चेहरे को गोरा करने के लिए आप क्या कुछ नहीं करते हैं। लेकिन क्या आपने कभी अपनी गर्दन पर गौर किया? गर्दन का रंग भी क्या आपके चेहरे से मिलता-जुलता है? अगर आपके गर्दन का रंग सांवला या काला है तो आपकी काली गर्दन है। काली गर्दन (Black nack) होने के लिए कई सारी चीजें जिम्मेदार हो सकती है, लेकिन आपकी खूबसूरती आपके हाथ में है। आप चाहें तो काली गर्दन के घरेलू उपाय अपना कर अपनी गर्दन की रंगत को गोरा कर सकते हैं। इस आर्टिकल में हम आपको गर्दन के काले होने के कारण और इलाज के बारे में बताएंगे।
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काली गर्दन क्या है?
ब्लैक नेक एक ऐसा शब्द है जो गर्दन की रंगत को दर्शाता है। काली गर्दन का मतलब होता है कि गर्दन (Neck) का रंग काला हो जाना। अगर आपके गर्दन का रंग पहले साफ था और फिर उसका रंग डार्क होने लगा है तो ये सोचने वाली बात हैं। हालांकि, इससे घबराने की जरूरत नहीं है। लेकिन कुछे मामलों में गर्दन की त्वचा का डार्क होना किसी समस्या का संकेत भी हो सकता है। आइए जानते हैं कि गर्दन के काले होने के कारण क्या हैं।
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गर्दन काली होने के लक्षण क्या हैं? (Symptoms of Black nack)
गर्दन के काली होने के लक्षण बहुत सामान्य है। गर्दन की त्वचा धीरे-धीरे सांवली या काली होने लगती है। कभी-कभी अंडरआर्म भी काले होते हैं। वहीं, कुछ मामलों में निम्न लक्षण भी सामने आते हैं :
- गर्दन की त्वचा का मोटा होना
- गर्दन की त्वचा पर खुजली होना
- गर्दन की त्वचा छूने पर वेलवेट सी हो जाती है
अगर अचानक से आपकी गर्दन काली होने लगे तो आप तुरंत डॉक्टर से मिलें।
काली गर्दन होने का कारण क्या है? (Cause of black neck)
गर्दन के काली होने के निम्न कारण हो सकते हैं :
एकैंथोसिस नाइग्रिकेंस (Acanthosis nigricans)
एकैंथोसिस नाइग्रिकेंस एक हेल्थ कंडीशन में है, जिसमें त्वचा का रंग डार्क हो जाता है और त्वचा मोटी व वेलवेटी हो जाती है। एकैंथोसिस नाइग्रिकेंस खास कर त्वचा के घुमाव (अंडरआर्म) या गर्दन पर पाया जाता है। एकैंथोसिस नाइग्रिकेंस किसीभी उम्र के व्यक्ति को हो सकता है। एकैंथोसिस नाइग्रिकेंस कोई गंभीर बीमारी नहीं है और ना ही ये नुकसानदायक है। ये ज्यादातर डायबिटिक लोगों में होता है।
कुछ मामलों में देखा गया है कि एकैंथोसिस नाइग्रिकेंस के कारण निम्न हेल्थ कंडीशन हो सकती हैं :
- हॉर्मोनल डिसऑर्डर
- कैंसर (Cancer)
- कुशिंग्स डिजीज
- मोटापा (Obesity)
एकैंथोसिस नाइग्रिकेंस होने के पीछे कई बार गर्भनिरोधक गोलियां और अन्य दवाएं जिम्मेदार हो सकती हैं। एकैंथोसिस नाइग्रिकेंस के इलाज के लिए विटामिन डी के सप्लीमेंट्स का इस्तेमाल किया जाता है।
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डर्माटाइटिस निग्लेक्टा (Dermatitis neglecta)
डर्माटाइटिस निग्लेक्टा एक त्वचा से संबंधित समस्या है, जिसमें त्वचा (Skin) का रंग अपने आप बदलने लगता है। डर्माटाइटिस निग्लेक्टा तब हो सकता है जब हम गर्दन की त्वचा पर पसीना, बैक्टीरिया, सीबम आदि को साफ नहीं करते हैं। डर्माटाइटिस निग्लेक्टा को अनवॉश्ड डर्मेटॉसिस भी कहते हैं, ये स्क्रबिंग कर के ठीक हो सकता है। लेकिन इसे आप नहाते समय साबुन या स्क्रब से भी साफ कर सकते हैं।
