कई हेल्थ कंडिशंस जिसमें एंग्जायटी और डिप्रेशन भी शामिल है, प्रेग्नेंसी में एपेटाइट लॉस (Appetite loss in Pregnancy) का कारण बन सकती है। वास्तव में, प्रेग्नेंट महिलाओं में कुछ शारीरिक और बायोकेमिकल बदलावों के कारण कई मेंटल हेल्थ इशूज हो सकते हैं। डिप्रेशन के कारण कई ईटिंग हैबिट्स में भी बदलाव आ सकता है, जिसमें भूख में कमी आदि समस्याएं शामिल है। प्रेग्नेंसी में डिप्रेशन को हेल्दी फूड्स के लिए भूख का कम होना और अनहेल्दी फूड्स के लिए क्रेविंग को बढ़ाना से जोड़ा जाता है। इसके अन्य कारणों में कुछ महत्वपूर्ण न्यूट्रिएंट्स जैसे फोलेट, फैटी एसिड्स, आयरन और जिंक आदि का कम सेवन करना भी शामिल है।
इसका भ्रूण और मां के स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। मेंटल हेल्थ डिसऑर्डर्स (Mental Health disroders) का प्रेग्नेंसी के दौरान निदान मुश्किल हो सकता है। क्योंकि, महिलाएं इसके बारे में बात करना उचित नहीं समझती है। लेकिन, अगर आपको प्रेग्नेंसी या जीवन में कभी भी डिप्रेशन या एंग्जायटी का अनुभव हो, तो डॉक्टर की सलाह लेना जरूरी है।

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दवाईयां (Medications)
कुछ दवाईयां हैं जो प्रेग्नेंसी के दौरान सुरक्षित मानी जाती है। लेकिन, उनके भी कुछ साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं जिनमें भूख में कमी भी शामिल है। कुछ सेरोटोनिन रीएप्टिक इन्हिबिटर्स (Serotonin reuptake inhibitors) जैसे ज़ोलोफ़्ट (Zoloft) और प्रोज़ैक (Prozac) को गर्भवती महिलाओं को उन स्थितियों में दिया जाता है, जब उनमें डिप्रेशन और एंग्जायटी का निदान होता है। सेरोटोनिन रीएप्टिक इन्हिबिटर्स के कारण भूख कम हो सकती है। ऐसी ही कुछ अन्य दवाईयां भी प्रेग्नेंसी में एपेटाइट लॉस (Appetite loss in Pregnancy) का कारण बन सकती है।
ईटिंग डिसऑर्डर्स (Eating Disorders)
कुछ गर्भवती महिलाएं इस दौरान कुछ ईटिंग डिसऑर्डर्स का अनुभव कर सकती हैं। जिनमें एनोरेक्सिया (Anorexia) और बुलीमिया (Bulimia) आदि शामिल हैं। हालांकि, इसकी संभावना कम रहती है। इस डिसऑर्डर्स के कारण भूख में बदलाव या खाना खाने की इच्छा का कम होना जैसी परेशानियां हो सकती हैं। अगर आप प्रेगनंट हैं और आपको ईटिंग डिसऑर्डर है, तो अपने डॉक्टर की सलाह अवश्य लें।
अन्य कारण
- प्रेग्नेंसी में एपेटाइट लॉस (Appetite loss in Pregnancy) के कुछ अन्य कारण भी हो सकते हैं जैसे ट्यूमर, हार्टबर्न और एडिसन’स डिजीज (Addison’s disease) आदि।
- इसके साथ ही स्ट्रेन अधिक होने से भी मेंटल हेल्थ प्रभावित होती है, जिससे प्रेग्नेंसी में एपेटाइट लॉस (Appetite loss in Pregnancy) हो सकता है।
- इसके साथ ही प्रेग्नेंसी में महिलाओं को स्वाद और स्मेल में भी बदलाव आ सकता है। विटामिन B12 और आयरन आदि की कमी या अन्य समस्याएं भी गर्भवती महिला में एपेटाइट लॉस कर सकती हैं। अगर आपको इस दौरान एपेटाइट लॉस की समस्या होती है, तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लें। अब जानते हैं कि इस समस्या का उपचार किस तरह से किया जा सकता है?
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प्रेग्नेंसी में एपेटाइट लॉस की समस्या से कैसे पाएं राहत?
यू.एस.डिपार्टमेंट ऑफ़ हेल्थ एंड ह्यूमन सर्विसेज (U.S. Department of Health and Human Services) के अनुसार प्रेग्नेंसी के दौरान आपको कुछ खास न्यूट्रिएंट्स जैसे प्रोटीन, आयरन, फोलिक एसिड और आयोडीन की अधिक जरूरत होती है। इस दौरान पर्याप्त कैल्शियम का सेवन करना भी जरूरी है। इस दौरान कुछ स्मार्ट फूड चॉइसेज (Smart food choices) भी हेल्दी प्रेग्नेंसी में आपकी मदद कर सकती हैं। भूख में कमी के कारण मां को पर्याप्त न्यूट्रिशन नहीं मिल पाते हैं। इस समस्या से राहत पाने के तरीके इस प्रकार हैं:
सही आहार
अगर आपको भूख में कमी की समस्या महसूस हो रही है, तो आपको अपने आहार में परिवर्तन करने चाहिए। इस दौरान, अपने लिए ऐसे आहार का चुनाव करें जो साधारण हो। इसके साथ ही अपने आहार के पोरशन साइज पर भी ध्यान दें। आपका आहार फिलिंग और पेट के लिए हल्का भी होना चाहिए। यह आहार इस प्रकार होना चाहिए: