“दुनिया में आए हैं तो जीना ही पड़ेगा, अगर है हम खड़े हैं तो गिरना ही पड़ेगा।’ हां ठीक है, गाने की कुछ लाइनें बदल दी है मैंने, लेकिन बात तो ठीक ही है न? मतलब आप भी कभी न कभी तो गिरे ही होंगे। शायद खड़े-खड़े ही गिर गए होगे? हमारे सामने अचानक से कोई गिर जाए तो चाहे हम कुछ भी कर लें, हंसी निकल ही जाती है। गिरना तो हमारी नियति में है लेकिन गिरते हुए इंसान को देखकर हंसना शायद हमारी नियति में नहीं है। ये एक मनोवैज्ञानिक कारण है। इसे ‘प्ले फ्रेम के रूप में जाना जाता है। आप भी तो जान लें कि आखिर कोई गिर जाए तो हम क्यों खिलखिला पड़ते हैं।
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1. क्या है प्ले फ्रेम( Play frame)?
स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने जानने कि कोशिश की कि आखिर क्यों हमें किसी के गिरने पर हंसी आती है? उन्होंने बताया कि प्ले फ्रेम फिनाेमिना के कारण रीयल लाइफ ईवेंट भी नॉन सीरियस हो जाता है। प्ले फ्रेम के बारे में बताते हुए रिसचर्स ने कहा कि बीसवीं मंजिल से गिरते हुए इंसान को देखकर हमें हंसी नहीं आती है लेकिन सामने या फिर अचानक से किसी के गिरने पर हम खुद को हंसने से रोक नहीं पाते हैं।
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2. क्या ये अच्छा महसूस करने का तरीका है ?
हमें दूसरे के दर्द से खुशी मिलती है ? ऐसा मैं नहीं कह रही हूं। प्रसिद्ध दार्शनिक थॉमस होब्स ने दिलचस्प सिद्धांत दिया कि हमें दूसरों के दर्द में खुशी मिलती है। उन्होंने कहा है कि हंसी का संबंध श्रेष्ठता से जोड़ा जाता है। किसी की परेशानी में हंसी आना उसे परेशान महसूस कराने जैसा होता है। होब्स आगे कहते हैं कि सार्वजनिक रूप से किसी पर हंसना उसे मूर्ख साबित करने जैसी ही प्रतिक्रिया है। हो सकता है इस तरह के काम से आपको कुछ पल की खुशी ही मिल जाएं।
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3. पीड़ित के साथ सहानुभूति की कमी
सिद्धांतकारों ने इस बारे में भी सुझाव दिया है कि जब हम किसी पर ऐसे समय में हंसते हैं, तो उनसे हमारा भावनात्मक लगाव नहीं होता है। हमारी सहानुभूति उनके साथ नहीं होती है। उदाहरण के तौर पर जब कोई जोकर गिरेगा तो आपको उसे देखकर हंसी आ सकती है लेकिन जब आपका कोई करीबी अचानक से गिर जाए तो आप परेशान हो जाएंगे न कि हंसेंगे।
4.आप के साथ नहीं हुआ, शायद इसलिए ?
शोधकर्ताओं के अनुसार, हम उन चीजों पर ज्यादा हंसते है जो हमारे साथ नहीं हुई होती है। हमें पता होता है कि हमारे साथ ऐसा अक्सर नहीं होता या फिर इस तरह की सिचुएशन हमारे लिए आम नहीं है। आप ऐसे समझिए कि आपको कभी गिरने के कारण चोट लग गई हो। अब इसकी संभावना कम ही हो जाती है कि आप किसी को गिरते देखें और आपको हंसी आ जाए। लेकिन आपके साथ ऐसा नहीं हुआ है तो आपकी हंसी जरूर छूट जाएगी।
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5. समाज के नियम को फॉलो करने का प्रेशर
दार्शनिक हेनरी बर्गसन इस बारे में बताते हुए कहते हैं कि समाज के नियम का पालन करने के कारण ही हमारी हंसी छूट जाती है। समाज से हमको ऐसा प्रशिक्षण मिलता है कि कुछ भी ऐसा वाकया हो तो हंसों जरूर, नहीं तो आपको मूक या गूंगा माना जाएगा।
चलिए ये तो बात हो गई किसी के गिरने के कारण हंसी आने की, लेकिन आइए अब जानते हैं कि हंसने के क्या फायदे हैं?
हंसी से शरीर को क्या -क्या फायदे होते है?