डिस्केराटोसिस कंजेनिटा (Dyskeratosis congenita)
डिस्केराटोसिस कंजेनिटा को जिनसेर-इंग्मैन-कोल सिंड्रोम (Zinsser-Engman-Cole syndrome) भी कहते हैं। हाइपरपिग्मेंटेशन के कारण डिस्केराटोसिस कंजेनिटा गर्दन पर हो जाता है। जिसके कारण गर्दन की त्वचा पर काले चकत्ते पड़ जाते हैं, जो की देखने में अच्छा नहीं लगता है।
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एरिथेमा डिसक्रोमिकम परस्टैंस (Erythema dyschromicum perstans)
एरिथेमा डिसक्रोमिकम परस्टैंस को ऐशी डर्मेटॉसिस भी कहा जाता है। इसमें गर्दन पर स्लेट-ग्रे रंग के पैचेस हो जाते हैं। इस स्क्रब की मदद से साफ किया जाता है।
उपरोक्त बताए गए कारणों के अलावा निम्न कारण भी होते हैं :
- प्रदूषण के कारण
- लंबे समय तक धूप में रहने के कारण
- ऑटोइम्यून डिसऑर्डर के कारण
- फंगल इंफेक्शन
- कॉस्मेटिक प्रोडक्ट के केमिकल से
काली गर्दन का इलाज क्या है? (Treatment for black nack)
काली गर्दन का इलाज करने से पहले डॉक्टर आपका ब्लड टेस्ट (Blood Test) और स्किन टेस्ट (Skin Test) करते हैं। जिससे गर्दन के काले होने के कारण का पता चलता है। इसके बाद लक्षण और कारणों के अनुसार इलाज होता है। ब्लैक नेक का इलाज निम्न तरीकों से होता है :
- स्क्रबिंग के द्वारा
- एक्सफोलिएशन
- प्रिस्क्रिप्शन मेडिसीन के द्वारा जैसे- सैलिसिलिक एसिड, रेटिना-ए और अल्फा हाइड्रॉक्सी एसिड
- स्किन लाइटनिंग क्रीम के द्वारा
- केमिकल पील के द्वारा
- लेजर ट्रीटमेंट के द्वारा
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काली गर्दन के घरेलू उपाय क्या हैं? (Home remedies for black neck)
काली गर्दन के घरेलू उपाय निम्न हैं :
एलोवेरा जेल (Aloe Vera gel)
एलोवेरा एक औषधीय पौधा है, जिसकी पत्तियां मोटी होती हैं और उनमें जेल भरा होता है। एलोवेरा की पत्तियों को काट कर उसमें से जेल निकाल कर गर्दन के काले भाग पर लगाएं। इसे मिनट तक लगा रहने दें और फिर पानी से साफ कर दें। एक प्रक्रिया को रोजाना दोहराएं।
एलोवेरा में एलोसिन (Elosone) नामक एक फ्लैवोनॉयड पाया जाता है, जो त्वचा की लाइटिंग के लिए मददगार होता है। एलोसिन त्वचा की पिग्मेंटेशन को करने वाले एंजाइम को भी रोकता है। एलोवेरा त्वचा को हाइड्रेट करने के साथ फैटी एसिड, विटामिन और मिनरल के साथ नरिश भी करता है।
काली गर्दन के लिए आलू का रस
काली गर्दन के घरेलू उपाय में आलू का रस बहुत जाना हुआ उपाय है। इसमें आपको एक छोटे आलू की जरूरत पड़ेगै। जिसे कद्दूकस कर के निचोड़ लेना है। इससे निकले हुए रस को अपनी गर्दन के काले हिस्से पर लगाएं। फिर 10 से 15 मिनट तक इसे सूखने दें। फिर गुनगुने पानी से इसे धुल लें। बेहतर परिणाम के लिए ऐसा दिन में दो बार करें।
आलू के रस में ब्लीचिंग गुण होते हैं, जो त्वचा को लाइट और ब्राइट करने में मददगार होते हैं। गर्दन के काले पैचेस को भी जल्द से जल्द खत्म करता है।
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ओटमील का स्क्रब (Oatmeal scrub)
