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Gabapentin : गेबापेनटिन क्या है? जानिए इसके उपयोग, साइड इफेक्ट्स और सावधानियां

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya


Anu sharma द्वारा लिखित · अपडेटेड 26/08/2020

    Gabapentin : गेबापेनटिन क्या है? जानिए इसके उपयोग, साइड इफेक्ट्स और सावधानियां

    उपयोग

    गेबापेनटिन एक एंटी-एपिलेप्टिक यानी मिर्गी को दूर करने वाली दवा है, जिसे एंटीकंवलसेंट भी कहा जाता है। यह शरीर के केमिकल और नसों को प्रभावित करती है, जो दौरे (सीजर्स) या दर्द का कारण बन सकते हैं। गेबापेनटिन के सभी ब्रांड दाद का उपयोग वायरस या दाद के कारण होने वाले न्यूरोपैथिक दर्द (तंत्रिका दर्द) के लिए किया जाता है।

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    गेबापेनटिन (Gabapentin) का प्रयोग किस लिए किया जाता है?

    सीजर्स (Seizures) गेबापेनटिन का प्रयोग हल्की सीजर्स  के उपचार के लिए किया जाता है। जिन लोगों को मिर्गी की समस्या है, उन्हें अन्य सीजर दवाइयों के साथ इस दवाई को दिया जाता है।

    1. पोस्ट हेरपटिक न्यूरेल्जिया (Postherpetic neuralgia): 

    शिंगल्स के द्वारा नसों में हुए नुकसान के कारण यह दर्द होता है, जिसे पोस्ट हेरपटिक न्यूरेल्जिया कहा जाता है। यह एक दर्दनाक खरोंच है, जो वयस्कों को प्रभावित करती है। गेबापेनटिन को अन्य दवाइयों के साथ लिया जा सकता है।

    2. गेबापेनटिन (Gabapentin)का इस्तेमाल कैसे करना चाहिए?

    • गेबापेनटिन का इस्तेमाल डॉक्टर के कहे अनुसार ही करना चाहिए। डॉक्टर के बताए बिना लंबे या कम समय तक इस दवा का सेवन न करें। डॉक्टर के कहे अनुसार ही इस दवाई को आहार या ऐसे ही लें। बच्चों को इस दवाई की डोज उनके वजन के अनुसार दी जाती है।
    • अगर डॉक्टर से आपको आधी टेबलेट खाने के लिए कहा है तो गोली को आधी कर ले और खाएं। अगर आप कैप्सूल ले रहे हैं, तो पूरा कैप्सूल खूब सारे पानी के साथ लें।
    • इस दवाई की जब शुरुआत होती है तो शुरुआत में इसके साइड इफेक्ट्स को कम करने के लिए इसे रात को सोते समय खाने की सलाह दी जाती है।
    • नियमित रूप से इस दवाई का सेवन करें, ताकि आप इसका पूरा लाभ पा सकते हैं। अपने डॉक्टर से पूछे बिना इस दवाई का डोज न बढ़ाएं। इससे आपको फायदा नहीं होगा, बल्कि साइड इफेक्ट अधिक होंगे। यही नहीं, डॉक्टर की सलाह के बिना इसे लेना भी बंद न करें। ऐसे करने से गंभीर स्थितियां भी पैदा हो सकती हैं। 
    • गेबापेनटिन कई रूपों में मिलती है, इसलिए इस दवा को शरीर में अवशोषित होने में समय लगता है इसलिए अगर आप टेबलेट के रूप में इसे ले रहे हैं, तो इसे किसी अन्य रूप में न लें।
    • एंटासिड्स में एल्युमीनियम या मैग्नीशियम होता है जो दवाई के ऑब्सॉर्प्शन को प्रभावित कर सकता है। ऐसे में अगर आप एंटासिडस ले रहे हैं तो गेबापेनटिन को एंटासिड्स लेने से कम से कम दो घंटे बाद ही लें।
    • अगर इसे लेने से आपकी स्थिति सुधरती नहीं है या और खराब हो जाती है तो अपने डॉक्टर को अवश्य बताएं।

    गेबापेनटिन को कैसे स्टोर करूं?

