एक्यूपंक्चर में यिन (Yin) और यांग (Yang) को एडजस्ट करने से मेरिडियन्स (Meridian) के माध्यम से मल्टी- टारगेट और मल्टी-सिस्टम इफेक्ट्स होते हैं। एक्यूपॉइंट्स और मेरिडियन्स ह्यूमन बॉडी में एक खास रोल निभाते हैं। यह बात साबित हो चुकी है कि सेक्रल नर्व (Sacral nerve) की स्टिमुलेशन से कोलोनिक मोटिलिटी (Colonic motility) प्रोमोट होती है और पेल्विकसेंसेशन सुधरती है जिससे कॉन्स्टिपेशन के लक्षण कम होते हैं। एक स्टडी के मुताबिक एक्यूपंक्चर का इस्तेमाल करने के बाद रोगियों में इस समस्या के लक्षणों में काफी सुधार महसूस किया है।
यही नहीं, GI ट्रैक्ट (GI tract) पर इसका प्रभाव भी बेहतरीन है। यह तो थी जानकारी कि कॉन्स्टिपेशन में एक्यूपंक्चर का प्रयोग कितना लाभदायक है। आइए अब जानें पीडियाट्रिक कॉन्स्टिपेशन के लिए एक्यूपंक्चर (Acupuncture treatment for pediatric constipation) के बारे में।
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पीडियाट्रिक कॉन्स्टिपेशन के लिए एक्यूपंक्चर (Acupuncture treatment for pediatric constipation)
रीसर्च में ऐसा पाया गया है कि बच्चों में कॉन्स्टिपेशन की स्थिति में एक्यूपंक्चर का इस्तेमाल किया जा सकता है। शोध यह बताते हैं कि एक्यूपंक्चर से कब्ज से राहत मिलती है क्योंकि इससे नर्वस सिस्टम में बदलाव होता है। कॉन्स्टिपेशन का मुख्य कारण कोलोनिक मोटिलिटी में कमी होता है। ऐसा तब होता है जब लॉन्ग टाइम स्ट्रेस के कारण नर्वस सिस्टम फंक्शन प्रभावित हों। रिसर्च में ऐसा पाया गया है कि कुछ खास एक्यूपॉइंट्स को स्टिमुलेट करने से नर्वस सिस्टम के काम करने का तरीका बदल सकता है। इससे मस्तिष्क द्वारा रिलीज किए जाने वाले न्यूरोकेमिकल्स भी बदल जाते हैं।
एक्यूपंक्चर पैरासिम्पेथेटिक नर्वस सिस्टम को बैरिंगटन’स न्यूक्लियस (Barrington’s nucleus) तक सभी तरह से उत्तेजित करता है। इससे मल त्याग में वृद्धि होती है और स्ट्रेस भी शांत होता है। अब जानते हैं कि इस तकनीक का इस्तेमाल कैसे किया जा सकता है?
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पीडियाट्रिक कॉन्स्टिपेशन के लिए एक्यूपंक्चर: कैसे इस्तेमाल होती है यह तकनीक
पीडियाट्रिक कॉन्स्टिपेशन के लिए एक्यूपंक्चर (Acupuncture treatment for pediatric constipation) का इस्तेमाल करने से पहले एक्यूपंचरिस्ट आपसे आपके बच्चे की हेल्थ हिस्ट्री जिसमें दवाइयां, डायट और डेली हैबिट्स आदि शामिल हैं, आदि के बारे में जानेंगे। इसके साथ ही बच्चे की शारीरिक जांच भी की जाएगी। इसमें एक्यूपंचरिस्ट का सबसे बड़ा काम होता है, बच्चे के मन से नीडल के डर को कम करना। इसके लिए सबसे पहले वो बच्चे को इसके लिए कम्फर्टेबल महसूस करने से मदद करेंगे। इसके साथ ही वो पूरी प्रक्रिया को किसी टॉय पर कर के भी बच्चे को इसके बारे में समझा सकते हैं।