खाने-पीने की चीजों से लेकर किसी भी चीज से एलर्जी हो सकती है। किसी को सोयबीन तो किसी को फूलों से एलर्जी हो सकती है। ऐसे ही कुछ लोगों को रबर की चीजों से एलर्जी होती है। रबर से बने ग्लव्स, गुब्बारे, कॉन्डम आदि के इस्तेमाल से यदि आपको त्वचा पर खुजली या रैशेज आ जाते हैं तो आपको लेटेक्स एलर्जी (Latex allergy) हो सकती है। लेटेक्स एलर्जी (Latex allergy) मामूली या गंभीर भी हो सकती है, इसलिए शुरुआत में ही इसे नजरअंदाज न करें और डॉक्टर से सलाह लें। लेटेक्स एलर्जी (Latex allergy) के लक्षण और उपचार क्या है और आमतौर पर किन चीजों से लेटेक्स एलर्जी हो सकती है जानिए इस आर्टिकल में।
लेटेक्स एलर्जी क्या है? (What is latex allergy)
लेटेक्स रबर के पौधे से निकलने वाल दूध जैसा दिखने वाला चिपचिपा लिक्विड है जिसमें कुछ केमिकल मिलाकर रबर बनाया जाता है। इस रबर से मेडिकल गलव्स, रबर बैंड, खेलने की चीजें, कॉन्डम आदि बनाए जाते हैं। कई लोगों को इन चीजों से एलर्जी हो जाती है, जिसे लेटेक्स एलर्जी (Latex allergy) कहते हैं। दरअसल, किसी भी तरह की एलर्जी के लिए इम्यून सिस्टम जिम्मेदार होता है। लेटेक्स एलर्जी (Latex allergy) का कारण भी हमारा इम्यून सिस्टम ही है। दरअसल, जब हम लेटेक्स रबर से बनी चीजों का इस्तेमाल करते हैं तो इम्यून सिस्टम इसे बाहरी केमिकल मानकर इसके खिलाफ एंटीबॉडी बनाने लगता है। एंटीबॉडी बनने पर किसी भी लेटेक्स प्रोडक्ट के संपर्क में आने पर इम्यून सिस्टम हिस्टामिन नामक एक हॉर्मोन बनाने लगता है और ये हिस्टामाइन ही एलर्जी के लक्षणों को पैदा करता है।
लेटेक्स एलर्जी के लक्षण (Latex allergy symptoms)
आमतौर पर लेटेक्स से एलर्जिक रिएक्शन होने पर संपर्क वाली जगह पर रैश/चकत्ते हो जाते हैं जिसे कॉन्टेक्ट डर्मेटाइटिस (contact dermatitis) कहते हैं। इसके अन्य लक्षणों में शामिल है-
- हाथ में खुजली (itchy hands)
- त्वचा पर चकत्ते होना जो छूने पर गर्म लगते हैं
- हाइव्स (Hives)
- एक्जिमा (Eczema)
ये प्रतिक्रियाएं अस्थाई होती हैं। ये प्रतिक्रिया लेटेक्स से संपर्क में आने के कुछ ही मिनटों में शुरू हो सकती हैं और विकसित होने में कई घंटों का समय लग सकता है। रैशेज या चकत्ते पर होने वाली खुजली या जलन को शांत करने के लिए आप हाइड्रोकार्टिसोन क्रीम (Hydrocortisone cream) या कैलामाइन लोशन (Calamine lotion) लगा सकते हैं। लेटेक्स जो रबर के पेड़ से निकलने वाला एक तरह का प्रोटीन है कई बार हवा में फैल जाता है जिससे अतिसंवेदनशील लोग गलती से सांस के जरिए उसे अंदर ले लेते हैं और गंभीर प्रतिक्रिया विकसित हो जाती है। इसमें शामिल है-
- सूजी हुई (Swollen) और लाल त्वचा, होंठ और जीभ
- बहती या भरी हुई नाक (Runny or stuffy nose)
- पेट में दर्द (Abdominal pain)
- डायरिया (Diarrhea)
- उल्टी (Vomiting)
- तेज हार्टबीट (Rapid heartbeat)
- चक्कर आना (Dizziness)
एनाफेलेक्सिस (Anaphylaxis) एक दुर्लभ कंडिशन है जो लेटेक्स के प्रतिक्रिया स्वरूप होती है और यह जानलेवा साबित हो सकती है। एनाफेलेक्सिस (Anaphylaxis) शॉक के कारण आपको सांस लेने में समस्या हो सकती है, ब्लड प्रेशर कम हो सकता और यदि समय पर इलाज न किया जाए तो मरीज की जान भी जा सकती है।
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लेटेक्स से बनी चीजें (Products containing latex)
लेटेक्स के इस्तेमाल से बहुत सी चीजें बनाई जाती हैं इससे बने पदार्थों की लिस्ट बहुत लंबी है। लेटेक्स से बने कुछ सामान में शामिल है-
- गलव्स, इंट्रावेनस ट्यूब (Intravenous tubes), कैथेटर्स (Catheters) और ब्लड प्रेशर कफ (Blood pressure cuffs)
- दांतों के उपचार के उपकरण जिसमें ऑर्थोडॉन्टिक रबर बैंड (Orthodontic rubber bands) और डेंटल डैम शामिल हैं।
- कॉन्ट्रासेप्टिव (Contraceptive) प्रोडक्ट्स जैसे कॉन्डम (Condoms) और डायफ्राम्स।
- कपड़े जिसमें एलास्टिक बैंड (Elastic bands) जैसे पैंट या अंडरवियर, रनिंग शूज और रेनकोट शामिल है।
- कुछ घर के सामान जैसे जिपर्ड स्टोरेज बैग (Zippered storage bags), बाथमैट्स (Bathmats), कुछ रग्स और रबर गलव्स।
- छोटे बच्चों के कुछ सामान जैसे प्लास्टिक की चुसनी (Pacifiers), बोतल का निप्पल (Bottle nipples), डिस्पोजेबल डायपर्स व अन्य खिलौने
- कुछ स्टेशनरी जैसे रबर बैंड, इरेजर, अधेसिव टेप (Adhesive tape), रबर सीमेंट और पेंट
- एलास्टिक बैंडेज (Elastic bandages)
- रबर बलून (Rubber balloons)
लेटेक्स एलर्जी के कारण (Latex allergy causes)
लेटेक्स एलर्जी में आपका इम्यून सिस्टम (Immune system) लेटेक्स को हानिकारक तत्व समझता है और इससे लड़ने के लिए कुछ एंटीबॉडी बनाता है। अगली बार जब आप लेटेक्स के संपर्क में आते हैं तो यह एंटीबॉडीज (antibodies) इम्यून सिस्टम को हिस्टामाइन और दूसरे केमिकल रक्तप्रवाह (bloodstream) में रिलीज करने के लिए कहता है जिससे परिणामस्वरूप एलर्जी के कई लक्षण और संकेत दिखने लगते हैं। आप जितनी बार लेटेक्स के संपर्क में आते हैं, आपका इम्यून सिस्टम उतनी ही मजबूत प्रतिक्रिया देता है, इसे संवेदीकरण (Sensitization) कहते हैं।
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लेटेक्स एलर्जी कैसे होती है? (Latex allergy)
लेटेक्स एलर्जी (Latex allergy) सिर्फ लेटेक्स नामक प्रोटीन के संपर्क में आने से ही नहीं होती, बल्कि हवा में मौजूद इस प्रोटीन के सांसों के जरिए अंदर जाने से भी होती है। लेटेक्स एलर्जी (Latex allergy) इन तरीकों से हो सकती है
सीधे संपर्क से (Direct contact)- लेटेक्स एलर्जी आमतौर पर लेटेक्स युक्त चीजों को छूने से होती है जिसमें लेटेक्स गलव्स, कॉन्डम बलून आदि शामिल है।
सांस के जरिए (Inhalation)- लेटेक्स उत्पाद खासतौर पर गलव्स से लेटेक्स पार्टिकल्स निकलते हैं जो हवा में घुल जाते हैं और जब आप सांस लेते हैं तो आपके शरीर में प्रवेश कर जाते हैं।
लेटेक्स के इस्तेमाल से दूसरे स्किन रिएक्शन्स होना भी संभव है। जिसमें शामिल है-
एलर्जिक कॉन्टैक्ट डर्मेटाइटिस (Allergic contact dermatitis)- यह प्रतिक्रिया मैन्यूफैक्चरिंग के दौरान इस्तेमाल होने वाले केमिकल की वजह से होती है। इसका मुख्य लक्षण है त्वचा पर फोड़े के साथ रैश होना। ऐसे लेटेक्स के संपर्क में आने के 24 से 48 घंटों के अंदर होता है।
इरिटैंट कॉन्टैक्ट डर्मेटाइटिस (Irritant contact dermatitis)- यह कोई एलर्जी नहीं है, यह स्किन इरिटेशन (Skin irritation) रबर गलव्स पहनने पर उसमें मौजूद पाउडर की वजहसे होती है। इसके लक्षणों में शामिल है- रुखी त्वचा, खुजली व जलन आमतौर पर हाथ में।
सभी लेटेक्स उत्पाद नेचुरल तरीके से नहीं बने होते हैं। जिन उत्पादों में सिंथेटिक लेटेक्स का इस्तेमाल होता है जैसे लेटेक्स पेंट, उनसे रिएक्शन (Reaction) का खतरा अधिक होता है।
लेटेक्स एलर्जी के जोखिम कारक (Latex allergy risk factors)
लेटेक्स एलर्जी का खतरा कुछ लोगों में अधिक होता है जैसे-
स्पाइना बिफिडा से पीड़ित लोग (People with spina bifida)- लेटेक्स एलर्जी (Latex allergy) का खतरा उन लोगों में अधिक होता है जो स्पाइना बिफिडा से पीड़ित होते हैं। स्पाइना बिफिडा (Spina bifida) एक बर्थ डिफेक्ट है जो स्पाइन के विकास को प्रभावित करता है। इस बीमारी से पीड़ित लोग अक्सर जल्दी और बार-बार हेल्थ केयर से जुड़े उत्पादों के संपर्क में आने की वजह से एलर्जी का शिकार होते हैं। इस रोग से पीड़ित व्यक्तियों को हमेशा लेटेक्स प्रोडक्ट्स से परहेज करना चाहिए।
कई बार सर्जरी और मेडिकल प्रक्रिया से गुजर चुके लोग (People who undergo multiple surgeries or medical procedures)- लेटेक्स गलव्स और मेडिकल उत्पादों के बार-बार संपर्क में आने पर लेटेक्स एलर्जी का खतरा बढ़ जाता है।
मेडिकल कर्मी (Health care workers- यदि आप मेडिकल फील्ड में काम करते हैं तो आपको लेटेक्स एलर्जी होने की संभावना अधिक है।
रबर इंडस्ट्री कर्मचारी (Rubber industry workers)- रबरे इंडस्ट्री से जुड़े कर्माचारियों को भी एलर्जी का खतरा अधिक होता है, क्योंकि वह बार-बार लेटेक्स के संपर्क में आते हैं।
व्यक्ति खुद या परिवार में एलर्जी का इतिहास (Family history of allergies)- यदि आपको हे फीवर या फूड एलर्जी है या फिर आपके परिवार में इस तरह की एलर्जी होना सामान्य है तो आपका लेटेक्स एलर्जी का शिकार होने की संभावना अधिक है।
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फूड एलर्जी और लेटेक्स एलर्जी में संबंध (Connection between food allergy and latex allergy)
कुछ खाद्य पदार्थों में वही एलर्जेन (एलर्जी पैदा करने वाले तत्व) पाए जाते हैं तो लेटेक्स में होता है। इसमें शामिल है-
- एवाकाडो (Avocado)
- केला (Banana)
- शाहबलूत (Chestnut)
- किवी (Kiwi)
- पैशन फ्रूट (Passion fruit)
यदि आपको लेटेक्स से एलर्जी है, तो आपको इन खाद्य पदार्थों से भी एलर्जी हो सकती है।
लेटेक्स एलर्जी से बचाव (Prevention from latex allergy)
कई सामान्य उत्पादों में लेटेक्स होता है, ऐसे में इसके विकल्पों का इस्तेमाल करें। एलर्जिक रिएक्शन से बचने के लिए इन उत्पादों का इस्तेमाल करने से बचें-
- डिसवॉशिंग गलव्स (Dishwashing gloves)
- बलून (Balloons)
- रबर के खिलौने (Rubber toys)
- गर्म पानी की बोतल (Hot water bottles)
- बच्चे की बोतल की निप्पल (Baby bottle nipples)
- कुछ डिस्पोजेबल डायपर (Some disposable diapers)
- रबर बैंड (Rubber bands)
- इरेजर (Erasers)
- कॉन्डम (Condoms)
- डायफ्राम (Diaphragms)
- स्विमिंग गॉगल (Swim goggles)
- रैकेट हैंडल (Racket handles)