    गेबापेनटिन को 68°F और 77°F (20°C and 25°C) के तामपान में स्टोर करना चाहिए। इसके साथ ही इस दवाई को सीलन और नमी वाली जगहों से दूर रखें। बच्चों और जानवरों की पहुंच से भी इस  दवाई को दूर रखें।

    तरल दवाइओं को रेफ्रिजरेटर में स्टोर पर के रखें और फ्रीज न करें। 

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    सावधानियां और चेतावनी

    गेबापेनटिन (Gabapentin) का उपयोग करने से पहले मुझे क्या पता होना चाहिए? 

    • अगर आप गेबापेनटिन लेना शुरू कर रहे हैं और अगर आपको कोई एलर्जी है तो इसे लेने से पहले  इस बारे में डॉक्टर को अवश्य बता दें। इस दवा में ऐसे इंग्रिडिएंट्स हो सकते हैं, जो एलर्जी या अन्य समस्या का कारण बन सकते हैं।
    • डॉक्टर को अपनी मेडिकल स्थिति के बारे में अवश्य बताएं खासतौर पर अगर आपको किडनी, मानसिक या सांस से संबंधित समस्या है। अगर आप कोई और दवाई या एल्कोहॉल ले रहे हैं, तो इसके बारे में डॉक्टर को बताएं। 
    • इस दवा के सेवन के बाद आपको चक्कर आ सकते हैं या आपको धुंधला दिखाई दे सकता है। अगर आप एल्कोहॉल या अन्य मादक चीजों का सेवन करते हैं, तो इससे आपको और भी कई नुकसान हो सकते हैं। ऐसे में इन चीजों का सेवन न करें और विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें।
    • कई लोगों को इस दवाई को लेने के बाद हाथ, एड़ी या पैर में सूजन, सांस संबंधी समस्याएं, चक्कर आना आदि हो सकती हैं।
    • बच्चे इस दवाई को लेकर अधिक संवेदनशील हो सकते हैं और उन्हें मानसिक समस्याएं भी हो सकती हैं।
    • इन दवाओं को लेने से कई लोगों में मन में खुदकुशी के विचार आ सकते हैं। अगर बच्चे गेबापेनटिन लेते हैं तो उनके व्यवहार में में बदलाव आ सकता है। मूड या लक्षणों में बदलाव को लेकर सतर्क रहें। अगर कोई बदलाव आये तो डॉक्टर की सलाह लें।

    क्या प्रेग्नेंसी या ब्रेस्टफीडिंग के दौरान गेबापेनटिन (Gabapentin) लेना सुरक्षित है?

    गर्भावस्था में सीजर (Seizure) में नियंत्रण होना बहुत आवश्यक है। इसका होना मां और बच्चे दोनों के लिए हानिकारक है। सीजर के लिए बिना डॉक्टर की सलाह के गेबापेनटिन को लेना शुरू या बंद न करें। अगर आप गर्भवती हैं तो डॉक्टर की सलाह अवश्य लें।

    गेबापेनटिन का सेवन अगर आप करती हैं तो यह दवाई आपके ब्रेस्ट मिल्क से पास होती है। इसलिए स्तनपान कराने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह अवश्य लें।

