हार्टबर्न और नौसिया को अधिकतर गर्भावस्था का लक्षण माना जाता है। इसके साथ ही कोई दवा या फूड-पॉइजनिंग और इंफेक्शन आदि भी इसकी वजह हो सकती है। यह समस्याएं माइल्ड अनकंफर्टेबल से लेकर गंभीर तक हो सकती हैं। कई मामलों में इनके कारण रोगी की डेली लाइफ भी प्रभावित हो सकती है। हार्टबर्न और नौसिया दोनों ही सामान्य गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याएं हैं, यानी यह दोनों रोग डायजेस्टिव सिस्टम से संबंधित हैं। एसिड रिफ्लक्स, जिसे गेस्ट्रोएसोफेजियल रिफ्लक्स डिजीज (Gastroesophageal reflux disease) या GERD भी कहा जाता है इसे भी नौसिया का कारण माना जाता है। अगर इन समस्याओं के कारण का पता हो, तो इसका उपचार करना आसान हो जाता है। आइए जानें हार्टबर्न और नौसिया के कारण (Causes Of Heartburn And Nausea) क्या हैं, इस बारे में, लेकिन हार्टबर्न और नौसिया के कारण (Causes Of Heartburn And Nausea) से पहले इन दोनों समस्याओं के बारे में विस्तार से जान लेते हैं।
हार्टबर्न और नौसिया किसे कहा जाता है? (Heartburn And Nausea)
हार्टबर्न को गेस्ट्रोएसोफेजियल रिफ्लक्स (Gastroesophageal reflux) भी कहा जाता है। हालांकि इसका हार्ट से कुछ भी लेना-देना नहीं है। यह समस्या तब होती है, जब पेट से एसिड एसोफैगस (Esophagus) में वापस फ्लो करने लगता है। अन्नप्रणाली यानी एसोफैगस वो ट्यूब होती है, जो गले को पेट से कनेक्ट करती है। हार्टबर्न के कारण ब्रेस्टबोन के पीछे जलन का अनुभव होता है। इससे पीड़ित कुछ लोग गले के पीछे खट्टा या अजीब से टेस्ट को भी अनुभव कर सकते हैं। यह समस्या कई घंटों तक रह सकती हैं और खाना खाने के बाद यह रोग बदतर हो सकता है।
नौसिया को उल्टी आना या बीमार पड़ने जैसा अनुभव होने के रूप में पारिभाषित किया जाता है। यह सेंसेशन अधिक उल्टी आने से पहले अनुभव होती है। हार्टबर्न और नौसिया के कारण (Causes Of Heartburn And Nausea) के बारे में जानने से पहले यह भी जान लेते हैं कि हार्टबर्न और नौसिया के बीच में क्या लिंक है?
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हार्टबर्न और नौसिया का क्या कनेक्शन है? (Link between Heartburn And Nausea)
हार्टबर्न और नौसिया दोनों ही अपच का लक्षण हैं और यह दोनों परेशानियां एक साथ हो सकती हैं। इंडायजेशन को डिस्पेप्सिया (Dyspepsia) भी कहा जाता है। इसे गट-रिलेटेड लक्षणों के एक ग्रुप के रूप में जाना जाता है। हार्टबर्न और नौसिया की स्थिति में लोग इन समस्याओं का अनुभव कर सकते हैं:
- भोजन करते समय पेट का जल्दी भरा हुआ महसूस करना (Feeling full quickly while eating)
- खाना खाने के बाद अनकंफर्टेबल महसूस होना (Feeling uncomfortably full after eating)
- बीमार महसूस होना (Feeling sick)
- ब्लोटिंग (Bloating)
- डकार आना (Burping)
- पेट में गुड़गुड़ होना (Gurgling in the stomach)
- गैस होना (Gas)
इनडायजेशन बहुत सामान्य है और कुछ लोग बार-बार इसका अनुभव करते हैं। अब हार्टबर्न और नौसिया के कारण (Causes Of Heartburn And Nausea) क्या हैं, यह जानें।