काली गर्दन के घरेलू उपाय में ओटमील का स्क्रब काफी फायदेमंद माना जाता है। ¼ कप ओट्स का दरदरा पाउडर बना लें। फिर इसमें 1 चम्मच टमाटर का जूस और गुलाब जल या ऑलिव ऑयल मिलाएं। इस पेस्ट को गर्दन पर लगा कर 20 मिनट के लिए छोड़ दें। फिर उसे उंगिलियों और हथेलियों की मदद से हल्के हाथों से रगड़े, जिससे गर्दन स्क्रब होने लगेगी। फिर इसे ठंडे पानी से धुल दें और तौलिए से सुखा लें। इस प्रक्रिया को हफ्ते में 2-3 बार दोहराएं।
ओटमील के स्क्रब से गर्दन की डेड सेल्स हट जाते हैं। जिसके साथ ही त्वचा (Skin) भी मॉस्चराइज होती है। ओट्स त्वचा के रूखेपन को दूर कर के त्वचा में नमी बरकरार करती है। सिर्फ आपको इतना ध्यान देना है कि जब आप ओट्स को पीस कर पाउडर बना रहे हो तो उसे बिल्कुल बारीक पीसने से बचें, वरना वह सह से स्क्रब नहीं हो पाएगा।
गर्दन की काली त्वचा के लिए उबटन
काली गर्दन के घरेलू उपाय में चने के बेसन का उबटन फायदेमंद माना गया है। इसके लिए आप 2 चम्मच चने का बेसन लें और उसमें एक चुटकी हल्दी मिलाएं। फिर उसमें आधा चम्मच नींबू का रस और गुलाब जल या दही मिलाएं। इसका थोड़ा गाढ़ा पेस्ट बना लें। इसे पूर गर्दन पर लगा कर 15 मिनट के लिए छोड़ दें। फिर गुनगुने पानी से धुल लें। इस उबटन को हफ्ते में दो बार लगाएं।
इस उबटन का प्रयोग दुल्हन अपनी त्वचा की लाइटनिंग और ब्राइटनिंग के लिए करती हैं। इसका इस्तेमाल करने से पिग्मेंटेशन में कमी आती है और त्वचा में निखार आता है। उबटन त्वचा को एक्सफोलिएट करने से साथ-साथ रोम छिद्रों में कसाव लाता है।
हल्दी (Turmeric)
बात हो काली गर्दन के घरेलू उपाय की और हल्दी का जिक्र ना हो, ऐसा हो ही नहीं सकता है। आप एक या दो चम्मच दही में ¼ चम्मच हल्दी पाउडर मिलाएं। इस मिश्रण को गर्दन पर लगा कर 15 मिनट के लिए छोड़ दें। फिर गुनगुने पानी से धुल लें। ऐसा रोजाना करने से गर्दन की त्वचा को गोरा करने में फायदा पहुंचता है।
हल्दी को एक प्राकृतिक एंटीसेप्टिक (Natural antiseptic) माना जाता है। हल्दी में त्वचा को ब्राइट कर के स्किन टोन को गोरा करने के गुण हैं। इसके साथ ही हल्दी डैमेज स्किन को भी रेपियर करती है।
काली गर्दन के लिए बेकिंग सोडा (Baking soda)
दो से तीन चम्मच बेकिंग सोडा में पानी मिला कर एक स्मूद पेस्ट बनाएं। फिर इसे अपनी गर्दन पर लगाएं और सूखने के लिए छोड़ दें। जब ये सूख जाए तो अपनी उंगलियों को गिला कर के बेकिंग सोडा के सूख हुए लेप को रगड़ें। फरि ठंडे पानी से साफ कर दें। इसके बाद गर्दन को मॉस्चराइज (Moschorise) करें। इसे एक या दो हफ्ते तक लगातार कर सकते हैं।
बेकिंग सोडा का ये पैक त्वचा की डेड स्कीन और डल स्किन (Dull skin) को आसानी से उतार सकती है। इसे गर्दन पर लगाने से गर्दन का रंग गोरा होता है। बेकिंग सोडा ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ावा देता है और त्वचा को नरिश भी करता है।
ऊपर बताए गए काली गर्दनन के घरेलू उपाय को अपना कर आप अपनी गर्दन की रंगत को बढ़ा सकते हैं। इसके लिए आपको ऊपर बताए गए उपायों में से अपनी सुविधा के अनुसार किसी एक या दो उपायों को करना होगा। उम्मीद है कि ये आर्टिकल आपके लिए मददगार साबित होगा। अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं।