तनाव संबंधी चेतावनी
इस दवाई को लेने से तनाव हो सकता है या आपके दिमाग में खुदकुशी संबंधी ख्याल आ सकते हैं। इसलिए अगर ऐसा हो तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।
मल्टीऑर्गन हाइपरसेंसिटिविटी
यह दवाई मल्टीऑर्गन हाइपरसेंसिटिविटी का कारण भी बन सकता है, जिससे रोगी की जान के लिए भी खतरा हो सकता है।
एलर्जी संबंधी चेतावनी
गेबापेनटिन से एलर्जी हो सकती है जिसके लक्षण इस प्रकार हैं
- सांस लेने में समस्या
- गले या जीभ में सूजन
- रैशस
- एल्कोहॉल संबंधी चेतावनी
- अगर आपको पहले ही कोई एलर्जी है तो इस दवाई को लेने से बचें, क्योंकि इससे अनिद्रा या अधिक नींद आने की समस्या हो सकती है।
- इससे चक्कर आने या एकाग्रता में कमी की समस्या भी हो सकती है।
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डोसेज
पोस्टहेरपेटिक न्यूरेल्जिया के लिए डोसेज
1. वयस्कों के लिए डोज (उम्र 18-64 साल)
- आमतौर पर शुरुआती डोज: पहला दिन -300 mg
- दूसरा दिन- 300 mg दिन में दो बार
- तीसरा दिन – 300 mg दिन में तीन बार
- इसके बाद डॉक्टर आपकी डोज बढ़ा सकते हैं
- अधिकतम डोज : रोजाना 1,800 mg
2. बच्चों के लिए डोज (उम्र 0-17 साल)
18 साल से कम कम उम्र के बच्चों को कितनी डोज देनी है इसकी सही जानकारी नहीं है।
3. सीनियर लोगों के लिए डोज (65 साल से अधिक के लोग)
इस उम्र में किडनी काम करना थोड़ा कम कर देती है। आपके डॉक्टर आपको कम डोज लेने की सलाह दे सकते हैं, क्योंकि अधिक डोज आपके लिए खतरनाक साबित हो सकती है।
पार्शियल-ऑनसेट सीजर्स के लिए डोसेज
1. वयस्कों के लिए डोज (18-64 साल की उम्र)
आमतौर पर शुरुआती डोज : रोजाना 900 mg (300 mg तीन बार), आपके डॉक्टर इसकी डोज हर रोज 2,400–3,600 mg तक बढ़ा सकते हैं।
2. बच्चों के लिए डोज (12-17 साल की उम्र)
आमतौर पर शुरुआती डोज : रोजाना 300 mg(तीन बार), आपके डॉक्टर इसकी डोज हर रोज 2,400–3,600 mg तक बढ़ा सकते हैं।
3. छोटे बच्चों के लिए (3-11 साल की उम्र)
आमतौर पर शुरुआती डोज : रोजाना 10-15 mg (तीन बार), आपके डॉक्टर इसकी डोज हर रोज बच्चे की जरूरत के अनुसार तक बढ़ा सकते हैं।
अधिकतर डोज :50 mg/kg/day
4. बच्चे के लिए डोज (0–2 साल की उम्र)
तीन साल से छोटे बच्चे के लिए इस दवाई की डोज के बारे में जानकारी नहीं है।
5. सीनियर लोगों के लिए डोज (65 साल या अधिक की उम्र)
इस उम्र में किडनी कमजोर हो जाती है। इसलिए आपके डॉक्टर आपके लिए इस दवाई की कम डोज के साथ शुरुआत कर सकते हैं, क्योंकि अधिक डोज आपके लिए हानिकारक हो सकती है। आपकी किडनी किस तरह से काम कर रही है, जिसके अनुसार डॉक्टर आपकी डोज बदल भी सकते हैं।
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खास ध्यान रखें
अगर आप बारह साल से बड़े हैं और किडनी संबंधित समस्या है या हेमोडायलिसिस पर हैं। तो ऐसे में आपकी गेबापेनटिन की डोज बदलने की जरूरत है। यह इस बात पर निर्भर करता है कि आपकी किडनी कितनी अच्छे से काम करती है।
ओवरडोज या आपातकालीन स्थिति में क्या करना चाहिए?
अगर किसी ने गेबापेनटिन की ओवरडोज ले ली है और उन्हें किसी गंभीर लक्षण देखने को मिलते हैं, जैसे सांस लेने में समस्या तो तुरंत डॉक्टर के पास जाएं। आपातकालीन स्थिति में इसके गंभीर लक्षण इस प्रकार हैं कमजोरी, अनिद्रा, बातचीत करने में समस्या आदि।
यदि मुझसे कीटोरोलेक की डोज मिस हो जाए तो क्या करना चाहिए?
अगर आपने कोई डोज मिस कर दी है, तो इसे याद आने पर इसे तुरंत ले लें। लेकिन, आपकी अगली डोज का समय हो रहा हो, तो दुगनी डोज न लें। दोगनी डोज लेना आपके लिए हानिकारक हो सकता है।
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