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हार्टबर्न और नौसिया के कारण क्या हैं? (Causes Of Heartburn And Nausea)
जब कोई व्यक्ति हार्टबर्न और नौसिया से पीड़ित होता है, तो अधिकतर मामलों में चिंता करने वाली कोई बात नहीं होती है। इन समस्याओं के अधिकतर लक्षण अक्सर तब नजर आते हैं, जब कोई व्यक्ति अधिक मिर्च-मसालेदार आहार का सेवन करता है या एल्कोहॉल को अधिक मात्रा में लेता है। अगर हार्टबर्न और नौसिया का कारण अधिक मिर्च-मसालेदार आहार या एल्कोहॉल हैं, तो बिना उपचार के समय के साथ यह लक्षण दूर हो जाते हैं। लेकिन, अगर यह परेशानी बार-बार होती है, तो यह किसी अंडरलायिंग हेल्थ कंडिशन का लक्षण हो सकता है। हार्टबर्न और नौसिया के कारण (Causes Of Heartburn And Nausea) इस प्रकार हैं:
दवाइयां (Medications)
कुछ दवाइयों के कारण साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं। इन साइड इफेक्ट्स में हार्टबर्न और नौसिया आदि भी शामिल हैं। इन दवाइयों में कुछ खास एंटीबायोटिक्स और नॉन-स्टेरॉइडल एंटी-इंफ्लेमेटरी ड्रग्स (Non-steroidal anti-inflammatory drugs) यानी NSAIDs जैसे आइबूप्रोफेन (ibuprofen) आदि शामिल हैं। इसलिए किसी भी दवा को लेने से पहले डॉक्टर की सलाह अवश्य लें। इसके साथ ही अगर आपको इन्हें लेने के बाद साइड-इफेक्ट्स नजर आएं तो भी मेडिकल हेल्प लें।
हार्टबर्न और नौसिया के कारण और प्रेग्नेंसी (Pregnancy)
गर्भावस्था में भी महिलाएं इंडायजेशन की समस्या का अनुभव अधिक करती हैं। प्रेग्नेंसी में हॉर्मोन्स में उतार चढ़ाव के कारण जो मसल्स पेट में फूड को रखती हैं, वो प्रभावित हो जाती हैं। जिससे हार्टबर्न की समस्या होती है। इसके साथ ही गर्भवती महिला को नौसिया भी मॉर्निंग सिकनेस के कारण हो सकता है, जो गर्भावस्था में होना बेहद सामान्य है। मॉर्निंग सिकनेस की समस्या दिन या रात को कभी भी हो सकती है।
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गैस्ट्राइटिस (Gastritis)
हार्टबर्न और नौसिया के कारण (Causes Of Heartburn And Nausea) में गैस्ट्राइटिस भी शामिल है। गैस्ट्राइटिस का अर्थ है गट में डायजेस्टिव जूसेस से स्टमक लायनिंग की परत में सूजन या इन्फ्लेमेशन होना। कई लोग एक्यूट गैस्ट्राइटिस की समस्या का अनुभव कर सकते हैं। यानी, यह समस्या अचानक होती है और कुछ देर तक ही रहती है। दूसरों लोगों को क्रॉनिक गैस्ट्राइटिस की समस्या भी हो सकती है, जो उपचार न मिलने पर वर्षों तक बनी रह सकती है। गैस्ट्राइटिस के कुछ कारण हैं:
- हेलिकोबैक्टर पाइलोरी इंफेक्शन (Helicobacter pylori infection)
- स्टमक लायनिंग का डैमेज होना (Damage to stomach lining)
- शरीर का इम्यून सिस्टम (Body’s immune system)
इसके कुछ अन्य लक्षणों में पेट के ऊपरी हिस्से में दर्द या बेचैनी, नौसिया और उल्टी आदि भी शामिल हैं।
हार्टबर्न और नौसिया के कारण और पेप्टिक अल्सर डिजीज (Peptic ulcer disease)
