डायबिटीज और निमोनिया : क्या है दोनों के बीच संबंध?
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन में छपी एक रिसर्च के मुताबिक टाइप टू डायबिटीज और निमोनिया (Diabetes and pneumonia) का सीधा ताल्लुक माना गया है। टाइप टू डायबिटीज (Diabetes) की वजह से व्यक्ति में निमोनिया का रिस्क बढ़ सकता है। डायबिटीज और निमोनिया की स्थिति में व्यक्ति की मौत के चांसेस भी बढ़ जाते हैं। एक पॉपुलेशन बेस्ड स्टडी के मुताबिक 1997 से 2004 के बीच निमोनिया से ग्रसित जो लोग हॉस्पिटलाइज हुए, उन लोगों मे डायबिटीज की समस्या से जूझ रहे लोगों में निमोनिया के लक्षण खास तौर पर दिखाई दिए। डायबिटीज और निमोनिया से ग्रसित लोगों में मोर्टलिटी रेट, आम निमोनिया (Pneumonia) के पेशेंट से ज्यादा दिखाई दिया। हालांकि निमोनिया से मरने वालों में मुख्य फैक्टर डायबिटीज को नहीं माना जा सकता, लेकिन डायबिटीज और निमोनिया के बीच संबंध खास तौर पर देखा गया।
स्टडी के मुताबिक यह साबित हुआ कि टाइप टू डायबिटीज और निमोनिया (Diabetes and pneumonia) से ग्रसित लोगों मौत के चांसेस बढ़े हुए थे। ऐसी स्थिति में यदि व्यक्ति डायबिटीज और निमोनिया दोनों से ग्रसित है, तो उसे खासतौर पर देखभाल की जरूरत पड़ती है। डायबिटीज और निमोनिया के बीच संबंध खास तौर पर देखा गया है, लेकिन यदि आप डायबिटिक हैं, तो निमोनिया (Pneumonia) से आपका किस तरह से बचाव हो सकता है, इसके बारे में जानना भी बेहद जरूरी है। आइए जानते हैं डायबिटीज और निमोनिया से जुड़े कुछ खास फ़ैक्ट्स।
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ये हैं डायबिटीज और निमोनिया से जुड़े फैक्ट्स (Diabetes and pneumonia facts)
डायबिटीज और निमोनिया (Diabetes and pneumonia) के बीच संबंध देखा गया, इसलिए यदि आप डायबिटीज से ग्रसित हैं और आपकी इम्यूनिटी कम होने की वजह से आप में इंफेक्शन का खतरा ज़्यादा है, तो आपको निमोनिया (Pneumonia) से जुड़ी यह बातें जरूर जानी चाहिए।
डायबिटीज और निमोनिया (Diabetes and pneumonia) के बीच तालुक होने की वजह से ये माना जाता है कि यदि आप डायबिटीज (Diabetes) से ग्रसित हैं, तो आपको हर साल आपको फ्लू शॉट लेने चाहिए। इस बीमारी के होने का मुख्य कारण फ़्लू माना जाता है। लेकिन आपकी शारीरिक स्थिति को समझते हुए डॉक्टर डायबिटीज के साथ फ़्लू शॉट लेने की सलाह आप को दे सकते हैं, इसलिए किसी भी तरह का टीका आपको डॉक्टर की सलाह के बगैर नहीं लेना चाहिए।
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निमोनिया की समस्या अलग-अलग वजहों से हो सकती है। निमोनिया (Pneumonia) बैक्टीरियल, वायरल या फंगल भी हो सकता है। इसलिए अपनी मर्जी से इसका इलाज करना सही नहीं माना जाता। डॉक्टर आपकी जांच करके पहले पता लगाते हैं कि आपको किस तरह का निमोनिया हुआ है। ऐसी स्थिति के बाद आपका सही इलाज किया जाता है। इसलिए डॉक्टर से सलाह करके ही आपको निमोनिया का इलाज करवाना चाहिए।
डायबिटीज और निमोनिया की समस्या में आपको अपने आहार का खास ध्यान रखने की जरूरत पड़ती है। जैसा कि आप सभी जानते हैं डायबिटीज (Diabetes) की समस्या में आपका ब्लड शुगर लेवल आपके लिए परेशानियां खड़ी कर सकता है, इसलिए डायबिटीज और निमोनिया (Diabetes and pneumonia) की स्थिति में आपको पूरे आराम के साथ पौष्टिक आहार लेना चाहिए। डॉक्टर की सलाह के बाद आप अपनी खास डायट का चुनाव कर सकते हैं।
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डायबिटीज और निमोनिया (Pneumonia) एक साथ होने पर आपकी स्थिति गंभीर हो सकती है, इसलिए सही समय पर दवा लेकर डॉक्टर से संपर्क में बने रहना आपके लिए जरूरी माना जाता है। डायबिटीज और निमोनिया (Diabetes and pneumonia) दोनों ही गंभीर बीमारियां मानी जाती है। ऐसी स्थिति में आपको लक्षणों को ध्यान में रखते हुए अपनी सेहत के प्रति सजग बने रहना चाहिए। डायबिटीज और निमोनिया की समस्या से निपटने के लिए आपको डॉक्टर से सलाह लेकर सही इलाज की जरूरत पड़ती है।