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एमिग्डाला हाईजैक के लक्षण क्या हैं? (Symptoms of Amygdala Hijack)
इमोशनल या एमिग्डाला हाईजैक को समझने के लिए सबसे आसान रास्ता छिपा है, इसके लक्षणों में। ब्रेन से जुड़ी इस परेशानी के लक्षण इस प्रकार हैं। जैसे:
- दिल की धड़कन तेज (Rapid heart beat) होना।
- हथेलियों से पसीना (Sweaty palms) आना।
- त्वचा पर दाने (Goosebumps) आना।
अब यहां हमें एक बात समझने की बेहद जरूरी है कि कई बार अगर हम गलती कर दें, तो भी उस बारे में हम सोचते नहीं हैं, लेकिन एमिग्डाला हाईजैक की स्थिति में ऐसा होता है कि आप घटना घटने के बाद अपने द्वारा दी गई प्रतिक्रियाओं के बारे में सोचना और ऐसा महसूस करना की हमने ऐसा क्यों किया? मुझे ऐसा नहीं करना चाहिए था। अगर इसे और भी आसान शब्दों में समझें, तो बिना कारण अगर आप किसी को डांट दें या किसी गलती की वजह से ही आप किसी बच्चे या बड़े व्यक्ति को डांटे और फिर बाद में आप महूसस करें की आपने ही उन्हें डांट कर गलती कर दी है। ऐसी स्थिति इमोशनल हाईजैक (Emotional Hijack) या एमिग्डाला हाईजैक (Amygdala Hijack) के दौरान होती है। खैर कभी-कभी ऐसी घटना सामान्य है, लेकिन अगर आपके साथ या किसी करीबी के साथ ऐसा बार-बार होने लगे, तो सतर्क हो जाएं और इसके पीछे के कारणों को समझें।
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एमिग्डाला हाईजैक के कारण क्या हैं? (Cause of Amygdala Hijack)
एमिग्डाला हाईजैक के कई कारण हो सकते हैं, जो इस प्रकार हैं:
- किसी कारण गुस्से में रहना।
- मन में किसी बात का भय यानी डर बना रहना।
- किसी भी कारण उत्तेजना में आना।
- किसी से जरूरत से ज्यादा प्यार करना।
- आपने आप से घृणा होना।
- किसी बात को लेकर निराशा में रहना।
ये सभी इमोशनल हाईजैक (Emotional Hijacking) की स्थिति पैदा कर सकते हैं। इसलिए किसी भी स्थिति में अपने आपको शांत रखें। किसी भी अच्छी या बुरी स्थिति में अत्यधिक तनाव लेकर अपनी शारीरिक परेशानी ना बढ़ाएं।
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एमिग्डाला हाईजैक की समस्या को कैसे रोकें? (How to control Amygdala Hijack?)
अगर आपको एमिग्डाला हाईजैक यानी इमोशनल हाईजैक की समस्या है, तो सबसे पहले तो खुद ये समझें की किस तरह की परिस्थितियों में आपके साथ ऐसा होता है कि आप अत्यधिक गुस्से में आ जाते हैं या किसी भी बात या घटना को लेकर अत्यधिक तनाव ले लेते हैं। अगर किसी के हर्ट करने, वर्क लोड बढ़ने या किसी भी अन्य परेशानियों की वजह से ऐसा होता है, तो आपको खुद को रिलैक्स करने की सबसे ज्यादा जरूरत है। नैशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन (NCBI) में पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार डर (Fear) और एंग्जायटी (Anxiety) जैसी घटना मनुष्य के तनाव का सबसे बड़ा कारण है और जब यही कारण जरूरत से ज्यादा आगे बढ़ जाए तो आप शिकार हो जाते हैं इमोशनल हाईजैक का। इसलिए स्वयं को शांत रखें, रिलैक्स करें और डीप ब्रीदिंग जरूर करें।
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एमिग्डाला हाईजैक के लिए खास टिप्स क्या हैं? (Tips for Amygdala Hijack)
अगर आप इमोशनल या एमिग्डाला हाईजैक की समस्या से पीड़ित हैं, तो आप निम्नलिखित टिप्स अपना सकते हैं। जैसे:
- सप्ताह में कम से कम 3 बार एक्सरसाइज जरूर करें।
- योग या मेडिटेशन करने की आदत डालें।
- जिन लोगों से आपको बात करना पसंद हो, उनसे बातें करें।
- म्यूजिक सुनने की आदत डालें।
- डेली वर्क ठीक तरह से प्लान करें।
- ताजे फल और हरी सब्जियों का सेवन करें।
- एल्कोहॉल या ड्रग्स का सेवन नहीं करना चाहिए।
- स्मोकिंग ना करें।
इन छोटी-छोटी बातों को ध्यान में रखकर एमिग्डाला हाईजैक की समस्या से बचा जा सकता है।
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हमसभी इस मॉडर्न वर्ल्ड का हिस्सा हैं। यहां कई चीजें अच्छी और पॉजिटिव होती हैं, तो कुछ नेगेटिव भी। कुछ ऐसी चीजें जो हमें ना पसंद हो, तो वो धीरे-धीरे तनाव पैदा करने लगती है। अब अगर साल 2020 में कोरोना वायरस की ही स्थिति हमें परेशान करने लगती हैं, लेकिन अनजाने में ही सही अपने आसपास, न्यूज या सोशल मीडिया के दौर में कुछ खबरें हमें परेशानी में डाल देती हैं और हमारे मेंटल स्ट्रेस का कारण बनने लगती हैं। ऐसी स्थिति में सिर्फ एक बात जरूर ध्यान रखें कि नेगेटिव बातों पर ध्यान ना दें और इसी लिए तो कहते हैं ना “हर सिक्के के दो पहलु होते हैं’।
अगर आप एमिग्डाला हाईजैक (Amygdala Hijack) या इमोशनल हाईजैक (Emotional Hijack) से जुड़े किसी तरह के कोई सवाल का जवाब जानना चाहते हैं, तो विशेषज्ञों से समझना बेहतर होगा।