प्रत्येक महिलाओं में संकुचन और लेबर का अनुभव काफी अलग होता है। कुछ के लिए यह उनकी पीठ में वहीं दूसरों के लिए पेट में अधिक महसूस होता है। शुरुआत में होने वाला लेबर मासिक धर्म में ऐंठन की तरह लग सकता है। जैसे-जैसे संकुचन बढ़ता है इसकी तीव्रता अलग हो सकती है। लेबर पेन के दौरान संकुचन कभी बहुत तीव्र तो कभी कम होना आम बात है। गर्भवती महिलाओं के कॉन्ट्रैक्शंस बर्दाश्त करने की क्षमता शिशु को जन्म देने में मदद करती है। यहां यह स्पष्ट करना बहुत जरूरी है कि कुछ गर्भवती महिलाओं को लेबर पेन काफी अधिक होता है, लेकिन बाकी महिलाओं के लिए थोड़ा कम और आरामदायक हो सकता है। कई महिलाओं को लेबर पेन को लेकर बहुत चिंता होती है। यहां हम लेबर पेन कम करने के उपाय बता रहे हैं जिन्हें अपनाकर प्रसव के समय दर्द को कम किया सकता है।
लेबर पेन कम करने के उपाय:
यदि डिलिवरी डेट नजदीक आ चुकी हो और आपने लेबर और डिलिवरी प्लानिंग नहीं की है तो लेबर पेन कम करने के उपाय के बारे में इस आर्टिकल में जान लें। नई दिल्ली स्थित ई-साइक्लिनिक डॉट कॉम की गायनेकोलॉजिस्ट डॉ. प्रियंका मेहता एक हेल्थ वेबसाइट से बात करते हुए कहती हैं कि, ‘सैंडलवुड, पेपरमिंट, लैवेंडर, टी ट्री, जैस्मिन, रोस आदि से मिलने वाले सल्वों की मदद से तैयार तेल से अरोमाथेरेपी की मदद से भी लेबर पेन को कम किया जा सकता है। यह लेबर पेन कम करने के उपाय में सबसे नैचुरल और हर्बल तरीका है। आगे डॉ प्रियंका लेबर पेन कम करने के उपाय बता रही हैं।
लेबर पेन कम करने के उपाय में पेन रिलीफ मेडिसिन को करें शामिल
कुछ गर्भवती महिलाएं रिलैक्सेशन टेक्निक्स, ब्रीथ एक्सरसाइज और मालिश का उपयोग करके संकुचन का सामना करने में सक्षम होती हैं। कुछ महिलाएं डॉक्टर के परामर्श पर लेबर पेन कम करने के लिए दवाओं का सेवन करती हैं। यदि आप दवा की मदद से लेबर पेन से निपटना चाहती हैं तो पेन रिलीफ मेडिसिन भी बेहतर विकल्प है। पेन रिलीफ मेडिसिन के लिए बहुत से ऑप्शन हैं जो आपके लेबर की सिचुएशन के अनुसार उपलब्ध हैं। लेबर पेन कम करने के उपाय में यह तरीका आसान है।
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लेबर पेन कम करने के उपाय में महत्वपूर्ण है इनहेल्ड नाइट्रस ऑक्साइड और ऑक्सीजन (गैस)
इनहेल्ड नाइट्रस ऑक्साइड और ऑक्सिजन (गैस) लेबर पेन कम करने के उपाय में एक बेहतर तरीका है। आप श्वांस के साथ नाइट्रस ऑक्साइड और ऑक्सीजन लेकर लेबर पेन को नियंत्रित कर सकती हैं। कई महिलाओं ने यह माना है कि उनके लेबर के दौरान दर्द से राहत मिलने में ये इनहेल्ड गैस मददगार हैं।
लेबर पेन कम करने के उपाय में पेथिडीन
पेथिडीन एक प्रकार का दर्द निवारक है जो एक तरह का नार्कोटिक यानी नशीला इंजेक्शन है। ये मादक पदार्थ बेहतर दर्द निवारक माने जाते हैं। कभी-कभी यह इंजेक्शन सिक फील करने से रोकने के लिए पेथिडीन के साथ एक एंटी नौजिया (मतली) दवा के साथ दिया जाता है, लेकिन इस पेथिडीन इंजेक्शन का इस्तेमाल कभी भी खुद से न करें क्योंकि इसका शिशु पर बेहोश करने वाला प्रभाव हो सकता है। लेबर पेन कम करने के उपाय में इस उपाय को अपनाने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
लेबर पेन कम करने के उपाय में एपिड्यूरल एनेस्थिसिया
लेबर पेन के उपाय में खासा प्रसिद्ध एपिड्यूरल का उपयोग करके भी प्रसव के दौरान दर्द को कम किया जा सकता है। एक एपिड्यूरल एक प्रकार का एनेस्थेटिक है जो आपकी पीठ के निचले हिस्से में एक फाइन ट्यूब के माध्यम से दी जाती है। यह उन महिलाओं के लिए पूरी तरह से दर्द से राहत देता है जिन्हें प्रसव पीड़ा असहनीय होती है।
