बाल प्रत्यारोपित कराने के बाद हेयर ट्रांसप्लांट के नुकसान के रूप में यह देखने को मिलता है कि संक्रमण होने की संभावना बढ़ जाती है। हालांकि, हेयर ट्रांसप्लांट के कई मामलों में से एक व्यक्ति में ऐसा देखने को मिलता है।
हेयर ट्रांसप्लांट के बाद ब्लीडिंग होना
ज्यादातर मामलों में हेयर ट्रांसप्लांट के नुकसान नहीं दिखते हैं। लेकिन, हेयर ट्रांसप्लांट के बाद आपको ब्लीडिंग होने की संभावना बनी रहती है। बाल प्रत्यारोपण के बाद थोड़ा खून निकलना तो नॉर्मल है जिसे एक सामान्य प्रेशर देकर रोका जाता है। लेकिन, अगर रक्तस्त्राव ज्यादा होने लगे तो डॉक्टर से परामर्श करें।
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हो सकती है सूजन
इसके अलावा हेयर ट्रांसप्लांट के नुकसान के रूप में आपको सर्जिकल साइटों के आसपास सूजन, पपड़ी या मवाद बहना आदि लक्षण भी दिख सकते हैं।
हेयर ट्रांसप्लांट के नुकसान ये भी
ट्रांसप्लांट किए गए बाल प्राकृतिक बालों से थोड़ा अलग दिखाई देते हैं। जैसे बहुत ज्यादा पतला होना या रंग में बदलाव होना। हेयर ट्रांसप्लांट के नुकसान में यह बड़ा कष्टदायक है। बाल प्रत्यारोपण के बाद भी हेयर फॉल की समस्या रहती है।
बालों के ट्रांसप्लांट की पूरी प्रक्रिया का असर शुरू होने में कम से कम छह माह का समय लग सकता है। बाल प्रत्यारोपण होने के शुरुआती माहीनों में बालों का झड़ना आम होता है, जो समय बीतने के साथ अपने-आप ही रुक जाते हैं। लेकिन, फिर भी हेयर ट्रांसप्लांट के नुकसान के रूप में कोई भी लक्षण दिखें तो बिना देर किए हेयर ट्रांसप्लांट करने वाले अपने डॉक्टर को इसकी सूचना देनी चाहिए। ऊपर बताए गए हेयर ट्रांसप्लांट के नुकसान जानने के बाद ही एक्सपर्ट से बाल प्रत्यारोपण कराएं।