कहते हैं फिट रहने के लिए हेल्दी डायट के साथ-साथ एक्सरसाइज करना भी जरूरी है, क्योंकि नियमित एक्सरसाइज करने से शरीर को कई तरह के लाभ मिलते हैं और शारीरिक एवं मानसिक परेशानियां भी कम होती है। इसलिए आज इस आर्टिकल में एक्सरसाइज का एडिपोनेक्टिन लेवल और इंसुलिन सेंसिटिविटी पर प्रभाव (Impact of Exercise on Adiponectin Levels And Insulin Sensitivity) किस तरह पड़ता है यह समझेंगे। तो चलिए जानते हैं टाइप 2 डायबिटीज (Type 2 Diabetes) के मरीजों के लिए एक्सरसाइज, एडिपोनेक्टिन लेवल और इंसुलिन सेंसिटिविटी (Exercise, Adiponectin Levels And Insulin Sensitivity) जुड़े सवालों का जवाब।
- एक्सरसाइज का एडिपोनेक्टिन लेवल और इंसुलिन सेंसिटिविटी पर प्रभाव क्या पड़ता है?
- एडिपोनेक्टिन लेवल और इंसुलिन सेंसिटिविटी क्या है?
- टाइप 2 डायबिटीज के कारण क्या हैं?
- टाइप 2 डायबिटीज के लक्षण क्या हो सकते हैं?
- टाइप 2 डायबिटीज के मरीजों को किन-किन बातों का ध्यान रखें?
चलिए अब टाइप 2 डायबिटीज, एडिपोनेक्टिन लेवल और इंसुलिन सेंसिटिविटी (Exercise, Adiponectin Levels And Insulin Sensitivity) से जुड़े रिसर्च क्या है, यह समझने की कोशिश करते हैं।
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स्टडी: एक्सरसाइज का एडिपोनेक्टिन लेवल और इंसुलिन सेंसिटिविटी पर प्रभाव (Impact of Exercise on Adiponectin Levels And Insulin Sensitivity)
नैशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन (National Center for Biotechnology Information) और अमेरिकन डायबिटीज एसोसिएशन (American Diabetes Association) में पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार एक्सरसाइज का एडिपोनेक्टिन लेवल और इंसुलिन सेंसिटिविटी पर प्रभाव (Impact of Exercise on Adiponectin Levels And Insulin Sensitivity) कैसा पड़ता है, इसे समझने के लिए एक रिसर्च की गई। इस रिसर्च में 26 लोगों को शामिल किया गया। जिन लोगों का बॉडी वेट ज्यादा था यानी जो मोटापे के शिकार थें उन्हें 6 सप्ताह तक जम्पिंग रोप एक्सरसाइज (Jump rope exercise) करवाई गई। जम्पिंग रोप एक्सरसाइज की वजह से एडिपोनेक्टिन लेवल और इंसुलिन सेंसिटिविटी (Adiponectin Levels And Insulin Sensitivity) दोनों में इम्प्रूवमेंट दिखा। इस रिसर्च में ट्राइग्लिसराइड (Triglyceride) में भी इम्प्रूवमेंट देखा गया। ये हुई एक्सरसाइज का एडिपोनेक्टिन लेवल और इंसुलिन सेंसिटिविटी पर प्रभाव (Impact of Exercise on Adiponectin Levels And Insulin Sensitivity), जो टाइप 2 डायबिटीज के मरीजों में देखा गया। अब एडिपोनेक्टिन लेवल और इंसुलिन सेंसिटिविटी (Adiponectin Levels And Insulin Sensitivity) जैसे मेडिकल टर्म को एक-एक कर सझते हैं।
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एडिपोनेक्टिन लेवल और इंसुलिन सेंसिटिविटी (Adiponectin Levels And Insulin Sensitivity) क्या है?
एडिपोनेक्टिन लेवल (Adiponectin Levels)
एडिपोनेक्टिन एक तरह का प्रोटीन है, जो मोटाबॉलिज्म को हेल्दी बनाये रखने में खास भूमिका अदा करता है। वहीं जिन लोगों का वजन आवश्यकता से ज्यादा रहता है उनमें प्रोटीन लेवल कम (Low Protein Level) हो जाता है। ऐसी स्थिति में टाइप 2 डायबिटीज (Type 2 Diabetes) की संभावना बढ़ जाती है। इसके अलावा एडिपोनेक्टिन ग्लूकोज लेवल (Glucose Level) को बैलेंस रखने में सहायक है और फैटी एसिड (Fatty acid) को तोड़ने में सक्षम है।
नैशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन (National Center for Biotechnology Information) में पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार सिंथेटिक एडिपोनेक्टिन से कम हुए एडिपोनेक्टिन लेवल को बढ़ाने में मदद मिल सकती है।
इंसुलिन सेंसिटिविटी (Insulin Sensitivity)
नैशनल इंस्टीटूट्स ऑफ हेल्थ (National Institutes of Health) में पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार बॉडी में पैंक्रियाज सामान्य रूप से हॉर्मोन इंसुलिन बनाने का काम करते हैं और यही सेल्स को ब्लड में से शुगर लेने का संकेत भी है। टाइप 2 डायबिटीज (Type 2 Diabetes) में सेल्स इंसुलिन के प्रति अपनी संवेदनशीलता खो देती हैं। इंसुलिन के प्रति शरीर के सेल्स कितने सेंसिटिव हैं, इसे ही मेडिकल टर्म इंसुलिन सेंसिटिविटी (Insulin Sensitivity) कहते हैं।
