एनसीबीआई की एक रिपोर्ट के अनुसार “कार्बोनेटेड सोडा का ज्यादा मात्रा में नियमित सेवन दांतों पर वैसा ही असर डालता है जैसा मेथम्फेटामाइन (methamphetamine) और कोकीन जैसे खतरनाक ड्रग्स। एल्कोहॉलिक ड्रिंक्स ही नहींं बल्कि सॉफ्ट ड्रिंक्स भी दांतों को नुकसान पहुंचा सकती हैं। इनका सेवन ज्यादा मात्रा में करने से दांतों की बीमारियां हो सकती हैं। यहां तक कि शुगर-फ्री सॉफ्ट ड्रिंक्स में भी हाई एरोसिव (High erosive) यानी दांतों के क्षरण की क्षमता होती है।
दांतों की बीमारियां को लेकर क्या कहते हैं डेंटल एक्सपर्ट?
डेंटिस्ट और डेंटल सर्जन डॉक्टर आशीष खरे (आकृति डेंटल क्लीनिक, लखनऊ) ने “हैलो स्वास्थ्य’ से बातचीत में कहा “सॉफ्ट ड्रिंक्स में मौजूद शुगर मुंह में बैक्टीरिया के साथ मिलकर एसिड बनाते हैं, जिससे दांतों के इनेमल (enamel) को नुकसान पहुंचता है। इससे कैविटी और दांतों की सड़न जैसी समस्या होने की संभावना बढ़ जाती है। अगर आप कोई भी सॉफ्ट ड्रिंक या फ्रूट जूस पी रहे हैं तो स्ट्रॉ से पीएं ताकि उसके अंदर जो शुगर है वह दांतों पर सीधे असर न डाल पाए।’
सॉफ्ट ड्रिंक्स से दांतों को कैसे नुकसान पहुंचता है?
हाई-शुगर सॉफ्ट ड्रिंक पीने से आमतौर पर मोटापा, टाइप-2 डायबिटीज और वजन बढ़ने की समस्या बढ़ जाती है। इसके अलावा ये ड्रिंक्स आपकी डेंटल हेल्थ पर भी बुरा असर डालती हैं। संभावित रूप से कैविटी और दांतों की सड़न हो सकती है। दरअसल, जब आप सॉफ्ट ड्रिंक्स पीते हैं तो इसमें मौजूद शुगर मुंह में बैक्टीरिया के साथ मिलकर एसिड बनाती है। यह एसिड आपके दांतों पर हमला करता है। सॉफ्ट ड्रिंक्स का हर एक सिप दांतों पर हानिकारक प्रतिक्रिया देता है जो लगभग 20 मिनट तक रहता है। ऐसे में अगर आप पूरे दिन थोड़ा-थोड़ा करके सॉफ्ट ड्रिंक्स लेते हैं, तो दांतों पर इसका बुरा प्रभाव लगातार दांतों पर होता रहता है। इससे आगे चलकर दांतों की बीमारियां जन्म ले सकती हैं। सॉफ्ट ड्रिंक्स से होने वाली डेंटल प्रॉब्लम–
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दांतों की बीमारियां: एरोसन (Erosion)
सॉफ्ट ड्रिंक में फॉस्फोरिक (Phosphoric), सिट्रीक (Citric) और टार्टरिक एसिड (Tartaric acid) की मौजूदगी दांतों से मिनरल को दूर करती हैं। एनर्जी ड्रिंक और सॉफ्ट ड्रिंक में पाया जाने वाला एसिड दांतों की ऊपरी सुरक्षात्मक परत यानी इनेमल को नुकसान पहुंचाता है। परत को नुकसान पहुंचने की वजह से दांतों को ठंडा व गर्म ज्यादा महसूस होता है और दांत भी कमजोर होने लगते हैं। साथ ही दांतों की बीमारियां होने की संभावना भी बढ़ जाती है।
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दांतों की बीमारियां: कैविटी (Cavity)
सॉफ्ट ड्रिंक्स दांतों की परत डेंटिन (dentin) और कम्पोजिट फिलिंग (composite filling) को भी प्रभावित कर सकती है। इससे कैविटी और दांतों में सड़न की समस्या पैदा हो सकती है। नियमित रूप से सॉफ्ट ड्रिंक्स के सेवन से ओरल हाइजीन (oral hygiene) बिगड़ने के साथ ही अन्य डेंटल प्रॉब्लम की भी संभावना बढ़ सकती हैं।