पेप्टिक अल्सर या स्टमक अल्सर पेट की लायनिंग में होने वाले घाव को कहा जाता है। एंटी-इंफ्लेमेटरी ड्रग्स (Non-steroidal anti-inflammatory drugs) यानी NSAIDs जैसे आइबूप्रोफेन और एस्पिरिन आदि के लॉन्ग-टर्म इस्तेमाल से स्टमक अल्सर हो सकता है। जो हार्टबर्न और नौसिया के कारण (Causes Of Heartburn And Nausea) बन सकता है। पेप्टिक अल्सर के सामान्य लक्षणों में हल्की या तेज दर्द शामिल होती है जो बैली बटन और ब्रेस्टबोन के बीच में हो सकती है। यह दर्द तब बदतर हो सकती है, जब पेट खाली होता है।
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स्टमक कैंसर (Stomach cancer)
दुर्लभ मामलों में लगातार हार्टबर्न और नौसिया, पेट के कैंसर का संकेत हो सकते हैं। इसके लक्षण इस प्रकार हैं:
- भूख कम लगना (Poor appetite)
- बिना वजह के वजन का कम होना (Unexplained weight loss)
- पेट में दर्द (Pain in belly)
- पेट में डिस्कंफर्ट, खासतौर पर नाभी के ऊपर (Discomfort in the belly)
- थोड़ा सा खाने के बाद भी पेट का भरा हुआ होना (Feeling full after just a small meal)
- खून की उल्टी (Vomiting blood)
- पेट में सूजन (Swollen belly)
- स्टूल में खून (Blood in the stools)
- एनीमिया (Anemia)
अमेरिकन कैंसर सोसाइटी American Cancer Society) के अनुसार इनमें से अधिकतर लक्षण पेट के कैंसर की तुलना में वायरस या अल्सर के कारण नजर आ सकते हैं। ऐसे में सही जांच कराना जरूरी है। यह तो थे हार्टबर्न और नौसिया के कारण (Causes Of Heartburn And Nausea)। इसके अलावा इन समस्याओं के कुछ अन्य कारण भी हो सकते हैं। अब जानते हैं इनके उपचार के बारे में।
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हार्टबर्न और नौसिया का उपचार
हार्टबर्न और नौसिया के लक्षणों से बचने और उन्हें मैनेज करने के कई तरीके हैं। इसके लिए कुछ सामान्य मेडिकेशन्स इस प्रकार हैं:
- एंटासिड्स (Antacids)
- एंटीबायोटिक्स (Antibiotics)
- प्रोटोन पंप इन्हिबिटर्स (Proton pump inhibitors)
इसके अलावा जीवनशैली में हेल्दी चेंजेज से भी इस समस्या के लक्षणों को मैनेज किया जा सकता है, जैसे:
- एल्कोहॉल और कैफीन को कम मात्रा में लेना
- एक ही बार में बहुत अधिक आहार का सेवन करने से बचना
- खाना धीरे-धीरे खाना
- अधिक तेल, मिर्च-मसाले युक्त आहार को नजरअंदाज करना
- तनाव से बचाव
- स्मोकिंग न करना
- नियमित व्यायाम करना
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यह तो थी हार्टबर्न और नौसिया के कारण (Causes Of Heartburn And Nausea) क्या हैं, इसके बारे में पूरी जानकारी। यह तो आप जान ही गए होंगे कि हार्टबर्न और नौसिया दोनों इंडायजेशन के लक्षण हैं। आमतौर पर यह समस्याएं एक साथ होती हैं। यह पेनफुल हो सकती हैं, लेकिन इन्हें लेकर अधिक चिंता करने की जरूरत नहीं होती है। ओवर-द-काउंटर ट्रीटमेंट इसके लक्षणों को कम करने में फायदेमंद हो सकते हैं। लेकिन, अगर यह समस्या गंभीर हो या बार-बार हो, तो मेडिकल हेल्प लेना आवश्यक है। अगर आपके मन में इस बारे में कोई भी सवाल हो तो तुरंत डॉक्टर से इस बारे में बात करें।
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