- मोटरसाइकिल और साइकिल की हैंडग्रिप (Motorcycle and bicycle handgrips)
- ब्लड प्रेशर कफ (Blood pressure cuffs)
- स्टेथेस्कोप (Stethoscopes)
- इंट्रावेनस ट्यूबिंग (Intravenous tubing)
- सीरिंज (Syringes)
- रेस्पिरेटर (Respirators)
- इलेक्ट्रोड पैड्स (Electrode pads)
- सर्जिकल मास्क (Surgical masks)
- डेंटल डैम्स (Dental dams)
कई हेल्थ केयर फैसलिटीज में नॉन लेटेक्स गलव्स का इस्तेमाल किया जाता है। हालांकि दूसरे मेडिकल प्रोडक्ट्स में लेटेक्स या रबर हो सकता है। इसलिए अपने डॉक्टर, नर्स, डेंटिस्ट को किसी भी तरह के परीक्षण और मेडिकल प्रक्रिया के पहले एलर्जी के बारे में बताएं। मेडिकल अलर्ट ब्रेस्लेट पहनना भी अच्छा विकल्प है, यह दूसरों को आपकी लेटेक्स एलर्जी (latex allergy) के बारे में बताएगा।
लेटेक्स एलर्जी का निदान (Latex allergy diagnosis)
इसका निदान कई बार चुनौतीपूर्ण होता है। डॉक्टर आपकी त्वचा की जांच करके आपसे लक्षणों और मेडिकल हिस्ट्री के बारे में कुछ सवाल करेगा। डॉक्टर को लेटेक्स से रिएक्शन या अपनी किसी अन्य एलर्जी (Allergy) के लक्षणों के बारे में बताएं। लक्षणों और मेडिकल हिस्ट्री (Medical history) के आधार पर डॉक्टर स्किन टेस्ट (Skin test) करेगा। जिससे पता चलता है कि आपकी त्वचा लेटेक्स प्रोटीन के प्रति कैसी प्रतिक्रिया देती है। डॉक्टर आपके फोरआर्म या पीठ की त्वचा के नीचे छोटी सुई की मदद से लेटेक्स प्रोटीन (Latex protein) की थोड़ी मात्रा डालेगा। यदि आपको लेटक्स से एलर्जी है तो स्किन पर सूजन आ जाएगी। ध्यान रहे यह टेस्ट किसी एक्सपर्ट डॉक्टर से ही करवाएं। लेटेक्स के प्रति संवेदनशीलता की जांच के लिए कुछ ब्लड टेस्ट (Blood tests) भी किए जा सकते हैं।
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लेटेक्स एलर्जी का उपचार (Latex allergy treatment)
लेटेक्स एलर्जी का कोई सटीक उपचार नहीं है, हालांकि इसके लक्षणों को कम करने के लिए कई दवाएं मौजूद हैं। लेटेक्स एलर्जी (Latex allergy) से बचने का बस एक ही तरीका है कि किसी भी ऐसे उत्पाद का इस्तेमाल न करें जिसमें लेटेक्स (Latex) हो। लेटेक्स से बचने की तमाम कोशिशों के बावजूद आप इसके संपर्क में आ सकते हैं। यदि आपको लेटेक्स से गंभीर एलर्जिक रिएक्शन है तो आपको हमेशा अपने साथ इंजेक्टेबल एपिनेप्रीन (Injectable epinephrine) रखने की जरूरत है। यदि आपको एनाफिलेक्टिक रिएक्शन (Anaphylactic reaction) आपको तुरंत एड्रेनालाईन (Adrenaline) इंजेक्शन की जरूरत है जिसके लिए आपको अस्पताल के इमरजेंसी रूम में जाना होगा। यदि रिएक्शन गंभीर नहीं है, तो डॉक्टर आपको एंटीहिस्टामाइन (Antihistamines) या कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स (Corticosteroids) दे सकता है, जिसे आप लेटेक्स के संपर्क में आनने के बाद रिएक्शन को कंट्रोल करने के लिए ले सकते हैं। इससे एलर्जी से होने वाली असहजता कम होगी।
लेटेक्स एलर्जी का कोई इलाज नहीं है। इसलिए इससे बचाव के लिए बेहतर होगा कि आप लेटेक्स वाले उत्पादों के इस्तेमाल से बचें। बावजूद इसके यदि एलर्जिक रिएक्शन होता है तो इस बारे में डॉक्टर से बात करें।
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