    जानिए इसके साइड इफेक्ट्स

    गेबापेनटिन (Gabapentin) के साइड इफेक्ट्स

    • गेबापेनटिन का सेवन करने से अनिद्रा, चक्कर आना, समन्वय की कमी, थकावट, नजरों का धुंधला होना, असामान्य आंखों का हिलना और कंपकंपी हो सकती है। अगर यह साइड इफेक्ट बहुत अधिक हों तो अपने डॉक्टर या विशेषज्ञ को अवश्य बताएं।
    • याद रखें, कि अगर डॉक्टर ने आपको यह दवाई लेने की सलाह दी है तो इसका अर्थ है कि इस दवाई के आपके लिए बहुत अधिक फायदे हैं। इस दवा का उपयोग करने वाले कई लोगों को गंभीर दुष्प्रभाव नहीं होते हैं।
    • अगर आपके हाथों, एड़ियों या पैरों में सूजन आएं तो तुरंत डॉक्टर के पास जाएं। 
    • जो लोग किसी भी स्थिति जैसे दर्द, डिसऑर्डर, बाइपोलर आदि के लिए एंटीकंवलसेंट्स लेते हैं वो लोग तनाव या अन्य मानसिक समस्याएं आदि हो सकती है। अगर आपके या आपके किसी भी प्रियजन या नजदीकी लोगों को तनाव या अन्य मानसिक समस्या का सामना कर रहे हैं, तो भी डॉक्टर को पहले ही बता दें, ताकि डॉक्टर आपको यह दवाई देनी है या नहीं इस बारे में आपको सही सलाह दे सके।
    • अगर कुछ गंभीर साइड इफेक्ट जैसे धीरे या सांस का कम आना जैसी समस्याएं हों तो तुरंत मेडिकल हेल्प लें।
    • हालांकि, इस दवाई का एलर्जी से संबंधित कोई गंभीर रिएक्शन नहीं है। फिर भी अगर आपको कोई एलर्जी रिएक्शन जैसे बुखार, सूजन, रैश, खारिश, पेट में दर्द, किडनी में समस्या या सांस लेने में समस्या हो रही हो, तो भी तुरंत मेडिकल मदद लें।

    इन जरूरी बातों को जानें

    कौन-सी दवाएं गेबापेनटिन (Gabapentin) के साथ इस्तेमाल नहीं की जा सकती हैं?

    गेबापेनटिन को अन्य दवाइयों के साथ लेने से आपको अधिक नींद आने वाली समस्या हो सकती है। स्लीपिंग पिल्स, नारकोटिक दवाइयां, तनाव दूर करने की दवाइओं आदि को लेने से पहले डॉक्टर से सलाह लें। गेबापेनटिन के साथ अन्य दवाईयां लेने से कई समस्याएं हो सकती हैं।

    इसके साथ ही खांसी दूर करने वाली दवाइयां जैसे कौडीन, हाइड्रोकोडॉन के साथ इसके न लें। 

    भांग या शराब आदि के साथ भी इस दवाई का सेवन न करें।

    गेबापेनटिन (Gabapentin) संबंधी चेतावनी

    गेबापेनटिन कई चेतावनियों के साथ आती है। इन स्थितियों में आपको ध्यान रखना चाहिए:

    अनिद्रा संबंधी चेतावनी

    गेबापेनटिन के फायदे आपके सोचने-समझने की क्षमता को कम कर सकती है। इसके साथ ही इसे लेने से अनिद्रा और चक्कर आना जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए अगर आपको ऐसी समस्याएं हो रही हों तो सावधान रहे।

    तनाव संबंधी चेतावनी

    इस दवाई को लेने से तनाव हो सकता है या आपके दिमाग में खुदकुशी संबंधी ख्याल आ सकते हैं। इसलिए अगर ऐसा हो तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।

    मल्टीऑर्गन हाइपरसेंसिटिविटी

    यह दवाई मल्टीऑर्गन हाइपरसेंसिटिविटी का कारण भी बन सकता है, जिससे रोगी की जान के लिए भी खतरा हो सकता है।

    एलर्जी संबंधी चेतावनी

    गेबापेनटिन से एलर्जी हो सकती है जिसके लक्षण इस प्रकार हैं

    • सांस लेने में समस्या
    • गले या जीभ में सूजन
    • रैशस
    • एल्कोहॉल संबंधी चेतावनी
    • अगर आपको पहले ही कोई एलर्जी है तो इस दवाई को लेने से बचें, क्योंकि इससे अनिद्रा या अधिक नींद आने की समस्या हो सकती है।
    • इससे चक्कर आने या एकाग्रता में कमी की समस्या भी हो सकती है।

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    डोसेज

    पोस्टहेरपेटिक न्यूरेल्जिया के लिए डोसेज

    1. वयस्कों के लिए डोज (उम्र 18-64 साल)