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सॉफ्ट ड्रिंक्स से होने वाली अन्य समस्याएं-
- ज्यादा मात्रा में शुगर युक्त पेय पदार्थों से इस्तेमाल से वजन बढ़ना और टाइप 2 मधुमेह और हृदय रोग का खतरा बढ़ सकता है।
- अमेरिकन मेडिकल एसोसिएशन की एक रिपोर्ट के अनुसार “सॉफ्ट ड्रिंक का नियमित सेवन करने से गाउट (gout) का खतरा बढ जाता है।
- सॉफ्ट ड्रिंक पीने से किडनी में खराबी आ सकती है।
- अधिक मात्रा में कोल्ड ड्रिंक पीने से शरीर में मिनरल की कमी हो सकती है और इससे ऑस्टियोपरोसिस हो सकता है।
- सॉफ्ट ड्रिंक्स में पाया जाने वाला कैफीन दिल के लिए खतरनाक होता है। इसकी वजह से हृदयगति व रक्तचाप बढ़ता है।
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सॉफ्ट ड्रिंक्स के दुष्प्रभाव को कम करने के लिए क्या किया जा सकता है? (Side effects of soft drinks)
हालांकि, सॉफ्ट ड्रिंक्स के उपयोग से दांतों में बीमारियां होना आम है लेकिन, दांतों को होने वाले नुकसान के जोखिम को कम करने के लिए ये टिप्स अपनाएं जा सकते हैं-
- कम मात्रा में सॉफ्ट ड्रिंक लें। वैसे तो एक ही सॉफ्ट ड्रिंक आपको डेंटल प्रॉब्लम दे सकती है लेकिन, कोशिश करें कि दिनभर में एक से ज्यादा न लें।
- सॉफ्ट ड्रिंक को आराम-आराम से पीने की बजाय जल्दी से पीना ठीक रहता है। आप जितना ज्यादा समय पेय पदार्थ पीने में लगाएंगे, दांतों का स्वास्थ्य बिगड़ने की संभावना उतनी ज्यादा रहती है। जितनी तेजी से सॉफ्ट ड्रिंक्स पिएंगे उतना ही कम समय शुगर और एसिड दांतों पर रहेंगे।
- हमेशा स्ट्रॉ का उपयोग करें। यह हानिकारक एसिड और शर्करा को दांतों से दूर रखने में मदद करेगा।
- कोल्ड ड्रिंक्स या एनर्जी ड्रिंक्स पीने के बाद पानी से कुल्ला करना न भूलें।
- सोडा या सॉफ्ट ड्रिंक्स लेने के बाद तुरंत ब्रश न करें। कार्बोनेटेड पेय पदार्थ के तुरंत बाद ब्रश करने से दांतों में फ्रिक्शन आसानी से होता है। जिससे दांतों को और नुकसान पहुंच सकता है। 30 से 60 मिनट के बाद ही ब्रश करें।
- सोने से पहले सॉफ्ट ड्रिंक्स लेने से बचें।
- दांतों की साफ-सफाई पर ध्यान दें। नियमित रूप से जांच कराएं ताकि दांतों की बीमारियां पहले से पहले पकड़ में आ सके।
आजकल सॉफ्ट ड्रिंक्स का सेवन बहुत अधिक बढ़ गया है। सॉफ्ट ड्रिंक्स का ज्यादा प्रयोग लिवर, किडनी की बीमारी, अर्थराइटिस जैसी बीमारियों का कारण बन सकता है। इसके साथ ही नियमित रूप से सॉफ्ट ड्रिंक्स के इस्तेमाल से दांतों में बीमारियां (कैविटी, दांत की सड़न आदि) भी हो सकती हैं।
हम आशा करते है आपको हमारा यह लेख पसंद आया होगा। हैलो हेल्थ के इस आर्टिकल में दांतों की बीमारियां से जुड़ी जानकारी देने की कोशिश की गई है। यदि आप इससे जुड़ी अन्य कोई जानकारी पाना चाहते हैं तो आप अपना सवाल कमेंट सेक्शन में कर सकते हैं। हम अपने एक्सपर्ट्स से आपके सभी सवालों के जवाब देने की कोशिश करेंगे।
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