टाइप 2 डायबिटीज मरीजों के लिए एक्सरसाइज (Exercise for Type 2 Diabetes)
ब्लड शुगर लेवल बैलेंस रखने के लिए निम्नलिखित एक्सरसाइज किये जा सकते हैं। जैसे:
- वॉकिंग (Walking)
- साइक्लिंग (Cycling)
- तैरना (Swimming)
- एरोबिक्स डांस (Aerobic dance)
- पिलाटे एक्सरसाइज (Pilates Exercise)
आप इन 5 अलग-अलग वर्कआउट के अलावा योग को भी अपने दिनचर्या में शामिल कर सकते हैं, लेकिन अगर आपने पहले कभी एक्सरसाइज या योग नहीं किया है, तो सबसे पहले इससे जुड़े जानकार से एक्सरसाइज या योग करने के तरीकों को समझें और फिर उसे अपने दिनचर्या में शामिल करें।
एक्सरसाइज का एडिपोनेक्टिन लेवल और इंसुलिन सेंसिटिविटी पर प्रभाव समझने के साथ-साथ एक्सरसाइज, एडिपोनेक्टिन लेवल और इंसुलिन सेंसिटिविटी से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी यहां आपके साथ शेयर की गई है। हालांकि इन जानकारियों के साथ-साथ टाइप 2 डायबिटीज के कारण और लक्षणों को भी समझना जरूरी है, जिससे एडिपोनेक्टिन लेवल और इंसुलिन सेंसिटिविटी (Adiponectin Levels And Insulin Sensitivity) दोनों को बैलेंस बनायें रखने में मदद मिल सकती है।
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टाइप 2 डायबिटीज के कारण क्या हैं? (Cause of Type 2 Diabetes)
टाइप 2 डायबिटीज के कारण निम्नलिखित हो सकते हैं। जैसे:
- ब्लड रिलेशन में टाइप-2 डायबिटीज (Type 2 Diabetes) की समस्या रहना।
- जरूरत से ज्यादा वजन (Weight gain) बढ़ना।
- स्मोकिंग (Smoking) करना।
- अनहेल्दी डायट (Unhealthy diet) फॉलो करना।
- एक्सरसाइज (Workout) या फिजिकल एक्टिविटी (Physical activity) नहीं करना।
- पर्यावरण (Environment) के कारण।
- विटामिन-डी (Vitamin D) की कमी होना।
इन ऊपर बताये कारणों के अलावा टाइप 2 डायबिटीज की समस्या HIV जैसी गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए एंटी-सिजर्स, दवाएं और एचआईवी जैसी दवाओं के सेवन करने से भी हो सकती है।
टाइप 2 डायबिटीज के लक्षण क्या हो सकते हैं? (Symptoms of Type 2 Diabetes)
टाइप 2 डायबिटीज के लक्षण निम्नलिखित हो सकते हैं ।जैसे:
- बहुत ज्यादा पसीना (Sweating) आना।
- नर्वस (Nervousness) महसूस करना।
- एंग्जायटी (Anxiety) महसूस होना।
- चिड़चिड़ापन (Irritability) महसूस होना।
- बार-बार भ्रम (Confusion) होना।
- अत्यधिक चक्कर (Dizziness) आना।
- बार-बार भूख (Hunger) लगना।
- अत्यधिक हाथ (Shaking) कांपना।
टाइप 2 डायबिटीज के लक्षण नजर आने पर एक्सरसाइज (Workout) नहीं करना चाहिए और डॉक्टर से सलाह लेना चाहिए। डायबिटीज के मरीजों को एक्सरसाइज करने से पहले भी डॉक्टर से बॉडी के अनुसार कौन-कौन से वर्कआउट किये जा सकते हैं उसे भी जरूर समझें। ये सभी डायबिटीज के लक्षण (Diabetes symptoms) भी हैं और लक्षण बढ़ने पर परेशानी भी बढ़ सकती है। इसलिए इसे इग्नोर ना करें।
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टाइप 2 डायबिटीज के मरीजों को किन-किन बातों का ध्यान रखें? (Tips for Type 2 Diabetes)
टाइप डायबिटीज के मरीजों को निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए। जैसे:
- पौष्टिक आहार (Healthy diet) का सेवन करें।
- बार-बार खाने (Frequent eating) की आदत से बचें।
- मौसमी फल (Fruits) एवं सब्जियों (Vegetables) का सेवन करें।
- पैक्ड जूस (Juice) एवं खाद्य पदार्थों का सेवन ना करें।
- नियमित एक्सरसाइज (Workout), योग (Yoga) या वॉक (Walk) करें।
- एल्कोहॉल (Alkohol) का सेवन कम से कम करें।
- स्मोकिंग (Smoking) ना करें।
- तनाव (Stress) से बचें।
- 7 से 9 घंटे की नींद (Sleep) लें।
अगर आप टाइप 2 डायबिटीज (Type 2 Diabetes) या एक्सरसाइज का एडिपोनेक्टिन लेवल और इंसुलिन सेंसिटिविटी पर प्रभाव (Impact of Exercise on Adiponectin Levels And Insulin Sensitivity) से जुड़े सवालों का जवाब तलाश कर रहें थें, तो उम्मीद करते हैं कि एडिपोनेक्टिन लेवल और इंसुलिन सेंसिटिविटी (Adiponectin Levels And Insulin Sensitivity) के बारे में समझने में सुविधा हुई होगी। वैसे अगर आप या आपके कोई भी करीबी डायबिटिक (Diabetic) हैं, तो उन्हें ब्लड शुगर लेवल (Blood Sugar Level) को बैलेंस बनाये रखने की सलाह दें, जिससे अन्य बीमारियों से दूर रहने में मदद मिल सकती है।
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