    • आमतौर पर शुरुआती डोज: पहला दिन -300 mg
    • दूसरा दिन- 300 mg  दिन में दो बार
    • तीसरा दिन –  300 mg दिन में तीन बार
    • इसके बाद डॉक्टर आपकी डोज बढ़ा सकते हैं
    • अधिकतम डोज : रोजाना 1,800 mg 

    2. बच्चों के लिए डोज (उम्र 0-17 साल)

    18 साल से कम कम उम्र के बच्चों को कितनी डोज देनी है इसकी सही जानकारी नहीं है।

    3. सीनियर लोगों के लिए डोज (65 साल से अधिक के लोग)

    इस उम्र में किडनी काम करना थोड़ा कम कर देती है। आपके डॉक्टर आपको कम डोज लेने की सलाह दे सकते हैं, क्योंकि अधिक डोज आपके लिए खतरनाक साबित हो सकती है।

    पार्शियल-ऑनसेट सीजर्स के लिए डोसेज

    1. वयस्कों के लिए डोज (18-64 साल की उम्र)

    आमतौर पर शुरुआती डोज : रोजाना 900 mg (300 mg तीन बार), आपके डॉक्टर इसकी डोज हर रोज 2,400–3,600 mg तक बढ़ा सकते हैं।

    2. बच्चों के लिए डोज (12-17 साल की उम्र)

    आमतौर पर शुरुआती डोज : रोजाना 300 mg(तीन बार), आपके डॉक्टर इसकी डोज हर रोज 2,400–3,600 mg तक बढ़ा सकते हैं।

    3. छोटे बच्चों के लिए (3-11 साल की उम्र)

    आमतौर पर शुरुआती डोज : रोजाना 10-15 mg (तीन बार), आपके डॉक्टर इसकी डोज हर रोज बच्चे की जरूरत के अनुसार तक बढ़ा सकते हैं।

    अधिकतर डोज :50 mg/kg/day

    4. बच्चे के लिए डोज (0–2 साल की उम्र)

    तीन साल से छोटे बच्चे के लिए इस दवाई की डोज के बारे में जानकारी नहीं है।

    5. सीनियर लोगों के लिए डोज (65 साल या अधिक की उम्र)

    इस उम्र में किडनी कमजोर हो जाती है। इसलिए आपके डॉक्टर आपके लिए इस दवाई की कम डोज के साथ शुरुआत कर सकते हैं, क्योंकि अधिक डोज आपके लिए हानिकारक हो सकती है। आपकी किडनी किस तरह से काम कर रही है, जिसके अनुसार डॉक्टर आपकी डोज बदल भी सकते हैं।

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    खास ध्यान रखें

    अगर आप बारह साल से बड़े हैं और किडनी संबंधित समस्या है या हेमोडायलिसिस पर हैं। तो ऐसे में आपकी गेबापेनटिन की डोज बदलने की जरूरत है। यह इस बात पर निर्भर करता है कि आपकी किडनी कितनी अच्छे से काम करती है।

    ओवरडोज या आपातकालीन स्थिति में क्या करना चाहिए?

    अगर किसी ने गेबापेनटिन की ओवरडोज ले ली है और उन्हें किसी गंभीर लक्षण देखने को मिलते हैं, जैसे सांस लेने में समस्या तो तुरंत डॉक्टर के पास जाएं। आपातकालीन स्थिति में इसके गंभीर लक्षण इस प्रकार हैं कमजोरी, अनिद्रा, बातचीत करने में समस्या आदि।

    यदि मुझसे कीटोरोलेक की डोज मिस हो जाए तो क्या करना चाहिए?

    अगर आपने कोई डोज मिस कर दी है, तो इसे याद आने पर इसे तुरंत ले लें। लेकिन, आपकी अगली डोज का समय हो रहा हो, तो दुगनी डोज न लें। दोगनी डोज लेना आपके लिए हानिकारक हो सकता है।

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    Anu sharma द्वारा लिखित · अपडेटेड 26/08/2020

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