वेट गेन के उपाय में शामिल है निम्नलिखित वर्कऑउट्स:-
1. पुश-अप्स
पुश-अप्स काफी इफेक्टिव एक्सरसाइज है और किफायती भी। पुश-अप्स करने के लिए हमें एक्सरसाइज से जुड़ी किसी भी तरह की संसाधनों की आवश्यकता नहीं पड़ती है। पुश-अप्स करने से बॉडी के ऊपरी हिस्से में मसल्स ग्रो करती हैं। रोजाना पुश-अप्स करने से मांसपेशियां एक्टिव होती हैं, नई मांसपेशियां आती हैं। इसलिए अगर आप वेट गेन के उपाय की तलाश में हैं, तो पुश-अप्स एक्सरसाइज आपके लिए बेहद लाभकारी हो सकते हैं।
2. लो इंटेसिटी एरोबिक
वेट गेन करने के लिए लो इंटेसिटी में एरोबिक करना काफी बेहतर माना जाता है। कम स्पीड में एरोबिक वर्कआउट करने से बॉडी में ऑक्सिजन का संचार होता है और कार्बनडायऑक्साइड बाहर निकलती है। कम स्पीड में एरोबिक करने से बॉडी में ब्लड सर्क्यूलेट होता है, जो हार्ट को हेल्दी बनाने में आपका साथ निभाता है। वजन बढ़ाने में सबसे ज्यादा फायदा पाचन तंत्र का स्वस्थ रहना है। लो इंटेसिटी में एरोबिक वर्कआउट करने से बहुत भूख लगती है। जब आप ज्यादा खाना खाने लगेंगे, तब आपके शरीर में कैलोरी की मात्रा बढ़ेगी, जिससे आपका वजन बढ़ेगा।
और पढ़ें : जब भीड़ से भरा हो जिम तो आजमाएं ये जिम वर्कआउट टिप्स
3. स्वीमिंग
कार्डियोवस्कुलर एक्सरसाइज वजन बढ़ाने के साथ-साथ वजन घटाने के लिए भी किया जाता है। जब आप स्वीमिंग करते हैं तब आपके शरीर के सभी अंग एक्टिव हो जाते हैं। स्वीमिंग को एक्सरसाइज का सबसे बेस्ट सेट माना जाता है। स्वीमिंग करते समय काफी ऊर्जा लगती है। कार्डियोवस्कुलर एक्सरसाइज में मांसपेशियां टोन होती हैं। आप ब्रीदिंग तेजी से करते हैं। शरीर में ऑक्सिजन की मात्रा बढ़ जाती है। स्वीमिंग एक्सरसाइज के दौरान जो भी एनर्जी लगती है, बॉडी को रेस्ट करने के बाद उतनी ही तेजी से भूख लगती है। भूख को कम करने के लिए आप ज्यादा खाएंगे, जिससे कैलोरी की मात्रा बढ़ेगी। कार्डियोवस्कुलर एक्सरसाइज करने से पाचन क्रिया (डाइजेशन सिस्टम) भी ठीक है और वेट गेन के उपाय में शामिल स्वीमिंग आप सप्ताह में 3 से 4 बार कर सकते हैं।
4. जॉगिंग
जॉगिंग करने से कई फायदे होते हैं। हार्ट, हड्डियों के अलावा मांसपेशियों के लिए भी यह काफी फायदेमंद है। वैसे अधिकांश लोग जॉगिंग वजन घटाने के लिए करते हैं। बहुत कम लोगों को जानकारी होता है कि जॉगिंग करने से पाचन क्रिया सही रहता है। आप डेली एक निश्चित समय पर जॉगिंग करते हैं, तो आपको काफी भूख लगेगी या आप प्रॉपर डायट भी फॉलो करते हैं। जॉगिंग करने से आपको हेवी फूड डायजेस्ट में मदद मिलेगी। जॉगिंग करने में काफी एनर्जी की आवश्यकता होती है। जब आप बॉडी को रिलैक्स करते हैं, तब आपको भूख भी लगेगी। आप इसी रूटीन को परमानेंट कर लेते हैं, तो आप कुछ समय बाद धीरे-धीरे खुद महसूस करने लगेंगे कि आपकी डायट सामान्य दिनों के मुकाबले बढ़ने लगी।
और पढ़ें : स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज के दौरान सावधानी रखना है जरूरी, स्ट्रेच करने से पहले जान लें ये बातें