हंसने से आपके शरीर में क्या क्या फायदे हो सके हैं, जानिए नीचे स्वास्थ्य के लिए हंसने के फायदे :
- तनाव कम करने में मदद करे : एक अध्ययन के अनुसार, हंसी तनावपूर्ण स्थितियों में बेहतरीन इलाज का काम करती है। हंसने से शरीर में कोर्टिसोल और एपिनेफ्रीन नामक स्ट्रेस हॉर्मोंस का उत्पादन कम हो जाता है, जिससे दिमागी सेहत पर सकारत्मक प्रभाव पड़ता है।
- सांसों के लिए फायदेमंद : क्या आपने दिल खोलकर हंसने के बाद राहत का अनुभव किया है? ऐसा इसलिए होता है क्योंकि, हंसने के दौरान हम गहरी सांसें लेते हैं, जिससे ह्रदय गति और ब्लड प्रेशर का स्तर कम हो करके आपको सुकून का एहसास दिलाने में मदद करता हैं। गहरी सांस लेने से इम्फीसेमा और सांसों से जुड़ी अन्य बीमारियों से पीड़ित लोगों को मदद मिलती है।
- प्राकृतिक व्यायाम : हंसने के अंदरूनी फायदों के अलावा, हंसने से शरीर में मांसपेशियों की एक्सरसाइज भी होती है। जब आप हंसते हैं तो आपके मसल्स में हरकत होती है। हंसने से चेहरे की मसल्स और पेट में कॉन्ट्रैक्शन होता है, यही वजह है, कि देर तक हंसने के बाद हम अपने जबड़ों और पेट में हल्का दर्द महसूस करते हैं। जोर से हंसने से पैरों, पीठ, कांधों और बाजुओं की एक्सरसाइज हो जाती है। हंसने से काफी कैलोरीज भी बर्न करने में मदद मिलती हैं।
- हंसने के फायदे इम्युनिटी के लिए : रिसर्च के द्वारा पता चलता है, कि हंसने से शरीर में उन एंटीबॉडीज का उत्पादन होता है जिनसे बीमारियों और इंफेक्शन से लड़ने की क्षमता बढ़ जाती है। सकारात्मक विचार न्यूरोपैप्टाइड रिहा कर देते है, जिससे तनाव से बाहर आने में और बहुत गंभीर बीमारी से लड़ने मदद करते है।
- एजिंग में हंसने के फायदे : हंसने का असर हमारी उम्र पर भी दिखाई देता है। हंसना एक तरह की स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज जैसा है। हंसने से हमारी मांसपेशियों की एक्सरसाइज होती है और एंटी-एजिंग में मदद मिलती है।
- दर्द से छुटकारा दिलाए : एक अस्पताल में सर्जरी के बाद के कुछ रोगियों पर किए गए एक्सपेरिमेंट ने यह स्पष्ट दिखाया कि हंसी-खुशी की क्लास ने बिना दर्द निवारक दवाओं के उनको दर्द से राहत दिलाई और कुछ देर के लिए वे अपना दुख-दर्द भूल गए।
- हंसने के फायदे अनिद्रा के लिए : अगर नींद की कमी का शिकार हैं या आपको रात में आसानी से नींद नहीं आती तो खुलकर हंसने की आदत डाल लें। हंसने से शरीर में मेलाटोनिन नाम के हार्मोन उत्पादन बढ़ जाता है जिसके कारण हम सुकून भरी नींद ले पाते हैं।
- दिल के लिए हंसने के फायदे : हंसना दिल की सेहत के लिए भी फायदेमंद है और इससे दिल की एक्सरसाइज हो जाती है। हंसने से रक्तसंचार बेहतर होता है। यह शरीर में एंडोर्फिन नामक रसायन बनाने में मदद करता है, जो कि ह्रदय को मजबूत बनाता है। कुछ रिसर्च से साबित हुआ हैं कि हंसने से हार्ट-अटैक का खतरा कम हो जाता है और दिल से जुड़ी कई समस्याओं पर काबू पाया जा सकता है।
- हंसने के फायदे ब्लड सर्क्युलेशन के लिए : हंसने से हमारा ब्लड सर्क्युलेशन ठीक रहता है। ब्लड सर्कुलेशन ठीक रहने से हम कई बीमारियों से बच सकते हैं। तो अगर आप कई बीमारियों को खुद से दूर रखना चाहते हैं और अपना ब्लड सर्क्युलेशन बेहतर बनाना चाहते हैं, तो रोजाना खुलकर हंसें और स्वस्थ रहें।
- हंसने के फायदे कैलोरी बर्न में : हंसने के दौरान कैलरी बर्न होता है जिससे मोटापा भी कम होने लगता है। एक शोध के मुताबिक 15 मिनट तक हंसने से हम 10-40 कैलरी तक बर्न कर सकते हैं। इसलिए कैलोरी बर्न करने के लिए खुलकर जरूर हंसें।
हैलो स्वास्थ्य किसी भी तरह की मेडिकल सलाह नहीं दे रहा है। अगर आपको किसी भी तरह की समस्या हो तो आप अपने डॉक्टर से जरूर पूछ लें।
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