कई गर्भवती महिलाओं के लिए कुछ विशेष चिकित्स्कीय पद्धतियां हो सकती हैं जहां एपिड्यूरल की सलाह दी जाती है। उदाहरण के लिए यदि आप जुड़वां बच्चों को जन्म देने वाली हैं या हाई ब्लड प्रेशर अथवा शिशु ब्रीच पुजिशन में है या आपको डिलिवरी के समय फॉरसेप्स आवश्यकता हो। एपिड्यूरल या स्पाइनल एनेस्थिसिया का उपयोग सिजेरियन सेक्शन के लिए एनेस्थिसिया प्रदान करने के लिए भी किया जा सकता है। इस इंजेक्शन के कई साइड इफेक्ट्स भी होते हैं इसलिए इसे लेबर पेन कम करने के सुरक्षित उपाय में शामिल नहीं किया जा सकता।
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अरोमाथेरेपी है लेबर पेन कम करने के उपाय में श्रेष्ठ
शोध में यह बात सामने आई है कि नियमित अरोमाथेरेपी से प्रसव के पीड़ा को कम करने में बहुत मदद मिलती है। अरोमाथेरेपी एक प्रकार की सप्लिमेंट थेरेपी है, जिसमें इसेंशियल ऑयल का उपयोग होता है। अरोमाथेरेपी में इस्तेमाल किए जाने वाले तेल यूकेलिप्टस, लैवेंडर्स तथा कैलोमाइन के पौधों से प्राप्त सत्वों से तैयार किए जाते हैं। डॉ. प्रियंका कहती हैं, ‘कुछ इसेंशियल ऑयल्स जैसे कि सैंडलवुड, पेपरमिंट, लैवेंडर, टी ट्री, जैस्मिन, रोस में कुछ ऐसे तत्व पाए जाते हैं, जो पेन-किलर की तरह का काम करते हैं। लेबर पेन कम करने के उपाय में अरोमाथेरेपी तुरंत असर करे इसके लिए जरूरी है कि प्रसव के लिए नियत तारीख से कुछ सप्ताह पहले से ही इन ऑयल्स का इस्तेमाल करना शुरू कर दें।
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हिप्नोथेरिपी भी है लेबर पेन कम करने के उपाय में बेहतर ऑप्शन
कई महिलाएं डॉक्टर के परामर्श से हिप्नोथेरेपी की मदद से भी लेबर पेन को मैनेज करती हैं। हिप्नोथेरेपी से प्रसव कराने का उद्देश्य सेफ, माइल्ड और स्पॉनटैनॉस लेबर होता है। डॉ. मेहता के शब्दों में, ‘ गर्भवती महिलाएं हिप्नोथेरेपी को बहुत अच्छा अनुभव करती हैं क्योंकि इस दौरान उनकी बॉडी में एंडोरफिंस और सेरोटोनिन का उत्पादन होता है। जो शरीर को गुड-फील कराने वाले हॉर्मोन्स होते हैं। वह आगे बताती हैं कि इससे मां की मसल्स और नर्व्स सिस्टम को बहुत आराम मिलता है। जिसे उन्हें लेबर के दौरान कम दर्द महसूस होता है। कुछ महिलाओं को इस लेबर पेन के उपाय से दर्द महसूस भी नहीं होता।’
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लेबर अंडर बर्थ पूल भी हो सकता है लेबर पेन कम करने के उपाय में सबसे आगे
हल्के गर्म यानी गुनगुने पानी में लेबर कराने से महिला को प्रसव पीड़ा से थोड़ी राहत मिल सकती है। साथ-ही-साथ संकुचन ज्यादा तकलीफदेह नहीं होते हैं। बस यह ध्यान में रखें कि पानी का टेम्प्रेचर सहने लायक रहे और 37.5°C से अधिक न हो। गुनगुने पानी या बर्थपूल में लेबर का एक फायदा यह भी है कि इससे लेबर पीरियड थोड़ा कम हो जाता है और दर्द से भी राहत मिलती है। साथ ही शोध में भी यह बात सामने आई है कि जो गर्भवती महिलाएं लेबर का कुछ टाइम बर्थपूल और पानी में बिताती हैं उन्हें प्रसव में एपिड्यूरल की जरूरत नहीं पड़ती है या बहुत कम संभावना होती है।
हम आशा करते हैं कि लेबर पेन कम करने के उपाय के विषय पर आधारित यह आर्टिकल आपको पसंद आया होगा। हम आपको सलाह देंगे कि लेबर को मैनेज करने के लिए आपको पहले ही डॉक्टर से बात कर लेनी चाहिए। ताकि सलाह सही समय पर काम आ सके और डर और घबराहट से बच जाएं। अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से संपर्क करें। हैलो हेल्थ ग्रुप किसी प्रकार की चिकित्सा सलाह, उपचार और निदान प्रदान नहीं करता।
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